नोएडा महाकौथिग में क्या कहना है लोगों का..! देखिये कितने युवा बोल पाते है अपनी मात्रभाषा.

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  • เผยแพร่เมื่อ 27 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น • 11

  • @Backbenchers06
    @Backbenchers06 2 วันที่ผ่านมา

    Bhut sundar good luck brother

  • @santoshdhyani5484
    @santoshdhyani5484 2 วันที่ผ่านมา

    इस बेहतरीन कोशिश के लिए आपका आभार.. वैसे हम पहाड़ियों ने और हमारी लोक कला और संस्कृति ने तो पहाड़ों से पलायन कर लिया है और हम प्रवासी भी उत्तराखंडी लोक कला और संस्कृति के नाम पर ऐसे ही स्वहित में आयोजित व्यवसायिक आयोजन तक ही पहाड़ से जुड़े हैं! ना तो इस तरह की आयोजन को करने वाले पहाड़ के लिए कुछ करते हैं और न ही पहाड़ के संघर्षरत कलाकारों के हित में कुछ करते हैं आयोजनकर्ताओं का पहाड़ के प्रति कुछ लगाव होता तो मंच से उत्तराखंड में मजबूत भू-कानून और मूल निवास 1950 के साथ शेड्यूल 5 का दर्जा देने के समर्थन में आवाज उठाई जाती। आभार उन सभी उत्तराखंड हितैषियों का जो 22 दिसंबर को जंतर मंतर पर पहुंचे!
    हैरानी की बात है कि 25 दिसंबर को पौड़ी शहर में क्रिसमस के अवसर पर धर्म परिवर्तन कर क्रिश्चियन बने पहाड़ियों ने एक शोभा यात्रा निकाली यानी कि उत्तराखंड के हर जिले की डेमोग्राफी ऑफ़ चेंज होने लगी है।

  • @Deepanegi511
    @Deepanegi511 2 วันที่ผ่านมา

    Dhaniya bad ji 👍

  • @pramilarawat8140
    @pramilarawat8140 2 วันที่ผ่านมา

    Bahut Sundar

  • @MahipalRawat-l3b
    @MahipalRawat-l3b 2 วันที่ผ่านมา

    गोलू बहुत सुंदर रिपोर्टिंग

  • @RAWATVLOGSOFFICIAL
    @RAWATVLOGSOFFICIAL วันที่ผ่านมา

    Very nice 👌

  • @SNshraddhabhakti
    @SNshraddhabhakti 2 วันที่ผ่านมา

    बहुत ही सुन्दर बैटा जी आपका बोलने का तरीका बहुत सुंदर है 🎉🎉 खूब तरक्की करो ❤

  • @sarawatidevi1954
    @sarawatidevi1954 2 วันที่ผ่านมา

    🙏🙏

  • @sarawatidevi1954
    @sarawatidevi1954 2 วันที่ผ่านมา

    गोलू बहुत अच्छा बेटे❤❤

  • @J.pGauniyal
    @J.pGauniyal 2 วันที่ผ่านมา +1

    इन लोगों के कारण पहाड़ों की जमीन काला धन वाले ले रहे हैं क्योंकि ये लोग पहाड़ से जा चुके है