पंचमुखी और तीन मुखी रद्राक्ष ऐसे फ़ल से निकलता है | असली की पहचान कैसे करे | Hitesh Sharma Vlog
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- เผยแพร่เมื่อ 19 ต.ค. 2024
- पंचमुखी रुद्राक्ष मनुष्य के दैहिक रोगों की समाप्ति तो करता ही है, साथ ही इसमें मधुमेह, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, एसिडिटी जैसे रोगों में भी लाभ प्राप्त हो सकता है. इसके अलावा, पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करने से अनिद्रा की स्थिति, श्वसन संबंधी रोगों से भी छुटकारा मिलता है.
वैसे तो एक मुखी रुद्राक्ष कोई भी धारण कर सकता है। लेकिन एक मुखी रुद्राक्ष का संबंध मंगल देवता से है। इसलिए मेष और वृश्चिक राशि वालों के लिए यह धारण करना ज्यादा फायदेमंद रहता है। या जिन लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह नकारात्मक या अशुभ स्थिति में विराजमान है तो वो लोग भी 3 मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं।
कालाग्नि रूद्र के रूप में पांच मुखी रुद्राक्ष को इस ब्रह्माण्ड में स्थापित किया गया है | पञ्च देवों की कृपा से परिपूर्ण यह रुद्राक्ष पञ्च तत्वों के दोषों का नाश करने में सहायक होता है |
रुद्राक्ष के चेहरे (मुखी) होते हैं, जो एक से लेकर 36 तक हो सकते हैं। असली रुद्राक्ष के मुखी स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं और समान आकार के होते हैं। नकली रुद्राक्ष के मुखी धुंधले या अनियमित हो सकते हैं।
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jai bholenath