एक मात्र राजा का क़ीमशु नहीं तीश खुदँग का मालिक होने का चिरोनिंग लगाते ग क़ीमशु मानी, ग देशागू शु मानी ग राजा शुखुन्दनंगु मालिक तोक ऐसा चिरोनिंग लगाते है राजा बड़े देवताओं को ही माना करता था छोटे मोटे को नहीं वह भी कुछ शक्ति दिखाया हो तभी माना करता था इस लिए राजा का देवता कहा जाता था
Kamshu Narayan ji kafnoo baba maheshwar ji ko nhi mante they wo thakra logon ke domber they tabi toh bhaba maheshwar ji ne yangpa nagas ko laake moranung naale me badh laake kamshu naran smeth sabi thakra ko bha kar namo nishan mita diya tha kamshu Narayan ji ka sirf ek mukhang hi bacha baki sab beh gye Urni bdari naran ji hi 3no maheshwar bhaiyon ke bazir hain
तीन महेश्वर को ब्रह्मण ने अपने नीचे दबाये रखने की बात अलग हैं क्योंकि यह बात भावा महेश्वर के इतिहास में कहा जाता हैं कि ब्रह्मण ने राजा से शर्त रखा था कि आपके राज देवताओ को मैं अपने नीचे दबा कर रखूंगा तो आप का आधा राज मुझे देना होगा राजा ने भी कहा कि यदि तुम हार गये तो तुम्हे एक गाल में कलिक पोत कर राज दरवार से बाहर निकाला जायेगा उसके बात तुम इस क्षेत्र में कभी नजर नहीं आहोगे1,वह ब्रह्मण शर्त मान गया और शर्त के मुताबिक राज देवता वा देवियों को राजा ने आमन्त्रित किया और एक -एक कर उस ब्रह्मण ने सभी राज देवताओ को अपने नीचे दबाये रखा 1कहते हैं भावा महेश्वर जान बुज कर लास्ट में गये थे वे यह देखते रहे कि यह ब्रह्मण इन देवताओ को कैसे अपने नीचे जुका रहा हैं ?भावा महेश्वर को समझ आ गया कि राजा के दरवार का गेट से अंदर देवतायें प्रवेश करते ही शक्ति हिन् होते जा रहे थे 1जब भावा महेश्वर राज दरवार कि और बड़े तो महेश्वर ने कहा कि मैं गेट से अंदर नहीं जाहुगा पीछे दीवार को लांग कर अंदर जाहूँगा राजा ने कहा जैसा आप चाहो वैसा आ सकते हैं जैसा ही दीवार कि और महेस्वर आगे बड़े उस बिच भावा महेश्वर ने अपने शक्ति से बिल्ली और चूहा को लड़ने दिया और चूहा बिल्ली को हाराते हुए बिल्ली को दौड़ाया तो बिल्ली घबरा कर उस ब्रह्मण कि और भाग गया ,ब्रह्मण ने वह बिल्ली कहाँ गया देखने के लिए अपना आसन से खड़ा हुआ तो उसके नीचे से सभी राज देवी देवताये निकल गये और उन सब का रथ हिलने डुलने लगे और भावा महेश्वर को धन्यवाद करने लगे 1राजा ने भावा महेश्वर से पूछा कि आप गेट से ना आ कर दीवार से अंदर आने का क्या प्रयोजन था ?महेश्वर ने कहा कि राजन गेट के ऊपर अन्दर देखो इस में ब्रह्मण ने क्या रखा हैं ?देखा तो गाये का ताजा खुन से लतपत खाल रखा था उसी खाल के वजह से जैसा ही देवताये गेट से आने लगे वैसा ही वे शक्ति हिन् होने लग जाते थे 1इस प्रकार भावा महेश्वर ने सभी शक्ति शाली देव देवियों को राजा द्वारा शर्त हारने से बचाया था और उस ब्रह्मण को राजा ने कलिक पोत कर बुशहर से बाहर निकाला 1उस दिन के बाद आज तक भावा महेश्वर ब्रह्मण य पण्डितों को नहीं मानता हैं उनके समक्ष आने तक नहीं देते हैं 1 सुंगरा ,नीचार के लोग भी बताते हैं कि भावा महेश्वर ने चूहा बिल्ली का खेल दिखा कर देवताओ को ब्रह्मण के कब्जे से मुक्त किया था
Aapko baba maheshwar ji ka itna history khaa se pTa hai Raja vikramaditya ji ne jab bhaba maheshwar ji ka history Jan ne ka koshish Kiya sabi kardaro or buzurgo se unhone toh khaa ki kisi bi devta ka asli history kyaa hai koi nhi jaanta kyuki Jo history likha gya hai usne padna kisi ke bus ki baat nhi kamru me jo main history book hai kabi nhi pda gya h na kabi kisi kopdne ki anumati hai Social media me pta ni kya kya history likhte hain hamare buzurgo ka bataya hua history' bi alag alag hota hai shayad samay ke sath sath information me galti ya thoda bda chda ke batane ke chakkar me esa hua hoo baki kuch nhi bol sskte
@@negirahul_wangpa भावा महेशवर का हिस्ट्री उनके पुजारी जो आज से 40 वर्ष पूर्व मे वे 85 वर्ष के थे उनके जुबान से सुना हूं दूसरी और कुछ बाते उनके लोक गाने मे भी है, भावा महेशवर का हिस्ट्री उनके का पास अभी भी लिखा हुआ है वह महेशवर की इजाजत के बिना पढ़ भी नहीं सकते है वह पहले भोज पत्र पर टांकरी मे लिखा था अभी कुछ हिंदी मे भी लिख रखा है आपका यह बात भी सही है कि आज कल हर कोई कुछ भी बोलते है
@@BSNegi-ly5iz acha bolte hain baba maheshwar ji ka aria kullu manali se lekar spiti naling tak hai or or jo kullu me bijli Mahadev hai vo bhaba maheshwar ji ka hi sat hai agar dono devta g milaya gya toh vah ek hi ban jayega ya. Bhaba maheshwar honge ye fir Bijli mhadev hi kyaa baat sahi hai aapko is baare me koi jaankari hoo toh bata de plzz Or vo pujari kon they jin ne history bataya thoda address denge toh me unse or history Jan na chahta hu me bi bhaba maheshwar ji ke sath chlta hu mujhe apne isht ke baare me Jan na hai plzz
@@negirahul_wangpa बिजली महादेव तो पता नहीं हाँ कुल्लू मे भावा महेशवर का एक रूप माना जाता है भावा महेशवर को कुल्लू इस लिए नहीं ले जाते है वे दोनों एक हों सकते है और कुल्लू मे ही रहेंगे या भावा मे ही एक हों कर आएंगे इस लिए भावा के लोग रिक्स होने से कुल्लू नहीं ले जाते है और जाने से मना करते आये है
@@negirahul_wangpa वह पुजारी तो मर कर 35 वर्ष होता है उनसे मैंने भी 1985 को मिल कर बातें सुना था उस समय उनका उम्र ही 86 था उनका नाम है पुजारी दावाजीत वह भावा वेल्ली के माने जाने थे वे कहते थे ज़ब उनका पिता जी 15 वर्ष के थे वे कोठी देवी के पास भावा महेश्वर के साथ आये थे उसके बाद आज तक देवी के साथ कभी नहीं मिले है
🙏🏻 बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी है क्योंकि देवी देवता हमारे ईष्ट होने के साथ साथ हमारी आस्था के भी प्रतीक हैं।।पृष्ठभूमि में बज़ रहा संगीत थोड़ा अटपटा सा लग रहा है बाकि बहुत ही रोचक जानकारी हमारे साथ साझा करने के लिए आपका धन्यवाद 👍
❤
Like 👍 DN
महादेव तो भगवान् शिव है तो यह राजा का किमशु कैसे हुआ
सोचने का विषय है
एक मात्र राजा का क़ीमशु नहीं तीश खुदँग का मालिक होने का चिरोनिंग लगाते
ग क़ीमशु मानी, ग देशागू शु मानी ग राजा शुखुन्दनंगु मालिक तोक ऐसा चिरोनिंग लगाते है
राजा बड़े देवताओं को ही माना करता था छोटे मोटे को नहीं वह भी कुछ शक्ति दिखाया हो तभी माना करता था
इस लिए राजा का देवता कहा जाता था
Jai Bramah Bishnu ati Sunder
Nise.and,atulya,his tory
❤👍👏👍
Jai Brahma Vishnu Narayan nagin ji
Kamshu Narayan ji kafnoo baba maheshwar ji ko nhi mante they wo thakra logon ke domber they tabi toh bhaba maheshwar ji ne yangpa nagas ko laake moranung naale me badh laake kamshu naran smeth sabi thakra ko bha kar namo nishan mita diya tha kamshu Narayan ji ka sirf ek mukhang hi bacha baki sab beh gye
Urni bdari naran ji hi 3no maheshwar bhaiyon ke bazir hain
जय हो त्रिदेव 🙏👈
तीन महेश्वर को ब्रह्मण ने अपने नीचे दबाये रखने की बात अलग हैं क्योंकि यह बात भावा महेश्वर के इतिहास में कहा जाता हैं कि ब्रह्मण ने राजा से शर्त रखा था कि आपके राज देवताओ को मैं अपने नीचे दबा कर रखूंगा तो आप का आधा राज मुझे देना होगा राजा ने भी कहा कि यदि तुम हार गये तो तुम्हे एक गाल में कलिक पोत कर राज दरवार से बाहर निकाला जायेगा उसके बात तुम इस क्षेत्र में कभी नजर नहीं आहोगे1,वह ब्रह्मण शर्त मान गया और शर्त के मुताबिक राज देवता वा देवियों को राजा ने आमन्त्रित किया और एक -एक कर उस ब्रह्मण ने सभी राज देवताओ को अपने नीचे दबाये रखा 1कहते हैं भावा महेश्वर जान बुज कर लास्ट में गये थे वे यह देखते रहे कि यह ब्रह्मण इन देवताओ को कैसे अपने नीचे जुका रहा हैं ?भावा महेश्वर को समझ आ गया कि राजा के दरवार का गेट से अंदर देवतायें प्रवेश करते ही शक्ति हिन् होते जा रहे थे 1जब भावा महेश्वर राज दरवार कि और बड़े तो महेश्वर ने कहा कि मैं गेट से अंदर नहीं जाहुगा पीछे दीवार को लांग कर अंदर जाहूँगा राजा ने कहा जैसा आप चाहो वैसा आ सकते हैं जैसा ही दीवार कि और महेस्वर आगे बड़े उस बिच भावा महेश्वर ने अपने शक्ति से बिल्ली और चूहा को लड़ने दिया और चूहा बिल्ली को हाराते हुए बिल्ली को दौड़ाया तो बिल्ली घबरा कर उस ब्रह्मण कि और भाग गया ,ब्रह्मण ने वह बिल्ली कहाँ गया देखने के लिए अपना आसन से खड़ा हुआ तो उसके नीचे से सभी राज देवी देवताये निकल गये और उन सब का रथ हिलने डुलने लगे और भावा महेश्वर को धन्यवाद करने लगे 1राजा ने भावा महेश्वर से पूछा कि आप गेट से ना आ कर दीवार से अंदर आने का क्या प्रयोजन था ?महेश्वर ने कहा कि राजन गेट के ऊपर अन्दर देखो इस में ब्रह्मण ने क्या रखा हैं ?देखा तो गाये का ताजा खुन से लतपत खाल रखा था उसी खाल के वजह से जैसा ही देवताये गेट से आने लगे वैसा ही वे शक्ति हिन् होने लग जाते थे 1इस प्रकार भावा महेश्वर ने सभी शक्ति शाली देव देवियों को राजा द्वारा शर्त हारने से बचाया था और उस ब्रह्मण को राजा ने कलिक पोत कर बुशहर से बाहर निकाला 1उस दिन के बाद आज तक भावा महेश्वर ब्रह्मण य पण्डितों को नहीं मानता हैं उनके समक्ष आने तक नहीं देते हैं 1 सुंगरा ,नीचार के लोग भी बताते हैं कि भावा महेश्वर ने चूहा बिल्ली का खेल दिखा कर देवताओ को ब्रह्मण के कब्जे से मुक्त किया था
Aapko baba maheshwar ji ka itna history khaa se pTa hai Raja vikramaditya ji ne jab bhaba maheshwar ji ka history Jan ne ka koshish Kiya sabi kardaro or buzurgo se unhone toh khaa ki kisi bi devta ka asli history kyaa hai koi nhi jaanta kyuki Jo history likha gya hai usne padna kisi ke bus ki baat nhi kamru me jo main history book hai kabi nhi pda gya h na kabi kisi kopdne ki anumati hai
Social media me pta ni kya kya history likhte hain hamare buzurgo ka bataya hua history' bi alag alag hota hai shayad samay ke sath sath information me galti ya thoda bda chda ke batane ke chakkar me esa hua hoo baki kuch nhi bol sskte
@@negirahul_wangpa भावा महेशवर का हिस्ट्री उनके पुजारी जो आज से 40 वर्ष पूर्व मे वे 85 वर्ष के थे उनके जुबान से सुना हूं दूसरी और कुछ बाते उनके लोक गाने मे भी है,
भावा महेशवर का हिस्ट्री उनके का पास अभी भी लिखा हुआ है
वह महेशवर की इजाजत के बिना पढ़ भी नहीं सकते है वह पहले भोज पत्र पर टांकरी मे लिखा था अभी कुछ हिंदी मे भी लिख रखा है
आपका यह बात भी सही है कि आज कल हर कोई कुछ भी बोलते है
@@BSNegi-ly5iz acha bolte hain baba maheshwar ji ka aria kullu manali se lekar spiti naling tak hai or or jo kullu me bijli Mahadev hai vo bhaba maheshwar ji ka hi sat hai agar dono devta g milaya gya toh vah ek hi ban jayega ya. Bhaba maheshwar honge ye fir Bijli mhadev hi kyaa baat sahi hai aapko is baare me koi jaankari hoo toh bata de plzz
Or vo pujari kon they jin ne history bataya thoda address denge toh me unse or history Jan na chahta hu me bi bhaba maheshwar ji ke sath chlta hu mujhe apne isht ke baare me Jan na hai plzz
@@negirahul_wangpa बिजली महादेव तो पता नहीं हाँ कुल्लू मे भावा महेशवर का एक रूप माना जाता है भावा महेशवर को कुल्लू इस लिए नहीं ले जाते है वे दोनों एक हों सकते है और कुल्लू मे ही रहेंगे या भावा मे ही एक हों कर आएंगे इस लिए भावा के लोग रिक्स होने से कुल्लू नहीं ले जाते है और जाने से मना करते आये है
@@negirahul_wangpa वह पुजारी तो मर कर 35 वर्ष होता है उनसे मैंने भी 1985 को मिल कर बातें सुना था उस समय उनका उम्र ही 86 था
उनका नाम है पुजारी दावाजीत वह भावा वेल्ली के माने जाने थे वे कहते थे ज़ब उनका पिता जी 15 वर्ष के थे वे कोठी देवी के पास भावा महेश्वर के साथ आये थे उसके बाद आज तक देवी के साथ कभी नहीं मिले है
Aj kal insaan bda bn rha h Devi davta g sy bhi yh baat bilkul sach ha
Kalpa m barama ha ke visnu
Barama ka to puja h nahi hota h na h manber h all warld m
Kuch exception ha .
Exception -: bhrama ki pure puja ni ker skta lekin vishn😢u ka nam ka sath ker skta hai.. is lia bhrama Vishnu
Sound bahut jyada hai Jo bol rahe hain vah kam sunai de raha hai bhai g
🙏🏻 बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी है क्योंकि देवी देवता हमारे ईष्ट होने के साथ साथ हमारी आस्था के भी प्रतीक हैं।।पृष्ठभूमि में बज़ रहा संगीत थोड़ा अटपटा सा लग रहा है बाकि बहुत ही रोचक जानकारी हमारे साथ साझा करने के लिए आपका धन्यवाद 👍