मोदी जी🚩 झांसी की रानी🚩 का सम्मान देने में हमेशा कतराते हैं ,इस पुरष प्रधान के ज्यादा तर पुरुषों के तरह मोदी जी भी केवल पुरुषों क्रांतिकारियों को सम्मान देते हैं , 🚩महारानी साहेब 🚩 को नहीं । 🚩जय झांसी वाली रानी🚩
क्या वाराणसी आने वाले पर्यटक महारानी के जन्मस्थान स्मारक तक पहुँच पाते हैं? वाराणसी के सभी चौराहों पर जन्मस्थान जाने के लिये दिशा सूचक पट लगाने की आवश्यकता है । जितने अधिक पर्यटक/यात्री इस पवित्र स्थान का दर्शन करेंगे उतना अधिक वाराणसी का गौरव बढ़ेगा।
Historical fact लक्ष्मी बाई देश के लिए नहीं बल्कि अपने लिए लड़ीं। वास्तव में 1857 की क्रांति स्वतंत्र राज्य द्वारा अपने सिंहासन को बचाने के लिए की गई क्रांति थी। इसीलिए भारत पेहले कंपनी का गुलाम था, क्रांति के बाद ब्रिटिश सरकार का गुलाम हो गया.मतलब की गुलाम और ज्यादा हो गई। सच बात ये है भी भारत कभी आजाद नहीं होता अगर WW2 नहीं हुआ होता।
बेहतरीन जानकारी । साधुवाद।
मोदी जी🚩 झांसी की रानी🚩 का सम्मान देने में हमेशा कतराते हैं ,इस पुरष प्रधान के ज्यादा तर पुरुषों के तरह मोदी जी भी केवल पुरुषों क्रांतिकारियों को सम्मान देते हैं , 🚩महारानी साहेब 🚩 को नहीं ।
🚩जय झांसी वाली रानी🚩
क्या वाराणसी आने वाले पर्यटक महारानी के जन्मस्थान स्मारक तक पहुँच पाते हैं? वाराणसी के सभी चौराहों पर जन्मस्थान जाने के लिये दिशा सूचक पट लगाने की आवश्यकता है । जितने अधिक पर्यटक/यात्री इस पवित्र स्थान का दर्शन करेंगे उतना अधिक वाराणसी का गौरव बढ़ेगा।
Historical fact लक्ष्मी बाई देश के लिए नहीं बल्कि अपने लिए लड़ीं। वास्तव में 1857 की क्रांति स्वतंत्र राज्य द्वारा अपने सिंहासन को बचाने के लिए की गई क्रांति थी। इसीलिए भारत पेहले कंपनी का गुलाम था, क्रांति के बाद ब्रिटिश सरकार का गुलाम हो गया.मतलब की गुलाम और ज्यादा हो गई। सच बात ये है भी भारत कभी आजाद नहीं होता अगर WW2 नहीं हुआ होता।
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Arhi hu mai bhi dekhne Manu ka janmshthan 😊
Pradhanmantri ji ko aana chahie ISI jagah per Jay jhansi ki Rani Lakshmi Bai