कांग्रेस के शंकराचाय जी प्रसिद्ध होने के लिए बार-बार बागेश्वर धाम सरकार के बारे में गलत बोलते रहते हैं जिससे की ये मीडिया मैं आ जाये और थोड़े पॉपुलर हो जाये पर मीडिया वाले बेचारे शंकराचार्य जी को बिल्कुल भाव नहीं दे रहे हैं मुझे इन शंकराचार्य जी का दुख बिलकुल देखा नहीं जा रहा है 😢
ऐसे शंकराचार्यों ने ही सनातन धर्म को रसातल में ले जाने का प्रण लिया है। जब कर्म, तप और योग्यता के बजाय जन्म के आधार पर धर्माचार्य चयनित होते रहेंगे, ये सनातन धर्म की जड़े खोदते रहेंगे। संयोगवश और प्रारब्धवश उच्च जातियों में पैदा हुए लोग अपना अघोषित आरक्षण बनाए रखने के लिए शास्त्रों का दुरुपयोग कर रहे है।
Jati ka ahankar to tyag sakte ho na kisi ko uch ,nich ki najar se mt dekho kisi dusre hindu ko dard ho to apna dard mano yehi to kehna chah rahe hai dhirendra sastri indirectly lekin samajh me nahi aa raha to koi ky kare aaj kal brahaman koi raha kaha sirf janue pehene se koi brahaman nahi hota brahaman aaj kal sharab,meat chori sb kuch karta hai aur ahankar rakhta hai brahaman hone ka brahaman ka kaam hai bali pratha rokna aaj tk kitne brahamno ne ye prayash kiya hai balki brahaman milkar meat khate hai hindu samaj ke khatm hone ka sabse bada karan brahaman hi hai
सनातन धर्म के सुपर पावर हमारे सनातन के प्राण श्री शंकराचार्य भगवान के परम् पावन पूज्य श्री मंगलमय चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम आपकी अनंत अनंत कृपा से सबकी बुद्धि निर्मल हो हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव
Guruji bilkul sahi keh rahe. Sabko ek samaan karna assambhav jaise har kisi ko president banane jaisa. Varna vyavastha ka koi bhi achha vikalp sambhav hi nahi. 👌🙏👌
🙏 महाराज पुरुषसुक्त को हम समझे तो सनातन धर्म में बर्णाश्रम हे, लेकिन छूत और अछूत नहीं हे, चराचर जगत मे सभी स्थूल ओर सुक्ष्म प्राणी अपौरुषेय परमात्मा की ही अंश हे। बर्णाश्राम समाज ओर प्रकृति अनुसार चलने के लिए होगा वल्कि छोटा, बड़ा ऐसे किसीको देखना नही चाहिए। बर्णाश्रम ही सनातन धर्म की संतुलन बना राख सकते हे। मे खुद जात, पात की विरुद्ध हु। मे जन्म ओर कर्म से ब्राह्मण हू तो किसीको छूटा ओर छूत मार्ग से क्यू देखू । वेद मे जात, पात की कोई ऐसे बाते ऋषि मुनि ने नही कहा हे। वेद को सभी भूल जानेके कारण सनातन धर्म के लोग बाटे हुए हे। ऋषि मुनि कभी भी वेद में जात पात के उल्लेख नही किया हे। मिहिर मिश्र , त्रिपुरा
@@YashveerSingh09तेरे शंकराचार्य के तू चरण धोकर पीते रहो। मेरे लिए धीरेन्द्र शास्त्री शंकराचार्यों से ऊपर है। ये शंकराचार्य नहीं ख़जरी के पेड़ है इनसे किसी को कोई लाभ नहीं होने वाला। इनसे पूछो लोगों की घर वापसी कराई। हिन्दु धर्म में सुधार के लिए आपने क्या योगदान दिया। क्या काम किया इन्होंने
ye islamic mansikta se yukt vyakti h apna prabhav rkhne ke liye hinduo ko bat rhe h inhi ki vjh se desh sadiyo tk gulam rha h dhikkar h inki soch pr aur inko follow krne walo pr aur inko sarvochh manne walo pr inki mnmani chlti rhi to vo din dur nhi jb fir se bharat pr bahar ke logo ka shashan hoga Hm dhirendra krishn shashtri ji ki bat se bilkul shmt h varn karm ke anusar hona chahiye naki janm ke anusar santan ekta ki jay In jaiso ne hi sanatan sanskriti ka nash kr rkha h inke liye inka pad phle h aur desh bad me Jai bharat ❤ Jai shree ram
Swami namaskar ji, (१) वर्ण व्यवस्था की परिभाषा क्या है? ब्राह्मण जो मास मदिरा सेवन कर रहा है वह ब्राह्मण ही रहना चाहिए| (२) शूद्र जो कई पीढ़ियों से सात्विक एवं ब्राह्मण वाले आचरण कर रहा है। आपके अनुसार उपरोक्त दोनों श्रेणियां में कोई परिवर्तन की गुंजाइश है| क्या आप अभी भी मांस मदिरा सेवन करने वाले ब्राह्मण के घर का पानी पियेंगे,
इतना भावुक होने की जरूरत नही, (शंकर + आचार्य) , (रामानुज + आचार्य) , वल्लभाचार्य ये सिर्फ अलग अलग आचार्य है, और उनके विचार उनके अनुयायी follow करते है lll Pop या खलीफा नहीं है कोई llll
लगता हैं कभी सुना नहीं और पढ़ा नहीं लिख दिया 1. बाह्मण ही रहेगा पर वो.............. दुष्ट् निच .............और दण्ड और अधिकारो से हटा दिया जाएँगा ऐसा लिखा ही नहीं गुरुदेव ने बहुत बार बोला भी हैं जैसे रावण सवाल ये उठता है आप जैसे लोग ये बाते ना बता कर लोगो को भावुकता वाली बाते बोल कर प्रशन करते है 2.शूद्र सम्मान का अधिकारी हैं और सात्विक रहे और ज्ञानि हो तो कहना ही क्या वो और सम्मान का अधिकारी हैं बाह्मण क्षत्रिय कई बार कुछ ज्ञान की चर्चा और सिखने के लियें उनके पास भी जाते हैं जो उनको आती थी परिवर्तन तो जब करें जब कोई गलत बात हो अब सुनोधीरेंद्र शास्त्री जी और उनके साथ वाले रामभद्राचार्य जी के धर मंदिर जाँब निकली हैं पुजारीयों कि तो कब जा रहे हो 2. इनके धर sc/st भाई कब रिश्ते ले कर जा रहे हैं जब ये इनको अपना जिजा बनाने वाले हैं हो सके धीरेंद्र जी अपने भाई का विवाह किसी दलित भाई के धर पर कर दे
100000%✓🚩 जो अधर्मी हैं अतः जिनका DNA विकृत है , उनको गुरुदेव की बातें खराब लाएगी 🙂 पूज्य श्री पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज 🚩
हर हर महादेव शंभू भगवती कृपा हमारे परम पूज्य गुरु भगवान के चरणों में सादर दंडवत चरण स्पर्श सनातन धर्म विस्तार अखंड भारत हिंदू राष्ट्रमिशन मेरे सभी सनातनी प्रेमी ज्यादा से ज्यादा जुड़े
जातिवाद भगवान का बरदान है उसे अन्याथा ना ले, जिसको जो कार्य भगवान ने दिया है उसे सही तरीके से प्रभु के सेवा मन कर करना हमारा द्वितीया है। और उच्च नीच के हमारे यन्हा कोई प्रथा नहीं क्यों की भागवत प्राप्ति के लिये सबका अधिकार है। और जो बोल रहा हो कि आज व जातिवाद करते है ऐसा नहीं जो परम्परा पहले से है उसे बचाना और पालन करना हमारा धर्म है। पूज्यपाद गूरूदेव भगवान् की जय हो ,,,🙏🔱🚩
तुलसीदास जी कि रामचरितमानस पढ़ लो भगवान को पाने का मार्ग लगे वहीं ठीक है जो ज्यादा ढीगे ज्यादा हांकते है वो पंडित है कलयुग के। इसलिए मैं शंकराचार्यों को नहीं मानता। इनको परमतत्व का भी ठीक से ज्ञान नहीं है। कहते हैं निराकार ही तीन रूपों में आया ब्रम्हा विष्णु महेश। पहले बात तो वेदों में निराकार परब्रह्म है ही नहीं ना ही उपनिषद। ब्रम्हा जी एक पद हैं।
मैं आपके बातों से 90% संतुष्ट हु अगर कोई क्रिया द्वारा या पूजा पथ द्वारा एक शूद्र ब्राह्मण से ऊंचा बन सकता हो उसी जन्म में तो आपका कहना उचित है। अब जो जो ब्रह्मांड जाती में पैदा हो चुके है वो क्यों सामान बनना चाहेंगे। ये सरासर अनुचित है। समय के साथ परिवर्तन होता है। प्रकृति का नियम है। आप हर बाते बताकर इस तथ्य को दबा रहे है।
ये शंकराचार्य किस लिए है। इनसे हिंदू धर्म के लोगों को कोई फायदा नहीं है ये गुमराह करने वाले और दुराग्रही मनुवादी सोच से ओत प्रोत है। इन शंकराचार्य से जाकर पूछो कि कितने लोगों की घर वापसी कराई। कितने लोगों के दुखो को दूर किया। अरे धीरेन्द्र शास्त्री जी की आप जैसे लोग चरणों की धूल के बराबर नहीं हो।
इतिहास उठाकर देख लो जब जब किसी उच्च वर्ग के लोगों ने रूढ़िवादी था जातिवादी ता का विरोध किया है तो उसका विरोध उन्हें की जातियों को लोगों ने किया है। जब सती प्रथा का विरोध हुआ था तो सती प्रथा रहनी चाहिए इसके समर्थक कौन थे वही लोग थे। आप जैसे लोगों की वजह से ही हिंदू धर्म खतरे में है दूसरा कोई धर्म को हानि पहुंचा ही नहीं सकता।
धीरेंद्र जी का में काफी सम्मान करता था परंतु गुरदेव का वक्तव्य सत्य है लगता है धीरेन्द्र जी भाजपाइयों के साथ रहकर उनके जैसे हुए जा रहे है उन्हे अपने ऐसी बात पर क्षमा मांगनी चाहिए
हां इन्होंने तो बहुत कद्दू में तीर मारे हैं एक और जोशी मठ वाला है उसके हर 2 महीने में बयान बदलते रहते हैं इसलिए भाई किसी के चक्कर में मत पढ़ो यह लोग भी कम नहीं है
@@vikki7049जिनको इस गुरुदेव मे आस्था है वे उन सभी से ऊपर और शास्त्रसंमत अपना पक्ष रखते है इनका सिद्धांत अन्य कोई खंडन नही कर सकता बस बात है दूरदर्शिता से इनके वचनो को सुन कर समजने की
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का बहुत समान है❤ लेकिन जब विषय धर्म का हो तो शंकराचार्य जी के अलावा किसी का अनुगमन करना उचित नहीं। शास्त्रों को, धर्म को, वेदों इत्यादि के मर्मज्ञ है पूज्य गुरुदेव शंकराचार्य जी भगवान।🙏🚩🌸
धीरेंद्र शास्त्री को बोलो कि अपनी किसी बहन का विवाह किसी मुसलमान या दलित के साथ पहले विवाह करके दिखाएं फिर सनातन धर्म को खत्म करने की बात करें । सनातन धर्म को जानते नहीं है और सनातन धर्म की रक्षा की बात कर रहे हैं सबसे पहले इन लोगों को गुरु जनों के चरणों में बैठकर दीर्घ काल तक सनातन धर्म की बड़ी क्या सब्जी चाहिए उसके बाद ही सनातन धर्म के प्रचार अथवा रक्षा के बारे में बोलने का साहस करना चाहिए ।
Koi inki speech sunna dhyan s kuch v smjh nhi aata bs burai krte hai vo bhajpai hai vo khangressi hai 😂😂 Lkn solution ka dur dur tk koi jikr ni krte ki esa q h or ink samne vale tali bjate hai bina smjhe FilhaL to Hmare Shankaracharya ji ki halt gambheer lg rhi hai Pujya Shankaracharya ji aap budhape me moh maya s dur nhi ho pa rhe hain apko dr lg rha h ki apk baad kahi apki post apk chelo ki vjay koi or na lele 😂 Apki koi nhi sunn rha sivay bhramano k isly apki jativadi soch k karn apko koi bujhta v nhi hai Kshma krna pr ye saty hai Jai Shree Ram 🙏 🚩
जो योग्य हो उसे वो वर्ण मिलना चाहिए चाहे कोई दलित पुजारी बनना चाहे तो उसे उचित ब्राह्मणोचित शिक्षा देकर ब्राह्मण वर्ण में सम्मिलित कर पुजारी बनाया जाना चाहिए। और जो ब्राह्मण कुल में पैदा होकर भी शुद्र जैसा काम कर रहे हो तो उसे शूद्र माना जाना चाहिए यही वैदिक वर्णाश्रम है।
पूजनीय संत महोदय यदि जातिवाद खत्म हो तो आप को क्या दिक्कत है जातिवाद के खात्मे से धर्म की ऐकता स्वीकार्यता विराटता बढेगी और ईश्वर को खुश करने के लिए धर्म का विस्तार जरूरी है और यह काम आप संतों का है और यदि आपके कट्टरपंथी सोंच के कारण सनातन की संख्या घटे तो ईश्वर और समाज के अपराधी हो जायेंगे
इसीलिए हिंदुओं की दुर्दशा है धीरेन्द्र जी ने उचित बोला है कोई बीजेपी की बात भी कर रहे है वो ईसाई मशीनरी को रोकने के लिए कौन सा उपाय है शंकराचार्य के पास?
Bhai yah theka lena band karoo. Log ashe convert hongey. Inta hii problem tha toh muslim le time kiu nahi hoo gaye. Britishers ke time kiu nahi hua. Abhi garbi ke karan sab hoo rahe hay.
@TH-camhypocrisy ठेका नहीं ले रहा हूं बस धृतराष्ट्र नहीं बने रहना है,, दूसरी बात गरीबी मुस्लिमों में भी है हिंदुओं से ज्यादा है,,उनकी संख्या बढ़ रही है,,पैदा करने के साथ वो मजहब के इतने कट्टर है उसे छोड़ते नहीं।। जातिवाद के नाम पर भी बहुत लोग कट रहे है,,उस पर कौन सा आंदोलन शंकराचार्यों ने चलाया है।। अंधे मत बन जाओ कि कुछ दिखे नहीं ।। जातिवाद ने हिंदुओं को खोखला कर दिया है और आज राजनेता उसे हवा देकर और विभेद पैदा कर रहे है,,जो भी हो धीरेन्द्र जैसे युवा लोग इस दिशा में तनिक ही सही प्रयास कर रहे है।।
धीरेन्द्र जी को अपने विचारों में संशोधन करके कहना चाहिए कि हम ब्राह्मण होते हुए भी हिन्दू हैं, क्षत्रिय होते हुए भी हम हिन्दू हैं,वैश्य होते हुए भी हम हिन्दू हैं,शूद्र होते हुए भी हम हिन्दू हैं यानी हम सब हिन्दू भाई-भाई हैं। जैसे पाँचों उँगलियो के अलग-अलग काम हैं किन्तु शत्रु पर प्रहार करने के लिए जब हम मुष्टि प्रहार करते हैं तो वे सभी एक साथ मिलकर शक्तिशाली हो जाती हैं। युधिष्ठिर के शब्दों में *"परस्पपर विरोधे तु वयं पंच शातानि ते।* अपरस्मिन् विरोधे तु वयं पंचशतानि च।।"* .....आदि आदि।और जगद्गुरू जी से क्षमा याचना करनी चाहिए।यदि वे जाति भेद नहीं मानते तो फिर संप्रदाय भेद भी नहीं मानना चाहिए।फिर क्या हिन्दू और क्या मुस्लिम। मानव-मानव सब एक हैं। दूसरी बात किसी दलित लड़की (वह भी जो अंतिम पायदान पर खड़ी हो)उससे विवाह करके एक उदाहरण तो प्रस्तुत करें।जाति-पाँति में भले ही रोटी-बेटी का संबंध नहीं है किन्तु णृणा का स्थान नहीं है।यदि वर्ण-व्यवस्था ही न रही तो फिर हिन्दू धर्म और विदेशों में जन्मे संप्रदायों में कोई अन्तर ही न रह जाएगा। ईश्वर सद्बुद्धि दें। धन्यवाद।
जो व्यक्ति अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं उनसे मैं कहना चाहता हूं कि महाराणा प्रताप, शिवाजी महाराज, राजा भोज परमार जीके शासनकाल में मनुस्मृति नामक वैदिक संविधान था और सभी लोग अपने वर्णाश्रम धर्म का पालन करते थे। सारा धर्म का दायित्व शंकराचार्य जी के हाथों में होता था वही धर्म को नियंत्रित करते थे वही राष्ट्र को नियंत्रित करते थे। बौद्धों की दिशाहीनता आने से पहले भारत में वैदिक महर्षियों के निर्देशों पर भारत विश्व गुरु हुआ करता था। तो कृपया अपनी मानसिकता सुधारे। प्रमाणिक आचार्य के सानिध्य में ही धर्म की शिक्षा ले। गुरु/संत की निंदा करने से बचें। 🙏 जय श्री सीता राम 🙏🙏🌸 पूज्य गुरुदेव शंकराचार्य भगवान की जय हो 🙏🌸🚩 शिव शंकर प्रलयंकर 🚩⚔️
@@iamkaran5585 इतिहास साक्षी है कि तुम जैसे लोगों ने दानवीर कर्ण को भी हमेशा सूतपुत्र कहकर अपमानित किया है, और कर्ण की तो बात छोड़ो गोस्वामी तुलसीदास जी के साथ तुमलोगों ने क्या किया ये किसी से छुपा नहीं है इसलिए अपनी बकवास बंद रखो।
@@bbshukla2897 गीताजी के किस अध्याय में लिखा है कि ब्राम्हण जन्म से होता है जरा उस अध्याय और श्लोक संख्या बताएंगे आप ? जहाँ तक हमने गीताजी का अध्ययन किया है तो गीताजी में लिखा है कि चातुरवर्ण्यं मया सृष्टं गुण कर्म विभागसः अर्थात हे अर्जुन गुण और कर्म के आधार पर चारो वर्णों की सृष्टि मैने हीं किया है। यहाँ स्पष्ट लिखा है कि वर्णों का आधार गुण और कर्म होता है, जन्म नहीं।
असुभ बेष भूषन धरें भच्छाभच्छ जे खाहिं। तेइ जोगी तेइ सिद्ध नर पूज्य ते कलिजुग माहिं || महाभाग गोस्वामी तुलसीदार जी धीरेन्द्र शास्त्री और अनिरूढ़ाचार्य जेसे भांड़ों के बारे में कई सदियों पूर्व ही भविष्यवाणी कर दी थी | अपने आप को चमकाने के लिए यह किसी भी हद तक जा सकते हैं | सनातन का झण्डा ले कर सनातन धर्म को नष्ट करने दूषप्रयास भी कर सकते है |
कुछ सौ साल पुराना इतिहास देखें फिर विचार करें खुद चारो मठ एक मत नहीं है और खाक हिन्दुओं का भला करेंगे . अभी तक कितने ही कांड हो चुके हैं हिन्दुओं के खिलाफ मठों ने सामने आकर क्यों बचाव नहीं किया.... .
बंधु, संत/गुरु/आचार्य के प्रति भाषा को मर्यादित रखना चाहिए। धर्माचार्य की दृष्टि सामान्य मनुष्य की तुलना में बहुत दूर तक के विषय को भांप लेती है। लगता है आपने शंकराचार्य जी के उद्देश्य को कभी जाना ही नहीं, अपने मन से किसी पर कुछ भी आक्षेप थोपना उचित नहीं है।
सर्वभूतहृदय अनंतश्री विभूषित अभिनवशंकर हरिहरानंद सरस्वती यतिचक्रचूडामाडी धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज की जय. jay gau mata . gurudev bhagvan ke charno me koti koti dandwat pranam .narayan. keval bhagvan puri shankaracharya hi h jo is agyanta purn bayan par bolne ka sahas rakhte h. ab gurudev hi humari raksha karenge .narayan
महाराज कृपया ये बताय जो ब्राह्मण कुल में पैदा होकर मांस खाता है वो क्या हुवा जो क्षत्रिय कुल में पैदा होकर दुराचारी तथा डुस्ट व्यवहार ....करता हो जो दलित हो शास्त्र का ज्ञान रखता हो वो उनलोगो को क्या कहा जाएगा ....वर्ण वयवस्था ही एक मात्र काँटा है जो हम हिंदुओ को कभी एक .होने की कल्पना भी नहीं कर सकते यदि आप ये चाहते है की कोई क्या करेगा वो किस जाती कोख में है ये सिद्ध करेगा तो ये आपकी मानसिकता को दिखाता है कि आप.....क्या चाहते है मै आपके इस जात पात वाले हिन्दू राष्ट्र का सर्थन नही करता......
@itsyoboyak12 ye tumse kisne bol Diya Bhai ki jaati bhagwan ne bnaai hai ......bhagwan ne sirf insan bnaya hai .....aur uska karm ye batata hai ki wo kya hai bhagwan ki bnaai Hui jaati aur ye sankrachryo aur kathawachko dwara bnaay huwe jaati me bahut bhed hai .......aur sawyam shree Krishna ne kaha hai jis niyam athwa dhrm se samaj ko Hani hone Lage to us niyam ko badal dena hi uchit dharm hai .....aur ye jati wyastha se aaj hindu samaj ko paryapt Hani ho chuki hai .......galat kaha dost
.देश जब से आजाद हुआ है तब से लेकर करोड़ों हिन्दुओं का संहार हो चुका है हम कुछ ही 100 सालों पहले तक कहाँ थे और आज कहाँ आ गये हैं . कश्मीर/बंगाल/केरल/गोवा/ पूर्वोत्तर क्षेत्र . . आए दिन हिंदू लड़कियों का बलात्कार कर हत्या कर दी जाती है कभी साधुओं को मार दिया जाता है . .कश्मीर,उत्तराखंड ,हिमाचल ,बंगाल,असम,अरुणाचल,नागालैंड,मणिपुर,मिजोरम,त्रिपुरा,झारखंड,आंध्र प्रदेश,तमिलनाडु,केरल,गोवा, आदि राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हो गया है कहीं पर तो 10% से भी कम हो गया है .सबसे बड़ी चुनौती है कि चारो मठों में ही एकता नहीं है वो क्या हिन्दुओं को एकजुट कर सकते हैं . भरत में इतना सब कुछ हो जाता है तो कभी चारों मठों से कोई आवाज क्यों नहीं आती .आप सबके रहते हुए भी भारत में हिन्दुओं की दशा और ही खराब होती जा रही है. .इतने मंदिर तोड़ दिए गए और तोड़े जा रहे हैं चारों मठों ने क्या किया.. .भारत के प्रत्येक गाँव में धर्मपरिवर्तन हो रहा है चारो मठों ने क्या किया... .समय की मांग क्या है उस पर ध्यान देना चाहिए और चारों मठों को एक होकर काम करना चाहिए .
@@restandenjoy2918पूर्व जन्म और पुनर्जन्म में आस्था है आपकी?? मनुष्य अपने पूर्व जन्म के क्रम में अनुसार गरीब/अमीर, पुरुष/स्त्री, काला/गौरा, सुंदर/कुरूप, होकर जन्म लेता है और इसी प्रकार पूर्वजन्म क्रमानुसार यह उसकी जाति का भी निर्धारण होता है। जय श्री सीता राम 🙏🌸
जो परंपरागत गुरु को ज्ञान दे, उस से तर्क करें, ऐसे कमेंट पढ़ के चिंता होती हैं। जो भी इस तरह के विचार रखते है वो तरह-तरह से प्रताड़ित हो जाएंगे। पितृ परंपरा लाखों दुखो, संघर्षों और कुर्बानियों के बाद बनी हैं। इस पे सवाल करना, पित्रों को लात मारने के बराबर हैं। सत्य तो यह है कि परंपरा से ऊपर तो शास्त्र भी नहीं हैं, क्योंकि शास्त्र भी मिलावटी हो सकती है। शास्त्र की व्याख्या परंपरा के अनुसार ही होनी चाहिए। जो शंकराचार्य जी पे सवाल उठा रहे हैं वो चाहें कोई भी कुल के हो, वो सब के सब भटके हुए मूलतः नास्तिक हैं।
Jo aapkey Shankaracharya ji Adi Shankaracharya ke advait vedanta ko saaf nakaar rahe hain uska kya? Adi Shankaracharya ne Nirvana asthakam ko rachna ki hai, ye log unki baat ko nahi maantey hain, ye hamarey liye bahut chinta ki baat hai.
In Vedic society rule what Sankaracharya ji saying it is absolute correct. In modern socialism also there are two side one is classism and other is castesim if there is no casteisim then the classicism will be increase and the society will divide in have and haven't it means those will rich they became will very rich and the poor will be poor. the society will be in a disaster situation and criminal action will increase. So casteism should be there and we need to follow it.
जाति जन्म से होती है जबकि वर्ण गुण और कर्म से। वर्ण सिर्फ चार है जबकि जाती हजारों है, इसलिए दोनों एक ही नही है। जातिवाद और आज की प्रतिक्रियावादी जातिवाद ने सनातन धर्म को बहुत हानि पहुचाई हजातिवाद समाप्त होना चाहिए।।
वैदिक वर्णाश्रम व्यवस्था, और जाति व्यवस्था का सही स्वरूप महर्षि दयानंद सरस्वती को पढ़ने से ही समझा जा सकता है। और जो लोग वैदिक वर्ण और जाति व्यवस्था को जन्म आधारित वर्तमान जाति व्यवस्था के समर्थन में प्रकट करते है वह स्वयं वैदिक वर्ण और जाति व्यवस्था को नहीं समझते। ओउम
मुझे शर्म आती है यह व्यक्ति अपने आप को शिक्षित कहते हैं। अर्जुन के संशय को गीता का मानदंड बना कर पेश करते है। भगवान कृष्ण के उत्तर को न बता कर, बरगला रहे हैं। मत करो भोजन। मत पियो पानी। आप जैसे पीठों पर बैठे हुए लोगों ने हिन्दू धर्म का अधार्मिक विवेचना करने से इसको बहुत क्षति पहुंचाई है।
असभ बेष भूषन धरें भच्छाभच्छ जे खाहिं। तेइ जोगी तेइ सिद्ध नर पूज्य ते कलिजुग माहिं || महाभाग गोस्वामी तुलसीदार जी ने धीरेन्द्र शास्त्री और अनिरूढ़ाचार्य जेसे भांड़ों के बारे में कई सदियों पूर्व ही भविष्यवाणी कर दी थी | अपने आप को चमकाने के लिए यह किसी भी हद तक जा सकते हैं | सनातन का झण्डा ले कर सनातन धर्म को नष्ट करने दूषप्रयास भी कर सकते है |
मत भूल अहंकारी प्रजापती दक्ष का सर तामसी शक्ती भैरव ने काटा था कही ऐसा फिरसे दोहरा ने का समय ना बुलाओ। पाखंडी वेदो की रूचाए बोलकर दूसरे मनूष को कम समझते है तो शंकराचार्य भी दंड के भागी बनेंगे।
SHIV SHIV KRIPA KARO DHARMA KI JAY HO ADHARM KA NAASH HO PRANIYO MEIN SADHBHAVNA HO VISHVA KA KALYAN HO GAUMATA KI JAY HO GAUHATYA BAND HO BHARAT AKHAND HO HAR HINDU SENA HO HAR HINDU SANATANI HO PUJYA PAAD DHARMA SAMRAT SHREE SWAMI KARPATRI JI MAHARAJ KI JAY HO SHREE MAJJAGATGURU SHANKAR ACHARYA SWAMI NISCHALANAND SARASWATI JI MAHARAJ KI JAY HO NAMAHA PARVATI PATYE HAR HAR MAHADEV
जब भगवान श्रीकृष्ण खुद बोले कि वर्ण कर्म के आदर पे है ,तो ये शंकराचार्य क्यों जाती में बांधना चाहते है , आज का ब्राह्मण जाती से v भाभन nahi rha uska khan pan se lekar rahan sahan surdo se jyada ghatiya hai batao o kiss base pe ब्राह्मण hai , har koi janta hai ki raja koi aik banega ,sena me kuchh log hi j sakenge, बिजनेस v सीमित log hi kr rahe hai to baki sab sudra hai ye manne me kya burai hai ,in शंकराचार्य ne rajao ko samjhaya hota to भारत कभी गुलाम नहीं होता पर सच तो ये है कि इनकी कभी किसी ने सुना ही नहीं और हरकते है आने वाले समय में बिल्कुल ही खत्म हो जाएंगे
जाति केवल जन्म आधार पर होती है । ये कभी भी कर्म आधारित नहीं है क्योंकि धर्म शास्त्र में कही भी ऐसा संस्थान नहीं दिखता जो ये तय करती थी कर्म आधारित जाति निर्धारित हो।
तुम लोगों के पास लोगों का जीवन स्तर बेहतर बनाने का कोई सिद्धांत नही है। गीता का ज्ञान किसलिए है ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र का सिद्धांत को लागू करने के लिए या मनुष्यता को बेहतर बनाने के लिए। किसी मनुष्य को एक बार जीवन मिल रहा तुम उसको नीच साबित कर दें रहे ये कहा का न्याय है। किसी दूसरे मनुष्य को नीच साबित कर दे रहे हो तुम्हारा बेटा भी मनुष्य है उसको नीच साबित कर सकते हो। गीता का ज्ञान है मनुष्य को योगेश्वर बनाने के लिए। तुम लोगों ने पूरी मनुष्यता को भटका दिया
Bhagwan krushan ke aagya aur aadesho ka ullanghan hi all the govt.aur abhi tak ke virodh paxo ne kiya hai aur ismahan Bharat Varsh ke Char mahan ShankaraCharyo ko mera sashang naman hai.
एक रहोगे तो अच्छे रहोगे बट जाओगे तो मिट जाओगे नहीं तो कोई शंकराचार्य जी बचाने आएंगे छुआछूत खत्म होना चाहिए एक दूसरे के प्रति घृणा खत्म होना चाहिए भारत महाराज जी के रही तो आज बांग्लादेश में क्या हो रहा है कौन बचा रहा है उनको बोलने से कुछ नहीं होता है
इतना भावुक होने की जरूरत नही, (शंकर + आचार्य) , (रामानुज + आचार्य) , वल्लभाचार्य ये सिर्फ अलग अलग आचार्य है, और उनके विचार उनके अनुयायी follow करते है lll Pop या खलीफा नहीं है कोई llll
Unhone saf kaha hai ki jo jaisa karm karega uska Varna vahi hoga ,bhagvan shreekrishan v Geeta me yahi kahte hai ki Varna karm ke aadhar pe hai na ki janmdin ke aadhar pe .
पूर्व में सनातनी जाती वर्ण व्यवस्था के चक्कर मे बट्ट कर गुलामी के जंजीर में हज़ारों साल से गुलाम रहा है ll कहा था आप के वेद पुराण का ज्ञान धर्म को धर्म रहने दे समाज को धर्म के नाम पर मत विभाजन करिए
गुरुजी आप महान हो हमारे श्री गुरूजी ने बोला आप सभी वर्णों कीशान हो खड़े आपकी शान है पंडितों को श्री आचार्य बोला जाता है कोई आयुर्वेद का कोई आध्यात्मिक आचार्य कोई आयुर्वेदका आचार्य मह सन्यासी को महाराज लगता है वर्णों कोनहीं पंडित कौशल्या आचार्य बोला गयाहै यह नकली पंडित आचार्य महाराज बनके आते हैं सन्यासी🙏🙏🌺👏🙏🌺👏🌺🙏 लगाते महाराज जी का कोई बैंक अकाउंट खाता नहीं है
Gurudev ko pranam...... Koi bhi bjp ka numainda ban ker kuch b bolne lagega to hum log bewkoof nahi hai jo dharam ke path se alag ho ker party ko manne lgnge.....gurudev ko pranam... Aaapke parti hamara damrapan rahega
आश्चर्य है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की इस मनमानी पर कोई भी धर्माचार्य बोलने की हिम्मत में नहीं..
( एकमात्र पुरी वाले शंकराचार्य जी को छोड़कर)
Bridha baluta ek Saman
कांग्रेस के शंकराचाय जी प्रसिद्ध होने के लिए बार-बार बागेश्वर धाम सरकार के बारे में गलत बोलते रहते हैं जिससे की ये मीडिया मैं आ जाये और थोड़े पॉपुलर हो जाये पर मीडिया वाले बेचारे शंकराचार्य जी को बिल्कुल भाव नहीं दे रहे हैं मुझे इन शंकराचार्य जी का दुख बिलकुल देखा नहीं जा रहा है 😢
@@comedykingrm1949इन शंकराचार्य की इन हरकतों की वजह से तो आज चार आदमी भी इन चारों के साथ खड़े होने के लिए कोई तैयार नहीं है
ऐसे शंकराचार्यों ने ही सनातन धर्म को रसातल में ले जाने का प्रण लिया है। जब कर्म, तप और योग्यता के बजाय जन्म के आधार पर धर्माचार्य चयनित होते रहेंगे, ये सनातन धर्म की जड़े खोदते रहेंगे। संयोगवश और प्रारब्धवश उच्च जातियों में पैदा हुए लोग अपना अघोषित आरक्षण बनाए रखने के लिए शास्त्रों का दुरुपयोग कर रहे है।
संक्रचार्य जी सत्य बोल् रहे है । आप् गलत् हो@@comedykingrm1949
Hum BHARAT BHAVYA Banayenge hum HINDU RASHTRA Banayenge JAY HINDU RASHTRA HAR HAR MAHADEV
🙏🙏परम पूजनीय शंकराचार्यजी के चरणकमलों में दण्डवत प्रणाम 👏👏🚩🚩
साष्टांग दण्ड वत प्रणाम
धर्म की जय हो
देश की दुर्दशा वर्णाश्रम के विलोप के कारण ही हो रही है।श्रीगुरुचरणकमलेभ्यो नमः,।
Jati ka ahankar to tyag sakte ho na kisi ko uch ,nich ki najar se mt dekho kisi dusre hindu ko dard ho to apna dard mano yehi to kehna chah rahe hai dhirendra sastri indirectly lekin samajh me nahi aa raha to koi ky kare aaj kal brahaman koi raha kaha sirf janue pehene se koi brahaman nahi hota brahaman aaj kal sharab,meat chori sb kuch karta hai aur ahankar rakhta hai brahaman hone ka brahaman ka kaam hai bali pratha rokna aaj tk kitne brahamno ne ye prayash kiya hai balki brahaman milkar meat khate hai hindu samaj ke khatm hone ka sabse bada karan brahaman hi hai
Jati barn se to earn se kmbodiya tk hindu mushlban ho gye.ab jati ka jahr nikalo agar kuch or bchana h to..
संविधान की वजह से देश मजबूत है कोई अजनी गजनी आके तुम लोगों की श्रेष्ठता की परख करता है फिर तुम लोग बोलता है गजनी ने सोमनाथ मंदिर लूटा
🙏🏻महाराज जि मेरा विनम्र निवेदन हे कि जाति वाद को छोडिए हिन्दु एकता को समर्थन कीजिए
इनके गुरु मेकाले हे ये ऐसा ही कहेंगे
सनातन धर्म के सुपर पावर हमारे सनातन के प्राण श्री शंकराचार्य भगवान के परम् पावन पूज्य श्री मंगलमय चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम आपकी अनंत अनंत कृपा से सबकी बुद्धि निर्मल हो हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव
Guruji bilkul sahi keh rahe. Sabko ek samaan karna assambhav jaise har kisi ko president banane jaisa. Varna vyavastha ka koi bhi achha vikalp sambhav hi nahi. 👌🙏👌
har kisi ko president nahi banaaya jaa sakata lekin kisi bhi jaati ka vyakti jo uske yogy ho usse bana sakate hai ki nahi ?
जाती और वर्ण दोनों अलग है
@@madab2068 varn karm aadhaarit tha. jaati janm aadhaarit.
Har kisi ko president nahi banaya ja sakta lekin insan to samjha ja sakta hai
दूसरे पंथ के बारे में बोलो हिंदू सब एक हो जाओ
घिरेन्द्र शास्त्री जी आधुनिक, सशक्त, और सनातनी भारत के पथप्रदर्शक हैं l
हम लोग धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री जी के साथ है
बाबा जी आप एसी की हवा खाओ
जय श्रीराम जय बागेश्वराय नम ❤
बिल्कुल सही कहा
🙏 महाराज पुरुषसुक्त को हम समझे तो सनातन धर्म में बर्णाश्रम हे, लेकिन छूत और अछूत नहीं हे, चराचर जगत मे सभी स्थूल ओर सुक्ष्म प्राणी अपौरुषेय परमात्मा की ही अंश हे। बर्णाश्राम समाज ओर प्रकृति अनुसार चलने के लिए होगा वल्कि छोटा, बड़ा ऐसे किसीको देखना नही चाहिए। बर्णाश्रम ही सनातन धर्म की संतुलन बना राख सकते हे। मे खुद जात, पात की विरुद्ध हु। मे जन्म ओर कर्म से ब्राह्मण हू तो किसीको छूटा ओर छूत मार्ग से क्यू देखू । वेद मे जात, पात की कोई ऐसे बाते ऋषि मुनि ने नही कहा हे। वेद को सभी भूल जानेके कारण सनातन धर्म के लोग बाटे हुए हे। ऋषि मुनि कभी भी वेद में जात पात के उल्लेख नही किया हे।
मिहिर मिश्र , त्रिपुरा
NARAYAN JAY GURUDEV JAY GAUMATA JAY HINDU RASHTRA HAR HAR MAHADEV
हमारे गुरुजी धीरेंद्र शास्त्री जी एकदम सही है
तुम्हारा गुरु धीरेन्द्र मसखरा, छिछोरा है, उसने शास्त्र पढ़ा नहीं है और धर्म के नाम पर प्रसिद्धि पाने निकला है।
@@YashveerSingh09 कुछ भी हो लेकिन उनके basic तो clear है कि भगवान के लिए सब सामान हैं तो ये शंकराचार्य कौन होते हैं भेद करने वाले।
धीरेन्द्र बिना शास्त्र पढ़ा शास्त्री है। वर्ण धर्म सनातन धर्म का मूल है। सभी शास्त्र वर्ण धर्म को सर्वोपरि मानते हैं।
@@YashveerSingh09तेरे शंकराचार्य के तू चरण धोकर पीते रहो। मेरे लिए धीरेन्द्र शास्त्री शंकराचार्यों से ऊपर है। ये शंकराचार्य नहीं ख़जरी के पेड़ है इनसे किसी को कोई लाभ नहीं होने वाला। इनसे पूछो लोगों की घर वापसी कराई। हिन्दु धर्म में सुधार के लिए आपने क्या योगदान दिया। क्या काम किया इन्होंने
@@FunnyClips-kh4iiAbe bhagwan ne hi Barna bewashtha banya h
ye islamic mansikta se yukt vyakti h apna prabhav rkhne ke liye hinduo ko bat rhe h inhi ki vjh se desh sadiyo tk gulam rha h dhikkar h inki soch pr aur inko follow krne walo pr aur inko sarvochh manne walo pr inki mnmani chlti rhi to vo din dur nhi jb fir se bharat pr bahar ke logo ka shashan hoga
Hm dhirendra krishn shashtri ji ki bat se bilkul shmt h varn karm ke anusar hona chahiye naki janm ke anusar santan ekta ki jay
In jaiso ne hi sanatan sanskriti ka nash kr rkha h inke liye inka pad phle h aur desh bad me
Jai bharat ❤
Jai shree ram
बिल्कुल सही
तुम्हारा मानसिक खतना हो चुका है
@vikashtiwari4388 khatana mera nhi tumhara gya h bhai 😂
@@ShivanshMishra-r6t बहुत सुंदर भैया। धन्यवाद।
आज के Sankaracharya को कोई नहीं manta..क्युकि ये सनातन dharma का मनमाना arth कर रहे है...
Karma ही prdhan है maharaj...
Jake shashtra padd. Ved geeta mai bhi likha hua hay.
@@TH-camhypocrisy😂loll
🙏🏻प्रणाम महाराजजि धृष्टता केलिए माप किजिएगा । य समये शास्त्रार्थ कि नेहिं हे । सवको एकजुट रखनेकि हे । सारा विश्वमे हिन्दुओ के उपर कीतीनि अत्याचार हुइहे ।
बिल्कुल सही कहा
Swami namaskar ji,
(१) वर्ण व्यवस्था की परिभाषा क्या है? ब्राह्मण जो मास मदिरा सेवन कर रहा है वह ब्राह्मण ही रहना चाहिए|
(२) शूद्र जो कई पीढ़ियों से सात्विक एवं ब्राह्मण वाले आचरण कर रहा है।
आपके अनुसार उपरोक्त दोनों श्रेणियां में कोई परिवर्तन की गुंजाइश है| क्या आप अभी भी मांस मदिरा सेवन करने वाले ब्राह्मण के घर का पानी पियेंगे,
👍👍right question
इतना भावुक होने की जरूरत नही, (शंकर + आचार्य) , (रामानुज + आचार्य) , वल्लभाचार्य
ये सिर्फ अलग अलग आचार्य है, और उनके विचार उनके अनुयायी follow करते है lll
Pop या खलीफा नहीं है कोई llll
लगता हैं कभी सुना नहीं और पढ़ा नहीं लिख दिया
1. बाह्मण ही रहेगा पर वो.............. दुष्ट् निच .............और दण्ड और अधिकारो से हटा दिया जाएँगा ऐसा लिखा ही नहीं गुरुदेव ने बहुत बार बोला भी हैं जैसे रावण
सवाल ये उठता है आप जैसे लोग ये बाते ना बता कर लोगो को भावुकता वाली बाते बोल कर प्रशन करते है
2.शूद्र सम्मान का अधिकारी हैं और सात्विक रहे और ज्ञानि हो तो कहना ही क्या वो और सम्मान का अधिकारी हैं बाह्मण क्षत्रिय कई बार कुछ ज्ञान की चर्चा और सिखने के लियें उनके पास भी जाते हैं जो उनको आती थी
परिवर्तन तो जब करें जब कोई गलत बात हो
अब सुनोधीरेंद्र शास्त्री जी और उनके साथ वाले रामभद्राचार्य जी के धर मंदिर जाँब निकली हैं पुजारीयों कि तो कब जा रहे हो
2. इनके धर sc/st भाई कब रिश्ते ले कर जा रहे हैं जब ये इनको अपना जिजा बनाने वाले हैं हो सके धीरेंद्र जी अपने भाई का विवाह किसी दलित भाई के धर पर कर दे
आपके सभी प्रश्नों का उत्तर शंकराचार्य जी ने कई बार दिया है कृपया वीडियो देखने का कष्ट करें इसी चैनल पर मिल जाएगा।
@iamkaran5585 बहुत अच्छा लगता है आप सबको अच्छा जवाब दे रहे हैं।
100000%✓🚩
जो अधर्मी हैं अतः जिनका DNA विकृत है , उनको गुरुदेव की बातें खराब लाएगी 🙂
पूज्य श्री पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज 🚩
हर हर महादेव शंभू भगवती कृपा हमारे परम पूज्य गुरु भगवान के चरणों में सादर दंडवत चरण स्पर्श
सनातन धर्म विस्तार
अखंड भारत हिंदू राष्ट्रमिशन
मेरे सभी सनातनी प्रेमी ज्यादा से ज्यादा जुड़े
Aap log aaram se baith ker baat kariye ... or yaha pura hindu convert ho gya ... aap rokiye na .... aap ne kya kiya hai conversion ke khilaf😢😢😢😢
भगवान शंकराचार्य महाभाग के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏🚩
मैं धीरेंद्र शास्त्री की बात पर सहमत नहीं हूं मैं तो यही कहता हूं कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भौतिक सुख प्राप्त करने के बाद। यह बात सहीनहीं बोली।
यही सत्य है और बी जे पी के चक्कर मे फ़स गये । सनातन विरोधी चाहते हि है की वर्ण व्यवस्था समाप्त हो जाये । पर अति का अंत होता है।
जातिवाद भगवान का बरदान है उसे अन्याथा ना ले, जिसको जो कार्य भगवान ने दिया है उसे सही तरीके से प्रभु के सेवा मन कर करना हमारा द्वितीया है। और उच्च नीच के हमारे यन्हा कोई प्रथा नहीं क्यों की भागवत प्राप्ति के लिये सबका अधिकार है। और जो बोल रहा हो कि आज व जातिवाद करते है ऐसा नहीं जो परम्परा पहले से है उसे बचाना और पालन करना हमारा धर्म है। पूज्यपाद गूरूदेव भगवान् की जय हो ,,,🙏🔱🚩
Jaativaad agar vardaan hai to jaati ke naam par shosan ki ghatana kyu hoti hai?
सत्य है
तुलसीदास जी कि रामचरितमानस पढ़ लो भगवान को पाने का मार्ग लगे वहीं ठीक है जो ज्यादा ढीगे ज्यादा हांकते है वो पंडित है कलयुग के। इसलिए मैं शंकराचार्यों को नहीं मानता। इनको परमतत्व का भी ठीक से ज्ञान नहीं है। कहते हैं निराकार ही तीन रूपों में आया ब्रम्हा विष्णु महेश। पहले बात तो वेदों में निराकार परब्रह्म है ही नहीं ना ही उपनिषद। ब्रम्हा जी एक पद हैं।
@MKS1286 दिशाहीन शासन के वजह से दिशाहीन हिंदुओं के वजह से हो रहा है! 🙌
@@Ramramramram888
अगुनहि सगुनहि नहि कछु भेदा
मैं आपके बातों से 90% संतुष्ट हु
अगर कोई क्रिया द्वारा या पूजा पथ द्वारा एक शूद्र ब्राह्मण से ऊंचा बन सकता हो उसी जन्म में तो आपका कहना उचित है। अब जो जो ब्रह्मांड जाती में पैदा हो चुके है वो क्यों सामान बनना चाहेंगे। ये सरासर अनुचित है। समय के साथ परिवर्तन होता है। प्रकृति का नियम है। आप हर बाते बताकर इस तथ्य को दबा रहे है।
ये शंकराचार्य किस लिए है। इनसे हिंदू धर्म के लोगों को कोई फायदा नहीं है ये गुमराह करने वाले और दुराग्रही मनुवादी सोच से ओत प्रोत है। इन शंकराचार्य से जाकर पूछो कि कितने लोगों की घर वापसी कराई। कितने लोगों के दुखो को दूर किया। अरे धीरेन्द्र शास्त्री जी की आप जैसे लोग चरणों की धूल के बराबर नहीं हो।
❤️❤️❤️✅
Jai hi Jagdguru sankracharya ji ki🙏🙏
इतिहास उठाकर देख लो जब जब किसी उच्च वर्ग के लोगों ने रूढ़िवादी था जातिवादी ता का विरोध किया है तो उसका विरोध उन्हें की जातियों को लोगों ने किया है। जब सती प्रथा का विरोध हुआ था तो सती प्रथा रहनी चाहिए इसके समर्थक कौन थे वही लोग थे। आप जैसे लोगों की वजह से ही हिंदू धर्म खतरे में है दूसरा कोई धर्म को हानि पहुंचा ही नहीं सकता।
Shankaracharya ji maharaj bilkul sahi bol rhe hai dhirendra Shashtri jaise log lok priyata lene ke liye ulta sidha pralap kiye ja rhe hai
द्वेश मत करो पूरीवाले को भी समझाओ अब ईर्षा त्याग दो बडढे। जय श्री राम।
Kotishah naman gurudev 🙏🏽🙏🏽🙇♀️🙇♀️🚩🚩
ये शांकराचार्य हिन्दू धर्म के लिए कुछ नहीं करते. बयानबाजी करते है.
Galat mat bolo tumhare purakho se jayada gani hai
Ram mandir ka ,udda kisne uthaya. Cow protection ki baat kon kartey hay.
Jai Shankaracharya Maharaj Ji ⚔️🙏❤️
Jai Shankaracharya Bhagwan aap ko parnam.
धीरेंद्र जी का में काफी सम्मान करता था परंतु गुरदेव का वक्तव्य सत्य है लगता है धीरेन्द्र जी भाजपाइयों के साथ रहकर उनके जैसे हुए जा रहे है उन्हे अपने ऐसी बात पर क्षमा मांगनी चाहिए
हां इन्होंने तो बहुत कद्दू में तीर मारे हैं एक और जोशी मठ वाला है उसके हर 2 महीने में बयान बदलते रहते हैं इसलिए भाई किसी के चक्कर में मत पढ़ो यह लोग भी कम नहीं है
@@vikki7049जिनको इस गुरुदेव मे आस्था है वे उन सभी से ऊपर और शास्त्रसंमत अपना पक्ष रखते है इनका सिद्धांत अन्य कोई खंडन नही कर सकता बस बात है दूरदर्शिता से इनके वचनो को सुन कर समजने की
Sab ek hai hindu hai bhagwan koi bedh nhi karte too aap log koun hote hai
इन विद्वानों को महर्षि दयानंद सरस्वती ने हराया था
@madab2068 🤣🤣
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का बहुत समान है❤ लेकिन जब विषय धर्म का हो तो शंकराचार्य जी के अलावा किसी का अनुगमन करना उचित नहीं।
शास्त्रों को, धर्म को, वेदों इत्यादि के मर्मज्ञ है पूज्य गुरुदेव शंकराचार्य जी भगवान।🙏🚩🌸
मीडिया के सहारे से सब कुछ नहीं हो सकता । उसके लिए शास्त्र अध्ययन करनापड़ेगा । गुरु चरणों की सेवा करनीपड़ेगी ।
@@bbshukla2897 💯🙏🌸
जै श्री सदगुरुवे नमह्🙏🙏🙏🙏❤🎉🎉
Please upload regular videos on this channel
गुरु देव महाराज को सासटआग दन्डवत प्र नाम
चाणक्य ने कौटिलीय अर्थशास्त्र में कहा है-
*"व्यवस्थित आर्यमर्यादा कृत वर्णाश्रम स्थिति:।
रक्षितो हि त्रयी लोक: प्रसीदति नावसीदति।।"*
धीरेंद्र शास्त्री को बोलो कि अपनी किसी बहन का विवाह किसी मुसलमान या दलित के साथ पहले विवाह करके दिखाएं फिर सनातन धर्म को खत्म करने की बात करें । सनातन धर्म को जानते नहीं है और सनातन धर्म की रक्षा की बात कर रहे हैं सबसे पहले इन लोगों को गुरु जनों के चरणों में बैठकर दीर्घ काल तक सनातन धर्म की बड़ी क्या सब्जी चाहिए उसके बाद ही सनातन धर्म के प्रचार अथवा रक्षा के बारे में बोलने का साहस करना चाहिए ।
SHIV SHANKAR PRALAYANKAR JI KRIPA KARO JAY GURUDEV JAY GAUMATA JAY HINDU RASHTRA HAR HAR MAHADEV
Koi inki speech sunna dhyan s kuch v smjh nhi aata bs burai krte hai vo bhajpai hai vo khangressi hai 😂😂
Lkn solution ka dur dur tk koi jikr ni krte ki esa q h or ink samne vale tali bjate hai bina smjhe
FilhaL to Hmare Shankaracharya ji ki halt gambheer lg rhi hai
Pujya Shankaracharya ji aap budhape me moh maya s dur nhi ho pa rhe hain apko dr lg rha h ki apk baad kahi apki post apk chelo ki vjay koi or na lele 😂
Apki koi nhi sunn rha sivay bhramano k isly apki jativadi soch k karn apko koi bujhta v nhi hai
Kshma krna pr ye saty hai
Jai Shree Ram 🙏 🚩
Sab log hindu bankar rahiye koi ucha nicha nahi tabhi hindu majbut rahega dhirendra shastri ji sahi h
विदेश यात्रा का परिणाम सामने आ रहा है।
जो योग्य हो उसे वो वर्ण मिलना चाहिए चाहे कोई दलित पुजारी बनना चाहे तो उसे उचित ब्राह्मणोचित शिक्षा देकर ब्राह्मण वर्ण में सम्मिलित कर पुजारी बनाया जाना चाहिए।
और जो ब्राह्मण कुल में पैदा होकर भी शुद्र जैसा काम कर रहे हो तो उसे शूद्र माना जाना चाहिए यही वैदिक वर्णाश्रम है।
पूजनीय संत महोदय यदि जातिवाद खत्म हो तो आप को क्या दिक्कत है जातिवाद के खात्मे से धर्म की ऐकता स्वीकार्यता विराटता बढेगी और ईश्वर को खुश करने के लिए धर्म का विस्तार जरूरी है और यह काम आप संतों का है
और यदि आपके कट्टरपंथी सोंच के कारण सनातन की संख्या घटे तो ईश्वर और समाज के अपराधी हो जायेंगे
आपने सही कहा , लेकिन ये महापुरुष अलग ही धुन में है ।।
प्रणमामि 🙏🙏🙏
इसीलिए हिंदुओं की दुर्दशा है
धीरेन्द्र जी ने उचित बोला है
कोई बीजेपी की बात भी कर रहे है वो
ईसाई मशीनरी को रोकने के लिए कौन सा उपाय है शंकराचार्य के पास?
Bhai yah theka lena band karoo.
Log ashe convert hongey. Inta hii problem tha toh muslim le time kiu nahi hoo gaye.
Britishers ke time kiu nahi hua. Abhi garbi ke karan sab hoo rahe hay.
@TH-camhypocrisy ठेका नहीं ले रहा हूं
बस धृतराष्ट्र नहीं बने रहना है,,
दूसरी बात गरीबी मुस्लिमों में भी है हिंदुओं से ज्यादा है,,उनकी संख्या बढ़ रही है,,पैदा करने के साथ वो मजहब के इतने कट्टर है उसे छोड़ते नहीं।।
जातिवाद के नाम पर भी बहुत लोग कट रहे है,,उस पर कौन सा आंदोलन शंकराचार्यों ने चलाया है।।
अंधे मत बन जाओ कि कुछ दिखे नहीं
।।
जातिवाद ने हिंदुओं को खोखला कर दिया है और आज राजनेता उसे हवा देकर और विभेद पैदा कर रहे है,,जो भी हो धीरेन्द्र जैसे युवा लोग इस दिशा में तनिक ही सही प्रयास कर रहे है।।
श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
Shankaracharya ji ko koti koti pranam
धीरेन्द्र जी को अपने विचारों में संशोधन करके कहना चाहिए कि हम ब्राह्मण होते हुए भी हिन्दू हैं, क्षत्रिय होते हुए भी हम हिन्दू हैं,वैश्य होते हुए भी हम हिन्दू हैं,शूद्र होते हुए भी हम हिन्दू हैं यानी हम सब हिन्दू भाई-भाई हैं। जैसे पाँचों उँगलियो के अलग-अलग काम हैं किन्तु शत्रु पर प्रहार करने के लिए जब हम मुष्टि प्रहार करते हैं तो वे सभी एक साथ मिलकर शक्तिशाली हो जाती हैं। युधिष्ठिर के शब्दों में *"परस्पपर विरोधे तु वयं पंच शातानि ते।*
अपरस्मिन् विरोधे तु वयं पंचशतानि च।।"* .....आदि आदि।और जगद्गुरू जी से क्षमा याचना करनी चाहिए।यदि वे जाति भेद नहीं मानते तो फिर संप्रदाय भेद भी नहीं मानना चाहिए।फिर क्या हिन्दू और क्या मुस्लिम। मानव-मानव सब एक हैं। दूसरी बात किसी दलित लड़की (वह भी जो अंतिम पायदान पर खड़ी हो)उससे विवाह करके एक उदाहरण तो प्रस्तुत करें।जाति-पाँति में भले ही रोटी-बेटी का संबंध नहीं है किन्तु णृणा का स्थान नहीं है।यदि वर्ण-व्यवस्था ही न रही तो फिर हिन्दू धर्म और विदेशों में जन्मे संप्रदायों में कोई अन्तर ही न रह जाएगा। ईश्वर सद्बुद्धि दें। धन्यवाद।
Jai shree ram har har mahadev jai shree karshna swami ji aap ka charano me koti koti parnam maharaj ji 🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏
जो व्यक्ति अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं उनसे मैं कहना चाहता हूं कि
महाराणा प्रताप, शिवाजी महाराज, राजा भोज परमार जीके शासनकाल में मनुस्मृति नामक वैदिक संविधान था और सभी लोग अपने वर्णाश्रम धर्म का पालन करते थे।
सारा धर्म का दायित्व शंकराचार्य जी के हाथों में होता था वही धर्म को नियंत्रित करते थे वही राष्ट्र को नियंत्रित करते थे।
बौद्धों की दिशाहीनता आने से पहले भारत में वैदिक महर्षियों के निर्देशों पर भारत विश्व गुरु हुआ करता था।
तो कृपया अपनी मानसिकता सुधारे।
प्रमाणिक आचार्य के सानिध्य में ही धर्म की शिक्षा ले। गुरु/संत की निंदा करने से बचें। 🙏
जय श्री सीता राम 🙏🙏🌸
पूज्य गुरुदेव शंकराचार्य भगवान की जय हो 🙏🌸🚩
शिव शंकर प्रलयंकर 🚩⚔️
गीता का अध्ययन करना चाहिए पंडित धीरेंद्र के शास्त्री जी महाराज के पास समय कहां रहता है शास्त्र अध्ययन करने का हमारे समझ से हम तो देखते रहते हैं
आपने बिल्कुल सत्य कहा
@@iamkaran5585
इतिहास साक्षी है कि तुम जैसे लोगों ने दानवीर कर्ण को भी हमेशा सूतपुत्र कहकर अपमानित किया है, और कर्ण की तो बात छोड़ो गोस्वामी तुलसीदास जी के साथ तुमलोगों ने क्या किया ये किसी से छुपा नहीं है इसलिए अपनी बकवास बंद रखो।
@@bbshukla2897
गीताजी के किस अध्याय में लिखा है कि ब्राम्हण जन्म से होता है जरा उस अध्याय और श्लोक संख्या बताएंगे आप ?
जहाँ तक हमने गीताजी का अध्ययन किया है तो गीताजी में लिखा है कि चातुरवर्ण्यं मया सृष्टं गुण कर्म विभागसः अर्थात हे अर्जुन गुण और कर्म के आधार पर चारो वर्णों की सृष्टि मैने हीं किया है।
यहाँ स्पष्ट लिखा है कि वर्णों का आधार गुण और कर्म होता है, जन्म नहीं।
@@गुड्डूकुमारगर्ग आप पुरीशंकराचार्य को सुनो अपने आप आपको जवाब मिल जाएगा
जय श्री शंकराचार्य जी महाराज की❤
असुभ बेष भूषन धरें भच्छाभच्छ जे खाहिं। तेइ जोगी तेइ सिद्ध नर पूज्य ते कलिजुग माहिं || महाभाग गोस्वामी तुलसीदार जी धीरेन्द्र शास्त्री और अनिरूढ़ाचार्य जेसे भांड़ों के बारे में कई सदियों पूर्व ही भविष्यवाणी कर दी थी | अपने आप को चमकाने के लिए यह किसी भी हद तक जा सकते हैं | सनातन का झण्डा ले कर सनातन धर्म को नष्ट करने दूषप्रयास भी कर सकते है |
हिंदुओ को कोई एक कर रहा है वो सबसे बुरा आदमी। वाह भाई वाह
Bilkul sahi kaha dhirendra shastri ne. Agar jati paati me bate rahege to kabhi hindu ek nahi ho payega.. Ek hai to safe hai.
कुछ सौ साल पुराना इतिहास देखें फिर विचार करें
खुद चारो मठ एक मत नहीं है और खाक हिन्दुओं का भला करेंगे
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अभी तक कितने ही कांड हो चुके हैं हिन्दुओं के खिलाफ मठों ने सामने आकर क्यों बचाव नहीं किया....
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बंधु, संत/गुरु/आचार्य के प्रति भाषा को मर्यादित रखना चाहिए।
धर्माचार्य की दृष्टि सामान्य मनुष्य की तुलना में बहुत दूर तक के विषय को भांप लेती है।
लगता है आपने शंकराचार्य जी के उद्देश्य को कभी जाना ही नहीं, अपने मन से किसी पर कुछ भी आक्षेप थोपना उचित नहीं है।
@@iamkaran5585 आप एक दम से सही बात बोले हैं
भाषा जरूर अमर्यादित है पर हमारे दृष्टीकोण से भी चिन्तन करें
सर्वभूतहृदय अनंतश्री विभूषित अभिनवशंकर हरिहरानंद सरस्वती यतिचक्रचूडामाडी धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज की जय. jay gau mata . gurudev bhagvan ke charno me koti koti dandwat pranam .narayan. keval bhagvan puri shankaracharya hi h jo is agyanta purn bayan par bolne ka sahas rakhte h. ab gurudev hi humari raksha karenge .narayan
महाराज कृपया ये बताय जो ब्राह्मण कुल में पैदा होकर मांस खाता है वो क्या हुवा जो क्षत्रिय कुल में पैदा होकर दुराचारी तथा डुस्ट व्यवहार ....करता हो जो दलित हो शास्त्र का ज्ञान रखता हो वो उनलोगो को क्या कहा जाएगा ....वर्ण वयवस्था ही एक मात्र काँटा है जो हम हिंदुओ को कभी एक .होने की कल्पना भी नहीं कर सकते यदि आप ये चाहते है की कोई क्या करेगा वो किस जाती कोख में है ये सिद्ध करेगा तो ये आपकी मानसिकता को दिखाता है कि आप.....क्या चाहते है मै आपके इस जात पात वाले हिन्दू राष्ट्र का सर्थन नही करता......
Jati bhagwan ne banayi hai iss mein kisi ka dosh nahi
Dusra jab dharam ki ladai ho to sabhi ladte tab kisi ka jaati ka koi value nahi
@itsyoboyak12 ye tumse kisne bol Diya Bhai ki jaati bhagwan ne bnaai hai ......bhagwan ne sirf insan bnaya hai .....aur uska karm ye batata hai ki wo kya hai bhagwan ki bnaai Hui jaati aur ye sankrachryo aur kathawachko dwara bnaay huwe jaati me bahut bhed hai .......aur sawyam shree Krishna ne kaha hai jis niyam athwa dhrm se samaj ko Hani hone Lage to us niyam ko badal dena hi uchit dharm hai .....aur ye jati wyastha se aaj hindu samaj ko paryapt Hani ho chuki hai .......galat kaha dost
.देश जब से आजाद हुआ है तब से लेकर करोड़ों हिन्दुओं का संहार हो चुका है
हम कुछ ही 100 सालों पहले तक कहाँ थे और आज कहाँ आ गये हैं
. कश्मीर/बंगाल/केरल/गोवा/ पूर्वोत्तर क्षेत्र .
. आए दिन हिंदू लड़कियों का बलात्कार कर हत्या कर दी जाती है कभी साधुओं को मार दिया जाता है
.
.कश्मीर,उत्तराखंड ,हिमाचल ,बंगाल,असम,अरुणाचल,नागालैंड,मणिपुर,मिजोरम,त्रिपुरा,झारखंड,आंध्र प्रदेश,तमिलनाडु,केरल,गोवा, आदि राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हो गया है कहीं पर तो 10% से भी कम हो गया है
.सबसे बड़ी चुनौती है कि चारो मठों में ही एकता नहीं है वो क्या हिन्दुओं को एकजुट कर सकते हैं
. भरत में इतना सब कुछ हो जाता है तो कभी चारों मठों से कोई आवाज क्यों नहीं आती
.आप सबके रहते हुए भी भारत में हिन्दुओं की दशा और ही खराब होती जा रही है.
.इतने मंदिर तोड़ दिए गए और तोड़े जा रहे हैं चारों मठों ने क्या किया..
.भारत के प्रत्येक गाँव में धर्मपरिवर्तन हो रहा है चारो मठों ने क्या किया...
.समय की मांग क्या है उस पर ध्यान देना चाहिए और चारों मठों को एक होकर काम करना चाहिए
.
@@restandenjoy2918 jati vayawastha sanatan dharam ke grantho mein hai
@@restandenjoy2918पूर्व जन्म और पुनर्जन्म में आस्था है आपकी??
मनुष्य अपने पूर्व जन्म के क्रम में अनुसार गरीब/अमीर, पुरुष/स्त्री, काला/गौरा, सुंदर/कुरूप, होकर जन्म लेता है और इसी प्रकार पूर्वजन्म क्रमानुसार यह उसकी जाति का भी निर्धारण होता है।
जय श्री सीता राम 🙏🌸
जो परंपरागत गुरु को ज्ञान दे, उस से तर्क करें, ऐसे कमेंट पढ़ के चिंता होती हैं।
जो भी इस तरह के विचार रखते है वो तरह-तरह से प्रताड़ित हो जाएंगे।
पितृ परंपरा लाखों दुखो, संघर्षों और कुर्बानियों के बाद बनी हैं।
इस पे सवाल करना, पित्रों को लात मारने के बराबर हैं।
सत्य तो यह है कि परंपरा से ऊपर तो शास्त्र भी नहीं हैं, क्योंकि शास्त्र भी मिलावटी हो सकती है। शास्त्र की व्याख्या परंपरा के अनुसार ही होनी चाहिए।
जो शंकराचार्य जी पे सवाल उठा रहे हैं वो चाहें कोई भी कुल के हो, वो सब के सब भटके हुए मूलतः नास्तिक हैं।
आपके वचन 💯 प्रतिशत सत्य है मैं आपसे सहमत हूं।
पूज्य गुरुदेव भगवान शंकराचार्य जी की जय हो 🙏🌸🚩
Jo aapkey Shankaracharya ji Adi Shankaracharya ke advait vedanta ko saaf nakaar rahe hain uska kya?
Adi Shankaracharya ne Nirvana asthakam ko rachna ki hai, ye log unki baat ko nahi maantey hain, ye hamarey liye bahut chinta ki baat hai.
@@satyendrashahi2905are bhai kab. Nahi maani batana jara
In Vedic society rule what Sankaracharya ji saying it is absolute correct. In modern socialism also there are two side one is classism and other is castesim if there is no casteisim then the classicism will be increase and the society will divide in have and haven't it means those will rich they became will very rich and the poor will be poor. the society will be in a disaster situation and criminal action will increase. So casteism should be there and we need to follow it.
जाति जन्म से होती है जबकि वर्ण गुण और कर्म से। वर्ण सिर्फ चार है जबकि जाती हजारों है, इसलिए दोनों एक ही नही है। जातिवाद और आज की प्रतिक्रियावादी जातिवाद ने सनातन धर्म को बहुत हानि पहुचाई हजातिवाद समाप्त होना चाहिए।।
Shree Guruchanrankamlabhyo namah 🙏
श्री श्री गुरु देब भगवान जी कि जय हो,
Gurudev ke charno me pranam.
Bilkul sahi kaha Shankaracharya ji ne bhagwan Ram Krishn bhi varnvyabasta ka dat kar palan karte the.
वैदिक वर्णाश्रम व्यवस्था, और जाति व्यवस्था का सही स्वरूप महर्षि दयानंद सरस्वती को पढ़ने से ही समझा जा सकता है। और जो लोग वैदिक वर्ण और जाति व्यवस्था को जन्म आधारित वर्तमान जाति व्यवस्था के समर्थन में प्रकट करते है वह स्वयं वैदिक वर्ण और जाति व्यवस्था को नहीं समझते। ओउम
मुझे शर्म आती है यह व्यक्ति अपने आप को शिक्षित कहते हैं। अर्जुन के संशय को गीता का मानदंड बना कर पेश करते है। भगवान कृष्ण के उत्तर को न बता कर, बरगला रहे हैं।
मत करो भोजन। मत पियो पानी। आप जैसे पीठों पर बैठे हुए लोगों ने हिन्दू धर्म का अधार्मिक विवेचना करने से इसको बहुत क्षति पहुंचाई है।
असभ बेष भूषन धरें भच्छाभच्छ जे खाहिं। तेइ जोगी तेइ सिद्ध नर पूज्य ते कलिजुग माहिं || महाभाग गोस्वामी तुलसीदार जी ने धीरेन्द्र शास्त्री और अनिरूढ़ाचार्य जेसे भांड़ों के बारे में कई सदियों पूर्व ही भविष्यवाणी कर दी थी | अपने आप को चमकाने के लिए यह किसी भी हद तक जा सकते हैं | सनातन का झण्डा ले कर सनातन धर्म को नष्ट करने दूषप्रयास भी कर सकते है |
मत भूल अहंकारी प्रजापती दक्ष का सर तामसी शक्ती भैरव ने काटा था कही ऐसा फिरसे दोहरा ने का समय ना बुलाओ। पाखंडी वेदो की रूचाए बोलकर दूसरे मनूष को कम समझते है तो शंकराचार्य भी दंड के भागी बनेंगे।
JAI HO GURU JI KI 🙏
Dhirendra kya janega
SHIV SHIV KRIPA KARO DHARMA KI JAY HO ADHARM KA NAASH HO PRANIYO MEIN SADHBHAVNA HO VISHVA KA KALYAN HO GAUMATA KI JAY HO GAUHATYA BAND HO BHARAT AKHAND HO HAR HINDU SENA HO HAR HINDU SANATANI HO PUJYA PAAD DHARMA SAMRAT SHREE SWAMI KARPATRI JI MAHARAJ KI JAY HO SHREE MAJJAGATGURU SHANKAR ACHARYA SWAMI NISCHALANAND SARASWATI JI MAHARAJ KI JAY HO NAMAHA PARVATI PATYE HAR HAR MAHADEV
जब भगवान श्रीकृष्ण खुद बोले कि वर्ण कर्म के आदर पे है ,तो ये शंकराचार्य क्यों जाती में बांधना चाहते है , आज का ब्राह्मण जाती से v भाभन nahi rha uska khan pan se lekar rahan sahan surdo se jyada ghatiya hai batao o kiss base pe ब्राह्मण hai , har koi janta hai ki raja koi aik banega ,sena me kuchh log hi j sakenge, बिजनेस v सीमित log hi kr rahe hai to baki sab sudra hai ye manne me kya burai hai ,in शंकराचार्य ne rajao ko samjhaya hota to भारत कभी गुलाम नहीं होता पर सच तो ये है कि इनकी कभी किसी ने सुना ही नहीं और हरकते है आने वाले समय में बिल्कुल ही खत्म हो जाएंगे
😂😂 jake sahi se padd apne hisab se meaning maat bana.
Varna janam & karma se banta hay naki bash karm se
👍👍
ऊंच निवास नीच करतूती,देखि न जाइ पराई विभूति
@@DurgaShukla-qk2yf yhi hal h is shankaraachaary ka 😂
जाति केवल जन्म आधार पर होती है ।
ये कभी भी कर्म आधारित नहीं है क्योंकि धर्म शास्त्र में कही भी ऐसा संस्थान नहीं दिखता जो ये तय करती थी कर्म आधारित जाति निर्धारित हो।
अंग्रेजों तक ने वर्ण व्यवस्था को इतना विकृत नहीं किया जितना आज का सिस्टम वोटों के लिए कर रहा है।
Maharaj ji ko naman
तुम लोगों के पास लोगों का जीवन स्तर बेहतर बनाने का कोई सिद्धांत नही है। गीता का ज्ञान किसलिए है ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र का सिद्धांत को लागू करने के लिए या मनुष्यता को बेहतर बनाने के लिए। किसी मनुष्य को एक बार जीवन मिल रहा तुम उसको नीच साबित कर दें रहे ये कहा का न्याय है। किसी दूसरे मनुष्य को नीच साबित कर दे रहे हो तुम्हारा बेटा भी मनुष्य है उसको नीच साबित कर सकते हो। गीता का ज्ञान है मनुष्य को योगेश्वर बनाने के लिए। तुम लोगों ने पूरी मनुष्यता को भटका दिया
आवाज में सुधार 🙏🙏🙏
Om Namah Shiwaye ❤🕉️🔱🙏🚩
धीरेन्द्र शास्त्री के पास जो शक्ति है उसे भगवान वापस छीन सकते हैं अगर ऐसे ही प्रलाप जारी रहे।
सहीकह रहे हैं।
उनके पास शक्ति रहे या ना रहे उनकी औकात इस कांग्रेस के शंकराचर्या से 100 गुना ज्यादा है
Bhagwan krushan ke aagya aur aadesho ka ullanghan hi all the govt.aur abhi tak ke virodh paxo ne kiya hai aur ismahan Bharat Varsh ke Char mahan ShankaraCharyo ko mera sashang naman hai.
पूज्य शंकराचार्य जी महाराज की जय हो उनकी दृढ़ता अतुल्य सराहनीय हैएकमात्र पूरी पीठ के शंकराचार्य जी महाराज जी ही सनातन के लिए संघर्षरत हैं
🙏💯
यही लोग चाहते है कि भारत हिन्दू राष्ट्र बने लेकिन यह लोग जातियों का उन्मूलन करके हिन्दुओ को एक नही होने देना चाहते 😂😂
श्री मन नारायण भगवन प्रणाम सेवक का 🙏🚩
Dheerendra krishna sastri ( bhakti+gyan)
Sankaracharya(gyan)
Bina bhakti k gyan kisi kam ka nahi jaise bina jivan k vayu
Please Voice quality shi kijiye 🙏🙏🙏
Dekho agr sanatan dharm ki rakhsha krni hai to jativaad ko khtm krna hoga💯
वरन धर्म नहि आश्रम चारी श्रुति विरोध रत सब नर नारी।।। इसमें धीरेन्द्र जी की गलती नहीं कलि का प्रभाव है
सही बात यह है कि बीजेपी ने जितना नुकसान धर्म का किया उतना तो विधर्मियों ने भी नहीं किया।
BJP destroyed dhirendra's brain
एक रहोगे तो अच्छे रहोगे बट जाओगे तो मिट जाओगे नहीं तो कोई शंकराचार्य जी बचाने आएंगे छुआछूत खत्म होना चाहिए एक दूसरे के प्रति घृणा खत्म होना चाहिए भारत महाराज जी के रही तो आज बांग्लादेश में क्या हो रहा है कौन बचा रहा है उनको बोलने से कुछ नहीं होता है
जबर्दस्त बुद्धि भ्रम
धीरेंद्र शास्त्री को किसने बोला इतना ज्ञान लगानेको दादा गुरु ने यासन्यासी बाबा ने अगर यह ज्ञान उनका है तो यह ज्ञान गलत दिया है इसको।
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Meri Hindu Dharam me bahut astha thi but ab nhi
Ashtha rakhogey to punya paogey nahi rakhogey to narak jaogey kisi ka kya logey apna bura bhala khud karogey
इतना भावुक होने की जरूरत नही, (शंकर + आचार्य) , (रामानुज + आचार्य) , वल्लभाचार्य
ये सिर्फ अलग अलग आचार्य है, और उनके विचार उनके अनुयायी follow करते है lll
Pop या खलीफा नहीं है कोई llll
@@itsyoboyak12 kuch bhi bol rahe ho bhai 😅
@itsyolboyak12 पुण्य.. 🤣🤣... ये किस खेत कि मूली है.. 🤣🤣🤣
Karma ही pradhan है....
धीरेंद्र शास्त्री पहले यह बताएं की जाति क्या है और वर्ण क्या है।
Unhone saf kaha hai ki jo jaisa karm karega uska Varna vahi hoga ,bhagvan shreekrishan v Geeta me yahi kahte hai ki Varna karm ke aadhar pe hai na ki janmdin ke aadhar pe .
@@naqaab.thedarkesttruthofin7718 kuch bhi 😂. Germany shepherd ko pit bull bana doo.
जय हो प्रभो आप जैसा कोई नहीं सुपर पावर फॉर आध्यात्मिक जगत् मेरे प्राण ❤❤❤❤❤❤
पूर्व में सनातनी जाती वर्ण व्यवस्था के चक्कर मे बट्ट कर गुलामी के जंजीर में हज़ारों साल से गुलाम रहा है ll कहा था आप के वेद पुराण का ज्ञान धर्म को धर्म रहने दे समाज को धर्म के नाम पर मत विभाजन करिए
Varna vyavatha nahi jati vyavastha angrejoo ke dwara ki gayi jiske karan ye halat ho gayi
गुरुजी आप महान हो हमारे श्री गुरूजी ने बोला आप सभी वर्णों कीशान हो खड़े आपकी शान है पंडितों को श्री आचार्य बोला जाता है कोई आयुर्वेद का कोई आध्यात्मिक आचार्य कोई आयुर्वेदका आचार्य मह
सन्यासी को महाराज लगता है वर्णों कोनहीं पंडित कौशल्या आचार्य बोला गयाहै यह नकली पंडित आचार्य महाराज बनके आते हैं सन्यासी🙏🙏🌺👏🙏🌺👏🌺🙏 लगाते महाराज जी का कोई बैंक अकाउंट खाता नहीं है
Gurudev ko pranam...... Koi bhi bjp ka numainda ban ker kuch b bolne lagega to hum log bewkoof nahi hai jo dharam ke path se alag ho ker party ko manne lgnge.....gurudev ko pranam... Aaapke parti hamara damrapan rahega