चेतना की चार अवस्थाए 1 जाग्रत- शरीर का होश + विचार + समय का ज्ञान 2 सुषुप्ति - शरीर का होश नहीं + विचार नहीं + समय का ग्यान नहीं 3 स्वप्न - शरीर का होश नहीं + विचार + समय का ग्यान 4 तुरिया (समाधि ) - केवल (मैं हूँ) होश + विचार नहीं + समय का ग्यान नहीं । आपके अच्छी कोशिस के लिए धन्यवाद ।
सर वहुत सारी spiritual processes है जिनसे तुरीय क्या तुरीयातीत अवस्था मे जाया जा सकता है। वही proceses आजकल वता रही हू। अपने को जो सूट करे वह process अपनाया जा सकता है। 🙏Thanks for asking such question 😊
Dhanyawad!
Awesome 👌👌
Thanks 🙏
Nice information 🙏🙏
Thanks 🙏
Superb
Thanks 🙏
Nàman maji❤❤❤
🙏 🙏 😊
bahut bahut dhanyavad.
Thanks Arun Ji
चेतना की चार अवस्थाए 1 जाग्रत- शरीर का होश + विचार + समय का ज्ञान 2 सुषुप्ति - शरीर का होश नहीं + विचार नहीं + समय का ग्यान नहीं 3 स्वप्न - शरीर का होश नहीं + विचार + समय का ग्यान 4 तुरिया (समाधि ) - केवल (मैं हूँ) होश + विचार नहीं + समय का ग्यान नहीं । आपके अच्छी कोशिस के लिए धन्यवाद ।
Thanks 😊 for adding
Good concept.👍👍
Best
Super
🙏Thanks for apriciating 😊
How to enter Turiya awastha in few minutes something I keep finding V Nice video Namaha Shivayae 🙏😊
🙏Thanks you so much, keep watching 😊
हम तुरीय अवस्था मे कैसे जा सकते हैं?
सर वहुत सारी spiritual processes है जिनसे तुरीय क्या तुरीयातीत अवस्था मे जाया जा सकता है। वही proceses आजकल वता रही हू। अपने को जो सूट करे वह process अपनाया जा सकता है। 🙏Thanks for asking such question 😊