EP 02। AvadhNama। वैदिक काल में 'भारतीय संस्कृति और भगवान बुद्ध' पर अवध वाणी ।
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 6 ส.ค. 2022
- #avadhojha #officialavadhojha #avadhojhasir#bharatsamachar #avadhojhasirmotivation #avadhojhareels #avadhojhasirbestmotivationalvideo #ojhasir #ojhasirmotivation #ojhasir #ojhasirmotivationalspeech #ojha #motivationalquotes #motivation #ojhasirphoto #motivationalspeaker #upsc #upscmotivation #ias #iasofficer #iasmotivation #avadhojhafans
भारत समाचार यूपी और उत्तराखंड का सर्वश्रेष्ठ हिंदी न्यूज चैनल है। भारत समाचार न्यूज चैनल राजनीति, मनोरंजन, बॉलीवुड, व्यापार और खेल में नवीनतम समाचारों को शामिल करता है।
#BharatSamachar is India's best Hindi News Channel. #BSTV news channel covers latest news in politics, entertainment, Bollywood, business and sports.
Subscribe our channel for latest news updates :- goo.gl/4j1Nh1
Follow Us On:
Instagram: / bharatsamachartv
Facebook: / bharatsamachartv
Koo : www.kooapp.com/profile/bharat...
Twitter: / bstvlive
TH-cam: / @bharatsamachartv
Website : bharatsamachartv.in/
Thank you sir for this episode 😊
एडिटर सहाब से विनम्र अनुरोध है कृप्या इतनी ज्ञान की बातों के बैकग्राउंड मैं ये सनसनी वाला म्यूजिक न लगाए । सर को सुनने मैं डिस्टर्ब कर रहा है । इनका कुछ भी बोलना बिना म्यूजिक के ही खुद मैं एक संगीत है ।
Use headphones bro
Are bhai fir class main or isme kya fark reh jayega AAP dono ko mix karke suno maza ayega feeling ayegi aap usi काल में जी रहे हो🤗🥰
Idhar shlok suna rahe hai mastar ki boli me Sangeet hai
मै भारत समाचार का सर्वप्रथम धन्यवाद ज्ञापित करता हु ,कि उन्होंने प्रिय अवध ओझा सर को हमारे सामने प्रस्तुत किया 🙏🙏 भारत समाचार का बारंबार धन्यवाद 🙏 अंत मे गुरुजी के चरणो मे सादर प्रणाम।
Bgm bakwas
Meri taraf se bhi
0000000000000000000000007
NM Please
Good
बाते बिलकुल सही है ... पर वर्ण व्यवस्था ने समाज को कितना बांटा और कितना अत्याचार से भरा था उस की बात करना उतना ही जरूरी है जितना भारतीय संस्कृति की महानता का गुणगान....
यार तुमको और कैसे समझाया जाये कि समाज वर्ण व्यवस्था से नहीं वंशवाद आधारित जाति व्यवस्था से बंटता जा रहा है.
वंशवाद खत्म झगड़ा ख़त्म...
मैं चाहे कुछ भी कर लूँ, कितनी भी मेहनत कर लूँ मुझे 3000 साल से पहले के भारत के इतिहास की कई कड़ियां गायब मिलती है. लगता है जैसे इतिहास टुकड़ों में है और इसे जबरदस्ती एक साथ जोड़ा जा रहा है. इसीलिए मैं 3000 साल से ज्यादा पुराने इतिहास पर भरोसा नहीं करता हूँ.
बहुत सारी बातें तो लगता है जैसे इतिहासकारों ने मनगढ़ंत लिख दिया है।
सर मै ग्रीक देवता के बारे मे पढ़ रहा था ग्रीक और हिंदू देवता मे बहुत समानता है साथ ही थाईलैंड इंडोनेशिया जापान में इस प्रकार के समान देवी देवता के मूर्ति बने हैं कुछ तो अपने नोट मे डाक मे इनके चित्र जारी किये है कौन किस से आया क्या सही history में पीछे जाओ तो बहुत उलझन है
कृपया कोई expain करे 🙏🙏
Sar app kitna zut falarahe hai ithaske bareme
sir its humble request uge board and diagrme to explain your satement . It will create to much undersatnding and intreast . . pure bharat ko apne students ki tarah padaiye . is dekh ko aapki jarurat hai . love u sir ❣❣❣ jay hind
Agree
दिमाग में बोर्ड बनाइए उस पर चित्र खींचिए सर
Class join kr lo bhai har jagah Gyan nhi dete
45 min me board me na bta payenge sbkuch. class join kr lo better rhega
@@sandipsingh1510 hh
सनातन धर्म को गालियां देने वालों को यह विडियो जरूर देखना चाहिए।जो वर्ण व्यवस्था की गालियां देते हैं उन्हें भी यह विडियो जरूर देखना चाहिए।जो लोग आज अधुरे ज्ञान के अभाव में सनातन धर्म छोड़ रहे हैं उन्हें इस तरह से अध्धयन करने की आवश्यकता है। धर्म बदलेंगे तो हम अपनी बहुमूल्य धरोहर से बिल्कुल विमुख हो जाएंगे।
भारत का सौभाग्य है कि मुझे #ओझा सर जैसा शिक्षक मिला है
सच में महान है मेरी संस्कृति । और हमारे गुरू 🙏🙏। जय हिन्द 🇮🇳🇮🇳🚩
बहुत ही सम्मान का भाव है आप के प्रति
आप को हम सबसे जोड़ने के लिए भारत समाचार का अति आभार
Eye opener...They select right person for right thing.... Because History of India in itself is very powerfull and vast to explain it's importance Awadh sir is right person. JAI HIND SIR🙏🙏
इस वैदिक कालका कालावधी क्या है और इसका arcological evidence बता सकते हो सर?
सर जी चरण स्पर्श।
"योग्यता जन्म से नहीं कर्म पर आधारित होती है।" -महात्मा गौतम बुद्ध
गर्व होता है भारतीय होने पर जिस भारत में बड़े बड़े विद्वानो ने, महापुरुषों ने और ईश्वर ने अवतार लिया। जिस भारत में इंसान से ईश्वर बनने की क्षमता है। जिस भारत को विश्व गुरु कहा जाता था। उस भारत को फिर से मिलकर "विश्व गुरु" बनाया जाय।
History and philosophy my favourite subject .
Thank you so much Sir ji 🙏🙏
तेली बहरूपिए जाति,,, फिर क्यू बाप और सरनेम बदल रहा है।🐕🐕😂🤣🤣😂😂😂
भारत के संविधान मैं सभी को समान अधिकार दिए हैं जिसकी वजह से भारत में एक बहुत बड़ा शिक्षित समाज तैयार हो रहा है हमारा संविधान खुद अपने आप में एक ग्रंथ है जिसने देश के प्रत्येक नागरिक को यहां तक की हमारी वन्य संपदा को भी सुरक्षित रखने के लिए नियम और कानून बनाए गए हैं ताकि यहां के लोग हमेशा प्रकृति के सुरक्षा करते रहें बुद्ध ने कभी यह नहीं कहा कि वह ईश्वर है उन्होंने स्वयं को केवल मार्ग बताने वाला कहा है
जबरदस्त मजा आ रहा है गुरु देव अपने इतिहास को जानने में... 🇮🇳 Jai Hind 🇮🇳
हम पूरा इतिहास पढ़ चुके है खान सर से फिर भी ये सेशन देखने में मजा आ रहा है 💓❤️💕💕
इस बेहतरीन और ज्ञानप्रद पहल हेतु भारत समाचार का हृदय से आभार।जादू टोना फालतू बहस ओर राशिफल न जाने क्या क्या दिखाने वाले फालतू के चैनल को आइना दिखाने का बेहतरीन प्रयास💐💐💐
Dear sir 👇👇👇👇
👉सर आप इतिहास के बारे मे बताते है तो बहुत अच्छा से समझ मे आता है👇👇
👉लेकिन अंत मे हम student के लिए आप एक प्रश्न दे दिया कीजिए 🙏🙏🙏🙏🙏 please sir 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
में भारत समाचार को तहे दिल से धन्यवाद करना चाहता हु जिन्होंने ये कार्य किया आपने ना जानें कितने विधार्थी को ओझा sir से मिलवाया है अपने धन कि उस अदृश्य दीवार को गिरा दिए जो एक गुरु को उसके छात्रों को दूर कर रहा था, आपके द्वार किया गया कार्य अतुल्य है , और ओझा sir के बारे में क्या ही बोले ❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏
Sir Aaj tak aesa history nh pdha
Bhut mn tha aap se history padhne ka lekin utna Paisa
Bhut bhut dhanyawad guruji 🙏🙏.
weekly guruji km se km 3ya4 video bnaye plzzz sirji.📒🙏🙏🙏🙏
Paisa utna nh h.
lekin ab lg rha h ki aapse kuchh history pdh lenge.
aapk aese padhane se sochne ki chhmta badhti
ki aese kyu hua,kaise hua,aakhir esse phle aesa ku nh tha.
बिगेस्ट फैंस सर आपका हर वीडियो में देखता हु पर भले इतिहास पढू ना पढू पर आप जो मोटिवेशन देते हो की लाइफ कैसे चलती है सर 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Thanks bharat samachar for choosing all student favriate ojha sir ❤️❤️🙏🙏
Sir मैं अभिभूत हैं और धन्य महसूस कर रही हूं कि आपके द्वारा इतने वैज्ञानिक तरीके से कोई इतिहास भी पढ़ा सकता है। m
Wah Ojha sahab, aapne kitni saralta se Bharatiya sanskriti ko explain kar diya.
GREAT GURUJI
I WOULD REQUEST YOU TO TAKE DAILY CLASSES, SO THAT WE CAN COMPLETE SYLLABUS AND CONCEPT SOON
समाज एक जीवंत इकाई है, जो भूगोल, राजव्यवस्था, अर्थव्यवस्था, संस्कृति आदि से प्रभावित होती है।
।
वैदिक काल की समाज
ऋग्वैदिक काल का समाज
समानता का समाज
कुल आधारित समाज
स्त्री- शिक्षा का अधिकार, लोपामुद्रा
शिक्षा का अधिकार, विवाह का अधिकार
दास व्यवस्था, सती प्रथा का प्रचलन नहीं
समाज में तीन वर्ग-
. राजन, पुरोहित और विस्ट (आम आदमी)
1000 बीसी में लोहे की खोज ने समाज को व्यापक रूप से बदल दिया
भूगोल_ सप्तसंधव से हरियाणा, राजस्थान होते हुए बिहार तक
अर्थव्यवस्था_कृषि आधारित
राजनीति_राज्य का बनाना शुरू
समाज में वर्णव्यवस्था, जन्म पर आधारित की शुरुआत_ऋगवेद के १०वे मंडल में, धर्म से जोड़ा गया, ब्रह्मा से उत्पत्ति, वास्तव में कृषि अर्थव्यवस्था ने श्रमिक वर्ग की मांग पैदा की।
अंतर्वरणीय संबंध
जाति व्यवस्था_गुप्तोत्तर काल में शुरू
वर्णव्यवस्था_ड्यूटी आधारित जैसे ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शुद्र
जाति व्यवस्था_ पेशा आधारित है, जैसे कुम्हार, जुलाहा, ग्वाला आदि।
बुद्ध के अनुसार, उपनिषद भी, वर्ण व्यवस्था जाति नहीं कर्म पर अधारित यानी योग्यता पर होनी चाहिए जैसे कबीर ज्ञान बांटने के काम कर रहें हो तो उन्हे ब्राह्मण कहना चाहिए।
द्विज_twice born, वर्ण के शुरूआत
आपके श्री चरणों में मेरा सादर प्रणाम स्वीकार करे सर
एक जगह संपुर्ण इतिहास सुनने मिल रहा है, बहुत अच्छा अवसर है इतिहास प्रेमियों के लिए।
टीम भारत समाचार व अवध ओझा सर को भारतीय इतिहास पर व्याख्यान प्रस्तुति के लिए हार्दिक आभार व धन्यवाद।
great teacher of history who create the real images of history in our minds 🙏❤️❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ओझा जी
आपकी आवाज बिल्कुल
नवजोत सिंह सिद्धू जी से मिलती जुलती है ।
Sir, Your Content Delivery is Best but my small request to channel please change color contrast behind the sir, please fill some light color with dark images of history, then video not avoidable. 👍
मजा आ गया सर,कृपया इस सीरीज को बंद मत करिए गा। बहुत बहुत आभार भारत समाचार का कि इन्होंने ये सीरीज शुरू की
Thank you sir
Love you sir
You're legend philosopher...
You will change whole society...
You will lead revolution
I am very happy with very excited to wait for next Sunday. Because my all daughts and concept cleared in history by the guru of history Avadh Ojha sir. 😊😊😊
आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है जनरेटर खान सर संचालक ओझा सर....💪💪
Generator is not a khan sir the generator of this quote is ved, upnishad,
आप मेरे गुरुदेव है...🙏🙏🙏 बहुत बहुत धन्यवाद गुरु जी
Thank you sir
Aaj aapne वर्ण व्यवस्था की उत्पति को बहुत अच्छे से समझाया।
Salute to Bharat Samachar for this great initiative, that too by renowned faculty. All the best wishes.
स्त्रियों की सबसे अच्छी दशा वर्तमान में क्योंकि वह पुरुषों से भी श्रेष्ठ मानी जाती हैं आज हर जगह उनकी ही चलती है
बहुत बहुत धन्यवाद सर जी मुझे इतिहास पढ़ने में मन नहीं लगता था लेकिन आपका विडियो देखकर मुझे इतिहास में रूची आने लगा है। मुझे बहुत खुशी हुई कि आप अपने अनुभव इस चैनल या वीडियो के माध्यम से हम सभी के पास इतिहास आपके माध्यम से पढ़ने और सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर जी
News channels me iss tarah ke program aane chahiye
सत्य का आधार लेकर हम हिमालय से खड़े हैं
शील में औदार्य में हम विश्व में सबसे बड़े हैं🙏
विश्व गुरु भारत🙏🇮🇳🇮🇳🙏
You are the best Teacher of History.
Mai sabhi desh ke yuva ko khna chaunga ki enke channel ko follow kro apne desh ka itihaas ke bare me janee
Sehihe bhai
Sir इस सेशन डेली कर दीजिए बहुत प्यारे सेशन है 🙏🙏
धीरे धीरे दिमाग खुल रहा है अब मेरा... धन्यवाद गुरु देव
Aaapne or mene esse pahle ye sb kitabo me hi padha hoga lekin kyaa khubsary tarike se explain kiya hai ham sabke honereble Avadh Ojha guru ji ne ..... exectly aap mahan ho Guru 🙏🏻🥰😊
Very nice session sir, keep continuing. Thanks bharat samachar for this wonderful series.
Speechless session 🙏🙏 thanx gurujii.... Pta hi nahi chala kb time khtm ho gya session ka... Thank you Bharat Samachar
सर आपने अभी अर्थव्यवस्था और राजनीति की बात की जिसमें आपने कुरू,पांचाल और विदेह का उल्लेख किये ।
और ये तीनों राज्य महाभारत काल से संबंधित है । यानि द्वापर युग से यानि अर्थव्यवस्था और राजनीति की शुरुआत यहीं से हुई है क्योंकि कबीले के सारे लोग इन्हीं तीनों राज्यों में आकर के बसें लेकिन सर मेरे मन मे प्रश्न ये उठ रहा कि रामयण काल यानि त्रेतायुग ।इसका मतलब यह हुआ कि त्रेतायुग में ही राजनीति और अर्थव्यवस्था कि शुरुआत हो गई थी।वो भी बहुत अच्छी क्योंकि त्रेतायुग युग राम राज्य था।फिर सर अर्थव्यवस्था और राजनीति कुरु ,पांचाल और विदेह से कैसे सम्बन्धित है ।?🙏🙏
आपने बहुत अच्छी जिज्ञासा उठाई है।
गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु सर्वोपरि 🙏🙏🙏🙏🙏
जय हिन्द सर🙏🙏🙏🙏🙏।
चरण स्पर्श गुरुजी
आपका इस इतिहास की एपिसोड में हमें इतिहास के विषय में काफी जानकारी प्राप्त होता है
धन्यवाद🎉🎉🎉🎉🎉
Aaj ki generation bhut lucky hai ki aaj knowledge ko easily sikha ja skta hai....aaj Ojha sir se teacher available bhi h n unka knowledge public ko free of cost bhi available hai ..
धन्यवाद भारत समाचार,धन्यवाद ओझा sir
सर आपको कोटि- कोटि नमन ।।।
आपकी वाणी में जो मधुरता है लगता हैं की किसी महान तेजस्वी परमात्मा से उपदेश ले रहा हूं।।।।।।
SIR pahle ki baate karte hai jinka aaj ka koi mtlb nhi hai bus sun ke aacha lagta hai
गुरुदेव आपको कोटि-कोटि प्रणाम 🙏🙏
यानी जो ब्राह्मण वर्ण व्यवस्था बताते हैं कि वर्ण व्यवस्था है वह कर्म पर आधारित है इस के प्रणेता भगवान बुध है लेकिन इसका श्रेय आज ब्राह्मण लेते हैं 🙏🙏
आपका आदर करता हूं लेकिन शब्दों को एवं तथ्यों को अपने तरीके से पेश करके वर्ण व्यवस्था को सही ठहरा देना उचित नहीं है। हमें अपनी महानता पर गर्व होना चाहिए किंतु अपनी मूर्खताओं को महानता का नाम देना किसी भी पहलू से उचित जान नहीं पड़ता। प्रणाम 🙏
प्रणाम गुरुजी उदारण देके समझना अच्छा लगा
Garda uda diya sir 30 mint m to apne , gajab , shandar jindabad jabardast
sir very very thank's for taught us to how to understand history and the knownledge is a pure priceless .
What an awakening session 🙏
Looking forward for more of it. Jai 🇮🇳
Happy and Love 💕 to watch ur videos Sir 💐💐💐 ur very motivational and clear our minds all confusions ✨✨
मैं भी यही सोचता था पहले जो आज आपने कहा गुरुजी.....
एक चीज में समानता और है।
शिक्षा वहीं लेते है लोग जहा धन जाता हैं।
अन्यथा ऐसे गुरु के ज्ञान के लिए लोग लाखो दे के दिल्ली जाते हैं।।
यहां मुफ़्त में मिलने वाला ज्ञान 8घंटे में मात्र 6000 व्यूज।। अफ़सोस
TH-cam ke माध्यम से अब वर्ण व्यवस्था अच्छी थी, सबसे दिमाग में बैठाना चाहते थे 🤣
महान शिक्षक को प्रणाम🙏🏵️🇮🇳
Thank you very much team Bharat samachar and dear Ojha sir for such a great revolutionary initiative
Love you Avadh sir❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Die heart fan of you
Bharat needs guru like you..
This is not only a session, it is a progression 🙏🙏🙏
गुरु जी इतिहास तो काफी कुछ जानते थे और जो नहीं जानते थे वह आपसे समझ लिया।
अब ये बताईये जो ये वामपंथी/लालगुलाम/जहरलाल/बंडलबाज देवी-देवताओं का अपमान कर रहे हैं समाज में हिन्दुओं के बीच जहर घोल रहे हैं उसका क्या हल है?
मध्यकालीन इतिहास और भक्तिकाल को विस्तार से समझाईएगा।
🙏🙏
Thank you so much Bharat samachar and our dear avadh ojha sir. Please keep it in continuation...
हिंदू धर्म में अगर कोई दूसरे धर्म का आना चाहे तो हिंदू बनाकर उसे किस जाति में शामिल किया जाएगा।क्योंकि हिंदू धर्म में शादी,ब्याह सब जाति आधारित है ।यही कारण है की हिंदू धर्म जो कभी पश्चिम में अफगानिस्तान और दक्षिण पूर्व में इंडोनेशिया तक था केवल भारत,नेपाल तक सिमट कर रह गया है।
स्वर्णिम ज्ञान का कोई औचित्य नही भारतीय सस्कृंति अलौकिक है ..धन्यवाद आभार सर 👌🙏🙏
सर जी, मेरी घोर आपत्ति है, आपने वर्ण व्यवस्था और जाति व्यवस्था को महान है बोल कर उसके दर्शन के पेहलू पर बात की लेकिन उस जन्म आधारित वर्ण व्यवस्था ने किस प्रकार समाज को संकुचित कर दिया और एक विशेष वर्ग को पशु से भी निम्न स्तर पर ले जा कर खड़ा कर दिया। वह सर्वप्रथम विचारणीय है।
बुद्ध ने, जाग्रत को ही ब्राह्मण बोला और एंद्रिय भोग में लिप्त वाले मनुष्य को सूद्र।
इतिहास विषय की एक विशेषता यह भी है की इतिहास का iterpretation हर व्यक्ति अपने हिसाब से कर सकता है।
आपने विषय और उसपर आपके विचार प्रस्तुत किए हैं।
अधिकतर आपकी बातों से सहमत हूं।
सर ने बार बार कर्म आधारित वर्ण व्यवस्था का समर्थन किया न की जन्माधारित जातिव्यवस्था ।
बार बार सर उपनिषद आधारित वर्ण व्यवस्था की बात की।
इस लिए थोड़ा ध्यान से वीडियो देखे
प्रणाम गुरुजी 🙏🙏
बहुत ही देर बाद ये वीडियो मुझे मिली है
बहुत ही शानदार शताब्दी
गुरुदेव आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏
अवध गुरु जी के लिए 💐💐💐💐
हमे हमारी संस्कृति को समझाने की आपकी शैली बहुत ही बेहतरीन है हम आपके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं | हमे इतने बेहतर ढंग से हमारे इतिहास को समझाने के लिए |👏👏👏👏👏👏
Avadh ojha sir..... Dhanyawad!
🙏 गुरुदेव पहली बार इतिहास समझ मे आ रहा है 🙏💛
Bahut hi Sundar prastuti itne acche se Samjhane ke liye dhanyvad Guru Ji ❤️🙏🙏🙏🙏🙏
SUGGESTION: after watching the lectures and videos of sir on youtube when i'm seeing this with background music it makes me little distracted while sir's other videos without music are nice to hear as the silence when sir stops for a while gently sends you to think his way.. ,I REALY ADMIRE HIM ALOT THANKS JAI HIND
Wahh sir kya imp points bataye aapne bilkul sochne ka direction hi change kardiya hai.
"DHARMA was Constitution" this was absolutely pin point acurrate deduction becoz in ancient time to run a society only thing we had was Dharma.
Thanks to Bharat samachar.....sir ko aap ne laye for real history....
I like this episode... Salute ojha Sir...
Dhanyavaad sir, apne ithihas ko samajhne ka mauka dene ke liye 🙏🙏🙏🙏
अवध सर, बहुत ही अच्छा चित्रण किया आपने
धन्यवाद आपका
प्रणाम गुरु जी🙏
मैं आपसे इस बात पे विरोध प्रकट करता हूं
वर्ण व्यवस्था का एकमात्र उद्देश्य था उत्पादन अधिशेष( surplus) पर तत्कालीन प्रभुत्व संपन्न लोगों द्वारा नियंत्रण करना।
वैदिक काल से आज तक उत्पादन के अधिशेष को नियंत्रण में लाने की योजना में धर्म को माध्यम बनाया गया और आवश्यकता के अनुसार उसमें परिवर्तन भी होते रहे हैं।
उदाहरण के लिए - ऋग्वैदिक काल(1500 BC-1000 BC) में कृषि अधिशेष नहीं था तो ऋग्वैदिक समाज प्रायः समतामूलक समाज था। महिलाएं कृषि कार्यों में भागीदारी लेती थी तो उनकी सामाजिक दशा अपेक्षाकृत ठीक थी। परंतु वहीं उत्तरवैदिक काल (1000 BC-600 BC) में कृषि अधिशेष बढ़ा तो उसपे नियंत्रण के लिए समाज में वर्ण विभाजन को लाया गया और कुछ प्रभुत्व संपन्न वर्गों ने कृषि अधिशेष को अपने पक्ष में लाने के लिए धर्म का सहारा लिया। इसी प्रकार अब महिलाओं का उत्पादन में भागीदारी कम हो गया क्योंकि अब कृषि का कार्य निम्न वर्ण के लोगों व दासों द्वारा किया जाता था। यही कारण है उनकी सामाजिक दशा गिरने लगी। इसी प्रकार बुद्ध काल (600 BC - 400 BC) तक आते उत्पादन अधिशेष और अधिक बढ़ा और इस प्रकार महिलाओं और निम्न वर्णों के शोषण और दमन को और प्रोत्साहन मिला। इसी काल में दहेज प्रथा का आरंभ हुआ अब महिला मात्र एक वस्तु बनकर रह गई थी। मौर्य काल (400 BC - 200 BC) में कौटिल्य (चाणक्य) के नरम नीति के कारण निम्न वर्णों और महिलाओं की सामाजिक दशा अपेक्षाकृत संतोषजनक रही क्योंकि इसके पीछे भी कहीं न कहीं अधिक उत्पादन पर नियंत्रण की बात सामने आती है। तत्कालीन मौर्य साम्राज्य के लिए यह आवश्यक हो गया था। परंतु मौर्योत्तर काल तक आते आते मनुस्मृति अस्तित्व में आई। जिसमें महिलाओं और निम्न वर्णों के लिए बहुत ही कठोर प्रावधान किए गए इसका कारण था निम्न वर्णों के उठते विद्रोह का दमन करना। मनुस्मृति में ही पहली बार अस्पृश्यता की बात कही गई; मनुस्मृति में ही पहली बार महिलाओं के बाल विवाह की प्रथा का प्रावधान लाया गया; पहली बार विधवा पुनर्विवाह पर पाबंदी लगाई गई। कुल मिलाकर यह वही काल है जहा से जाति व्यवस्था को पुरजोर बढ़ावा मिला तथा निम्न वर्ण की जातियों के दमन को अत्यधिक प्रोत्साहन दिया गया तथा महिलाओं की स्थिति दयनीय होती चली गई।
सारी बातों का सार यह है कि समय समय पर समाज के कुछ लोगों द्वारा धर्म के माध्यम से ईश्वर की परिकल्पना गढ़ी गई और उसका भय दिखाया गया ताकी उत्पादन के अधिशेष पर नियंत्रण किया जा सके और कहीं न कहीं आज तक यह प्रवृति देखने को मिलती है। इसे देखने के लिए केवल एक वैज्ञानिक सूक्ष्मदृष्टि की आवश्यकता है।
मस्तिष्क के बदले गुदा द्वार से सोच रहे हो लगता है
@Mulnivasi shi kaha bhai tumne
🙏🙏
मैं समर्थन करता हूं
@@saurabh4424 मित्र शायद आपके यहां गुदा द्वार से सोचने की परंपरा विकसित हुई हो।
इसमें आपका कोई दोष नहीं है आपको यही संस्कार मिला है। आपके विचार आपकी संस्कारो व परिस्थितियों का देन है।
बहुत बहुत धन्यवाद भारत समाचार
Kya program h
Salute you guru ji🙇♂️🙇♂️
Kya pandita ज्ञान है क्या बात 😊
अभिवादन स्वीकार करें 👏🏻🇮🇳
U r a great teacher 🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद् 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👌👌👌👌💥💥💥💥
Thanks Bharat Samachar
Guru ji,aapse bohot kuch sikhna aur samajh ke aage badhna hai
Tq. Sooo...much @Bharatsamachar,,aap aise hi program late rahiye ,,,aaj tk ye kaam kise ne nhi kiya ,,aapne education me Kranti lane ki kosis ki h
Dhanywaad sir ji aapka ❤ es ko ant tak leke chele aap
Sir
ये show देखकर बहुत ही अच्छा लगा ।।
ये प्रोग्राम नई दिशा देगा।।।
Abodh Ojha sir is grea Guru
Sir 🙏 video continue rakhiyega plz
Aasha aur visvas hi ki aapke es lecture se
History ka section to thik ho jayega sath bahut kuchh🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Kya Baat hai sir...Salute You❣❣
बहुत-बहुत धन्यवाद सर🙏