निधि बेटा तुम्हारी सारी बातें पसंद आई हम भी यहां जर्मनी में पिछले 45 साल से रह रहे हैं बच्चे यहीं पैदा हुए और बड़े हुए कई बार सोचा भारत लौट जाए लेकिन भारत में ही अपने ही लोगों की चालाकियां देखकर दिल नहीं किया और अब तो जा ही नहीं सकते क्योंकि बच्चे बड़े हो गए हैं उनकी अपनी पसंद अपनी जिंदगी बिताने का अलग ढंग है भारतीयों से वह शक्ल से भारती लगते हैं दिमाग से यूरोपीय है और हम भी नहीं जा सकते हमेशा के लिए क्योंकि मेडिकल बहुत बड़ा कारण है हां हम साल 2 साल बाद घूम आते हैं कभी म्यूनिख की तरफ आने का विचार हो और हमारे पास आना हो तो आपका स्वागत है हम म्यूनिख के पास एक गांव में रहते हैं
आप जो बताये 100% सही और बढ़ी या बात बताई। में एक बात बताता हुं जहां जिंदगी अच्छी और सुखदायी लगती है लोग वहां रहना पसंद करते हैं प्रेम और लगाव की वजह वतन लौटने का कभी मन किसीका भी करता है। अभी खुदकी भारतकी ही बात बताता हुं में सुरत के ऐक गांव से सुरत आया अभी ज्यादा गांव जाने का मन नहीं करता, में ऐक सरकारी नोकरी में था फिर भी ३५ years सुलत 1 BHK में रहा मेरा बेटा अच्छा पढ़ाई कीया अच्छी नोकरी Pune में है income काफी ठीक है अभी वो सुरत वो चाहकर भीआना नहीं चाहता और हमें Pune साथ में रहने का बार बार कहता है, लेकिन इसके सीवा जो सब बातें आपने विदेश और ऐ भारतकी ही सिर्फ city change और अच्छी आवक की बात है। जो के पूणे का atmosphere और residence place में one of the preferenceial city माना जाता है फिरभी। आपने जो बताया ऐ तीन चीज वहां बेहतर है विदेश में environment , respect, greenary,, and water.
@@Financial_Mantra कुछ हद तक ठीक लेकिन पूरी तरह से सच नहीं । पैसे वालों को भी राजनेताओं, सरकारी तंत्र, अपराधियों से खतरा बना रहता है । इसलिए अमीर किसी काम या मजबूरी से भले ही भारत में रहते हों, वे सुरक्षित विदेशों में अपने घर, कारोबार, धन को रखते हैं, परिवार को भी, ताकि संकट में खुद भी भागकर वहां चले जा सकें ।
Bhai America , Europe sab dekh ke baithe hai.. Chor dacaoit sab jagah hai..Abhi Europe me itne illegal Islamists bhar gaye hai ki Pakistan , Bangladesh wala feeling ayega..America bhi barbad hai
I have been in Japan last 55 years, return to India, no matter where we lived in abroad, have to remain 2nd grade citizen, Japanese do not give nationality, foreign origin do not have same rights. My daughter educated in Oxford, have several offer from abroad, world Bank, strongly believe India is best, and have more comfortable life than living abroad.
मिलावट गया तेल लेने, भगवान से दुआ करिए अस्पताल जाने की नोबत न आए, सरकारी अस्पताल भैंसों का तबैला, और प्राईवेट अस्पताल के डाक्टर बिजनेसमैन हो गये है, मरीज को एटीएम मशीन समझते हैं, लूट लो दवा इलाज के नाम पर।
@@SoniSuryavanshi-e4b अपना पड़ोसी चीन देख लिजिए कितना आगे निकल चुका है, आबादी भारत के बराबर होने के बाद भी, क्योंकि भ्रष्टाचारी को फांसी होता है, लेकिन भारत जेलों में अपराधी मजा लेते हैं।
यहां क्या करोगे यहां सिर्फ धोखा झूठ लूट बेरोजगारी भुखमरी है और सरकार खुद ही नफरत की सत्ता चला रही है कि मन में आता है राजनेताओं को वोट के समय जूते पोलिश करवाके गांव से निकाला दे दू पर यहां नागरिक भी जानवर बन चुके हैं
सहीबात है अच्छे पैसों के साथ साथ रोजमर्रा की जिंदगी में आने वाली दिक्कतें जो भारत में है वह वहां नहीं है लाइफ बहुत कंफर्टेबल है। आबादी इसका एक बहुत बड़ा कारण है।
Abadi nahi, waha ke kanoon ache hai aur time pe nyay dete hai. Yaha nyay mein bahut hi jhol jhal hai. Logo ko saalo sal pareshan karne ka riwaj hai. Angrezi dimag ( divide and rule)se banaya gaye ghatiya kanoon jo na kisi ki raksha karta hai aur na criminals ko saaza deta hai. Balki ulta chor kotwal ko date.!!! Jya dekho scam, to loot people or corruption.Kaha jake rukega pata nahi.Aam Janata sirf tax dene ke liye hi hai. Rich , wealthy ,politicians, actors ,ministers, bureaucrates are above the law. They are the law. 😕😔
@@ashwinisingh3640आबादी को यूस करने के लिए इंडस्ट्री लगाकर अपना एनवायरमेंट नाश कर अपना नेचुरल रिसोर्स बर्बाद करना कहां की समझदारी है, चाइना इंडिया से ढाई गुना बड़ा है साईज में, यह भी देखिए
आपने बहुत ही सरलता से सारी बातों को बहुत ही अच्छे तरह से बताया जो एकदम सत्य है एसी स्थिति भारत में बिलकुल नहीं हैं जो जो आपने बताया भारत में उसके ठीक उल्टा है. एक भारत बासी
Aap ek vidushi bhartiya mahila hain Nidhi ji ! Itne saal pardesh mein rahne ke baad bhi Hindi language or word's par aapki pakad bani hui hai. Awesome 👍👍👍
आपकी बात सही है बेटा, मेरी लड़की स्ट्रगल करके अमेरिका गई मैं उतना ही कहा पछताना मत, उसने हां कहा, उसके बाद उसने कोई शिकायत नही की, मैं समझ सकता हु इतना स्ट्रगल वहा भी है, आपने कहा मुझे लगा मेरी बेटी ने कहा,😔
आप ने अपने अनुभव से जो भी कहा वो बहुत अच्छा लगा। वाकई में भारत में बहुत ही सुधार की जरूरत है जो की सम्भव नहीं होती दिख रही है। कारण एक मात्र है यहां की गंदी राजनीति। जिससे देश में कामचोर, बेईमान, मुफ्तखोरी नस नस में भरी हुई है।इस देश का भला होता ही नहीं दिख रहा है।यदि कोई सरकार कड़े कदम उठाए भी तो लोकतन्त्र के कारण सम्भव नहीं है। क्यों कि उन्हें चुनाव फेस करना है और मतदाता अपने हित के लिए मतदान करेगा।
@kksenapati6448 pura desh bhi khali ho jaye netas kahin jane ko nahi...oh (netas) bhi aasani se desh bech kr videsh chale jayengen kiyon ke desh ko videsh jisa bana ya hi nahi...bitha rah gaddi paked ke, vote 🗳 dega kisi party ko jaye ga kisi aur ko.😂😅😊
@politicaljoy-58 Desh ki chinta karne ki tujhe koi jarurat nehin, our Neta ko hum dekh Lange, han koi Pappu desh ka Neta nehin hai. Tum bas ek kam Karo pehli fursat me nikal Lo. JAI BHARAT
@kksenapati6448 pappu pahla lutera dusra lutera ka daur hai tisra lutera kon hoga...is liye tu kah raha hun, mere desh ka masla jansankhiya nahi hai...neta ki loot hai. Man ja bhai..
दिव्य आत्मन्न आदरणीय निधि जी हरि ॐ अभिवादन आपकी स्पष्ट, बेबाक बातों के लिए आपको साधुवाद। भारत देश में भी ऐसा work culture develop हो, व्यवस्थाएं इतनी अच्छी, सुन्दर हों इसके लिए प्रार्थना कीजिए। आप वहां अपने धर्म अध्यात्म की गतिविधियों के लिए कैसे व्यवस्था करते हैं बताइएगा। हम भारत में शिमला में रहते हैं, प्राकृतिक सुंदरता है चारोंतरफ।meditation के अच्छी vibes हैं। कभी शिमला आना हो तो अवश्य मिलियेगा। आपको और आपके परिवार को शुभेक्षाए, शुभ आशिर्वाद। हरि ॐ।
I worked in Sweden for 22 years and I am back in india... I had sent my daughters in India for education when they were in school... I am extremely happy now to be in my own country with my friends and parents. India has also changed a lot in last decade and many things are as good as in any other European country. The salaries and saving potential in India has also substantially improved. The only problem india had and has is huge population but inspite of that we all are really proud that India has progressed so well. Both my daughter's rejected the offer to settle in Europe and I am very proud of them... Kudos to India
I also stayed outside India for more than 8 years, in US & Europe, but finally I am settled in India & feel like coming back to home. Now I am much more happy & relax. Whatever she said is correct, but there are lot of other things which which Western & European countries are lacking & India has it, that's why I never felt like going back to US or Europe. One example is, In India, if you drive for more than 3-4 hours, you will find a total different culture, food, language, festivals etc.. There are many other reasons like this...
भारत मे गरीबो को 12 घंटे तक डयूटी करनी पड़ती है 12,15000 र के लिये। मजदूरों का बहुत शोषण है बड़ी बड़ी कंपनियों में भी चाहे अम्बानी हो या बिड़ला। ठेके के कर्मचारियों को बहुत त्रस्त किया जाता है। उसके पैसे काट के ऊपर बाले लाखो की सैलरी लेते है
Long back i came across an Indian couple settled down in U S. About the status of his life in U.S..He honestly replied Sir in this country I am assured of 24/7 Electricity Water and Piped Gas which are the essentials in anybody's daily life and added to that world class Road Network and very affordable Petrol.Any how in any body life the Comfort Zone differs and the Po reception also differs..The ultimate reality of Life is adaptability to the neccessity of situation where your gain some and Lose some.
@@Kiritshivanand pl understand as per U.S. salary they are able to afford these luxuries which cannot be compared to the realities of India .To be more precise as I am settled in U.S. i am coming across an Gujarati girl working as an Nani and earning about 3000 dollars a month which is equal to a Software Engineer in India.Certain things of ground reality cannot be compared due to the Parity Dollars to Rupees.To be very precise the average livable salary for a family of four in U.S. is monthly about 5500 dollars which if converted to Rupees he can live a Kings life in India
@@sunderj4774but the problem is, in India you not get even bare minimum salary to live average life like US; on the PPP model , what you get in 100 rupees in US can be available for 25 rupees in India, means 1/4 of the US; so same way in India required $1375 (₹1,15,350)per month 1/4 of $5500 in US for average life style, but average salary of an Indian is barely ₹ 20,000 per month.
@@kavishwarmokal124 yes you are correct sir.The main difference is in U.S. you are not judged by caste creed or colour but only by your merits which I am daily coming across as a sr settled in U.S. and quoting the reality from an reliable zone.Thank you.
सुनो सिस्टर यूरोप इसलिए बेहतर है क्योंकि यूरोप का जितना क्षेत्रफल है ना उसके अकॉर्डिंग उसका जनसंख्या उतना नहीं है जनसंख्या मतलब आबादी कम है रिसोर्स ज्यादा है तो इसीलिए यूरोप का लाइफस्टाइल बेहतर है भारत का क्षेत्रफल जितना है उससे कई गुना ज्यादा यहां पर जनसंख्या है आबादी ज्यादा है रिसोर्स कम है इसीलिए यहां पर बहुत कम चीज उपलब्ध है सभी के लिए
I have been living in the Washington, DC area for over 35 years and can't see myself going back to India permanently. A few reasons include: my kids don't want to go back (you also covered this); I have vested too much in the form of $$ and hard work and can't let go all wasted; more importantly, my parents recently passed away and my friends have moved to different cities in India. Therefore, when I went to India last year, I felt like stranger in my own city. I was looking for nostalgia of my old city but there are malls, high riser buildings now that I can't stand. If my city in India is copying American living style then why not stay in the USA. I do plan on spending some time in India every year after the retirement because I still have lot to see/visit in India.
Nidhiji Namaste, aapka video bahut practical hai. Main bhi Europe me hi hu apne 2 bacho ke sath pichhle 6 saal se. Bachhe ab local school me itne achhe se merge ho chuke ki ab India jaake padhnaa nhi chahte. Dusre saare factors bhi ekdum sahi hai jo aapne share kiye. India me baithke hum kabhi is tarah ki practical baato per focus nhi kar sakte jab tak ki khud isko face na karein. Good luck ahead.
न आरक्षण, न जटिल सामाजिक तंत्र, न आर्थिक तंगी । भारत में जनसंख्या का बहुत दबाव है। ज्यादातर लोगों में नागरिक समझ नहीं है। कानून का उल्लंघन तो फैशन है । बेहतर शिक्षा, बेहतर ईलाज मिले तो भला कोई क्यूं वापस भारत आएगा।
When stuck up in foreign countries and injustice caused by that countries these hypocrite catch hold of India as if they were there for India's service. Never disclose humiliation they face.
@@akashdeepjatav1069 reservation pane ke liye jativaad ka jhunjhuna 75 years ke baad bhi chalta rahega kyoki isase hi to 35% pane walo ko 90% valoki seat mil payegi.
@@akashdeepjatav1069 google karke sab pata chalega kitna difference he cut-off me. UPSC ka hi example dekh lena. reservation do lekin merit se compromise mat karo aur waise bhi reservation bhi jo ameer hote he unko hi milta he na ki garibo ko
Aap bhi india se jao swarg mai. Bonle ki aazadi, gandgi failane ki aaazadi, jhoot bolne ki aazadi sab videsho mai milegi. Bharat mai to ye sab bann hai.
भारत के लोग अपने देश की कु व्यवस्था , न्यायायिक और सरकारी भ्रष्टाचार , निजी काम मैं comment से मुकर जाना , हर खाने पीने की चीज मैं मिलावट से बहुत दुखी है और इस देश से निकलना चाहते है .. , धन कमाने के लिए यहाँ के नागरिक हर तरह का compromise कर लेते है ॥धोका और फरेब हर जगह मिलेगा ..
I think it all depend on perspective. Someone living in India, dreams of settling abroad. Once you are a permanent resident of that country then after a while realise it better to stay in your home country.
Wow! Really, this is a most important & ever useful, real fact deeply information about Bhartiya people in this best picturised video sharing by you for each & every, your this U tube channel viewers.
Everyone is looking for personal comfort and enjoy.. India is growing and we should contribute to this effort of India to grow and get developed! how that can be done should be discussed by this responsible generation of ours!
🙏आदरणीय जनसंख्या का रोना मत रोओ, जनशक्ति को चैनेलाइज करने की सोचो🙏 l🙏 क्षमा करें जितनी नौकरियों भारत में नहीं इतनी से ज्यादा नौकरियां तो विदेशों में हमारे भारतीय कर रहे हैं l जिन्हें अपने स्वर्णिम भविष्य के लिए चुनकर भेजते हो उनको डंडा क्यों नहीं करते, क्यों नाहक जनसंख्या का राग अलापने लगते हो यार🤔❓🤔 अरे उसी जनसंख्या से तो यह नेता वोट मांगते हैं कुर्सी पर चिपकते हैं, नहीं क्या🤔❓🤔 हमारे भी कई राज्य है दूसरे विकसित देशों से बहुत छोटे होंगे नहीं क्या वह कौन स स्वर्ग उतार के रख दिया भाई😮🤔❓🤗😊
आपकी बातें सुनने के बाद यदि कोई कहे कि आपमें देशप्रेम नहीं है तो यह बात पूर्णतया गलत है।भारत में हो रही समस्याऐं ही भारत के ब्रेनड्रेन का सबसे बड़ा कारण है और रहेगा यह सच्चाई है।आप वहाँ तो रहो और खुश रहिए।
मैं शुद्ध या अशुद्ध भारतीय हूँ या नहीं , यह तो मैं नहीं जानता हूँ, लेकिन एक सेकेंड भी इस देश में रहने को मेरी इच्छा नहीं है। अगर उत्तरी यूरोप के नार्डिक देशों में से कोई भी जैसे नार्वे,.डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, स्वीडेन आदि अपने यहाँ की नागरिकता दे दे तो मैं तुरंत छल-कपट, झूठ, लूट वाले दुनिया के तथाकथित सबसे बडड़े लोकतान्त्रिक देश को सदा के लिए अलविदा कहना चाहता हूँ। केवल 12-13 नार्डिक देशों में ही दुनिया का वास्तविक लोकतंत्र है। किसी भी अधिनायकवादी या इस्लामिक , पूंजीवादी देश की तुलना में भारत का झूठ, छल, कपट, लूट वाला अराजक लोकतंत्र मेरी प्राथमिकता होगी।
Nidhi...As you mentioned for indian expat..there are more than 1 reasons not going back to home country...To me.....after lived almost 25 years overseas....its hard to re-settle again in so called advance india
सच है भारत में बहुत ही अवयव्सथा है। इन सब अवयव्सथा को सहते हुए जो लोग भारत में रहते हैं वही तो सच्चे भारतीय हैं। हम सब भारतीय इस तरह से अपना पल्ला झाड़ लेगें तो सुधार कौन करेगा। कहाँ है विदेशों में परिवारिक जूड़ाव और शाकाहारी लोगों का तो विदेशों में रहना मुस्किल है। हमारे भारत में संसाधनों की कमी है विपरीत जनंसख्या सबसे ज्यादा जिसे न लोग ध्यान दें रहे हैं न सरकार।
@DesiNidhiInEuropa जी! मैंने 2011 से 2012 में कृषि भूमि संरक्षण, जनसंख्या नियंत्रण व अंध विश्वास के खिलाफ जागरूकता के लिए सायकिल यात्रा किया। और खुद अपने खर्च पर।
सच बात है दूसरे देश में रहना बहुत मुश्किल है, और फिर एक चक्र व्यूह में फस जाते है। अकेला व्यक्ति तो निर्णय ले लेता है। फैमिली के साथ निर्णय लेना मुश्किल होता है। सैलरी तो अच्छी ही होती है, उसमें कोई दो राय नहीं है।
All the best to the people like you settled in other countries and All the best to the people who live here in our Mahan Bharat Desh🙏 Goody 💐 Goody 🍫 to everybody❤ From Aamchi Mumbai 😃🇮🇳
Itne corruption/discrimination/racism/ etc k baad v hamara india itna developing hai which is proof ki avi v india mei kafi working/honest people hai jo apne desh se jyada pyar karte hai.
हम भारतीयों को ईन यूरोपियन देशों से बहुत कुछ सीखना होगा जहां पर स्वच्छ हवा पानी साफ़ सफाई पर्यावरण बेहद खूबसूरत है बाग बगीचे भी है और गंदगी बिल्कुल भी नहीं है और खाने-पीने की सब्जी फल दूध पानी सब कुछ असली है पर भारत मे सब कुछ मिलावट है भारत मे लोग सड़कों पर चलते हैं तो बदतमीजी से चलते हैं सड़कों पर गाली-गलौज रोडरेज आम बात है Traffic जाम आम बात है है सोसायटी के अपार्टमेंट मे रहनेवाले लोग आपस मे लड़ते रहते हैं जरा जरा सी बात पर वर्क कल्चर का यह हाल है कि ज्यादातर भारतीय अपने से नीचे काम करने वालों को नफरत की नजरों से देखते हैं और छोटे कार्य करने वालों के साथ गाली-गलौच आम बात है अपने से नीचे लोगों के साथ भारतीयों का गलत व्यवहार आम बात है हम भारतीयों को ईन यूरोपियन देशों से अभी बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है तभी हम भारतीय सनातन संस्कृति पर गर्व कर पायेंगे अभी तो हम ईस लायक़ हुए भी नहीं है कि लोगों के बीच सभ्य बनकर कैसे रहा जाएं
Uropian log hamse hi sikh k gaye h waha Jab Us Uk me padhayi nam ki chee nahinthi na tab hamare bharat me bade bade library ayurved shiksha sab kuch tha wo to kismat kharab thi hamari ki muglo ne sab barbad kar diya magar bhagwan ka shukra h pura nahi mita paye Ye bahar wale kya jane bharat ki sanskriti ko bas materialistic life jite h asli life to apne swah me hoti h chahe namak roti khane ko mile magar sukun apne ghar me hi milta h
जी निधि बहन प्रणाम । हमे कुछ अच्छाई सिखनी चाहिए । भारत में जनसंख्या ज्यादा है वह कन्ट्रोल मे आये । लिमट मे बच्चे हो । भ्रष्टाचार खत्म हो वैसे भारतीय संस्कृति अच्छि भी है उसे भी हमे मानना चाहिए । जैसे परिवार मदद करे । #गीताजी । मालिक हमे सद्बुद्धि दे ।
Don't forget they did not spare their own ,millions had to die in concentration camps, the moment you start feeling heat, the only refuge is India. So don't be short sighted . India is moving fast in right direction. So be happy where you r and enjoy increasing clout of India.
Yes, agree with you completely. Good job. Even cannot consider retiring in Bharat with defined income, health and other benefits from western country because - 1. What we say and mean is different for the people of Bharat. So many times local people of Bharat say something and do something else. Cannot appreciate the time of the other party. 2. In retirement, dependable health care is an issue. Dr. mislead so that they can make money - take advantage of us. 3. Being senior we remain in constant fear of theft - pick pocketing - in the name of change, people of Bharat give us old, demonatized currency. ...
Aapki baatein bilkul sahi hai Nidhi ji lekin mujhe lagta hai ki agar aap India mein accha kama lete hain to India mein aap ek king ki tarah reh sakte hain . Uske saath aapke paas ek achha family support system rehta hai jiski value humein tab pata chalti hai jab humein iski zaroorat padhti hai . Khaas kar ke jab bacche settle ho jaate hain to India mein aap loneliness ke shikaar nahi hote . Aapko apne videos mein aisa angle bhi explore karna chaahiye . Sirf taareef hi karengi to log bahut gumrah ho jaayenge
I studied hard and finally worked as a doctor in Germany. I lived there for 3 years. I had really good and beautiful experience with some people there. Lot of things are really good there. But it doesn't matter what you do, how much you earn. It doesn't worth at all in settling down there or outside anywhere. Your own country, it's always better than any Heaven anywhere in the World, in any scenario, in any circumstances. It is not because i was missing my family and friends or anything else. Everything was fine with me. But one thing i realised that eventually nothing belongs to us there in any sense. The things which actully belongs to me and matters to me, i have left. So i decided to come back to my country. One thing would like to tell. In terms of earning in our country, there is huge potential, much more than many European country. If you do your own business. These potential doesn't exist in developed countries. India rank 3rd in purchase power parity. So it's a kind of illusion of more earning in developed countries.
I have seen many people from europe, russia, america leaving their country and leaving jn india for spirituality, i think the inner silence and joy which they want got from indian spirituality.. I think indian has its essence because of its spirituality, if you want better material life then really its abroad but path of mukti will be achieved only in india..
You ur in good place ये भारत है वही गरीबों का भ्रष्ट देश हैं । मुझे मौका मिल जय तो अभी देश छोड़ दूंगा इस बेवड़े देश को हालाकि लाइफ में ये गोल रहेगा की देश को छोड़ के safe and better opportunity जगह जाने की ।
Aapki soch he tay karti hai aap kya hasil karenge?😊 Bharat ka potential pura viswa ab to janta hai. Yahan Jo chahe hasil kar sakte hai aur videsh me Paisa pedd ke patto par hoga, sochna moorkhta hai.
भारत में जनसंख्या ज्यादा है सर इसपर आजतक किसी राजनीतिक पार्टी या नेता ने ध्यान नही दिया ऑर अभी भी नहीं हैं. वैसे ही जाती धर्म का तनाव की वजह से सुरक्षा, रोड एक्सीडेंट, आरक्षण यह भी कारण है. यहां पूरी जिंदगी रोटी, कपड़ा और मकान में जाति है। वहा सब कुछ है पर अपने देश में रहना कभी भी अच्छा, जैसा भी है।
भारतीय को जापानियों से सीखना चाहिए. भूकंप जैसी पर्यावरणीय कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद जापानियों ने कभी दूसरे देशों की ओर पलायन नहीं किया। उनके लिए अपने देश का विकास ही अंतिम लक्ष्य है। भारतीय प्रवासियों को जापानियों से सीखना चाहिए और व्यक्तिगत आराम के अलावा केवल भारत के बारे में सोचना चाहिए।
@@umashankarjangid8848 हाँ, भारत को जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। आचार्य प्रशांत जैसे लोग भारत में पर्यावरण बचाने की कोशिश कर रहे हैं. भारतीयों को राष्ट्र के लिए उनके संघर्ष से सीखना चाहिए। अमेरिका या यूरोप में बसने का सपना देखने के बजाय।
Absolutely right dear . Europe is more better than any other country. Life style and job opportunities are much higher than any other countries. Everyone has right to live their lives peacefully and comfortably without any fear or insecurity. And also salaries are higher than India over there. Health system is also good . Hopefully I will be come soon in Europe 😊please make video’s on jobseeker visa of Austria 🇦🇹 ❤ love you 🥰
समस्यायों के सामाधान की ईच्छा पूर्ति कभी भी मनुष्य के हाथों में नहीं होती हैं। जब तक हमरा दाना पानी- वहां का लिखा है तभी तक वहाँ रह सकते है। यूक्रेन वालों को पूछो अपना देश छोडकर क्यूँ गये।
अच्छा है , आप वहां सुखी रहे। यहां लोग 70,साल जी पा रहे है।और आप 100 साल जिए। वहां का ताजा खाना खाओ। और यूरोप को सनातन संस्कृति को ग्रहण करने दे, और यहां की संस्कृति को अपनाने दे।आप जहां भी रहो खुश रहो।लेकिन मैं इस बात का विरोध करूंगी थोड़ा सा। की जो अपने भारत में रहना चाह रहे है उन्हे भारत में ही रहने दे।क्युकी कुछ जिम्मेदारी अपनी माटी और अपने मां बाप के प्रति भी बनती है। आज ये ही जनसंख्या अगर आपके इस देश में हो जाए तो समझो भारत से भी बुरी हालत हो जाएगी। ये भाग कर छुप जाने वाली स्थिति है।की नीची गर्दन करके उनकी हेय दृष्टि को देखते रहो। हंस नही सकते , बोल भी नही सकते , है कैसे चल नही सकते। मतलब जी हुकुम वाली आका स्थिति में जीना है। बहुत सारा सुख है विदेश में , लेकिन भारत जैसी स्थिति अगर कोई भी देश हो जाए तो जनाब माहौल बिगड़ने में मिनट एक लगेगा। कोरोना में भारत ही था जो इतना झेल पाया। विदेशों के तो चिथड़े उड़ गए थे। नशे में लिप्त विदेश सदा ही भारत को गाली दिया है।फिर कोई वहां को हो या कोई भगोड़ा। मेरी ये भावना मेरे देश और मेरे DNA के प्रति सम्मान है। बुरा कोई भी मत मानना परदेसी दोस्तो।ये तो मेरे देश का प्रेम बोल गया , वरना मेरी इतनी हिम्मत कहां आप जितने समझदार, बड़े लोगो के बारे बोलने की 🙏🌴😎🚩🚩
@@titaniumffclub9122 सही कहा , भारत में असली काम करने वालों की संख्या कुल मिलाकर 5 % है।उससे ये देश चल रहा है। और नाम कमा रहा है। विदेशों में टोटल मेंबर काम करते है देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में। अगर ये जो विदेशों में PR के लिए वहां गधा मजदूरी कर रहे है इस मजदूरी का 20% भी यहां कर लेते ना तो देश की रौनक ही अलग होती।खैर जो भी बचे है है , हमको गर्व है अपने देश पर ।
Really you made a real truth of india🇮🇳, in 2047india can become viksit bharat, it's true that NRI can't adjust in india due to bad weather and bad habbits.
Niddi ji aapki ki sari baate sahi h. Vishesh achha h isliye h aap vha work hard krte ho . imandari se kaam krte ho . Discipline me rhte ho . Koyi correption nhi h. Agar ye sari baate apne desh indian me ho jaye to ... Apne desh jsa koyi nhi hoga. Lekin yha esa nhi hota nhi h.
India mein rehne ke problems: 1.Adulteration in food 2. Impure water 3. Impure Environment 4. Pollution 5. Corruption 😢😢😢 6.Irrespect, insult and Bad language. 7. Tensionwala work culture. overtime. 8. No personal time. 9. No time for hobby.
@@bhimrai8524 There are many root causes with faulty non functional eco system. such other things made by British which needs to be indianese( not included in her list.) This is her list. We still have Stooges of British who run the ecosystem. Unless addressing such burning issues and working on the roots, Nothing positive, concrete and growthful will happen in india. Rightnow the ecosystem is hell bend on controlling innocent people rather than punishing the guilty, corrupt and criminals. They are Simply not interested in bringing down the crime rates. Eco systems ensures People will remain poor, uneducated and dependent to be manipulated for their own benefits. 😕😔
Darshan singh, there is nondeclared gundagardi for lutpat, knife attack etc. You cannot do it on road as you do here. Certainly, foreign is, better but india is changing now,
बिल्कुल गलत बात आपको कोई ऐसे देश में भेजा जाये जहां का माहौल बहुत ज़्यादा खराब है ,मौसम खराब है , खाने की चीज़ अच्छी नहीं कोई भी अच्छी सुविधा नहीं तो फिर वहाँ आपको करोड़ रुपये भी मिलेंगे ना monthly तो आप नहीं रुकोगे
@@DesiNidhiInEuropa Krodo rupiye Lgta h gribi nhi dekhi Chand hzar mhina salary k liye log Gndagi saaf krte h log Jis kichad se gujrna muskil ho Usme utrte h mjdoor log Aap to fir bhi rhne ki baat kr rhi Jha hwa v aaspas kchra ho😉😉
It's tough to change countries.... A normal person thinks twice before changing cities ..but ye to country change hai.... Totally agreed with your content.... You have to think practically.
Bhai Reservation bhi nahi hai, abhi Hinduja Brothers ko jail bhi hui hai! She is hundred percent right, Europe is best place to live ! Gulf countries like saudi Dubai UAE Kuwait is worst! They treat immigrants like slave!gulf hai toh bhago! Luckiest person get to stay in Europe pagal hai kya emotional ban kar apne pairo par kulhadi marey? They get equal opportunity in europe and best living standards respect from CEO to watchman! It's not gulf ! India is better than gulf but not Europe is better than India
You are absolutely right 👍▶️ now, and an important point suggest to live in foreign countries, where people live safely So it is everyone dream is that life should be safe secure and comfortable at any stage of life without any disturbance, from birth to the end of life ❤️🔜💋💖 In India it is not possible from top to bottom I mean the government who maintain the life of Indian people either it may be common man or highly sophisticated people always been with differently from each other because of mixed culture by cast living get-together, that's why Indian living standard is not good.#SUBHASH NISARTA.
There is no hope for India to grow with old redundant eco systems.Only if The root cause is addressed and necessary action in positive direction based on people's need are taken india will truly grow to its highest potential. Right now things are twisted and turned into big mess and out of context. The basic English ecosystem that are in place must be abolished completely. New Indianised functional practical transperant accountable Governance system must be invented. Government servant charters must come into play. Right now people' s participation in framing policies is zero.( People are not heard and People aren't invited to elect on any issue. They are simply made to obey laws which are draconian. participation of the people is absolutely vital.( Participation of Common people at grass root level in framing policies of India not rich, influential businessman who are 2% of the people)
भारत में कामयाब होना बहुत ही मुश्किल कार्य है यहां पर सेटल होना हर व्यक्ति के बस की बात नहीं है इसलिए हम लोग विदेश में जाते हैं विदेश में भी यदि कंपटीशन होता तो जो लोग भारत में सरवाइव नहीं कर सकते वह बाहर भी ना कर पाते हैं मोटे तौर पर यदि भारत का एक रुपया अमेरिका के एक रुपया के बराबर हो तो कोई भी व्यक्ति बाहर न जाए यह जो 80 गुना फर्क है इसी कारण लोग पैसा बचा पाते हैं दूसरा भारत में कंपटीशन मैं निकालना बहुत ही कठिन कार्य है जबकि विदेश में कंपटीशन भारत की तुलना में कम है आने वाले समय में भारतीय ही इतनी ज्यादा हो जाएंगे विदेश में उनके बीच दौड़ लगेगी संसाधनों पर कब्जा करने की जो व्यक्ति बाहर चला गया वह दोबारा यहां पर आकर करेगा क्या कैसे सरवाइव करेगा कैसे अपना लाइफस्टाइल मेंटेन करेगा यहां पर आपके पास साम दाम दंड भेद प्रत्येक क्षेत्र में जब तक आप कुशल नहीं हो सरवाइव कैसे करोगे
Bilkul sahi analysis hai aapki...Vaisey bhi waapis aaney ke liye koi nahi jata....majboori mein hi wapis aatey hain.. ...Aur family relationships ,parents are never a priority...baaki sab cheezey hain..
Sister,thanks for making us aware of the life in Europe. It is rightly said that -‘ East is East and West is West but never the twin can meet’- No doubt life in Europe is comfortable, easy, respectable and without an element of corruption. Yes ! India is a crowd of various kinds of people and breeding of fresh kids each year adds crores in a year. There are many weaknesses in our political, social and judicial systems. We are a polluted country. But now there is huge development in many areas. Our railway system, establishment of new airports,our IITs, medical education,our infrastructure, and our achievements in area of ‘ information technology’ and ‘ space’ are second to none. Our IITians are CEOs of many multinational companies and are working successfully in middle management of such companies. Indian professionals are respected for their acumen and sincerity in the world. To choose our mother,father and country is not in our hands. So, truely, there are various kinds of problems, but still 140 crore people are residing in this country. Those Indians who are destined to live in Europe,USA or any other country with all the comforts, but the next generation of children that are born and grows in these countries become Indian in features but European in attitude. These children never want to come to India for longer stay but only as tourists. If huge majority is destined to live in India, they have no other option,but innumerable civilizations have grown and vanished on this earth since times immemorial. Europe has also fought many wars and huge blood of human beings have been sprayed in Europe. It is fine that every comfort is there now. We human beings in spite of huge academic achievements,still are imperfect. Everyone is struggling for survival anywhere he/ she is…. wishing sister all the best to you, to your family and the country of your stay.
अपने भारत में एक तो आबादी इतनी तेजी से बढ़ रही है कि आने वाले समय मे लोग सड़क पर ही रहना शुरू कर देंगे।इस पर कोई राजनीतिक पार्टी बोलने की हिम्मत नही जुटा पाती है ,साथ ही पढ़ाई और नौकरी में रिजर्वेशन भारत के युवाओं को विदेश जाने को प्रेरित कर रहा है।
Bhai job kahin nhj hai agar ye socho ki Europe mai job hain tk ye galat hai jyadatar Indian yahaan wo kaam karety hain jo wahaan krney se unko sharam aati hai jainse house cleaner petrol pump pr safai waiter jainse kaam apney desh mai unko sharam aati hai job kahin bhi nhi hai jitna painsa bahar jaaney mai lagta hai utna apney desh mai business pr lagao to accha rehega yahaan Europe mai kai logon ke paas ghr bhi nhi hain wo road pr tent mai sotey hain aur din mai ghrudwarey mai khana khatey hain
निधि बेटा तुम्हारी सारी बातें पसंद आई हम भी यहां जर्मनी में पिछले 45 साल से रह रहे हैं बच्चे यहीं पैदा हुए और बड़े हुए कई बार सोचा भारत लौट जाए लेकिन भारत में ही अपने ही लोगों की चालाकियां देखकर दिल नहीं किया और अब तो जा ही नहीं सकते क्योंकि बच्चे बड़े हो गए हैं उनकी अपनी पसंद अपनी जिंदगी बिताने का अलग ढंग है भारतीयों से वह शक्ल से भारती लगते हैं दिमाग से यूरोपीय है और हम भी नहीं जा सकते हमेशा के लिए क्योंकि मेडिकल बहुत बड़ा कारण है हां हम साल 2 साल बाद घूम आते हैं कभी म्यूनिख की तरफ आने का विचार हो और हमारे पास आना हो तो आपका स्वागत है हम म्यूनिख के पास एक गांव में रहते हैं
Thank you so much uncle ji for liking my video 🙏and sharing your thoughts ..aur aap bilkul sahi kah rahe hain Matlabi log sab jagah hain
good
❤❤
आप गांव में क्यों रहते हो दो 45 साल हो गए हैं तो शहर में घर लेने जितने पैसे भी नहीं है क्या?
India aane ke bare me kabhi mat sochiyega bahut hi narak jagah hai 12 se 14 hours work pade likhe ho yaa na ho Bandhu majaduri karana padata hai
आप जो बताये 100% सही और बढ़ी या बात बताई। में एक बात बताता हुं जहां जिंदगी अच्छी और सुखदायी लगती है लोग वहां रहना पसंद करते हैं प्रेम और लगाव की वजह वतन लौटने का कभी मन किसीका भी करता है। अभी खुदकी भारतकी ही बात बताता हुं में सुरत के ऐक गांव से सुरत आया अभी ज्यादा गांव जाने का मन नहीं करता, में ऐक सरकारी नोकरी में था फिर भी ३५ years सुलत 1 BHK में रहा मेरा बेटा अच्छा पढ़ाई कीया अच्छी नोकरी Pune में है income काफी ठीक है अभी वो सुरत वो चाहकर भीआना नहीं चाहता और हमें Pune साथ में रहने का बार बार कहता है, लेकिन इसके सीवा जो सब बातें आपने विदेश और ऐ भारतकी ही सिर्फ city change और अच्छी आवक की बात है। जो के पूणे का atmosphere और residence place में one of the preferenceial city माना जाता है फिरभी। आपने जो बताया ऐ तीन चीज वहां बेहतर है विदेश में environment , respect, greenary,, and water.
हर कोई Europe तो नहीं आ सकता आपके vedio से fleeing ले लेता हूं Europe की
Thank you🎉
जिस दिन भारत में कानून का शासन चलने लगेगा उसी दिन से देश सब देशों से बेहतर हो जायेगा। ऐसा कभी हो पायेगा, लगता नहीं है।
@@dineshyadav1245 jhoot bolay koua katay, kalay kouye say dario
Was a good song of film Bobby.
हो रहा है, हिंदू के शासन में
सिर्फ अपने रिश्तेदारों मित्रों से मिलने, यूंही घूमने आना, लेकिन रहना वहीं । आम लोगों के लिए यहाँ जीवन नर्क है ।
Paisa hai to India bhi swarg hai..Paisa nahi to Europe bhi nark hai.
@@Financial_Mantra कुछ हद तक ठीक लेकिन पूरी तरह से सच नहीं । पैसे वालों को भी राजनेताओं, सरकारी तंत्र, अपराधियों से खतरा बना रहता है । इसलिए अमीर किसी काम या मजबूरी से भले ही भारत में रहते हों, वे सुरक्षित विदेशों में अपने घर, कारोबार, धन को रखते हैं, परिवार को भी, ताकि संकट में खुद भी भागकर वहां चले जा सकें ।
Bhai America , Europe sab dekh ke baithe hai.. Chor dacaoit sab jagah hai..Abhi Europe me itne illegal Islamists bhar gaye hai ki Pakistan , Bangladesh wala feeling ayega..America bhi barbad hai
@@Financial_Mantrapadh jahan ugta hai grd phila hi leta hai😂😅
I have been in Japan last 55 years, return to India, no matter where we lived in abroad, have to remain 2nd grade citizen, Japanese do not give nationality, foreign origin do not have same rights.
My daughter educated in Oxford, have several offer from abroad, world Bank, strongly believe India is best, and have more comfortable life than living abroad.
@@ashokjain8792 बिल्कुल सही।
😮fully agreed
Shayad aap apne Jain dharma kay karan adjust nahee ker paa rahe ho.
Pity upon you...dear. 😊
India, wud hv given worst education due to cancer of reservation. Your daughter got best of education nd can easily get high profile jobs
भारत में हर चीज में मिलावट है, हर काम के लिए रिश्वतखोरी, मकारी, चापलूसी, गंदगी, नर्क लोक भारत देश, आप जहां है वहीं रहें भारत न आएं।
Abhi abhi khabar aa rahi hai Akola Maharashtra se ki garlic bhi milavati (cement ka) aaya hai bazaar mei.
मिलावट गया तेल लेने, भगवान से दुआ करिए अस्पताल जाने की नोबत न आए, सरकारी अस्पताल भैंसों का तबैला, और प्राईवेट अस्पताल के डाक्टर बिजनेसमैन हो गये है, मरीज को एटीएम मशीन समझते हैं, लूट लो दवा इलाज के नाम पर।
Please India ki baare me galat na bole please
@@SoniSuryavanshi-e4b अपना पड़ोसी चीन देख लिजिए कितना आगे निकल चुका है, आबादी भारत के बराबर होने के बाद भी, क्योंकि भ्रष्टाचारी को फांसी होता है, लेकिन भारत जेलों में अपराधी मजा लेते हैं।
यहां क्या करोगे यहां सिर्फ धोखा झूठ लूट बेरोजगारी भुखमरी है और सरकार खुद ही नफरत की सत्ता चला रही है कि मन में आता है राजनेताओं को वोट के समय जूते पोलिश करवाके गांव से निकाला दे दू पर यहां नागरिक भी जानवर बन चुके हैं
सहीबात है अच्छे पैसों के साथ साथ रोजमर्रा की जिंदगी में आने वाली दिक्कतें जो भारत में है वह वहां नहीं है लाइफ बहुत कंफर्टेबल है। आबादी इसका एक बहुत बड़ा कारण है।
Abadi nahi, waha ke kanoon ache hai aur time pe nyay dete hai. Yaha nyay mein bahut hi jhol jhal hai. Logo ko saalo sal pareshan karne ka riwaj hai. Angrezi dimag ( divide and rule)se banaya gaye ghatiya kanoon jo na kisi ki raksha karta hai aur na criminals ko saaza deta hai. Balki ulta chor kotwal ko date.!!! Jya dekho scam, to loot people or corruption.Kaha jake rukega pata nahi.Aam Janata sirf tax dene ke liye hi hai. Rich , wealthy ,politicians, actors ,ministers, bureaucrates are above the law. They are the law. 😕😔
ऐसा कुछ नहीं भाई आबादी तो चाइना की भी है. आबादी आपके लिए वरदान भी होती है. असल बात है की हमें कचड़े मे रहने की आदत है और नेता भी वैसे ही करते है
@@ashwinisingh3640आबादी को यूस करने के लिए इंडस्ट्री लगाकर अपना एनवायरमेंट नाश कर अपना नेचुरल रिसोर्स बर्बाद करना कहां की समझदारी है, चाइना इंडिया से ढाई गुना बड़ा है साईज में, यह भी देखिए
बहुत सुंदर तरीके से तुलनात्मक अध्ययन करके जो सारंचात्मक पक्ष रखा वाह अनुकरणीय है। बहुत बहुत शुक्रिया
Thank you so much for liking my video
आपने बहुत ही सरलता से सारी बातों को बहुत ही अच्छे तरह से बताया जो एकदम सत्य है एसी स्थिति भारत में बिलकुल नहीं हैं जो जो आपने बताया भारत में उसके ठीक उल्टा है. एक भारत बासी
Respected Mam , आपने जो भी वहां की अच्छी बातें बताई, सुनकर अच्छा लगा, मैं शॉर्ट में बताता हुं, स्वर्ग नर्क का फर्क है
सही है .हर कोई अपने हिसाब से सोचता है. आपने वास्तविकता बताई है. धन्यवाद.
Thank you for liking my video
Aap ek vidushi bhartiya mahila hain Nidhi ji ! Itne saal pardesh mein rahne ke baad bhi Hindi language or word's par aapki pakad bani hui hai. Awesome 👍👍👍
आपकी बात सही है बेटा, मेरी लड़की स्ट्रगल करके अमेरिका गई मैं उतना ही कहा पछताना मत, उसने हां कहा, उसके बाद उसने कोई शिकायत नही की, मैं समझ सकता हु इतना स्ट्रगल वहा भी है, आपने कहा मुझे लगा मेरी बेटी ने कहा,😔
आप ने अपने अनुभव से जो भी कहा वो बहुत अच्छा लगा। वाकई में भारत में बहुत ही सुधार की जरूरत है जो की सम्भव नहीं होती दिख रही है। कारण एक मात्र है यहां की गंदी राजनीति। जिससे देश में कामचोर, बेईमान, मुफ्तखोरी नस नस में भरी हुई है।इस देश का भला होता ही नहीं दिख रहा है।यदि कोई सरकार कड़े कदम उठाए भी तो लोकतन्त्र के कारण सम्भव नहीं है। क्यों कि उन्हें चुनाव फेस करना है और मतदाता अपने हित के लिए मतदान करेगा।
Right
Quality of life hai or sabse important izzat hai har insan ki vha … they don’t judge by money or power… humanity first ❤
They do judge poor people.
पिछले 10 सालों में 5 करोड़ ने भारतीय नागरिकता समाप्त की है
@@Usriri_4891 Har saal 5cror chhod dein to jo Bharat me rehte hain unke liye bohat bada ehsan hoga. Aap kab chhod rehe Ho?
@kksenapati6448 pura desh bhi khali ho jaye netas kahin jane ko nahi...oh (netas) bhi aasani se desh bech kr videsh chale jayengen kiyon ke desh ko videsh jisa bana ya hi nahi...bitha rah gaddi paked ke, vote 🗳 dega kisi party ko jaye ga kisi aur ko.😂😅😊
@politicaljoy-58 Desh ki chinta karne ki tujhe koi jarurat nehin, our Neta ko hum dekh Lange, han koi Pappu desh ka Neta nehin hai. Tum bas ek kam Karo pehli fursat me nikal Lo. JAI BHARAT
@kksenapati6448 pappu pahla lutera dusra lutera ka daur hai tisra lutera kon hoga...is liye tu kah raha hun, mere desh ka masla jansankhiya nahi hai...neta ki loot hai. Man ja bhai..
K
स्वर्ग है आस्ट्रिया ।
भारतीयों को बसने में वहाँ मदद करो ।
आप कितने सरल व अच्छे हो ।
जय हिंद
Very good country.like heaven on earth.in india we talk on high value but we are selfish and currept.in future I will plan to live in Vienna.
Austria is undoubtedly beautiful! Particularly Salsburg! What a pleasant climate! I personally like Austria more than Switzerland.....
भारत की बढ़ती आबादी अब यूरोप में बस रही है
Hamaare park me log thuk ke jate hai
Very true.
दिव्य आत्मन्न
आदरणीय निधि जी
हरि ॐ अभिवादन
आपकी स्पष्ट, बेबाक बातों के लिए आपको साधुवाद।
भारत देश में भी ऐसा work culture develop हो, व्यवस्थाएं इतनी अच्छी, सुन्दर हों इसके लिए प्रार्थना कीजिए।
आप वहां अपने धर्म अध्यात्म की गतिविधियों के लिए कैसे व्यवस्था करते हैं बताइएगा।
हम भारत में शिमला में रहते हैं, प्राकृतिक सुंदरता है चारोंतरफ।meditation के अच्छी vibes हैं।
कभी शिमला आना हो तो अवश्य मिलियेगा।
आपको और आपके परिवार को शुभेक्षाए, शुभ आशिर्वाद।
हरि ॐ।
इतनी अच्छा संदेश दिया हमको भी आनेका दिल करता है.धन्यवाद मॅडम
Thank you for liking my video
I worked in Sweden for 22 years and I am back in india... I had sent my daughters in India for education when they were in school... I am extremely happy now to be in my own country with my friends and parents. India has also changed a lot in last decade and many things are as good as in any other European country. The salaries and saving potential in India has also substantially improved. The only problem india had and has is huge population but inspite of that we all are really proud that India has progressed so well. Both my daughter's rejected the offer to settle in Europe and I am very proud of them... Kudos to India
Security issues can't be ignored
Which country does not have issues.Me and my family feel more safe in my country India than any other country.
अपना देश तो अपना होता है.....पर सब के अपने views और सोच होती है ,और वो ही बात उनके लिए एहम है....
To problem kya hai maje karo
I also stayed outside India for more than 8 years, in US & Europe, but finally I am settled in India & feel like coming back to home. Now I am much more happy & relax.
Whatever she said is correct, but there are lot of other things which which Western & European countries are lacking & India has it, that's why I never felt like going back to US or Europe.
One example is, In India, if you drive for more than 3-4 hours, you will find a total different culture, food, language, festivals etc..
There are many other reasons like this...
भारत मे गरीबो को 12 घंटे तक डयूटी करनी पड़ती है 12,15000 र के लिये। मजदूरों का बहुत शोषण है बड़ी बड़ी कंपनियों में भी चाहे अम्बानी हो या बिड़ला।
ठेके के कर्मचारियों को बहुत त्रस्त किया जाता है। उसके पैसे काट के ऊपर बाले लाखो की सैलरी लेते है
Long back i came across an Indian couple settled down in U S. About the status of his life in U.S..He honestly replied Sir in this country I am assured of 24/7 Electricity Water and Piped Gas which are the essentials in anybody's daily life and added to that world class Road Network and very affordable Petrol.Any how in any body life the Comfort Zone differs and the Po reception also differs..The ultimate reality of Life is adaptability to the neccessity of situation where your gain some and Lose some.
true but at the cost of they pay very high price can you ready to pay that price in india ?
@@Kiritshivanand pl understand as per U.S. salary they are able to afford these luxuries which cannot be compared to the realities of India .To be more precise as I am settled in U.S. i am coming across an Gujarati girl working as an Nani and earning about 3000 dollars a month which is equal to a Software Engineer in India.Certain things of ground reality cannot be compared due to the Parity Dollars to Rupees.To be very precise the average livable salary for a family of four in U.S. is monthly about 5500 dollars which if converted to Rupees he can live a Kings life in India
@@sunderj4774 Yes but for that you are paying very high price you could not understand now. the reality is differnt
@@sunderj4774but the problem is, in India you not get even bare minimum salary to live average life like US;
on the PPP model , what you get in 100 rupees in US can be available for 25 rupees in India, means 1/4 of the US; so same way in India required $1375 (₹1,15,350)per month 1/4 of $5500 in US for average life style, but average salary of an Indian is barely ₹ 20,000 per month.
@@kavishwarmokal124 yes you are correct sir.The main difference is in U.S. you are not judged by caste creed or colour but only by your merits which I am daily coming across as a sr settled in U.S. and quoting the reality from an reliable zone.Thank you.
सुनो सिस्टर यूरोप इसलिए बेहतर है क्योंकि यूरोप का जितना क्षेत्रफल है ना उसके अकॉर्डिंग उसका जनसंख्या उतना नहीं है जनसंख्या मतलब आबादी कम है रिसोर्स ज्यादा है तो इसीलिए यूरोप का लाइफस्टाइल बेहतर है भारत का क्षेत्रफल जितना है उससे कई गुना ज्यादा यहां पर जनसंख्या है आबादी ज्यादा है रिसोर्स कम है इसीलिए यहां पर बहुत कम चीज उपलब्ध है सभी के लिए
Area k hisab se kitna population hona chahiye india me
@@GhinonaBachcha बीस करोड़ तक होनी चाहिए
@@umashankarjangid8848 tab to 120crore ko thikaane lagana hoga
Yes india me population kam hoga tabhi cheeze thodi behatar hongi
@@DesiNidhiInEuropa kam karne k liye kya karna hoga? Mass termination
आपने जो भी कहा वर्तमान समय की ग्यारंटी के तौर पर सही कहा है...।। ☺
जॉब सटीस्फेक्शन , रिसपेक्ट, अँड जॉब
टायमिंग जो इंडिया मे नही है
I have been living in the Washington, DC area for over 35 years and can't see myself going back to India permanently. A few reasons include: my kids don't want to go back (you also covered this); I have vested too much in the form of $$ and hard work and can't let go all wasted; more importantly, my parents recently passed away and my friends have moved to different cities in India. Therefore, when I went to India last year, I felt like stranger in my own city. I was looking for nostalgia of my old city but there are malls, high riser buildings now that I can't stand. If my city in India is copying American living style then why not stay in the USA. I do plan on spending some time in India every year after the retirement because I still have lot to see/visit in India.
हमारे देश का पुलिस प्रशासन सब से भ्रष्ट हैं, इसके मुकाबले यूरोप की पुलिस का जवाब नहीं।
Kyu aisa kyu...europe ki police kuch alag khaana khaati hai ya paani alag hai? Wo log kamchor kyu ni h
Matlab aisa kya hhai jis wakah se wo corrupt nahi h aur kaam karte hai?
Kyu ki talented aadmi ko vo log hire karte hai aur apne india me cast religion ke base par noukari dete hai na ki talent par. Ye difference hai
Is samay me bahut control hua ha bjp shasit rajyon me
पुलिस न्यायालय और नेता को भ्रष्टा खुद। जानत ने बनाया है
आप भी बहुत अच्छी हो और आपकी बातें भी बहुत अच्छी है कि बाकि हम लोग तो इंडिया में ही रहेंगे
Same here, it’s almost 26 years I couldn’t go back. Last year I took visa but I couldn’t go. Lots of people understand you.
Thank you for liking my video
Nidhiji Namaste, aapka video bahut practical hai. Main bhi Europe me hi hu apne 2 bacho ke sath pichhle 6 saal se. Bachhe ab local school me itne achhe se merge ho chuke ki ab India jaake padhnaa nhi chahte. Dusre saare factors bhi ekdum sahi hai jo aapne share kiye. India me baithke hum kabhi is tarah ki practical baato per focus nhi kar sakte jab tak ki khud isko face na karein. Good luck ahead.
मैडम ज़िन्दगी कि सारे खुशियां जहां मिलते हों तो कौन भ्रष्टाचार देश को याद करेगा और क्यूं आना चाहिएगा। धन्यवाद । सही बतलाई
Thank you
right 👍
आपने सही कहा .
न आरक्षण, न जटिल सामाजिक तंत्र, न आर्थिक तंगी । भारत में जनसंख्या का बहुत दबाव है। ज्यादातर लोगों में नागरिक समझ नहीं है। कानून का उल्लंघन तो फैशन है । बेहतर शिक्षा, बेहतर ईलाज मिले तो भला कोई क्यूं वापस भारत आएगा।
और ना जातिवाद
When stuck up in foreign countries and injustice caused by that countries these hypocrite catch hold of India as if they were there for India's service. Never disclose humiliation they face.
@@akashdeepjatav1069 reservation pane ke liye jativaad ka jhunjhuna 75 years ke baad bhi chalta rahega kyoki isase hi to 35% pane walo ko 90% valoki seat mil payegi.
@@rahulsanatani916 marks utha ke dekh le bhai ab kuch khas antar nhi hai
@@akashdeepjatav1069 google karke sab pata chalega kitna difference he cut-off me. UPSC ka hi example dekh lena. reservation do lekin merit se compromise mat karo aur waise bhi reservation bhi jo ameer hote he unko hi milta he na ki garibo ko
मेरी बात मानो तो दीदी इंडिया वापस कभी मत आना इंडिया अभी के वक्त में एक नरक से कम नहीं है आप वहां खुशी से रहो
Aap bhi india se jao swarg mai. Bonle ki aazadi, gandgi failane ki aaazadi, jhoot bolne ki aazadi sab videsho mai milegi. Bharat mai to ye sab bann hai.
Parents ko bhi dekhna padta hai India me, parents ko akela chod kar jana highly selfishness hai....
गलत बात बोली भाई आप ने भारत भारत हैं
@@VidyaPorte-s7v भारत भारत था अब नहीं है भारत को इस्लामिक country बनाया जा रहा है इसमें आपको क्या बोलना है
Dont agree
भारत के लोग अपने देश की कु व्यवस्था , न्यायायिक और सरकारी भ्रष्टाचार , निजी काम मैं comment से मुकर जाना , हर खाने पीने की चीज मैं मिलावट से बहुत दुखी है और इस देश से निकलना चाहते है .. , धन कमाने के लिए यहाँ के नागरिक हर तरह का compromise कर लेते है ॥धोका और फरेब हर जगह मिलेगा ..
I came back permanently from UK 😅 more happy here in india
they will regret in few months
I think it all depend on perspective. Someone living in India, dreams of settling abroad. Once you are a permanent resident of that country then after a while realise it better to stay in your home country.
Wow! Really, this is a most important & ever useful, real fact deeply information about Bhartiya people in this best picturised video sharing by you for each & every, your this U tube channel viewers.
Nidhi ji Relaxing work Culture aur baki chize jo apne bataya hai...bahat achi hai compare to India
Everyone is looking for personal comfort and enjoy.. India is growing and we should contribute to this effort of India to grow and get developed! how that can be done should be discussed by this responsible generation of ours!
सबसे महत्वपूर्ण बात ये है। आपके यहा लोकसंख्या बहूत कम है।
यही भारत में होता तो कुछ अलग चित्र भारत का दिखता
🙏आदरणीय जनसंख्या का रोना मत रोओ, जनशक्ति को चैनेलाइज करने की सोचो🙏 l🙏 क्षमा करें जितनी नौकरियों भारत में नहीं इतनी से ज्यादा नौकरियां तो विदेशों में हमारे भारतीय कर रहे हैं l जिन्हें अपने स्वर्णिम भविष्य के लिए चुनकर भेजते हो उनको डंडा क्यों नहीं करते, क्यों नाहक जनसंख्या का राग अलापने लगते हो यार🤔❓🤔 अरे उसी जनसंख्या से तो यह नेता वोट मांगते हैं कुर्सी पर चिपकते हैं, नहीं क्या🤔❓🤔
हमारे भी कई राज्य है दूसरे विकसित देशों से बहुत छोटे होंगे नहीं क्या वह कौन स स्वर्ग उतार के रख दिया भाई😮🤔❓🤗😊
आपकी बातें सुनने के बाद यदि कोई कहे कि आपमें देशप्रेम नहीं है तो यह बात पूर्णतया गलत है।भारत में हो रही समस्याऐं ही भारत के ब्रेनड्रेन का सबसे बड़ा कारण है और रहेगा यह सच्चाई है।आप वहाँ तो रहो और खुश रहिए।
My son is there realy very good invoirment
I proud of my Modi ji who has increased our respect in out side
मैं शुद्ध भारतीय हूँ और मैं सदा भारत में ही रहना चाहती हूँ
मैं शुद्ध या अशुद्ध भारतीय हूँ या नहीं , यह तो मैं नहीं जानता हूँ, लेकिन एक सेकेंड भी इस देश में रहने को मेरी इच्छा नहीं है। अगर उत्तरी यूरोप के नार्डिक देशों में से कोई भी जैसे नार्वे,.डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, स्वीडेन आदि अपने यहाँ की नागरिकता दे दे तो मैं तुरंत छल-कपट, झूठ, लूट वाले दुनिया के तथाकथित सबसे बडड़े लोकतान्त्रिक देश को सदा के लिए अलविदा कहना चाहता हूँ। केवल 12-13 नार्डिक देशों में ही दुनिया का वास्तविक लोकतंत्र है। किसी भी अधिनायकवादी या इस्लामिक , पूंजीवादी
देश की तुलना में भारत का झूठ, छल, कपट, लूट वाला अराजक लोकतंत्र मेरी प्राथमिकता होगी।
शुद्ध bharatiya की व्याख्या क्या है दीदी?
Aur aapki Najar Mein videshiyon ka kya Vyakhya hai
@@BhartiSingh-gf5hk विदेश मे रहने वाले विदेशी. शुद्ध/ अशुद्ध कैसे रहते है?
@@dhb702 Yahan Shuddh Shuddh ka Sawal hi nahin hai Yahan Shuddh ka matlab dil se hai
Nidhi...As you mentioned for indian expat..there are more than 1 reasons not going back to home country...To me.....after lived almost 25 years overseas....its hard to re-settle again in so called advance india
आच्छी लाईफ़ हर आदमी जीना चाहते हैं । मे आपकी सारी बातों से सहमत हूँ ।❤
सच है भारत में बहुत ही अवयव्सथा है। इन सब अवयव्सथा को सहते हुए जो लोग भारत में रहते हैं वही तो सच्चे भारतीय हैं। हम सब भारतीय इस तरह से अपना पल्ला झाड़ लेगें तो सुधार कौन करेगा। कहाँ है विदेशों में परिवारिक जूड़ाव और शाकाहारी लोगों का तो विदेशों में रहना मुस्किल है। हमारे भारत में संसाधनों की कमी है विपरीत जनंसख्या सबसे ज्यादा जिसे न लोग ध्यान दें रहे हैं न सरकार।
कृपया बताने का कष्ट करेंगे कि आप भारत में रहते हुए कौन सा सुधार किए हैं?
@DesiNidhiInEuropa जी! मैंने 2011 से 2012 में कृषि भूमि संरक्षण, जनसंख्या नियंत्रण व अंध विश्वास के खिलाफ जागरूकता के लिए सायकिल यात्रा किया। और खुद अपने खर्च पर।
सच बात है दूसरे देश में रहना बहुत मुश्किल है, और फिर एक चक्र व्यूह में फस जाते है। अकेला व्यक्ति तो निर्णय ले लेता है। फैमिली के साथ निर्णय लेना मुश्किल होता है।
सैलरी तो अच्छी ही होती है, उसमें कोई दो राय नहीं है।
Thanks all the best
Your all friends with family
All the best to the people like you settled in other countries and All the best to the people who live here in our Mahan Bharat Desh🙏
Goody 💐 Goody 🍫 to everybody❤
From Aamchi Mumbai 😃🇮🇳
Hi Nidhi Ji
Nice information.
Could you please make a vdedio on veg food options in Europe
I also work abroad more than 5 year
Finally came back. They always treat you second citizens. In group you realize you are outsider.
Same here more happy in india
Itne corruption/discrimination/racism/ etc k baad v hamara india itna developing hai which is proof ki avi v india mei kafi working/honest people hai jo apne desh se jyada pyar karte hai.
हम भारतीयों को ईन यूरोपियन देशों से बहुत कुछ सीखना होगा जहां पर स्वच्छ हवा पानी साफ़ सफाई पर्यावरण बेहद खूबसूरत है बाग बगीचे भी है और गंदगी बिल्कुल भी नहीं है और खाने-पीने की सब्जी फल दूध पानी सब कुछ असली है पर भारत मे सब कुछ मिलावट है भारत मे लोग सड़कों पर चलते हैं तो बदतमीजी से चलते हैं सड़कों पर गाली-गलौज रोडरेज आम बात है Traffic जाम आम बात है है सोसायटी के अपार्टमेंट मे रहनेवाले लोग आपस मे लड़ते रहते हैं जरा जरा सी बात पर वर्क कल्चर का यह हाल है कि ज्यादातर भारतीय अपने से नीचे काम करने वालों को नफरत की नजरों से देखते हैं और छोटे कार्य करने वालों के साथ गाली-गलौच आम बात है अपने से नीचे लोगों के साथ भारतीयों का गलत व्यवहार आम बात है हम भारतीयों को ईन यूरोपियन देशों से अभी बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है तभी हम भारतीय सनातन संस्कृति पर गर्व कर पायेंगे अभी तो हम ईस लायक़ हुए भी नहीं है कि लोगों के बीच सभ्य बनकर कैसे रहा जाएं
You are right
Aap jao videsh
Hamare desh ke log joote ke yaar hai
Uropian log hamse hi sikh k gaye h waha
Jab Us Uk me padhayi nam ki chee nahinthi na tab hamare bharat me bade bade library ayurved shiksha sab kuch tha wo to kismat kharab thi hamari ki muglo ne sab barbad kar diya magar bhagwan ka shukra h pura nahi mita paye
Ye bahar wale kya jane bharat ki sanskriti ko bas materialistic life jite h asli life to apne swah me hoti h chahe namak roti khane ko mile magar sukun apne ghar me hi milta h
जी निधि बहन प्रणाम ।
हमे कुछ अच्छाई सिखनी चाहिए ।
भारत में जनसंख्या ज्यादा है वह कन्ट्रोल मे आये ।
लिमट मे बच्चे हो ।
भ्रष्टाचार खत्म हो
वैसे भारतीय संस्कृति अच्छि भी है उसे भी हमे मानना चाहिए । जैसे परिवार मदद करे । #गीताजी ।
मालिक हमे सद्बुद्धि दे ।
Ye sab k liye aapne kabhi pm cm se bola kya
Don't forget they did not spare their own ,millions had to die in concentration camps, the moment you start feeling heat, the only refuge is India. So don't be short sighted . India is moving fast in right direction. So be happy where you r and enjoy increasing clout of India.
Hi Nidhi, totally agreed with all of your points. Nicely compiled and kafi ache se sare points cover kiya hai aapne 💛❤
Paida kaha pe hona he ye hamare bas me nahi he lekin jindgi kaha bitani he ye to hum decide kar sakte he👍
Yes, agree with you completely. Good job.
Even cannot consider retiring in Bharat with defined income, health and other benefits from western country because -
1. What we say and mean is different for the people of Bharat. So many times local people of Bharat say something and do something else. Cannot appreciate the time of the other party.
2. In retirement, dependable health care is an issue. Dr. mislead so that they can make money - take advantage of us.
3. Being senior we remain in constant fear of theft - pick pocketing - in the name of change, people of Bharat give us old, demonatized currency.
...
dear nidhi very nice & informative vlog explore by u abt europe🤗💝💖💗💓❣
आपकी सभी बातें अच्छी लगीं, क्योंकि इसमें 100% सच्चाई है।
Aapki baatein bilkul sahi hai Nidhi ji lekin mujhe lagta hai ki agar aap India mein accha kama lete hain to India mein aap ek king ki tarah reh sakte hain . Uske saath aapke paas ek achha family support system rehta hai jiski value humein tab pata chalti hai jab humein iski zaroorat padhti hai . Khaas kar ke jab bacche settle ho jaate hain to India mein aap loneliness ke shikaar nahi hote .
Aapko apne videos mein aisa angle bhi explore karna chaahiye . Sirf taareef hi karengi to log bahut gumrah ho jaayenge
आपकी सारी बातें अच्छी लगीं। धन्यवाद।
Very good Nidhi Ji. Best of luck
You're right. I am 16 year has been long in Europe. Thanks for right and true given information.
I studied hard and finally worked as a doctor in Germany. I lived there for 3 years. I had really good and beautiful experience with some people there. Lot of things are really good there. But it doesn't matter what you do, how much you earn. It doesn't worth at all in settling down there or outside anywhere. Your own country, it's always better than any Heaven anywhere in the World, in any scenario, in any circumstances. It is not because i was missing my family and friends or anything else. Everything was fine with me. But one thing i realised that eventually nothing belongs to us there in any sense. The things which actully belongs to me and matters to me, i have left. So i decided to come back to my country. One thing would like to tell. In terms of earning in our country, there is huge potential, much more than many European country. If you do your own business. These potential doesn't exist in developed countries. India rank 3rd in purchase power parity. So it's a kind of illusion of more earning in developed countries.
ग्रेट थॉट & ग्रेट पर्सपेक्टिव!!
🙏🙏👏👍
indeedlu if u think with positive attitude
Same here more happy in india
Yes , everything u r telling is very true ..i totally agree with you .u r right.stay happily there..
I have seen many people from europe, russia, america leaving their country and leaving jn india for spirituality, i think the inner silence and joy which they want got from indian spirituality.. I think indian has its essence because of its spirituality, if you want better material life then really its abroad but path of mukti will be achieved only in india..
You are 100%right. I agree.
सब-कुछ सही और सटीक बताया। धन्यवाद जी।
Paise walo ke liye India sabase acchi country hai.
Nice informative video, jai hind vandematram bharat mata ki jai 🇮🇳🚩🙏🙏🙏
Totally agree with you. When I visited Europe for the first time and came back to India, I realised what is hell
Europe has no future
You ur in good place
ये भारत है वही गरीबों का भ्रष्ट देश हैं ।
मुझे मौका मिल जय तो अभी देश छोड़ दूंगा इस बेवड़े देश को हालाकि लाइफ में ये गोल रहेगा की देश को छोड़ के safe and better opportunity जगह जाने की ।
Aapki soch he tay karti hai aap kya hasil karenge?😊
Bharat ka potential pura viswa ab to janta hai. Yahan Jo chahe hasil kar sakte hai aur videsh me Paisa pedd ke patto par hoga, sochna moorkhta hai.
@@titaniumffclub9122Over Population...🤡
Over corruption...🤣
Pollution....😂
भारत में जनसंख्या ज्यादा है सर इसपर आजतक किसी राजनीतिक पार्टी या नेता ने ध्यान नही दिया ऑर अभी भी नहीं हैं. वैसे ही जाती धर्म का तनाव की वजह से सुरक्षा, रोड एक्सीडेंट, आरक्षण यह भी कारण है. यहां पूरी जिंदगी रोटी, कपड़ा और मकान में जाति है। वहा सब कुछ है पर अपने देश में रहना कभी भी अच्छा, जैसा भी है।
Excellent informations !. And every Indians should be listen.
जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसि ,मुझे तो भारत से अच्छा कहीं नहीं लगता है.
Jaha insaan ko sirf befkoof smjhte hein aur bnake rkha hai.Sirf dhong aur kuch nhi.
Mujhe bhi
Bahar dekhna chahiye..tabhi pata chalta h
Tumme duniya nhi dehi he agr dekhli to India se nafrat karne lago ge
Bandar kya jane adhrdak ka swad
What you say is true. Now more and more western countries are exposed to Hindu culture Yoga and meditations. Jai Hind 🇮🇳 Jai Bharat 🇮🇳
Nidhi- All luxuries are there but you are still a 2nd GRADE citizen.
Nidhi mam apne jitne bhi point btye m sahmat hu love from gorakhour
Thank you for liking my video
भारतीय को जापानियों से सीखना चाहिए. भूकंप जैसी पर्यावरणीय कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद जापानियों ने कभी दूसरे देशों की ओर पलायन नहीं किया। उनके लिए अपने देश का विकास ही अंतिम लक्ष्य है। भारतीय प्रवासियों को जापानियों से सीखना चाहिए और व्यक्तिगत आराम के अलावा केवल भारत के बारे में सोचना चाहिए।
आपको पता होना चाहिए जापान एक विकसित देश है और भारत विकासशील
@@DesiNidhiInEuropaजापान 1947 में भारत की तरह विकासशील देश था। वे अमेरिका से बहुत पीछे थे. जापानियों ने देश का पुनर्निर्माण किया, भागे नहीं।
@@nuukizmirजापानी लोग बच्चे पैदा करने में रुचि नही रखते इसलिए वह देश विकसित है भारत की जनसंख्या बीस करोड़ होती तो यह देश भी विकसित होता
@@umashankarjangid8848 हाँ, भारत को जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। आचार्य प्रशांत जैसे लोग भारत में पर्यावरण बचाने की कोशिश कर रहे हैं. भारतीयों को राष्ट्र के लिए उनके संघर्ष से सीखना चाहिए। अमेरिका या यूरोप में बसने का सपना देखने के बजाय।
अपने देश में तो बिना अतिरिक्त पैसा के सरकारी बाबुओं के पिछवाड़े में कम्पन भी नहीं होता है दी
Absolutely right dear . Europe is more better than any other country. Life style and job opportunities are much higher than any other countries. Everyone has right to live their lives peacefully and comfortably without any fear or insecurity. And also salaries are higher than India over there. Health system is also good . Hopefully I will be come soon in Europe 😊please make video’s on jobseeker visa of Austria 🇦🇹 ❤ love you 🥰
समस्यायों के सामाधान की ईच्छा पूर्ति कभी भी मनुष्य के हाथों में नहीं होती हैं। जब तक हमरा दाना पानी- वहां का लिखा है तभी तक वहाँ रह सकते है। यूक्रेन वालों को पूछो अपना देश छोडकर क्यूँ गये।
All said and done...apna desh apna desh hota hain.
We have limescale in our tap water here in london
भारत की आबादी एक दिन पुरे धरती पर फैल जाऐंगी और हर जहग भारत ही भारत नजर आयेंगा 😂
I agree with all your points, I am living in Jamaica and we have same culture here too
अच्छा है , आप वहां सुखी रहे। यहां लोग 70,साल जी पा रहे है।और आप 100 साल जिए। वहां का ताजा खाना खाओ। और यूरोप को सनातन संस्कृति को ग्रहण करने दे, और यहां की संस्कृति को अपनाने दे।आप जहां भी रहो खुश रहो।लेकिन मैं इस बात का विरोध करूंगी थोड़ा सा। की जो अपने भारत में रहना चाह रहे है उन्हे भारत में ही रहने दे।क्युकी कुछ जिम्मेदारी अपनी माटी और अपने मां बाप के प्रति भी बनती है। आज ये ही जनसंख्या अगर आपके इस देश में हो जाए तो समझो भारत से भी बुरी हालत हो जाएगी। ये भाग कर छुप जाने वाली स्थिति है।की नीची गर्दन करके उनकी हेय दृष्टि को देखते रहो। हंस नही सकते , बोल भी नही सकते , है कैसे चल नही सकते। मतलब जी हुकुम वाली आका स्थिति में जीना है। बहुत सारा सुख है विदेश में , लेकिन भारत जैसी स्थिति अगर कोई भी देश हो जाए तो जनाब माहौल बिगड़ने में मिनट एक लगेगा। कोरोना में भारत ही था जो इतना झेल पाया। विदेशों के तो चिथड़े उड़ गए थे। नशे में लिप्त विदेश सदा ही भारत को गाली दिया है।फिर कोई वहां को हो या कोई भगोड़ा। मेरी ये भावना मेरे देश और मेरे DNA के प्रति सम्मान है। बुरा कोई भी मत मानना परदेसी दोस्तो।ये तो मेरे देश का प्रेम बोल गया , वरना मेरी इतनी हिम्मत कहां आप जितने समझदार, बड़े लोगो के बारे बोलने की 🙏🌴😎🚩🚩
ऐसा कुछ नहीं ह भाई यहां गुलाम होके रहना पड़ता ह मेडिकल सुविधा bhaut jayda खराब ह दूध ओर पानी यहां लोग बोतल मंगवा के पीते ह 😂😂
बहुत बढ़िया!
👏👏👍🙏
भारत में 25 करोड़ो लोग तो बोझ के समान है जो देते है 1 रुपए और उन पर खर्च होता है 10 रुपए !😊😊
फिर भी आने वाला वक्त अब भारत का है !!😊
@@titaniumffclub9122 सही कहा , भारत में असली काम करने वालों की संख्या कुल मिलाकर 5 % है।उससे ये देश चल रहा है। और नाम कमा रहा है। विदेशों में टोटल मेंबर काम करते है देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में। अगर ये जो विदेशों में PR के लिए वहां गधा मजदूरी कर रहे है इस मजदूरी का 20% भी यहां कर लेते ना तो देश की रौनक ही अलग होती।खैर जो भी बचे है है , हमको गर्व है अपने देश पर ।
आपने मन ख़ुश कर दिया हमें गर्व हैं आप जैसे लोगो पर बहुत अच्छा लगा
Really you made a real truth of india🇮🇳, in 2047india can become viksit bharat, it's true that NRI can't adjust in india due to bad weather and bad habbits.
Thank you for liking my video
100 परेसन्त सही,,बहुत मुश्किल है बहुत मेहनत लगती है सेटल होने में,,,,👍
Thank you for liking my video
Niddi ji aapki ki sari baate sahi h. Vishesh achha h isliye h aap vha work hard krte ho . imandari se kaam krte ho . Discipline me rhte ho . Koyi correption nhi h. Agar ye sari baate apne desh indian me ho jaye to ... Apne desh jsa koyi nhi hoga. Lekin yha esa nhi hota nhi h.
India mein rehne ke problems:
1.Adulteration in food
2. Impure water
3. Impure Environment
4. Pollution
5. Corruption 😢😢😢
6.Irrespect, insult and Bad language.
7. Tensionwala work culture.
overtime.
8. No personal time.
9. No time for hobby.
Very true
One more reason which you have left that is ---cast system it's a biggest problem in India at extreme level
@@bhimrai8524 There are many root causes with faulty non functional eco system. such other things made by British which needs to be indianese( not included in her list.) This is her list. We still have Stooges of British who run the ecosystem. Unless addressing such burning issues and working on the roots, Nothing positive, concrete and growthful will happen in india.
Rightnow the ecosystem is hell bend on controlling innocent people rather than punishing the guilty, corrupt and criminals.
They are Simply not interested in bringing down the crime rates.
Eco systems ensures People will remain poor, uneducated and dependent to be manipulated for their own benefits. 😕😔
Security?!!
Then please work to change this system in India. Party ki gulaami band karo😊
सुनकर बहूत अच्छा लगा आपकी बात सही है.
भारत में जीवन में प्राइवेसी नहीं है, यूरोप में आधी रात को भी पुलिस आप को रोक कर यह नहीं पुछती की आप कहां जा रहे हो या कहां से आ रहे हो।
Yaha bharat me police naa pooechhe to agle din poora gaaw loot lega aise aise log ha
शक होने पर पूछती हे , कभी भी कही भी , लेकिन भारतीय पुलिस की तरह बतमीजी नहीं करती , और पूछताछ करने के बाद माफ़ी मागंती हे की हमें आप का समय खराब किया
@@rajbhatia007बिल्कुल सही कहा है सौ प्रतिशत सही कहा है
Darshan singh, there is nondeclared gundagardi for lutpat, knife attack etc. You cannot do it on road as you do here. Certainly, foreign is, better but india is changing now,
This is called safety. Not privacy matter
Aap ne sab kuchh bohot hi achchi se samajhaya Thanku,❤
सिधी बात लालच के कारण वही रुक जाते है....
बिल्कुल गलत बात आपको कोई ऐसे देश में भेजा जाये जहां का माहौल बहुत ज़्यादा खराब है ,मौसम खराब है , खाने की चीज़ अच्छी नहीं कोई भी अच्छी सुविधा नहीं तो फिर वहाँ आपको करोड़ रुपये भी मिलेंगे ना monthly तो आप नहीं रुकोगे
@@DesiNidhiInEuropa
Krodo rupiye
Lgta h gribi nhi dekhi
Chand hzar mhina salary k liye log
Gndagi saaf krte h log
Jis kichad se gujrna muskil ho
Usme utrte h mjdoor log
Aap to fir bhi rhne ki baat kr rhi
Jha hwa v aaspas kchra ho😉😉
It's tough to change countries.... A normal person thinks twice before changing cities
..but ye to country change hai.... Totally agreed with your content.... You have to think practically.
Social life and social security
Bhai Reservation bhi nahi hai, abhi Hinduja Brothers ko jail bhi hui hai! She is hundred percent right, Europe is best place to live ! Gulf countries like saudi Dubai UAE Kuwait is worst! They treat immigrants like slave!gulf hai toh bhago! Luckiest person get to stay in Europe pagal hai kya emotional ban kar apne pairo par kulhadi marey? They get equal opportunity in europe and best living standards respect from CEO to watchman! It's not gulf ! India is better than gulf but not Europe is better than India
Resources in India are much affordable like Food, healthcare etc. In this way India is much richer than European countries
You are absolutely right 👍▶️ now, and an important point suggest to live in foreign countries, where people live safely So it is everyone dream is that life should be safe secure and comfortable at any stage of life without any disturbance, from birth to the end of life ❤️🔜💋💖
In India it is not possible from top to bottom I mean the government who maintain the life of Indian people either it may be common man or highly sophisticated people always been with differently from each other because of mixed culture by cast living get-together, that's why Indian living standard is not good.#SUBHASH NISARTA.
Thank you for sharing your thoughts
There is no hope for India to grow with old redundant eco systems.Only if The root cause is addressed and necessary action in positive direction based on people's need are taken india will truly grow to its highest potential.
Right now things are twisted and turned into big mess and out of context. The basic English ecosystem that are in place must be abolished completely. New Indianised functional practical transperant accountable Governance system must be invented. Government servant charters must come into play.
Right now people' s participation in framing policies is zero.( People are not heard and People aren't invited to elect on any issue. They are simply made to obey laws which are draconian. participation of the people is absolutely vital.( Participation of Common people at grass root level in framing policies of India not rich, influential businessman who are 2% of the people)
Very nice to know about Austria and the way people respect each other
वहीं पर रुके रही ये , भारत के हालात आपसे छुपे नहीं है। कितना साफ सुथरा माहौल हरियाली, सभ्य लोग।
Sahi he... Hum aur hamare 15 billion... Aap ko kam parhe to 10-20 le jana... Otherwise khush raho.. Jahan bhi raho😅
भारत में कामयाब होना बहुत ही मुश्किल कार्य है यहां पर सेटल होना हर व्यक्ति के बस की बात नहीं है इसलिए हम लोग विदेश में जाते हैं विदेश में भी यदि कंपटीशन होता तो जो लोग भारत में सरवाइव नहीं कर सकते वह बाहर भी ना कर पाते हैं मोटे तौर पर यदि भारत का एक रुपया अमेरिका के एक रुपया के बराबर हो तो कोई भी व्यक्ति बाहर न जाए यह जो 80 गुना फर्क है इसी कारण लोग पैसा बचा पाते हैं दूसरा भारत में कंपटीशन मैं निकालना बहुत ही कठिन कार्य है जबकि विदेश में कंपटीशन भारत की तुलना में कम है आने वाले समय में भारतीय ही इतनी ज्यादा हो जाएंगे विदेश में उनके बीच दौड़ लगेगी संसाधनों पर कब्जा करने की जो व्यक्ति बाहर चला गया वह दोबारा यहां पर आकर करेगा क्या कैसे सरवाइव करेगा कैसे अपना लाइफस्टाइल मेंटेन करेगा यहां पर आपके पास साम दाम दंड भेद प्रत्येक क्षेत्र में जब तक आप कुशल नहीं हो सरवाइव कैसे करोगे
Bilkul sahi analysis hai aapki...Vaisey bhi waapis aaney ke liye koi nahi jata....majboori mein hi wapis aatey hain..
...Aur family relationships ,parents are never a priority...baaki sab cheezey hain..
Sister,thanks for making us aware of the life in Europe. It is rightly said that -‘ East is East and West is West but never the twin can meet’- No doubt life in Europe is comfortable, easy, respectable and without an element of corruption. Yes ! India is a crowd of various kinds of people and breeding of fresh kids each year adds crores in a year. There are many weaknesses in our political, social and judicial systems. We are a polluted country. But now there is huge development in many areas. Our railway system, establishment of new airports,our IITs, medical education,our infrastructure, and our achievements in area of ‘ information technology’ and ‘ space’ are second to none. Our IITians are CEOs of many multinational companies and are working successfully in middle management of such companies. Indian professionals are respected for their acumen and sincerity in the world. To choose our mother,father and country is not in our hands. So, truely, there are various kinds of problems, but still 140 crore people are residing in this country. Those Indians who are destined to live in Europe,USA or any other country with all the comforts, but the next generation of children that are born and grows in these countries become Indian in features but European in attitude. These children never want to come to India for longer stay but only as tourists. If huge majority is destined to live in India, they have no other option,but innumerable civilizations have grown and vanished on this earth since times immemorial. Europe has also fought many wars and huge blood of human beings have been sprayed in Europe. It is fine that every comfort is there now. We human beings in spite of huge academic achievements,still are imperfect. Everyone is struggling for survival anywhere he/ she is…. wishing sister all the best to you, to your family and the country of your stay.
Thank you for sharing your thoughts 👍🏻
अपने भारत में एक तो आबादी इतनी तेजी से बढ़ रही है कि आने वाले समय मे लोग सड़क पर ही रहना शुरू कर देंगे।इस पर कोई राजनीतिक पार्टी बोलने की हिम्मत नही जुटा पाती है ,साथ ही पढ़ाई और नौकरी में रिजर्वेशन भारत के युवाओं को विदेश जाने को प्रेरित कर रहा है।
Bhai job kahin nhj hai agar ye socho ki Europe mai job hain tk ye galat hai jyadatar Indian yahaan wo kaam karety hain jo wahaan krney se unko sharam aati hai jainse house cleaner petrol pump pr safai waiter jainse kaam apney desh mai unko sharam aati hai job kahin bhi nhi hai jitna painsa bahar jaaney mai lagta hai utna apney desh mai business pr lagao to accha rehega yahaan Europe mai kai logon ke paas ghr bhi nhi hain wo road pr tent mai sotey hain aur din mai ghrudwarey mai khana khatey hain