।।परमपुरुष सतलोकी सतगुरु सत साहेब कबीर जी और गोरखनाथ संवाद का अंश।।कहत कबीर जी सुन भाई गोरख, अब सुनले जबाव हमारा,,जो बूझे सोई बावरा, क्या है उम्र हमारी। असंख्य युग प्रलय गई, तब का ब्रम्हचारी।।00।।कोटि निरंजन हो गये, परलोक सिधारी। हम तो सदा महबूब है, स्वयं ब्रम्हचारी।।01।।अरबो तो ब्रम्हा गये, उन्चास कोटि कन्हैया। सात कोटि शंभू गये, मोर एक नही पलैया।।02।।कोटिन नारद हो गये, मोहम्मद से चारी। देवतन की गिनती नही, क्या सृष्टी विचारी।।03।।नही बूढा नही बालक, नही कोई भाट भिखारी। कहे कबीर सुन हो गोरख,यह है उम्र हमारी।।04।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी,,7898158018-🙏🏻🌹
जय हो श्री गूरु गोरखनाथ जी महाराज को आदेश नाथ जी महाराज को आदेश आदेश नाथ जी को ऊं ऊं ऊं ऊं ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नमः शिवाय ॐ ऊं ऊं ऊं ऊं ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः
ऊं नमो नमःसुनदरतम भजन है सुकरिया धन्यवाद सत्संग अमर जडी है जो आवे सत्संग मे जंम सफल हो जावे भवसागर पार हो जावे देव सभा को राम राम राम राम राम राम राम राम
।।मुक्तक छंद कविता।।इस संसार मे आकर वन्दे तू भूल गया परमपिता परमेश्वर राम नाम को। भेदी गुरु साँई अरुण जी का पता लगा कर, जानले अपने चित्त मे परमानंदी राम नाम अखण्ड को। अब भी विदेही बेहदी सत साहेब कबीर सुजान से पाले, सारशब्दी अखण्ड राम नाम को। तेरे जनम मरण के कर्म बंधन पर लग जायेगा पूर्ण बिराम-तू भूल गया सारशब्दी सतनाम।।00।।सतसंगत ही सब दुख टारे, डूबत को सतसंग उबारे। बिन सतसंग विवेक ना होई, सतगुरु कृपा सुलभ नही नही सोई। सतगुरु कृपा नासहि भव रोगा, जो यह भांति बने संयोगा-तू भूल गया सारशब्दी सार नाम को।।01।।मृत्युलोक का सत्य यही है, जन्म लेकर मृत्यु को पाना। मानव जीवन का उद्देश्य यही है, सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे धार कर परलोक को जाना। मृत्युलोक मे जन्मा हर प्राणी बस एक पंथ प्रधान है। एक दिन इस तन को छोड़कर जाना, इस प्रकृति का अकाट्य विधान है-तू भूल गया सारशब्दी राम नाम को।।02।।सतगुरु विदेही बेहदी सतगुरु कबीर से करले पहचान और अपने चित्त मे अखण्ड सारशब्द को जान। साहेब कबीर सुजान का यही पैगाम, अंत समय चलना मेरे संग मेरे सतधाम। सुन मन मूरख अभिमानी, तेरी मोह माया मे मति भुलानी। यह दुनिया है आनी जानी, ऐसा कहते है संत सुजानी-तू भूल गया सतगुरु धुर धाम को।।03।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।7898158018-🙏🏻🌹
गुरु महाराज आप महान हैं मैंने बहुत से के प्रवचन सुने और और मैंने आपको अपने दिल से अपना गुरु मान लिया है और आपकी वाणी के आधार से चलने की कोशिश करूंगा और आप मुझे साहस और समृद्धि देना मेरे ऊपर दया दृष्टि बनाए रखना
।।मुक्तक छंद कविता।।सारशबद अखण्ड हमारा, और हम तो केवल सारशबद अखण्ड के पूत। बावन अक्षरी शब्द तो ले जावे काल निरंजन के अंध कूप। जो चाहो परमात्माराम के दीदार को, तो परखले सारशबद अखण्ड धुन का चित्त मे अपने रंग स्वरुप।।00।।सारशबद अखण्ड तुम्हारा सतगुरु जी कितना है प्यारा, और कितना हसीन है तेरे परमधाम का नजारा। अब तो मिल गई है मंजिल और मिल गया किनारा-सारशबद अखण्ड--।।01।।तेरी ध्वनि और रोशनी समा गई है मेरे चित्त मे, अब ना मौत का डर है ना कोई फिकर है। हम बेफिक्र है कि मुझे सारशबदी सतगुरु का सहारा, क्योकि सिर पर हमारे सतगुरु जी हाथ है तिहारा-सारशबद अखण्ड--।।02।।शेष बचा मेरा जीवन सतगुरु जी के सारशबद अखण्ड के हवाले, मेरे जैसे लाखो ने अपने जीवन संवारे।मेरी आत्मा परमात्मा मे मिल गई है, भवसागर पल मे हुआ उस पारा, तुम्हारा सारशबद अखण्ड अति प्यारा-सारशबद अखण्ड--।।03।।करना है दीदार अपने चित्त मे तो, साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र के सतसंग सुन कर देखिये, सुनते सुनते देख लेना, सत विदेही बेहद के सतगुरु सतधामी का चमत्कार। होगा मेरे भाई बहनो तुमको भी अपनी किस्मत पर नाज, जब मिल जायेगा खुद के चित्त मे सतधामी सतगुरु का गुरुप्रसाद-सारशबद अखण्ड--।।04।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।7898158018।।,,
।।नेता जी सुभाष चंद्र बोस के समय का राष्ट्र गान।।शुभ सुख चैन की बरसा बरसे, भारत भाग्य विधाता। पंजाब सिन्धू गुजरात मराठा, द्राविण उत्कल बंगा। चंचल सागर विन्ध्य हिमालय, नीला जमना गंगा। तेरे नित गुण गाये-तुझसे जीवन पाये-,,हर तन पाये आभा सूरज, बनकर जग पर चमके-भारत नाम तुम्हारा। जय हो!जय हो!जय हो!जय जय जय-जय हो।।01।।सबके दिल मे प्रीत बसाऐ, तेरी मीठी वाणी। हर सूबे के रहने वाले, हर मजहब के प्राणी। सब भेद और फर्क मिटादे, सब गोद मे तेरी आके, गुंथे प्रेम की माला। सूरज बनकर जग पर चमके, भारत नाम तुम्हारा। जय हो!जय हो!जय हो!जय जय जय-जय हो।।02।।सुबह सबेरे पंख पखेरु, तेरे ही गुण गाये, वास भरी भरपूर हवाऐ, जीवन मे रुत लाये। सब मिलकर हिन्द पुकारे, जय आजाद हिन्द के नारे, प्यारा देश हमारा। सूरज बनकर जग पर चमके, भारत नाम तुम्हारा। जय हो!जय हो!जय हो!जय जय जय-जय हो।।03।।संकलित।।भारत माता की जय। तिरंगे झंडे की जय। गणतंत्र दिवस-अमर हो 🙏🏻🌹
दादूराम सत्यराम राम भेज सो ऊतरे पार दादू भेजे सो ऊतरे पार संत कबीर साहेब कि जय हो संत रैदास जी महाराज कि जय हो संत श्रीरोमणी दादूदयाल माहाराज कि जय हो गुरु नानक देव जी महाराज कि जय हो सभी संतों कि जय हो बहुत सुंदर भजन कीर्तन प्रस्तुत किया जा रहा है आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं बधाई हो परमपिता परमात्मा आपको सपरिवार खुश रखे और से रामफूल माहाराज बारवाल ठीकाना बामनवास तहसील बामनवास जिला सवाई माधोपुर राजस्थान से
बहुत अच्छा लगा जी भजन सुन कर
ऊं नमो भगवतेवासुदेवाय सुन्दरतम भजन है
नाही था सुरज नही था चंदा था धंधुकारा रे
अखंड एक ज्योति जागी जागी जगी दिले री ज्योति जागी रे।
बहुत ज्ञान प्रदान। गूढ़ भजन
Sat Nam saheb bandagi saheb bandagi saheb bandagi 🙏🏾
।।परमपुरुष सतलोकी सतगुरु सत साहेब कबीर जी और गोरखनाथ संवाद का अंश।।कहत कबीर जी सुन भाई गोरख, अब सुनले जबाव हमारा,,जो बूझे सोई बावरा, क्या है उम्र हमारी। असंख्य युग प्रलय गई, तब का ब्रम्हचारी।।00।।कोटि निरंजन हो गये, परलोक सिधारी। हम तो सदा महबूब है, स्वयं ब्रम्हचारी।।01।।अरबो तो ब्रम्हा गये, उन्चास कोटि कन्हैया। सात कोटि शंभू गये, मोर एक नही पलैया।।02।।कोटिन नारद हो गये, मोहम्मद से चारी। देवतन की गिनती नही, क्या सृष्टी विचारी।।03।।नही बूढा नही बालक, नही कोई भाट भिखारी। कहे कबीर सुन हो गोरख,यह है उम्र हमारी।।04।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी,,7898158018-🙏🏻🌹
Ye konsi pustak se he ye panktiya
ओम शिव गोरक्ष नाथ जी बाबा आपकी जय हो
❤❤❤❤❤ आप क्या वीडियो देखकर हमें भी काफी अच्छा लगा पहले भर सोना सुनकर ही मजा आ गया
जय हो परमपिता शिव परमात्मा गीता ज्ञान दाता की जयहो शिव बिंदु शिव परमात्मा
जँयः श्चीः राँमः ॐँ नँमः शिवाँयः ॐँ हँरः हँरः माहदेवाँयः नँमोः नँमः ॐँ जँयः गोखनाँथजीयः नँमोः नँमः 🚩🔥🔱🌾🌾💐💐❤❤🌷🌷🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
ऊं नमो नमःसुनदरतम भजन है
देव सभा को राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम
Super kabir is god
बहुत ही शानदार भजन बहुत ही शानदार सुपर जय श्री राम
Sat saheb ji sat saheb ji bahut khubsurat Bhajan jay santa di
कबीर साहेब सबका जनक दाता ह मालिक ह सबका दुनिया अनजान ह कबीर साहेब भगवान ह
बहुत अच्छा भजन हे गुरूजी 🕉❤🙏🚩👋🌹🇲🇰🌷🏹🌿❤
❤
सादर साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब
Sahebsatgurusatnam
Saheb bandagi guru Dev
संत कबीर साहब की जय हो
Nice bhajan
. Sahib Bandagi sahab ji
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी सतनाम जी साहेब
सत साहेब
बाहुत सुंदर भजन
SABKO KRIPAA KARE UPARVAALE JIVIT ISVAR PRABHU YESHUNAATH SATGURUDEV
Wah deep guru ji.
Jay jay jaykar ho valaa🌹🌹🙏🙏
Ouoopiiiei
Jai sat guru dev ji 🙏 🙏 🙏
हदय मसतिक के तंत्र खुल गये|अनहद पर बार मिले गुरू का सहारा तो बंध सब खुलजावे|अंतरतम मै गाये कबिर लेकर पॗाण दीप हमारा|
बहुत अंधन्द् आया जी
जय हो श्री गूरु गोरखनाथ जी महाराज को आदेश नाथ जी महाराज को आदेश आदेश नाथ जी को ऊं ऊं ऊं ऊं ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नमः शिवाय ॐ ऊं ऊं ऊं ऊं ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः
Sat saheb ji
गुरूजी को आदेश
जय अलख निरंजन
jay shri ram
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है
Jay Ho Guru Gorakhnath ki
Sat saheb
Jai ho guru goraksha nath ji maharaj ki
साहेब बंदगी सतनाम
दीपगुरु जी को कोटि कोटि प्रणाम है ❤👏👏👏👏
ऊं नमो नमःसुनदरतम भजन है सुकरिया धन्यवाद सत्संग अमर जडी है जो आवे सत्संग मे जंम सफल हो जावे भवसागर पार हो जावे
देव सभा को राम राम राम राम राम राम राम राम
।।मुक्तक छंद कविता।।इस संसार मे आकर वन्दे तू भूल गया परमपिता परमेश्वर राम नाम को। भेदी गुरु साँई अरुण जी का पता लगा कर, जानले अपने चित्त मे परमानंदी राम नाम अखण्ड को। अब भी विदेही बेहदी सत साहेब कबीर सुजान से पाले, सारशब्दी अखण्ड राम नाम को। तेरे जनम मरण के कर्म बंधन पर लग जायेगा पूर्ण बिराम-तू भूल गया सारशब्दी सतनाम।।00।।सतसंगत ही सब दुख टारे, डूबत को सतसंग उबारे। बिन सतसंग विवेक ना होई, सतगुरु कृपा सुलभ नही नही सोई। सतगुरु कृपा नासहि भव रोगा, जो यह भांति बने संयोगा-तू भूल गया सारशब्दी सार नाम को।।01।।मृत्युलोक का सत्य यही है, जन्म लेकर मृत्यु को पाना। मानव जीवन का उद्देश्य यही है, सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे धार कर परलोक को जाना। मृत्युलोक मे जन्मा हर प्राणी बस एक पंथ प्रधान है। एक दिन इस तन को छोड़कर जाना, इस प्रकृति का अकाट्य विधान है-तू भूल गया सारशब्दी राम नाम को।।02।।सतगुरु विदेही बेहदी सतगुरु कबीर से करले पहचान और अपने चित्त मे अखण्ड सारशब्द को जान। साहेब कबीर सुजान का यही पैगाम, अंत समय चलना मेरे संग मेरे सतधाम। सुन मन मूरख अभिमानी, तेरी मोह माया मे मति भुलानी। यह दुनिया है आनी जानी, ऐसा कहते है संत सुजानी-तू भूल गया सतगुरु धुर धाम को।।03।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।7898158018-🙏🏻🌹
Saheb ko bandagi 🙏🙏🙏
Jai sat guru Kabir bhagwan ki jai
राम जय 🎉🎉
❤❤❤❤❤❤Kya aawaj h
Jai parmatma
संत साहेब कबीर साहब की जय हो जय जय गुर
Hari om
Ji
Bahut khub gurudev Ji 🙏🌹jay ho🌹🙏
जय हो गुरु कानिफ नाथ जी महाराज कि आदेश आदेश
Sat kabir shaheb bandi 🙏🙏🙏
Jai gurudev
गुरु महाराज आप महान हैं मैंने बहुत से के प्रवचन सुने और और मैंने आपको अपने दिल से अपना गुरु मान लिया है और आपकी वाणी के आधार से चलने की कोशिश करूंगा और आप मुझे साहस और समृद्धि देना मेरे ऊपर दया दृष्टि बनाए रखना
जय जय कबीर साहेब 🙏❤️🙏
सत गुरूदेव की जय
सत साहेब सत्य कबीर परमेश्वर जी जय हो। बहुत सुंदर भजन गुरु जी को सादर प्रणाम नमन 🙏
Jay ho
सत्य नाम साहेब बंदगी साहेब
Super
Thanks
बहुत बढ़िया वाणी जी
#sangeetshabadbhajan
।।मुक्तक छंद कविता।।सारशबद अखण्ड हमारा, और हम तो केवल सारशबद अखण्ड के पूत। बावन अक्षरी शब्द तो ले जावे काल निरंजन के अंध कूप। जो चाहो परमात्माराम के दीदार को, तो परखले सारशबद अखण्ड धुन का चित्त मे अपने रंग स्वरुप।।00।।सारशबद अखण्ड तुम्हारा सतगुरु जी कितना है प्यारा, और कितना हसीन है तेरे परमधाम का नजारा। अब तो मिल गई है मंजिल और मिल गया किनारा-सारशबद अखण्ड--।।01।।तेरी ध्वनि और रोशनी समा गई है मेरे चित्त मे, अब ना मौत का डर है ना कोई फिकर है। हम बेफिक्र है कि मुझे सारशबदी सतगुरु का सहारा, क्योकि सिर पर हमारे सतगुरु जी हाथ है तिहारा-सारशबद अखण्ड--।।02।।शेष बचा मेरा जीवन सतगुरु जी के सारशबद अखण्ड के हवाले, मेरे जैसे लाखो ने अपने जीवन संवारे।मेरी आत्मा परमात्मा मे मिल गई है, भवसागर पल मे हुआ उस पारा, तुम्हारा सारशबद अखण्ड अति प्यारा-सारशबद अखण्ड--।।03।।करना है दीदार अपने चित्त मे तो, साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र के सतसंग सुन कर देखिये, सुनते सुनते देख लेना, सत विदेही बेहद के सतगुरु सतधामी का चमत्कार। होगा मेरे भाई बहनो तुमको भी अपनी किस्मत पर नाज, जब मिल जायेगा खुद के चित्त मे सतधामी सतगुरु का गुरुप्रसाद-सारशबद अखण्ड--।।04।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।7898158018।।,,
P
p
G fttea
सोनी जी राम राम वह सार शब्द कोनसे है
👍nambar saheb bandaging sat nam guru ji bhurelal suryawanshi
कबीर साहेब परमात्मा थे परन्तु समझ नही स्का कोई 😢😢😢😢😢😢😢😢
Satyanam sahab ji b
Bahut hi AtSunder Nirgun Bhajan
सत साहिब 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Saheb. Bandgi.
जय परमात्मा की.
जो कबीर अम्रत वाणी सुनकर पालन करेगा जीवन हर तरह से सुखी रहेगा गलत कार्य नहीं करेगा
।।नेता जी सुभाष चंद्र बोस के समय का राष्ट्र गान।।शुभ सुख चैन की बरसा बरसे, भारत भाग्य विधाता। पंजाब सिन्धू गुजरात मराठा, द्राविण उत्कल बंगा। चंचल सागर विन्ध्य हिमालय, नीला जमना गंगा। तेरे नित गुण गाये-तुझसे जीवन पाये-,,हर तन पाये आभा सूरज, बनकर जग पर चमके-भारत नाम तुम्हारा। जय हो!जय हो!जय हो!जय जय जय-जय हो।।01।।सबके दिल मे प्रीत बसाऐ, तेरी मीठी वाणी। हर सूबे के रहने वाले, हर मजहब के प्राणी। सब भेद और फर्क मिटादे, सब गोद मे तेरी आके, गुंथे प्रेम की माला। सूरज बनकर जग पर चमके, भारत नाम तुम्हारा। जय हो!जय हो!जय हो!जय जय जय-जय हो।।02।।सुबह सबेरे पंख पखेरु, तेरे ही गुण गाये, वास भरी भरपूर हवाऐ, जीवन मे रुत लाये। सब मिलकर हिन्द पुकारे, जय आजाद हिन्द के नारे, प्यारा देश हमारा। सूरज बनकर जग पर चमके, भारत नाम तुम्हारा। जय हो!जय हो!जय हो!जय जय जय-जय हो।।03।।संकलित।।भारत माता की जय। तिरंगे झंडे की जय। गणतंत्र दिवस-अमर हो 🙏🏻🌹
🇮🇳
Pinki
Satguru dhan nirankar ji 🙏
बहुतहीअछीवाणीगुरूदेवजी
साहिब बंदगी
Jay ho gurugorakh nathji maharaj ki
दादूराम सत्यराम राम भेज सो ऊतरे पार दादू भेजे सो ऊतरे पार
संत कबीर साहेब कि जय हो संत रैदास जी महाराज कि जय हो संत श्रीरोमणी दादूदयाल माहाराज कि जय हो गुरु नानक देव जी महाराज कि जय हो सभी संतों कि जय हो
बहुत सुंदर भजन कीर्तन प्रस्तुत किया जा रहा है आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएं बधाई हो परमपिता परमात्मा आपको सपरिवार खुश रखे
और से रामफूल माहाराज बारवाल ठीकाना बामनवास तहसील बामनवास जिला सवाई माधोपुर राजस्थान से
Jai baba ramdev ji jai satguru Kabir saheb Jai satguru dadu Dayal Jai satguru Ravidas maharaj 🙏❤️🙏
❤❤❤❤❤
ૐ શાંતિ બાબા. હું આત્મા કસુનહતુ ત્યાંરનો છું પોતાના સંસ્કાર નેં ભુલીગયા
😮😮😅😊
बहुत बहुत अच्छी प्रस्तुति
જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી જય રામાધણી
शिव गौरक्ष अलख निरंजन आदेश
बहुत अच्छा लगा
Superji
साहेब बंदगी
Sahib Bandagi❤❤❤❤
साहेब बंदगी ।
धन निरंकार जी
पानी से पैदा नहीं स्वासा नहीं शरीर और चार दाग आवे नहीं टाको नाम कबीर
સતનામપારસ
😊
साहेब बंदगी साहेब जी 🙏🙏
Jay satguru Dev ki
जय,साहिब, की,,
शिव गोरक्षनाथ जी महाराज की जय हो नाथ जी गुरु जी को आदेश
😈
❤❤❤😢😢😮😅😊😂😂😂
हम तो लक्खा तीन लोक में तू क्यों कहे आलेख सारस्वत जाने बिना झूठा परा भेज
❤❤❤❤❤❤❤
😊
જય ધરતી માતા 🙏
Nice bhajan
🙏🙏🙏🙏🙏
बंदगी
बहुत ही सुंदर भजन वेरी नाइस