अगर तज़ियादारी जाइज़ है तो अपने बाप के इंतकाल के बाद क्यो नहीं निकालते??? अगर तज़ियादारी जाइज़ है तो उनकी मय्यत पर ढोल क्यो नहीं बजाते????? अगर तज़ियादारी जाइज़ है तो अपने घर की मय्यत पर भी क्यों नहीं नाचते कूदते????? अगर ताज़ियादारी जाइज़ होती तो सबसे पहले करबला के ग़ाज़ी ताज़ियादारी निकालते। अगर ताज़ियादारी जाइज़ होती तो सबसे जैनुल आबिदीन निकाले। अगर तज़ियादारी जायज़ होती तो सबसे इमाम मूसा काजिम निकाले। हुज़ूर गौसे पाक निकालते। कितने नाम गिनवाऊ???? ढोल तो यज़ीदियों ने बजाया था। आप सभी ये जान लें कि शरीअत में ताज़ियादारी, ढोल ताशे बजाना, मातम करना सख़्त मना है ये हराम है। आप लोगों को भी चाहिए कि लोगों को समझाए कि इन सब कामों का नाम मुहर्रम नहीं है। अक्सर आज की मुसलमान कौम के साथ साथ हमारे गैर मुस्लिम साथी भी मुहर्रम को इन्ही सब निशानियों से याद रखते हैं। जिनकी शादियों में कभी ढोल नहीं बजे लोग उनकी शहादत पर कैसे ढोल बजा सकते है??????
3:16 Hahahaha 😂😂yaha koi deen ke sharait par nahi chalte Na koi namaz padhta aur kisi jaahil ko Quran padhne nahi aata Aur yeh molvi khurafat ko promote karraha hai 😂😂😂
Beshak
Masha allah
Assalamu alaikum bhai
Mashaallah.......
bhut khub jankariyo se apne hame rubaru karwaya...
Thank-you so much 👍
Besak
Hazrat Aapane bayan to diya lekin topic ka clarification nahi huwa
TaZiya dari zindabad 🙌
Allah taufik de khurafat se bachne ki,Maula Hussain aur ahle bait se sachi mohabbat ki taufiq de
अगर तज़ियादारी जाइज़ है तो अपने बाप के इंतकाल के बाद क्यो नहीं निकालते???
अगर तज़ियादारी जाइज़ है तो उनकी मय्यत पर ढोल क्यो नहीं बजाते?????
अगर तज़ियादारी जाइज़ है तो अपने घर की मय्यत पर भी क्यों नहीं नाचते कूदते?????
अगर ताज़ियादारी जाइज़ होती तो सबसे पहले करबला के ग़ाज़ी ताज़ियादारी निकालते। अगर ताज़ियादारी जाइज़ होती तो सबसे जैनुल आबिदीन निकाले। अगर तज़ियादारी जायज़ होती तो सबसे इमाम मूसा काजिम निकाले। हुज़ूर गौसे पाक निकालते। कितने नाम गिनवाऊ????
ढोल तो यज़ीदियों ने बजाया था।
आप सभी ये जान लें कि शरीअत में ताज़ियादारी, ढोल ताशे बजाना, मातम करना सख़्त मना है ये हराम है। आप लोगों को भी चाहिए कि लोगों को समझाए कि इन सब कामों का नाम मुहर्रम नहीं है। अक्सर आज की मुसलमान कौम के साथ साथ हमारे गैर मुस्लिम साथी भी मुहर्रम को इन्ही सब निशानियों से याद रखते हैं। जिनकी शादियों में कभी ढोल नहीं बजे लोग उनकी शहादत पर कैसे ढोल बजा सकते है??????
Hmari taraf se tum budh Puja bhi kro hmko kya
Allah tumhe jaise jaahilo ko hidayat de
Panja.paanch.tan.ka.aik.tan.jisko..ham.panjetan.kehte.he
Sirk ki koi bhi sakl mafi ke layak nahi
Ispe ap hmse bahes na kr pauge mufti sahab apke kuchh jumle hmne pakad lye...
3:16
Hahahaha 😂😂yaha koi deen ke sharait par nahi chalte
Na koi namaz padhta aur kisi jaahil ko Quran padhne nahi aata
Aur yeh molvi khurafat ko promote karraha hai 😂😂😂
Jab aapko kuch malum hi nahi to video kyu bana rahe ho
Kya galat bola hai?
Panja.paanch.tan.ka.aik.tan.jisko..ham.panjetan.kehte.he