Ab Uttar Chahiye: 6 लाख शिक्षक विरोध में खड़े, ऑनलाइन हाजिरी पर क्यों अड़े? I OnlineAttandence I
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- เผยแพร่เมื่อ 6 ต.ค. 2024
- • Ab Uttar Chahiye: Teac...
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ऑनलाइन हाजिरी होनी चाहिए। लेकिन जितने भी मंत्री हैं सब का हर महीने कितना काम किया क्या काम किया कितना पैसे का काम किया पारदर्शिता तरीके से पैसे का हिसाब ऑनलाइन अपलोड करें जनता के सामने रखें।
लेकिन जब वोट देने की बारी आए तो नालायक नेता को देना है
हगना लेकिन mutne नहीं देंगे !
तुमको Teacher टाइम से काम करे ये चाहिए या Modi का विरोध ही करना है ??
जहिलो अपनी बर्बादी ख़ुद ही करता है
नेता तो रोज गाली सुनते हैं क्या टीचर भी सुनेंगे वह 5 साल में बदल जाते हैं क्या आप भी जायेंगे
साहब नेताओ का हिसाब 5 साल में हो जाता है मगर सरकारी नौकरों का हिसाब कैसे होगा।
5 वर्षों के लिए ही नेताओं की भांति नौकरी करनी है क्या??
ऑनलाइन हाजरी जिसे मंजूर नहीं वो नौकरी छोड़ दे ,हम जैसे बेरोजगार लोग को नौकरी पर रख लीजिए। कम वेतन और ऑनलाइन हाजरी हमे मंजूर है
अमिताभ जी को सच बात रखने के लिए आभार.बहुत बहुत धन्यवाद.
सर एक शिक्षक की बात रखने के लिए बहुत बहुत ध्न्यावाद 🙏
Sir... अध्यापक की बात रखने के लिय बहुत बहुत धन्यवाद आपके चैनल को बहुत बहुत सुक्रिया.. 🙏🙏🙏
कामचोर टीचर
ऑनलाइन हाजरी सही है
घर बैठे ड्यूटी करने वाले परेशान है
ड्यूटी पहुंचते ही घर का सभी काम याद आने लगता है
आदरणीय सर,
आप जैसे महान पत्रकारों की आवश्यकता है इस देश में।
आपको हृदय से आभार, धन्यवाद , अभिनन्दन।
अरे कामचोर टीचरों
Sr hmari tarph se bolne k liye bhut bhut dhanyawad 🙏🏻🙏🏻hmare dard ko bta krne k liye v aap ka shukriya,🙏🏻🙏🏻
आप ऐसे ही ईमानदारी से पत्रकारिता करते रहिए। हमे आप पर गर्व है।
कामचोर टीचर हो??
पहले टीचर घर बैठकर नौकरी करते थे दो दो तीन महीने तक नहीं आते थे वेतन लेते थे इसलिए तकलीफ हो रही है लोगों को
Right bol rahe ho bhai
@@anilkumarsharma2037 पहले तो जनता नहीं पढ़ी लिखी थी। बिना सोचे समझे दान करते थे। खूब कमाई थी। आज का शिक्षक भूतकाल को देखकर नहीं चलता है। वर्तमान में मेहनत करता है और बच्चों का भविष्य बनाता है
Lekin teachers ka jo problem hai usko adress nahi kiya jayega.
सही bat
Sir pahle primary me ake dekhiye phir aap comment kariye
बिलकुल सही आपने शिक्षकों और शिक्षामित्रों के दर्द को बखूबी बयां किया
धन्यवाद
आपको शिक्षक और शिक्षामित्र का दर्द समझ में आता है लेकिन समय से स्कूल नहीं जाते हैं ये समझ में नहीं आता है अगर शिक्षक सही है तो डिजिटल अटेंडेंस से डर क्यों रहे हैं
घर की खेती छूट जाएगी
Sarkari Teacher की ऑनलाइन उपस्थिति सही फैसला
नेताओं की पेंशन बन्द करो नही तो सरकारी कर्मचारी को पेंशन दो
Sabhi ko pention milni chahiye
मुझे भी पेंशन मिलनी चाहिए 🤪🤣
हमारा खेती किसानी का काम है हमें भी पेंशन मिलना चाहिए
Private ko bhi pension do, majdoor ko bhi do, kisan ko bhi do
Berojgari bhatta mile sabki pension band ho
क्या बात है सर बड़ी बेबाकी से आप बात रखते हैं बहुत बहुत आभार।
आप जैसे ईमानदार पत्रकारों पर गर्व है
प्राइवेट नौकरी करनेवाले भी इन सभी समस्याओं के होते हुए भी नौकरी कर रहे हैं फिर सरकारी नौकरी-पेशे वालों को ही दिक्कतें क्यों?
Kamchor😂
भाई साहब मैं तो आपका मुरीद हो गया हूं। आप जितना अच्छा बहस शिक्षा मित्रों व अनुदेशकों के बारे में उनके दुखद जीवन को चरितार्थ करते हैं फिर भी इस अंधी सरकार को कुछ भी दिखाई नहीं देता है और सुनाई भी नहीं देता है हमलोग को लगता है कि सरकार में बैठे हुए मंत्री और मुख्यमंत्री तक में मानवता मर गई है नहीं तो उन बेचारे पर थोड़ी सी दया जरुर आती इन लोगो को। खैर छोड़िए इन दुःख भरी बातों को मेरी तरफ से इस प्रकार की चर्चा करने केलिए अपको दिल की गहराइयों से ढेर सारा प्यार बधाइयां शुभकामनाएं, सादर प्रणाम।।
सभी टीचर को स्कूल के आसपास रहने का आदेश जारी करना चाहिए.
जिससे बिलकुल न स्कूल ही न जाओ।🤣🤣
Yeah school Jane ki jarurat nhi hai..ha ha ha
आप विद्वान पत्रकार हैं। आपको प्रणाम करता हूं
अखिलेश यादव शिक्षकों का समर्थन कर रहे हैं एह शर्मनाक है,इसमें खुश रहने की जरूरत नही है इनके पिताजी मुलायम सिंह यादव और एह और इनकी पूरी पार्टी ने कभी नही चाहा कि उप्र में शिक्षा व्यवस्था सुधरे ।
आपके निष्पक्ष पत्रकारिता को सलाम
जनता के लिए सरकार है सर,,,,
और जनता के बच्चों को सुधारने वाले टीचर की कमियां बहुत ही ज्यादा रही हैं इसलिए सरकार अपने कर्मचारियों पर कार्यवाही कर रही है तो बहुत ही अच्छा स्वागत वाला कदम है ।
शिक्षक के साथ अन्याय न हो
भा ज पा प्रवक्ता इस पर कुछ नहीं बोलेंगे कि शिक्षकों से शिक्षा के अलावा कोई काम नहीं लेना चाहिए।
Kya iske pahle shikshak koi anya karya nahin karte the? Aap naukar ho aur malik aapse kya kaam lena janta hai. Naukari me manmarji nahin chalti.
इस चैनल को सब्स्क्रिब कर दिया हूँ क्योकि शिक्षा शिक्षक की बात उठाई
बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार सर आपका
100% online attendance must be done
वाह अमिताभ सर जी गजब👌👌👌👌सच्चाई बयां की है आपने
Thanks a lot of
आप जनता, कर्मचारियों से जुड़ी समस्या को इतने प्रभावशाली ढंग से सरकार के सामने रखते हैं वास्तव में ऐसे "अब उत्तर चाहिए" जैसे आपके कार्यक्रम लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं l
👲 जो समय से न आ पाये वो नौकरी का त्याग कर दे .... ... बाकी सब मोहमाया है 👎👎👎👎👎👎👎👎
यदि कोई अध्यापक 10 मिनट लेट हो गया तो शिक्षा विभाग के अधिकारी अनुपस्थित कर अध्यापक का शोषण कर रहे हैं अध्यापक अपना ऐरियर लेना चाहें तो बिना कमीशन दिये नहीं मिल सकता है कम्पोजिट ग़ान्ट में 10 प्रतिशत BEO वसूली कर रहे हैं न देने अनेकों प्रकार के प़ताणना सहना पड़ता है चयन वेतनमान लगवाना तो बिना पैसा दिये नहीं लगेगा।इनको केवल उपस्थिति आनलाइन चाहिए
अगर तुम्हारे साथ मेरे प्रचार हो रहा है तो जिस तरीके से तुम लोग आंदोलन कर रहे हो उसे भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलो हरामखोरी मत करो सरकार के खिलाफ नहीं बोल सकते तुम सरकार अच्छा काम कर रही है अगर तुम्हें काम करना है तो कम करो वरना बहुत लोग बेरोजगारी है 20-20 हजार में पढ़ने को तैयार है
@@umeshsuman138 Jab 20k me 700km door fenka jayega na to naukari chhod kar bhagte फिरोगे jab ghar me maa baap aur khud bimar padoge to karwa lena ilaaj 20k me . Murkh aadmi sarkari naukari kathin pariksha pass karke milti hai 20k ki bakaiti se nahi
@@umeshsuman138tu jeevan bhar nitttala hi rahega
1 minute late nhi chalega time se college aao nhi toh naukri jhod do
@@umeshsuman138sahi baat
सरकार द्वारा बहुत ही सराहनीय कार्य
अध्यापकों की परेशानियों को सबके आगे आकर रखना, आपका सराहनीय कदम है। धन्यवाद
Thanks sir ji
अमिताभ सर बहुत ही शानदार जवाब दिया आपने मनीष अग्रवाल को
सही निर्णय है।।
लेकिन शिक्षको की परेशानी है तो उनसे भी संवाद होना चाहिए।।
जब आप सरकारी नौकरी नहीं करते तो लगता है कि पेंशन खत्म करना सही है, काम नही तो पैसा कैसा.....
जैसे ही नौकरी मिल जाती है समझ आता है की पेंशन तो बुढ़ापे की लाठी है।
जय मां भवानी,तो नौकरी खुद ले लीजिएगा, थाली में सजाकर नहीं मिलती है ।
NPS me paisa lagao bhai
Right jo mehant karta usko milti..sarkari naukari...fir puri life aaram bhi milta thali min sajake..iska ka bhi aap dil se dhanyawad kar 0:01 o@@हिमालय-ग9द
Govt ko सभी विभाग प्राइवेट कर देना चाहिए। खास कर शिक्षा विभाग क्योंकि आज हर मां बाप अपने बच्चो को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ते हैं।
सभी विधायकों और मंत्रियों के कार्यों का हर महीने लेखा जोखा ऑनलाइन होना चाहिए।
महोदय आपकी डिबेट को गंभीरता से सुन और समझ रहा था मुझे लगता है कि देश के किसी भी राज्य में सबसे अधिक छुट्टियां शिक्षा विभाग में ही होती हैं, ३६५ दिन के साल में बमुश्किल १५०-१५५ दिन शिक्षण कार्य हो पाता है। इसलिए यह कहना अनुचित है कि शिक्षकों को अलग से ईल और पील जैसी छुट्टियों की आवश्यकता होनी चाहिये। कभी उत्तर प्रदेश के सरकारी कलेंडर पर भी गौर कीजिए।
220 - 240 दिन स्कूल खुलते हैं
52 रविवार
45 दिन गर्मी और ठंड का अवकाश
35 दिन ( होली, दीपावली अन्य)
Right
kaha se calculation Sikhi hai
Bhaut bhaut dhanyvad sir ji
ये सरकार को ब्लैकमेल करना चाहते हैं और अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं यही संस्कार दे रहे हैं बच्चों को। बेशर्मी की एक सीमा होती है आप तो सीमा को भी पार कर चुके हैं
सहमत हूं. ..
अमिताभ सर काश आप की तरह सभी लोग सत्य बोलने की हिम्मत जुटा पाते।
भारत ही एक ऐसा देश है जहां समय से पहुंचने के लिए लागू नियम का विरोध हो रहा है।
Excellent Patrakar Sahab, Naman
अग्निहोत्री जी मास्टर लोगों को सर्दियों एवं गर्मियों की 40 छुट्टी official मिलतीं है इसके आलावा गर्मी सर्दियाँ बढ़ने पर 15/20 din की छुट्टी DM लेवल से मिल जाती है
फ्री की किताबे फ्री की ड्रेस फ्री का खाना इतने योग्य शिक्षक इसके बावजूद छात्र 20
Aisa kya hai jo bache sarkari sakool min padhne se katrate...ispe sahi se audit hona chaiye.....
Bahut hee accha kaha apney.
जब सरकारी स्कूल में गरीब के बच्चे पढ़ेंगे तो उनसे भी तो सलाह लेनी चाहिए
की सिर्फ़ टीचर्स से ही उनकी सलाह लेंगे
Jab school ma baccha honga salaha to jabi lenga
हम गरीब और असहाय लोग आपके सदैव ऋणी रहेंगे महाराज जी, हमारे बच्चो का भविष्य सुधारने के लिए सादर प्रणाम।
अगर पढ़ाई होने लगी तो हम लोगो का फीस का पैसा बचेगा जो हम प्राइवेट स्कूल को देते है।
❤❤❤
देश में पड़े लिखे लोगों की कमी नहीं है यूपी में 6 साल से टीचर की वैकेंसी नहीं आई उत्तर प्रदेश में यूपी TET, सीटेट पास करने वाले लाखो लोग हैं उन सबको तुरत जॉब देकर, इन्हें (लपरवाह टिचर को )बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए,, कल्याण सिंह जी ने जो किया वैसा करना चाहिए सरकार को,,
40दिन की गर्मियों की छुटियाँ,, बारिश की छुट्टियाँ, सर्दियों की छुट्टियाँ,, ये सब इन्को हजम नहीं हो रही है ,8 बजे की जगह 9बजे जाना 1 बजे से पहले घर वापस आ जाना ये सब हजम नहीं हो रहा है,
स्कूल में हाजरी लगा कर,, अपना बाजरा नराने चले जाते हैं ,😅
मजे से कट रही है सरकार को पता नहीं कोन सा किडा काट जाता है 😅
इस्मे कोनसे अमीरों के बच्चे पड़ रहे हैं,
एक भी सरकारी विभाग का व्यक्तित्व अपने बच्चे सरकारी स्कूल में नहीं पढ़ता ,,😅
हम शिक्षकों को गृह जनपद और राज्य कर्मी का दर्ज दिया जाए हम सभी खुशी खुशी ऑनलाइन अटेंडेंस देने कोतैयार है
सारे सरकारी शिक्षकों के बच्चो को भी सरकारी स्कूल में ही पढ़ना होगा।
ये नियम लागू करना चाहिए।
अपनी राय ज़रूर दे ये लोग अपने बच्चो को प्राइवेट स्कूल में क्यों पढ़ाते है और नौकरी इनको सरकारी स्कूल में चाहिये अगर इतना ख़राब है सरकारी स्कूल तो उसमे मास्टर बनने को क्यों परेशान होते हो
ये नियम जरूर लागू होना चाहिए लेकिन इससे पहले मंत्री और विधायक के बच्चो को प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने का नियम लागू हो तभी प्राथमिक विद्यालय की व्यवस्था सुधरेगी
ATI Satya joordar sach
अमिताभ जी को सादर प्रणाम
यूपी के शिक्षा मित्रों की समस्याओं की आवाज उठाने के लिए। सर एक भी समस्या का हल अभी तक नहीं हुआ, क्या होगा हम शिक्षा मित्रों का 😢😢
अग्नोहत्री जी आप बहुत सम्मानित प्रवक्ता और विद्वान परंतु पहली बार लगा आप शिक्षको को बिल्कुल गैर तार्किक आधार पर बचाव करते हुए दिखे l
सरकार ने पहली बार सही कार्य किया है
❤
अमिताभ जी आप के तर्क ठीक नहीं हैं। समस्याएं हैं पर कक्षा का समय तो निश्चित होता है और सर्विस कंडिशन्स तो सबको पहले से पता ही होती हैं।
महोदय आपके चैनल का आभारी हैं
कोई भी शिक्षक और मानदेय शिक्षक टैबलेट के उपयोग से नहीं भाग रहे बेशक NEP 2020 की नीतियों को इंप्लीमेंट किया जाए।
पर क्या दो शिक्षक वाले सुदुर स्थित विद्यालयों के लिए यह मानवीय व व्यवहारिक है ।
हम ही विद्यालय में ताला खोलते,जाला हटाते , मेज पोछते , मोटर चला कर टंकी की पानी भरते ,रसोई की घटी बड़ी सामान उपलब्ध कराते आदि अनेक 27 प्रकार के कार्य में पहले से ही लगे थे ।
अब 14 प्रकार केरजिस्टर को दिनभर खंड शिक्षा कार्यालय को भेजें क्या यही गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा में निवेश होगा। एक शिक्षक के तन, मन और दिमाग का उपयोग किस दिशा में किया जा रहा है और क्या हमें इस तरह से परेशानी में डालकर निपुण भारत के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
यह फैसला एक दम सही है,
किसान बिल वापस हो गया तो किसान अब भी परेशान क्यों हैं? और पंजाब में वही कानून लागू हैं तो वहां के किसान अमीर क्यों हुए
गजब का उदाहरण पेश किया सर आपने राज्य में ऐसे कई सरकारी संस्थान है जहां 10:00 बजे आप पहुंच जाइएतो काफी लोग दिखाई नहीं देगे। पहली बार डिजिटल उपस्थित लागू करिए डॉक्टर साहब, बड़े बाबू आदि लोगों के लिए कौन सा हस्ताक्षर लागू है।
100 किलोमीटर तो जायज है सभी को नजदीक मिले तो दुर दराज कौन जाएगा, ऐसा ही डाक्टरों के साथ है गांवों में जाना ही नहीं चाहते बस शहरों में ही नियुक्ति चाहिए
स्कूल के पास रहे ।।
स्कूल घर के पास नही जाऐगी।।
गांव के लोगों की भर्ती करो
@@pramodpatel2079House Rent Allowance nahi milty kia? Sarkar hum logo se paisa leta hai students ki shiksha ke liye, naki teacher palne ke liye.
@@tg-83FAKE ID..agar dam h to real I'd se aa
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अमिताभ जी आप भारत के सबसे महान पत्रकार हैं आपने अध्यापक के दर्द समझा
Ye dard hai sarkar se har mahine hajaro rupees lete ho aur time se nahi jana chahte
Online attendance is 💯 percent good
अब भाजपा मनमानी दबंगई लोकतंत्र में शिक्षक अनुदेशक शिक्षा मित्र को ध्यान दें ताकि चुनाव में इसका जवाब दिया वोट दिया है सरकार से मांग करते हैं और अनुदेशक शिक्षक
Amitabh sir ...salute to you..sir👌👌...sirf aapne hi teachers ki problem ko sahi trike se present kiya hai....
अमिताभ जी सरकारी नौकरी अपने आँगन मे नहीं होंगी
हॉस्पिटल, सचिवालय, ब्लॉक, तहशील, आदि स्थानों पर online हाजरी क्यों नहीं होनी चाहिए. सिर्फ विद्यालय पर ही सरकार इतनी गंभीर क्यों है. पत्रकार महोदय कृपया सरकार का पक्ष लेना बंद करें
ऑनलाइन हाजिरी क्यों नहीं होनी चाहिए जबकि अन्य विभागों में चतुर्थ श्रेणी की हाजिरी ऑनलाइन हो रही है
Bahut sahi Abhitab ji 🙏
ऑनलाइन हाजिरी होनी चाहिए
कल सुनीता विलियम्स भी कहेगी की हमको 10 k. M. के दायरे मे रहना है
सरकारी स्कूलों को बन्द करो
कोई भी टीचर अपने बच्चे सरकारी स्कूलों में नहीं भेजता
लेकिन बच्चों को सरकारी स्कूलों में ही नौकरी करवाता है
क्योंकि सरकारी स्कूल में सरकारी नौकरी मिल जाए तो काम करो या नहीं करो वेतन बढ़िया मिलता है
सरकारी टीचर पढ़ाने के लिए नहीं जनगणना करने वोटर लिस्ट ठीक करने के लिए है
जब पढाना नहीं है तो टीचर की उपाधि क्यों
गरीबों का इससे घटिया मजाक भला और कैसे बनाया जा सकता है
A a ji verry verry thanks aap ke bhasan bahut hi achhache hai
अध्यापकों को बंदिश पसंद नहीं । अपनी आदत बदलनी होगी देश हित में । ॐ ॐ ॐ
You are great.
मनीष अग्रवाल जी आपने बिलकुल सही कहा है।
आदरणीय अमिताभ जी,
सादर प्रणाम
आदरणीय जब सभी शिक्षक अपनी उपस्थिती निर्धारित समय पर रजिस्टर के माध्यम से अंकित करते हैं ,तो कोई समस्या नहीं ,तो आनलाइन उपस्थिति अंकित कराने में समस्या क्यों ?
मेरा अनुभव कहता हैं कि लोकल स्तर पर पोस्टेड अधिकतर शिक्षक का व्यवहार शिक्षक की तरह नहीं लोकल गुं** की तरह हो जाता हैं. मैं इस बात से सहमत हूं कि शिक्षक से कोई और काम नहीं करवाना चाहिए.
Online Attendance honi chahiye
अग्निहोत्री सरको सत् सत् प्रणाम🙏
पत्रकार महोदय बिल्कुल शिक्षक केवल शिक्षक बने रहना चाहिए, परंतु आज शिक्षक शिक्षा भी ईमानदारी से नहीं दे पा रहे हैं आज मात्र कुल 200 से 300 से दिन काम नहीं कर पा रहें हे और तनख्वा एक लाख ले रहे हैं। आपको मास्टर की चिंता हो रही है कि दस हजार पेट नहीं पलता मगर एक मजदूर 5 हजार में भी अपना परिवार पल रहा है
Ye Sarkar decision bhut achha hai
Apki bat sahi hai.
जो टीचर हाजिरी लगाने से पहले ही विरोध कर रहे हैं उन्हें तुरंत सेवा में मुक्त किया जाना चाहिए।
बिल्कुल होनी चाहिए
Phoe pay ,Google Pay ,you tube chalane me network rahta h . Lekin attendance ke liye ke liye nhi .. face wala attendance lagu kro sabhi school me
बहुत बढ़िया
जिन गांवों को सांसदों ने गोद लिया उनकी हालत आओ दिखा दे
जा कर पता करलो....
Online attendance is must.
सीधे सीधे क्यों नहीं कहते कि नोकरी करना नहीं चाहते, स्कूलों में जाकर देखें कोई स्वेटर बुन रही, कोई फोन पर बात कर रही है, कोई अपना बच्चा खिला रही है।
Kis jamane ki baat ho rahi hsi. Present me ake dekhiye.
एकदम सही बोल रहे हो भैया दबंग किस्म के लोग तो कभी स्कूल ही नहीं जाते वह ना किसी प्रिंसिपल को और नाही जिला शिक्षा अधिकारी से डरते यही हाल चिकित्सा विभाग में भी है कुछ लोग जहां पर जिसकी पोस्टिंग होती है वह 7 दिन में एक बार जाता है कोई कोई तो महीने भर नहीं जाता
@@shwetashukla8237 aao dekho hamre yha
Yahi hota hai bilkul aur Garib bacchon ke bhavishya ke sath mein bahut bada khilvad ho raha hai
Apne bilkul sahi bataaya
अमिताभ जी प्रश्न ये है कि आनलाइन उपस्थिति लेने से क्या शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आ जाएगा ? मान लीजिए मैं एक अध्यापक हूं। 7.30 की जगह मैं 6.30 पर स्कूल पहुंच जाऊंगा लेकिन पूरे दिन खाली बैठ कर घर आ जाऊंगा । या कक्षा में पढ़ाऊंगा तो पूरे मन से नहीं पढ़ाऊंगा । तब सरकार की क्या प्रतिक्रिया होगी ।
time se aane oe man nhi hoga padai ka, ab to govt ko school m kabhi bhi in techer ki class m bchho se puchhna chahiye kya padaya, sunao, tab tum jaiso ko smjh aayega
अगर खाली बैठा है निकम्मा है तो हराम का खा रहा है तो छोड दे नौकरी ।
निकाल भर कर दिए जाओगे एक महीने वेतन नहीं मिलता है ती पड़ोसी से उधार लेते होंगे कामचोरो का मनोबल मत बढ़ाओ
बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए, बहुत से लोग इंतजार कर रहे हैं,आधे पैसे में अच्छा काम करने के लिए
Khali kyu baithega bhai
Sahi kaha apne
शिक्षक का सम्मान होना चाहिए
अग्निहोत्री जी आपकी डिबेट मुझे सबसे ज्यादा अच्छी लगती है क्योंकि आप सत्य बाते करते हैं।❤❤
कल सारे सरकारी लोग कहेंगे हमभी अपने घर में नौकरी करेंगे नौकरी से पहले पता नहीं था कि हमारी नौकरी कहा है ये सिर्फ बेवकूफ बनाना दोगलापन है