बार बार आता है संतो के पास रहो संतो के चरण मैं रहो लेकिन ऐसे निर्मोही ऐसे बौध वान बौद्धों संतो कहां है जहां जहां देखा वहां पर घर आश्रमों मैं सब कुछ न कुछ थोपना चाहते हैं कुछ न कुछ करना चाहते हैं चेला चेली बनाना चाहते हैं उसके प्रेमी बनाना चाहते हैं या कुछ पुस्तकें लिखना या पुस्तक लिखकर बेचना या बांटना चाहते हैं कुछ न कुछ करना चाहते हैं आज़ के संतों कुछ बनना ओर-देना चाहते हैं समजाना नहीं चाहते बस इससे जोड़ना चाहते हैं येन केन प्रकार से उसे जोडते हैं कोई मुक्त नहीं करना चाहते हैं कबीर पंथ वाले कबीर पंथी बनाना चाहते हैं ओर-संप्रदाय वाले उसके संप्रदाय वाले बनाना चाहते हैं अगर ऐसा कोई संत महापुरुष सद्गुरु हैं जों सबसे मुक्त स्वतंत्र करता हों कहीं न कहीं सब जोड़ना रखते हैं उसी प्रयास सब करते हैं कि हमसे जुड़ें लोग हमारा भक्त प्रेमी हो बस यहीं सब जगहों पर दिखाई देता है ओर-यहीं प्रवृत्ति सब जगहों पर चल रही है
Sahib bandage sahib ji 🎉
SAHEB BANDAGI GURU DEV JI 🙏🙏🙏
Saccha Sahib Bandagi Sahib
परम पूज्य संत श्री अभिलाष साहिब जी को कोटि कोटि प्रणाम करता हूं साहिब बनदगी हो
Man ke prapanch ka bodh ho jana rahani ki dasa hai, saheb bandagi, sadgurudev
साहिब बंदगी
बार बार आता है संतो के पास रहो संतो के चरण मैं रहो
लेकिन ऐसे निर्मोही ऐसे बौध वान बौद्धों संतो कहां है
जहां जहां देखा वहां पर घर आश्रमों मैं सब कुछ न कुछ थोपना चाहते हैं कुछ न कुछ करना चाहते हैं
चेला चेली बनाना चाहते हैं उसके प्रेमी बनाना चाहते हैं
या कुछ पुस्तकें लिखना या पुस्तक लिखकर बेचना या बांटना चाहते हैं
कुछ न कुछ करना चाहते हैं आज़ के संतों कुछ बनना ओर-देना चाहते हैं
समजाना नहीं चाहते बस इससे जोड़ना चाहते हैं
येन केन प्रकार से उसे जोडते हैं
कोई मुक्त नहीं करना चाहते हैं
कबीर पंथ वाले कबीर पंथी बनाना चाहते हैं
ओर-संप्रदाय वाले उसके संप्रदाय वाले बनाना चाहते हैं
अगर ऐसा कोई संत महापुरुष सद्गुरु हैं जों सबसे मुक्त स्वतंत्र करता हों
कहीं न कहीं सब जोड़ना रखते हैं उसी प्रयास सब करते हैं कि हमसे जुड़ें लोग हमारा भक्त प्रेमी हो
बस यहीं सब जगहों पर दिखाई देता है ओर-यहीं प्रवृत्ति सब जगहों पर चल रही है