गोड किर्तन...हभप.संदिपान महाराज हासेगावकर किर्तन/ Sandipan Maharaj Hasegaonkar Kirtan/abhangvani
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- เผยแพร่เมื่อ 19 ต.ค. 2024
- हभप.वै.विजयकुमार तात्याराव भिसे यांच्या द्वितीय पुण्यस्मरणा निमित्त आयोजित एकदिवसीय किर्तनाचा कार्यक्रम
आपले नम्र. :
श्री कन्हैया विजयकुमार भिसे
चि.अमोल विजयकुमार भिसे
स्थळ : मौजे गादवड ता.जि.लातूर
ॐकारेश्वर साऊंड सर्विस आणि मंडप डेकोरेशन गादवड संपर्क मो.7350092247
आपल्यालाही आपल्या किर्तन / सप्ताह चे शुटींग करायचे असेल तर आम्हाला संपर्क करू शकता
( अभंगवाणी 8600556348 )
#किर्तन_शुटींगसाठी_संपर्क_8600556348
#अभंगवाणी
Ram krishna hari very nice❤❤❤❤
Jay Jay Ramkrusna Hari Khuap Goad Abhysnya kirtan
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खुपच अर्थ पुर्ण किर्तन,जय हरी माऊली 🙏🙏🙏
प. पु. गुरूजी चरणी दंडवत🙏🙏🙏 संत वाणीला त्रिवार वंदन🙏🙏🙏 न. मुगूटकर शहापूर ता अंबड.
राम कृष्ण हरी महाराज
रामकुष्णहरी माऊली 🙏🙏🙏🙏
Tanajianna ghodake🙏🙏🙏🙏🙏
अतिशय सुंदर किर्तन आहे
Ram krushn hari
काय मी पामर किर्ती वाणू 🙏🙏🙏🙏🙏
जय हरी
रामकृष्ण हरी🙏🙏🚩🚩 छान👏
खूपच सुंदर
जय हरी विठ्ठल🙏
गोड चिंतन
पूर्ण कीर्तन असायला हवे... होतें..🙏🤗
राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी