खुमानदानजी बहूत बढिया राग है ।धन्य है आपके माता पिता को जो एसी लय से वाणी सूनाने के लिए आपको मारवाडी़ धरा पर जन्म दिया।एक कडी़ में थोडा़ सुधार करो तो ठीक है न तो कोई बात नहीं।शब्द के अप्रभंस हो जाते है जैसे तनोट माँ के मन्दिर में आरती लिखी हुई है।सरस्वति सों बन्ध छुडा़यों ।मैने पुजारी को बताया भी ।आरती में गाया एसे जाता सुर तैंतिसों रो बन्द छुडायों।आपकी ईस वाणी में सुल्ताना मुल्क बंगालेदार सुल्ताना शहर बुखारेदार मैने सूना है।चुन चुन कलियों सेज बिछातो ऊपर पाट पटोलेदार अब तो रे नीचों सोवण लागो कांकर पाथर नि ब्यौवेरेदार सुल्ताना मुल्क बंगालेदार सुल्ताना शहर बुखारेदार।वैसे आपकी मर्जी मेरे पास तीन किताबें थी ईश्वरदास भाद्रेस वालो कि ईश्वर घोडा़ छोड़या महासन्मुन्रदर रे माय तारन आलो तारसी न छायें पकडी़ बाँय।आप छन्दो का उच्चारण अचछा करते ।ईश्वरदास के छन्दो कि किताब है।धन्यवाद।
पहली बात, यह आपको अकेले गाना चाहिए। आप उठाते बढिया हो लेकिन आपके उत्साही साथी पहले ही मिट्टी बाळ देते हैं। दूसरी बात, ये जो लास्ट में दो बार हा हा करते हो वह थोड़ी ओवर एक्टिंग लगती है, प्रायः मंगनियार ऐसा करते हैं। उम्मीद है आप समझ गए होंगे। आपकी आवाज अच्छी है और खिंचाव भी बहुत क्लियर है, अगली बार इससे भी बढ़िया गाएंगे, ऐसी शुभकामनाएं देता हूँ।
खुमानदानजी बहूत बढिया राग है ।धन्य है आपके माता पिता को जो एसी लय से वाणी सूनाने के लिए आपको मारवाडी़ धरा पर जन्म दिया।एक कडी़ में थोडा़ सुधार करो तो ठीक है न तो कोई बात नहीं।शब्द के अप्रभंस हो जाते है जैसे तनोट माँ के मन्दिर में आरती लिखी हुई है।सरस्वति सों बन्ध छुडा़यों ।मैने पुजारी को बताया भी ।आरती में गाया एसे जाता सुर तैंतिसों रो बन्द छुडायों।आपकी ईस वाणी में सुल्ताना मुल्क बंगालेदार सुल्ताना शहर बुखारेदार मैने सूना है।चुन चुन कलियों सेज बिछातो ऊपर पाट पटोलेदार अब तो रे नीचों सोवण लागो कांकर पाथर नि ब्यौवेरेदार सुल्ताना मुल्क बंगालेदार सुल्ताना शहर बुखारेदार।वैसे आपकी मर्जी मेरे पास तीन किताबें थी ईश्वरदास भाद्रेस वालो कि ईश्वर घोडा़ छोड़या महासन्मुन्रदर रे माय तारन आलो तारसी न छायें पकडी़ बाँय।आप छन्दो का उच्चारण अचछा करते ।ईश्वरदास के छन्दो कि किताब है।धन्यवाद।
अतिमधुर
रागि पागि पारधि नडिवेद नयाव,,इतरोरे गरुनि एहियेतणो उठाव,, जयश्री कृष्ण जयश्री कृष्ण जयश्री
Bahut chundar
वाह रे कविराज जी
Beautiful bhajn
जोरदार
बहुत सुंदर
Hare hare
नीचे सुर मे गाने से स्वास्थय सही रहता
Super 🙏🙏
बहुत सुंदर गाया है, ।
पहली बात, यह आपको अकेले गाना चाहिए।
आप उठाते बढिया हो लेकिन आपके उत्साही साथी पहले ही मिट्टी बाळ देते हैं।
दूसरी बात,
ये जो लास्ट में दो बार हा हा करते हो वह थोड़ी ओवर एक्टिंग लगती है, प्रायः मंगनियार ऐसा करते हैं।
उम्मीद है आप समझ गए होंगे।
आपकी आवाज अच्छी है और खिंचाव भी बहुत क्लियर है, अगली बार इससे भी बढ़िया गाएंगे, ऐसी शुभकामनाएं देता हूँ।
ऊँ
भजन बहुत अछि है गाणेवाला गलत है
थ
T6f
Last me ha Han ha kyo bachon de
Bhajan ka satyanash kar diya
Bhai ye hamari thar parkar or Rajstani bhajno ki raag hae ....jis main han han gaate hain ....
Jmj hukm apra. Mobail nmbar do sa
8296367067