लाज़वाब, कतरा कतरा अतुल्य। शब्द शब्द एक अनुपम रचना। लेखक की मनोस्थिति, प्रेम, प्यास, समाज में उसकी छवि, अंतर पीड़ा उकेरती एक शानदार अनुभूति। करीम साहब बुल्ले शाह के मुरीद बने, क्या शानदार रूह ( पात्र कहना बहुत अदना महसूस हुआ) आपका कमाल का वाचन चयन। जबरदस्त। जब जब you said : Sanjay yar,,,, you touched 😍। And मुमताज so beautifully described... lovely....many thanks mam....great work Nd tremendous efforts....very well donr👍👍
अंकिता...तुम को साहित्य और लेखकों की कितनी समझ है...कितनी गहरायी से पढ़ती और समझती हो .....अद्भुत.... अद्वितीय।
शायद इस उपन्यास को कोई ना समझे या ना पसंद करे, पर है तो साहित्य की निधि ही ये उपन्यास. सप्रेम धन्यवाद.
Ur versatility with beautiful collection has helped alot ... different tastes with rich Indian heritage...apka sath bna rahe🙏🙏u are an inspiration to many...we are proud of you.
आप ही के सुनाए गए बहुत से अनमोल हीरे still in my to do list,,,, ऊपर से निकल जाते हैं, keep starting again and again,,, like Shivani ji की रूस यात्रा दूसरी बार जा के सही से समझी। Then just became my favourite...you have given such a beautiful deep variety with wonderful introductions🙏
@@ankitajaidka9875 I am so excited to read your comments....Thank you so much 💗
अभी तक मैंने जितना भी उपन्यास पढ़ा या सुना उनमे से अमृता प्रीतम जी का ये उपन्यास अलग और शानदार है बहुत ही अच्छा लगा मुझे😊
मैंम आपकी आवाज हर कहानी और उपन्यास को जीवंत कर देती है ❤
श्वेता...आपका कमेन्ट मेरे मन में खुशी और उत्साह देता है...जिससे अच्छा साहित्य प्रस्तुत करती रहूँ.❤️