हरी ॐ तत्सत पूज्य सद्गुरु देव श्री रमाशन्कर साहेबजी नमः। 🙏 *जय श्री परब्रम्ह परमात्मा*🙏🌹 *हे सर्वेश्वर परमेस्वर दयालु प्रभु*🌹। कोटी कोटी वंदन हो गुरु देव।
@@OMPRAKASH-q6l5e सतनाम का ही पता नहीं इनको सार नाम का क्या पता चलेगा ॐ तत् मिलाकर सतनाम होता है ॐ तत् सत् मिलकर सार नाम होता हैं जो सांकेतिक मंत्र है जो सिर्फ़ काबीर परमात्मा ही आकर देते हैं फिल हाल संत रामपाल जी महराज जी के पास ह
ये बाबन अक्षर का खेल खत्म करो अगर मुक्ति चाहते हैं तो। बोलीं हमारी पूर्वी हमको लखे न कोय। हमको तो वो ही लखे धुर पूर्व का होय। जय बंदी छोड़ की।जय सत्य सनातन की
@@prajvalkohli8126 ये युही पागल बनायेगे काल के दूत ह बाकी कबीर परमात्मा ने कहा है कि स्वास स्वास में नाम जपो वृथा स्वास ना जाए सतनाम का इतना महत्व बताया है जो दो अखर का ह जितने महापुरुष हुए जिनको परमात्मा आकर मिले सबको नाम दिया है
@@prajvalkohli8126 इनको काल भेजता है कलयुग में ताकि कोई पार ना हो सके कबीर परमात्मा फिर धरती पर अवतार संत रामपाल जी महराज आए हुए हैं नाम लो मोक्ष प्राप्त करो इन के चक्कर में अपना मनुष्य जीवन बर्बाद मत करो ये मनुष्य जीवन और कलयुग दोनो दुर्लभ संयोग है पार होने का
श्री महाशय जी, शब्द शब्द सब कोई कहे,वो शब्द तो विदेह। जिभ्या पर आवे नहि,निरख परख के लेह।। नाम नाम सब जगत बखाना,नाम भेद कोई विरला जाना। नाम भेद जानेगा वोही,जा पर कृपा पुरा सदगुरु की होई।। पुरा सदगुरु नाम लखावे,जाके बल हंसा घर जावे।। *ये कबीर भव भटका खाय,वह कबीर भव पार लगाय।।****
हैं परम आदरणीय महाशयजी, चारे वणॅ का मानव(ब्राह्मण,वैश्य,क्षत्रिय,शुद्र)ये चारे वणॅ का जिव जिनके चरण में जाता हें वोही पुरा सदगुरु होता हे,वोही सच्चा सदगुरु होता हे,। ऐसा संत सदगुरुजी चरणागत लिजे,तन मन धन सब अपॅण किजे।।
रमाशंकर साहेब जी।अगर हो सकती है तो।सुरति शब्द योग से मुक्ति मिल सकती है।और कोई पथ नहीं।नानक नाम जहाज है चढ़े सो उतरे पार।..... सुरति को शार शब्द में लगाना होगा। और कोई युक्ति नहीं।जय बंदी छोड़ की। जय सत्य सनातन की।
@@hsrai7241 नकली गुरु यू ही फिरकी बना कर रखते हैं कबीर साहेब परमात्मा ने अपने शब्द से श्रृष्टि रची हुई है हम काल जाल में कैसे आए क्यों जन्म मरण होता है काल भगवान कोन है सतलोक क्या है केसा है किसने देखा है कैसे वापिस जा सकते हैं क्यों आए थे सभी जवाब सिर्फ संत रामपाल जी महराज द्वारा लिखित पुस्तक ज्ञान गंगा में श्रृष्टि रचना से पता चल जायेगी या सत्संग सुने
पहले ये confirm कर लो नाद क्या है शब्द क्या है? और जिस नाम को कबीर बोल रहे थे वो कोई शब्द नही, मंत्र नही, धुन नही, नाद नही, किसी का नाम भी नही 52 वर्ण मे भी नही... अब है क्या फिर वो धुन रहित धुन है या 😂😂या यूं कह ले एक परम सत्ता है जो उठा कर जीव को ले जाती है.. वो कोई और नही खुद मालिक हैं आते हैं.. ये ऐसा है असली सद्गुरु भक्त की सुरत को खुद से जोड़ता है और सद्गुरु की सुरत मालिक से जुड़ी होती है जैसे ता र जुड़ा रहता है main स्विच से... इसका praman गुरु शिष्य ईश्वर मिल कीन्हा भक्ति विवेक, तीनो तीर धारा बनी आगे गंगा एक.. गुरु शिष्य मिल वा लोक समैया... आदि.. तो ये स्पस्ट कर दिया की वो कोई धुन, शब्द बोलने वाली चीज नही.. बल्कि खुद उस शक्ति से सद्गुरु जोड़ देते हैं वो शक्ति जीव से बात करती रहती है.. उसका कोई आकर रूप नही..
ये वो संत ह जो कबीर सागर में कबीर साहेब परमात्मा ने बताया ह की काल मेरे नाम से कबीर पंथ चलाएगा ये नाम कबीर साहेब का लेते हैं खुद के आगे साहेब लिखते हैं
साहिब बंदगी साहिब बंदगी परमात्मा की दया से कविता से संतो के साइन मंदिर सिन मंदिर वाणी प्रवचन है आपने कहा राम भी माल खाता है वह भी अच्छा लगा बीच में आपने डीपी भेज मेरे को मैं कबीर पंथी 25 साल से अपने परमात्मा की दया से भक्ति का पैसा अमरता का वरदान है
जितने कमेन्ट करने वाले हैं सभी लोगै से निवेदन है कि यथार्थ गीता मोबाईल के माध्यम नेट पे सून लो या पड लो सत्य असत्य खुद समझ में आयेगा लेकिन यथार्थ गीता हु सुनना पड़ना कोई और गीता मत पड़ लेना या सुन लेना
जिस विधि को कबीर साहेब ने बोला था वो कबीर पंथी नही जानते 12 मुख्य काल के पंथ होंगे... बात कबीर की करेंगे लेकिन नाम है क्या पता नही... कोई बोलेगा.. ये मंत्र कबीर ने बोला है.. कोई कहेगा धुन या नाद को बोला है कोई बोलेगा ये परम पुरुष का नाम ही नाम है 😂😂कोई शब्द, कोई shaar शब्द, कोई सोहङ, कोई सत् नाम बोलेगा... आदि.. पहले यह जान लो नाम है क्या? नाम को कबीर साहिब जी ने क्या क्या पर्याय वाची शब्द प्र योग किया 1. आदि नाम 2. सार शब्द 3.amee नाम 4. अजर नाम 5.satyanaam 6. सोहङ नाम 7.videh शब्द 8. मूल नाम आदि.. लोग इसी को गुरु मंत्र बना लिए 😂 सायद यही बोला था.. लेकिन गौर करेंगे तो वो बोले हैं 52 वर्ण मे नही आता और बोला भी नही जा सकता.. जीभ पर नही आ सकता.. कुछ लोग धुन को ही समझ लिए.. सायद sound को बोला.. उन्होंने हर चीज पर बात की... लेकिन नाम ये नही तो है क्या? क्या कोई मंत्र है? नही.. धुन है नही, कोई किसी का नाम है ? नही.. आखिर है क्या? फिर.. Vastav मे जिसको कबीर जी बोले थे वो सद्गुरु शिष्य की सुरत को खुद से जोड़ते हैं और सद्गुरु की सुरत परम पुरुष से जुड़ी होती है इस तरह यह बोल सकते हो कि शिष्य की डोर परम पुरुष से जोड़ दी जाती है और जुड़ने के बाद परम पुरुष जीव के साथ हो जाता है और वो जिंदा है जीवित है बोल भी सकता है... इसी को जीवित नाम बोल दिया जाता है हालाँकि उसका कोई नाम नही... यही शक्ति ध्यान मे या मृत्यु के बाद तुरंत आत्मा को साथ ले कर चल पड़ती है.. इसमें एक शक्ति और जीव के साथ चलती है.. फिर तीन लोग एक साथ उस लोक मे जा पाते हैं.. अब ये स्पस्ट कर दिया की वो जिंदा नाम है उसका कोई नाम नही है वो कोई मंत्र भी नही.. जो समझ गए like करे..
बाबा जी आप ने जिस पंथ को अपनायें है उस पंथ का व्याख्यान कीजिये अच्छी बात है परन्तु सनातन धर्म के देवि देवताओं का अपमान मत किजिए क्यों कि ये संत का धर्म नहीं है
@@bnrai3816 अगर कर्म से ही मुक्ति मिलती तो सभी को मिल जाती हैं कबीर साहेब परमात्मा ने अपने वाणी में कहा है सतनाम सुमर मन प्यारे र सतनाम का जाप फिर सार नाम का जाप वो भी पूर्ण गुरू से ये काल के दूत नही दे सकते ना इनको मंत्र का पता
तेने शायद विहार के अलावा कुछ भी 5:18 नही देखा है जो तू राम पाल का झूठा प्रचार कर रहा है राम पाल ने कितनों को मुक्ति दे दी ।तेरे को राम राम बोलने से क्या तक तकलीफ हो रही है।अब तू भी गया काम से।
हं शब्द हं बडा है जिसमे चराचर जीव के बिस्तर चल रहा है ईसतिरि पुरुष के मन के शब्द हं में पैदा हुए हैं ईसतीरि पहली बोल ही के पुरुष पहली बोलही येला मै नाई जनव पर जब दोनो के बनजही का बोल ही तब ह बना जही बोलही तब दोनो के एक जगह जुड़ावों होथे तब श्रृष्टि के रचना हुवा है जिसमे संसार चल रहा है वही शब्द हं अनमोल है जिसमे चराचर जीव
जप तप से न जाना जाए कर्म धर्म से कोसों दूर कहीं अवतार मिले जब सतगुरु तब ईश्वर का दिखे नूर वास्तु के बिना नाम कोई नाम नहीं होता सिर्फ नाम के सहारे दुनिया में कोई काम नहीं होता जैसे रोगी को लाजिम है हकीम और दवा दोनों सिर्फ नेक्तों की इबादत से आराम नहीं होता
@@MANOJKUMAR-yo3ej परमात्माकबीर साहेब ने संत सत्गुरु और शिष्य का रोल करके दिखाया ह दास बनकर ही मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं साहेब तो सिर्फ परमात्मा कबीर साहेब ही है ये नकली संत साहेब लगाए बैठे हैं
आदरणीय संत जी ने करता बड़ा है और नहीं कर्म बड़ा है इन दोनों से वह बड़ा है जो करता से कम करवाता है आप करता और कर्म के चक्कर में फंसे हो इनसे जो ऊपर दोनों से आप उनको पहचानो
राधा स्वामी साहब जी राधा स्वामी साहब जी सत्य वचन है आपका बहुत अच्छा लगा हमको साहिब बंदगी साहिब बंदगी
हरी ॐ तत्सत पूज्य सद्गुरु देव श्री रमाशन्कर साहेबजी नमः। 🙏 *जय श्री परब्रम्ह परमात्मा*🙏🌹 *हे सर्वेश्वर परमेस्वर दयालु प्रभु*🌹। कोटी कोटी वंदन हो गुरु देव।
पाखंडी संतो से साव धान 😊😊😊😊😊
Parkhi sant ramashankar Saheb ji❤❤❤❤❤❤❤
सतनाम ही सार है
@@OMPRAKASH-q6l5e सतनाम का ही पता नहीं इनको सार नाम का क्या पता चलेगा ॐ तत् मिलाकर सतनाम होता है ॐ तत् सत् मिलकर सार नाम होता हैं जो सांकेतिक मंत्र है जो सिर्फ़ काबीर परमात्मा ही आकर देते हैं फिल हाल संत रामपाल जी महराज जी के पास ह
ये बाबन अक्षर का खेल खत्म करो अगर मुक्ति चाहते हैं तो। बोलीं हमारी पूर्वी हमको लखे न कोय। हमको तो वो ही लखे धुर पूर्व का होय।
जय बंदी छोड़ की।जय सत्य सनातन की
@@prajvalkohli8126 ये युही पागल बनायेगे काल के दूत ह बाकी कबीर परमात्मा ने कहा है कि स्वास स्वास में नाम जपो वृथा स्वास ना जाए सतनाम का इतना महत्व बताया है जो दो अखर का ह जितने महापुरुष हुए जिनको परमात्मा आकर मिले सबको नाम दिया है
@@prajvalkohli8126 इनको काल भेजता है कलयुग में ताकि कोई पार ना हो सके कबीर परमात्मा फिर धरती पर अवतार संत रामपाल जी महराज आए हुए हैं नाम लो मोक्ष प्राप्त करो इन के चक्कर में अपना मनुष्य जीवन बर्बाद मत करो ये मनुष्य जीवन और कलयुग दोनो दुर्लभ संयोग है पार होने का
Saheb bandgi guruji
कोटि नाम संसार में ता में मुक्ती न हो ऐ आदि नाम जो गुप्त जप बूझै बिरला कोई।। कबीर साहब
आप सत्य बोल रहे हैं
बहुत अच्छा जी बहुत अच्छा ऐसे संत होनी चाहिए जो लोगों की आंखोंको खोल दे
राम, नामसे, कबीर, तथा जटायु दोनों तरगया
Sat saheb sant rampal ji Maharaj ki Jai ho
Saheb bandagi saheb ❤
Santo Ko koti koti bandna
भगवान के नाम का जाप करने से सारे दुख दूर हो जाते हैं
Sat Saheb aapane bahut acche tarike se samjhaen
श्री महाशय जी,
शब्द शब्द सब कोई कहे,वो शब्द तो विदेह।
जिभ्या पर आवे नहि,निरख परख के लेह।।
नाम नाम सब जगत बखाना,नाम भेद कोई विरला जाना।
नाम भेद जानेगा वोही,जा पर कृपा पुरा सदगुरु की होई।।
पुरा सदगुरु नाम लखावे,जाके बल हंसा घर जावे।।
*ये कबीर भव भटका खाय,वह कबीर भव पार लगाय।।****
Dhan nirankar ji
Anandmy Sarsang mzaa aa gya, shukrya sir ji ❤❤❤
❤ Jai ho baba ji
Jai guru dev
सभी गुरुजनों से मेरा निवेदन हैं कि किसका नाम जपने से प्रार्थना करने से मुक्ति मिलेगी वह नाम बताएं
पूरे सद्गुरु के शरण में जाने से मुक्ति प्राप्त होती है जो ईश्वर का प्रत्यक्ष दीदार कर दे ऐसा सदगुरू निरंकारी बाबा जी हैं
हैं परम आदरणीय महाशयजी,
चारे वणॅ का मानव(ब्राह्मण,वैश्य,क्षत्रिय,शुद्र)ये चारे वणॅ का जिव जिनके चरण में जाता हें वोही पुरा सदगुरु होता हे,वोही सच्चा सदगुरु होता हे,।
ऐसा संत सदगुरुजी चरणागत लिजे,तन मन धन सब अपॅण किजे।।
Jay. Satya. Gurudev
साहेब बंदगी साहेब
इसे गुरु की जरूरत है कबीर भी गुरु बनाए थे रामानंद जी को
जय हाे गुरु ॐसे बढकर काेहि मंत्र नहि,🙏
Ome satishayeh namah jaypaidnews jaybhim R. A. Swjwpa Bihar
9
Very very nice and thank
Sahab bandagi
सटीक🎉🎉🎉
रमाशंकर साहेब जी।अगर हो सकती है तो।सुरति शब्द योग से मुक्ति मिल सकती है।और कोई पथ नहीं।नानक नाम जहाज है चढ़े सो उतरे पार।.....
सुरति को शार शब्द में लगाना होगा।
और कोई युक्ति नहीं।जय बंदी छोड़ की।
जय सत्य सनातन की।
Surti or sabd ka milan hota h tab mukti milti h
सार शब्द क्या है ये बताओ जरा? जो नाद सुनाई पड़ता है उसको बोल रहे? सार शब्द वो नही है वो धुन भी नही है.. मंत्र भी नही..
दुनिया में सबसे पहले आवाज आया आवाज और शब्द के द्वारा ही जीवन कीउत्पत्ति हुई
@@hsrai7241 नकली गुरु यू ही फिरकी बना कर रखते हैं कबीर साहेब परमात्मा ने अपने शब्द से श्रृष्टि रची हुई है हम काल जाल में कैसे आए क्यों जन्म मरण होता है काल भगवान कोन है सतलोक क्या है केसा है किसने देखा है कैसे वापिस जा सकते हैं क्यों आए थे सभी जवाब सिर्फ संत रामपाल जी महराज द्वारा लिखित पुस्तक ज्ञान गंगा में श्रृष्टि रचना से पता चल जायेगी या सत्संग सुने
Nad or bund se utpati hui h
❤❤❤❤❤❤
पहले ये confirm कर लो नाद क्या है शब्द क्या है? और जिस नाम को कबीर बोल रहे थे वो कोई शब्द नही, मंत्र नही, धुन नही, नाद नही, किसी का नाम भी नही 52 वर्ण मे भी नही... अब है क्या फिर वो धुन रहित धुन है या 😂😂या यूं कह ले एक परम सत्ता है जो उठा कर जीव को ले जाती है.. वो कोई और नही खुद मालिक हैं आते हैं.. ये ऐसा है असली सद्गुरु भक्त की सुरत को खुद से जोड़ता है और सद्गुरु की सुरत मालिक से जुड़ी होती है जैसे ता र जुड़ा रहता है main स्विच से... इसका praman गुरु शिष्य ईश्वर मिल कीन्हा भक्ति विवेक, तीनो तीर धारा बनी आगे गंगा एक..
गुरु शिष्य मिल वा लोक समैया... आदि.. तो ये स्पस्ट कर दिया की वो कोई धुन, शब्द बोलने वाली चीज नही.. बल्कि खुद उस शक्ति से सद्गुरु जोड़ देते हैं वो शक्ति जीव से बात करती रहती है.. उसका कोई आकर रूप नही..
@@rpsno.1789 mujhe sab pata h
रमाशंकर रामाशन्कर जपना चाहिये उद्धाट हौ जायगा
आपके अन्दर गन्दगी भरी पडी हे जो कभी नही निकलेगी।
साहेब बंदगी
मैं बचपन से ही कबीर के भजनों व पढ़कर पिलिन करता आ रहा हूं सेना रिटायर यू पी पुलिस , कानपुर रिस्तेदारो परिवार वाले परेशान कर रखिए है
विश्वास ही बड़ा धन है
जिसको जहां विश्वास है उसको वही मुक्ति है
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज गीता अध्याय 17 मंत्र 23 ओम तत्सत दे रहे हैं जो बिल्कुल सही नाम मंत्र है नकली इस ज्ञान को पहचानो
नाम तो वह है जो पल प्रतिपल आपकी सांसों में चल रहा है बस उसे नाम का जो ज्ञान कर दे वह गुरुहै
😂
राम से बड़ा कोई नाम नहीं
ये वो संत ह जो कबीर सागर में कबीर साहेब परमात्मा ने बताया ह की काल मेरे नाम से कबीर पंथ चलाएगा ये नाम कबीर साहेब का लेते हैं खुद के आगे साहेब लिखते हैं
Jaigurudev
पारखी संतों को मेरा कोटि कोटि वंदना
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Min
@@MunarikaRay😢😅😮😢🎉😢😢
Aap ka Rampal gaya jel me Tel lagane
@@MunarikaRay😂😂😂😂
nice Bajan ❤❤❤❤❤ 15:18
Bandagi Saheb
हर हर महादेव
आपही बताइए किस के नाम जपने से मुक्ति मिलेगी
Parki. Santon ko Mera koti koti pranam
साहेब के चरणों में कोटि कोटि नमन बन्दीगी जयसतनाम सद्गुरु जी
Duniya me rama shankar aye
Bahut ramashankar ji achcha pravachan dete Hain
Om
Insan apne jao kare baba guru ji siyam hi
Om tat sat
Sahib bandagi
Saheb Bandagi
साहिब बंदगी साहिब बंदगी परमात्मा की दया से कविता से संतो के साइन मंदिर सिन मंदिर वाणी प्रवचन है आपने कहा राम भी माल खाता है वह भी अच्छा लगा बीच में आपने डीपी भेज मेरे को मैं कबीर पंथी 25 साल से अपने परमात्मा की दया से भक्ति का पैसा अमरता का वरदान है
मां बाप की सेवा करने से
Jai ho
द्वादश पंथ काल फुरमाना भूले जीव ना जाय ठिकाना!
Rajeshkumar🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤kvirsahebkiJayJaykarho❤ParkisantkiJayho
Hum Brahman h lekin ramashankar. Jee ke. baat. Se. Sahmat. h
Vere good jee dhn nirnkar jee
Koti,koti,naman,parkhi,snto,ko
जय गुरु देव
जितने कमेन्ट करने वाले हैं सभी लोगै से निवेदन है कि यथार्थ गीता मोबाईल के माध्यम नेट पे सून लो या पड लो सत्य असत्य खुद समझ में आयेगा लेकिन यथार्थ गीता हु सुनना पड़ना कोई और गीता मत पड़ लेना या सुन लेना
Hariom
Guru jo kahalwaata hai
Jai budhay jai bhim army jai kabir das,satya bat bolne vala satya hai ,itihas hai
Jay gopal lal ki nxp
आप अपनी आखो से चश्मा हटाय जो कबीर पंथी को सोभा नही देता।
कबीर हमारा आदर्श हे।
ये पाखंडी बाबा से बचे रहना चाहिए
Ji
The environment is a base of life we should maintain the laws of nature thanks
Jay kaver das
Good
Manntri se MN sannt rahta hai chinta se mukti rah jati hai karam se pet bharta hai naam se aattma ko bhojan milta hai
बाबा जी आप का नम्बर देना जी
जिस विधि को कबीर साहेब ने बोला था वो कबीर पंथी नही जानते 12 मुख्य काल के पंथ होंगे... बात कबीर की करेंगे लेकिन नाम है क्या पता नही... कोई बोलेगा.. ये मंत्र कबीर ने बोला है.. कोई कहेगा धुन या नाद को बोला है कोई बोलेगा ये परम पुरुष का नाम ही नाम है 😂😂कोई शब्द, कोई shaar शब्द, कोई सोहङ, कोई सत् नाम बोलेगा... आदि.. पहले यह जान लो नाम है क्या?
नाम को कबीर साहिब जी ने क्या क्या पर्याय वाची शब्द प्र योग किया
1. आदि नाम
2. सार शब्द
3.amee नाम
4. अजर नाम
5.satyanaam
6. सोहङ नाम
7.videh शब्द
8. मूल नाम आदि.. लोग इसी को गुरु मंत्र बना लिए 😂 सायद यही बोला था.. लेकिन गौर करेंगे तो वो बोले हैं 52 वर्ण मे नही आता और बोला भी नही जा सकता.. जीभ पर नही आ सकता.. कुछ लोग धुन को ही समझ लिए.. सायद sound को बोला.. उन्होंने हर चीज पर बात की... लेकिन नाम ये नही तो है क्या? क्या कोई मंत्र है? नही.. धुन है नही, कोई किसी का नाम है ? नही..
आखिर है क्या? फिर.. Vastav मे जिसको कबीर जी बोले थे वो सद्गुरु शिष्य की सुरत को खुद से जोड़ते हैं और सद्गुरु की सुरत परम पुरुष से जुड़ी होती है इस तरह यह बोल सकते हो कि शिष्य की डोर परम पुरुष से जोड़ दी जाती है और जुड़ने के बाद परम पुरुष जीव के साथ हो जाता है और वो जिंदा है जीवित है बोल भी सकता है... इसी को जीवित नाम बोल दिया जाता है हालाँकि उसका कोई नाम नही... यही शक्ति ध्यान मे या मृत्यु के बाद तुरंत आत्मा को साथ ले कर चल पड़ती है.. इसमें एक शक्ति और जीव के साथ चलती है.. फिर तीन लोग एक साथ उस लोक मे जा पाते हैं.. अब ये स्पस्ट कर दिया की वो जिंदा नाम है उसका कोई नाम नही है वो कोई मंत्र भी नही.. जो समझ गए like करे..
बाबा जी आप ने जिस पंथ को अपनायें है उस पंथ का व्याख्यान कीजिये अच्छी बात है परन्तु सनातन धर्म के देवि देवताओं का अपमान मत किजिए क्यों कि ये संत का धर्म नहीं है
सनातन धर्म मे गोबर का पुजा होता है यह पढे लिखे लोग सब जानते तुम्हे पता नही गोबर भक्त
जय श्री राम जय सियाराम जय सनातन धर्म
तुम्हारे बहन को नाम जप जाए तुम्हारी मां का नाम जप जाए लिया करके अकेले कोठरी में मुक्ति मिल जाएगी
@@swamikrishagirijeemaharaj3394 बस सत्संग में यही सीखते रहो नकली गुरु के नकली चेले ही बनोगे वरना मां बहन सबकी एक ह
संत का ये काम नहीं है बाबा जी🙏
किसी का बुराई करना 😢मेरे हिसाब से दुनिया सब बड़ा पाप है ये
किसी संत का बुराई कारण
जाप से नहीं कर्म से मुक्ति मिलती है
@@bnrai3816 अगर कर्म से ही मुक्ति मिलती तो सभी को मिल जाती हैं कबीर साहेब परमात्मा ने अपने वाणी में कहा है सतनाम सुमर मन प्यारे र सतनाम का जाप फिर सार नाम का जाप वो भी पूर्ण गुरू से ये काल के दूत नही दे सकते ना इनको मंत्र का पता
Sumiran se
कबीर दास को कुछ मूर्खो ने भगवान बना दिया कुछ मूर्खो ने साई बाबा को भगवान बना दिया ये भारत ये यहा जगाह जगह भगवान बनाने वाले बाबा बहुत मिलते हैं
रमाशंकर को रामपाल के साथ छोड़ देना चाहिए जेल में
Ji
ये सब पागल और पाखंडी है। ये सब के सब हिंदू धर्म का विरोध करने के लिए समाज को गुमराह कर रहे हैं।
Ryt
आपका नाम राम और शंकर पर क्यों रख रखा है इस पर विचार करें आपके पिताजी दादाजी से पूछिए
Mai sabhi dharm tatha majahab ka samman karta hun lekin es saheb ka parwachan me 100 Pratisat sachchai hai
लेकिन कबीर जी वाला ज्ञान कहा मिलेगा कबीर जी ने कहा है वास्तु कहीं खोजत कही कहीं विधि आवे हाथ कहे कबीर तब पाइये जब भेज लीजिए साथ
Kis nam ko jap Kari ramashakar saheb
Dono ka rhana hi Satya h
तेने शायद विहार के अलावा कुछ भी 5:18 नही देखा है जो तू राम पाल का झूठा प्रचार कर रहा है राम पाल ने कितनों को मुक्ति दे दी ।तेरे को राम राम बोलने से क्या तक तकलीफ हो रही है।अब तू भी गया काम से।
यह खुद पाखंडी है यह तो गया
जय श्री राम जय सियाराम जय सनातन धर्म
कोटि कोटी साहेब बंदगी साहेब जी
Hari om
Hari om
નામ જપવાથી કશું કલ્યાણ થતું નથી સુધરી જજો સાહેબ તમને તમારી પોતાની ખબર છે ખરી
ये संत हो ही नहीं सकता।
हं शब्द हं बडा है जिसमे चराचर जीव के बिस्तर चल रहा है ईसतिरि पुरुष के मन के शब्द हं में पैदा हुए हैं ईसतीरि पहली बोल ही के पुरुष पहली बोलही येला मै नाई जनव पर जब दोनो के बनजही का बोल ही तब ह बना जही बोलही तब दोनो के एक जगह जुड़ावों होथे तब श्रृष्टि के रचना हुवा है जिसमे संसार चल रहा है वही शब्द हं अनमोल है जिसमे चराचर जीव
😂😂
मैं सड़क खोजी बाल कंवर जयपुर🎉😂❤
Tarkik aur bastbik
Hame to kayan nahi sanskar chahiye jay shri rame
Aap. Koin dharm. Ke. Ho
कबीर बुरा जो खोजन मैं चला बुरा ना लिया कैए जो दिल ढूंढा अपना मुझसे बुरा ना कैए
Satya saheb bandagi ji
जप तप से न जाना जाए कर्म धर्म से कोसों दूर कहीं अवतार मिले जब सतगुरु तब ईश्वर का दिखे नूर वास्तु के बिना नाम कोई नाम नहीं होता सिर्फ नाम के सहारे दुनिया में कोई काम नहीं होता जैसे रोगी को लाजिम है हकीम और दवा दोनों सिर्फ नेक्तों की इबादत से आराम नहीं होता
कबीर दास, दास का मतलव नौकर, नाम जपो उसका जो कबीर को संत कबीर दास बनाया है।
@@MANOJKUMAR-yo3ej परमात्माकबीर साहेब ने संत सत्गुरु और शिष्य का रोल करके दिखाया ह दास बनकर ही मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं साहेब तो सिर्फ परमात्मा कबीर साहेब ही है ये नकली संत साहेब लगाए बैठे हैं
साहेब बंदगी । भ्रम नाशक प्रवचन।ऐसे ही क्रांतिकारी प्रवचन दिया करे।
Guruji Satnam kya hai Shabd kya hai yah bataiye Humko
आदरणीय संत जी ने करता बड़ा है और नहीं कर्म बड़ा है इन दोनों से वह बड़ा है जो करता से कम करवाता है आप करता और कर्म के चक्कर में फंसे हो इनसे जो ऊपर दोनों से आप उनको पहचानो