ये पुरातन बुद्ध विहार है जीसका निर्माण महान राजा सम्राट अशोक ने किया था और मंदिर के उपरी हिस्सा सुदर्शन चक्र नहीं बल्की अशोक चक्र है, ओर मंदिर के सामने वाला अशोक स्तंभ है 💙नमो बुद्धाय 💙
Ha bhai ye tathya sahi hai Jagannath mandir nahi samrat Ashok dwara Nirmal kiya gaya buddh vuhar hai Ashok Chakra our Ashok stambh Chinh uska sabot hai
त्रेतायुग में कबीर परमेश्वर "मुनीन्द्र ऋषि" के रूप में आए थे। उस समय नल-नील तथा हनुमान जी को अपना सत्य ज्ञान बताकर अपनी शरण में लिया और अपने आशीर्वाद मात्र से नल-नील के शारीरिक तथा मानसिक रोग को ठीक किया था।
उड़ीसा के राजा इंद्रदमन को स्वप्न में भगवान कृष्ण द्वारा दिए गए निर्देश पर; उन्होंने अपने राज्य की अधिकतम संपत्ति का उपयोग करके पाँच बार जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कराया, लेकिन हर बार समुद्र ने उस मंदिर को तोड़ दिया। कबीर परमात्मा ने राजा इंद्रदमन को जगनाथ मंदिर बनाने में मदद की। समुद्र को मंदिर तोड़ने से कबीर परमात्मा ने ही रोक था।❤
परमात्म ज्ञान और यथार्थ मार्ग केवल तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा। हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।। वेद कतेब झूठे नाहि, झूठे हैं जो समझे नाहि। पूर्ण गुरु सभी सद्ग्रन्थों का ज्ञाता होता है। सद्ग्रन्थों की पूर्ण जानकारी केवल पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज के पास ही है।पूर्ण गुरु/सच्चा सतगुरु वही है जिसके द्वारा बताई गई भक्ति विधि शास्त्र प्रमाणित हो। शास्त्र प्रमाणित भक्ति पूरे विश्व में केवल पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज के पास ही है। सभी सदग्रंथो के अनुकूल एकमात्र प्रमाणित सत्संग। 🌸 🙏🏽🙇🏽साधना टीवी रात्रि 7:30 बजे
जगन्नाथ मंदिर के पास एक चबूतरा बनवाया गया था जिसे आज कबीर मठ के नाम से जाना जाता है। वहीं पर बैठकर कबीर परमात्मा ने समुद्र को जगन्नाथ मंदिर तोड़ने से बचाया था। Real Jagannath God Kabir
पांडे प्रातः काल ही अपने सहयोगियों के साथ शूद्र रूप में विराजमान कबीर साहेब के पास पहुंचा तो प्रभु ऐसा कह कर कि मै अछूत हूँ, मुझसे दूर रहना अन्यथा अपवित्र हो जाओगे उठकर चल दिए। पांडा दौड़ कर पास पहुंचा तो परमेश्वर कबीर और आगे चले गए। पांडे ने रोकर करुणा के साथ क्षमा याचना करते हुए पुकार लगाई। प्रभु द्रवित होकर रुक गए। पांडे ने एक पृथ्वी पर आसान बिछाकर परमात्मा से आदरपूर्वक बैठने का निवेदन किया। प्रभु विराजमान हुए और पांडे ने प्रभु कबीर के चरण धोकर चरणामृत को पात्र में श्रद्धा पूर्वक लिया। परमेश्वर कबीर साहेब ने चालीस दिन तक चरणामृत को पीने और जल में मिलाकर नहाने का निर्देश देकर चालीसवें दिन पूर्ण रूप से रोग रहित होने का आशीर्वाद दिया। परमात्मा कबीर ने पांडे और अन्य उपस्थित लोगों को छुआछूत से बचने के लिए आगाह किया। सभी ने भविष्य में ऐसा न करने का वचन दिया। पांडे ने श्रद्धा पूर्वक चालीस दिनों तक चरणामृत पान किया और जल स्नान किया और वह पूर्ण रूप से कुष्ठ रोग मुक्त हो गया। श्री जगन्नाथ जी के मंदिर में आज तक छुआछूत की कुप्रथा नहीं है। विचार करें कि यह कुप्रथा पूरे समाज से क्यों नहीं मिटनी चाहिए? आज तक पूरे विश्व में छुआछूत को केवल सन्त रामपाल जी महाराज ने तत्वज्ञान के माध्यम से खत्म किया है।
तीन लोको के मालिक क्षरब्रह्म ने कबीर परमात्मा से सतयुग में वरदान मांगा था कि जब जगन्नाथ मंदिर बनाया जायेगा तो समुद्र देवता उसमे बाधा उत्पन्न करेंगे और आप उसमें सहायता करना ।
पूर्ण संत के सत्संग में प्रमाण सहित तत्वज्ञान की जानकारी मिलती है। साथ ही कर्त्तव्य (जो कर्म करने चाहिए) व अकर्त्तव्य (जो कर्म नहीं करने चाहिए) की जानकारी मिलती है। जिससे समाज सुधार व मानवता को गति मिलती है। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत हैं, उनके सत्संग अवश्य सुनें।
जिस कविर्देव/कबीर साहेब/हक्का कबीर/कबीरन/खबीरा के प्रमाण शास्त्रों (वेद, गीता, क़ुरान, बाइबल, गुरुग्रंथ साहिब) में मिलते हैं वह कोई और नहीं बल्कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ही हैं जो 600 वर्ष पहले काशी में आये थे। जिन्होंने सद्भक्ति व समाज सुधार का मार्ग बताया।
🏕️जगन्नाथ मंदिर के पास एक चबूतरा बनवाया गया था जिसे आज कबीर मठ के नाम से जाना जाता है। वहीं पर बैठकर कबीर परमात्मा ने समुद्र को जगन्नाथ मंदिर तोड़ने से बचाया था।
जगन्नाथ मंदिर के पास एक चबूतरा बनवाया गया था जिसे आज कबीर मठ के नाम से जाना जाता है। वहीं पर बैठकर कबीर परमात्मा ने समुद्र को जगन्नाथ मंदिर तोड़ने से बचाया था।
जगन्नाथ का मंदिर समुद्र द्वारा बार बार नष्ट करने के कारण इन्द्रदमन राजा का खजाना खत्म हो गया था। अंतिम बार रानी के गहने बेचकर बेचकर मन्दिर का निर्माण किया। लेकिन परमात्मा कबीर जी ने ही समुद्र को मन्दिर तोड़ने से बचाया था।
जगन्नाथ मंदिर में मूर्तिपूजा नहीं होती है, मूर्तियां केवल दर्शनार्थ रखी गई हैं। और हिंदुस्तान का जगन्नाथ मंदिर ही एक ऐसा मंदिर है जिसमें किसी भी प्रकार की छुआछात नहीं होती है। Sant Rampal Ji Maharaj
🏕️जगन्नाथ मंदिर रहस्य जगन्नाथ मंदिर में मूर्तिपूजा नहीं होती है, मूर्तियां केवल दर्शनार्थ रखी गई हैं। और हिंदुस्तान का जगन्नाथ मंदिर ही एक ऐसा मंदिर है जिसमें किसी भी प्रकार की छुआछात नहीं होती है।
त्रिलोकीनाथ ब्रह्मा, विष्णु, महेश के पिता ज्योति निरंजन ने परमात्मा कबीर जी से कलयुग में जगन्नाथ मंदिर बनवाने का वचन लिया था। परमात्मा कबीर जी ने ही समुद्र को रोककर मंदिर बनवाया था।
एक बार कबीर परमेश्वर जी वीर सिंह बघेल के दरबार में चर्चा कर रहे थे। अचानक से परमात्मा ने खड़ा होकर अपने लोटे का जल अपने पैर के ऊपर डालना प्रारम्भ कर दिया। सिकंदर ने पूछा प्रभु! यह क्या किया, कारण बताईये। कबीर जी ने कहा कि पुरी में जगन्नाथ के मन्दिर में एक रामसहाय नाम का पाण्डा पुजारी है। वह भगवान का खिचड़ी प्रसाद बना रहा था। उसके पैर के ऊपर गर्म खिचड़ी गिर गई। यह बर्फ जैसा जल उसके जले हुए पैर पर डाला है, उसके जीवन की रक्षा की है अन्यथा वह मर जाता।
SA news channel walo ne ye Jo story boli hai o Puri zuti hai... ye Smart Ashok ne banwaya buddhist tempal hai jisko sanatani logone re-hinduised kiya gaya hai yesa Swami vivekanandji ki BOOK (SAGES OF INDIA ) me kaha gaya hai. Me ek Hindu hu mene ye sub chije padhi hai
पवित्र यादगारें आदरणीय हैं, परन्तु आत्म कल्याण तो केवल पवित्र गीता जी व पवित्र वेदों में वर्णित तथा परमेश्वर कबीर जी द्वारा दिए तत्वज्ञान के अनुसार भक्ति साधना करने मात्र से ही सम्भव है, अन्यथा शास्त्र विरुद्ध होने से मानव जीवन व्यर्थ हो जाएगा।
आदिपुरुष_कबीर कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा हैं "धाणक रूप रहा करतार" राग ‘‘सिरी‘‘ महला 1 पृष्ठ 24 नानक देव जी कहते हैं :- मुझे धाणक रूपी भगवान ने आकर सतमार्ग बताया तथा काल से छुटवाया। Kabir Is God
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी ही है,,, जो की संत रामपाल जी महाराज जी के ही रूप में धरती पर आए हुए है ,,,, सतगुरू भगवन जी के सत ज्ञान से ही आप लोग पहचान सकते है जी।
सूचना: अगर आपको वीडियो पसंद आई, तो Like 👍 और चैनल को Subscribe 🔔 जरुर करें! आपके Support से हम और भी शानदार Videos लाएंगे! धन्यवाद! 🙏✨
SA News Channel विश्व का एकमात्र सच्चा न्यूज़ चैनल है।
ज्ञान समागम प्रेम सुख,दया भक्ति विश्वास।
गुरु सेवा ते पाईये,सदगुरू चरण निवास।।
Anmol Gyan 🙏😊
Yes this is. Real news🤟🤟🤟🤟🤟🙏🙏🙏🙏🙏🙏
अद्भुत जानकारी दी गई है।
Great news
Sat sahev
जय jagnath स्वामी 🚩🙏
Sat saheb ji
Nice
कर्म सन्यासी से कर्म योगी श्रेष्ठ है।
- गीता अध्याय 5 श्लोक 2
कर्म सन्यासी और कर्म योगी में अंतर के लिए अवश्य पढ़े पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा ।
TH-cam
m.youtube.com › watch
पूरी में जगन्नाथ मंदिर का अद्भुत रहस्य | Mystery of Jagannath Temple | SA ...
Bahut hi sundar video 🙏🙏
Very nice video
Adwyateey News 🥰🥰🥰🥰♥️♥️♥️♥️♥️♥️🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸🛸
Jay Jagannath Swami...
Exlent talent...
जगन्नाथ का मंदिर कबीर परमेश्वर की कृपा से बना था।
जगन्नाथ का मंदिर कबीर परमेश्वर की कृपा से बना है
इन्द्रदमन 1 मंदिर बनवा दे, जगन्नाथ हो जिसका नाम।
Jai jagannath ji maharaj..🙏🙏🙏
सतगुरु को क्या दीजिए तन मन धन और शीश
पिंड प्राण कुर्बान कर जिन भक्ति दई बक्शीश
जय हो बन्दी छोड़ सत रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏
Sale vo sant nhi h tum jese logo ne ese logo ko bdaawaa diya
जय बंदी छोड़ की
जय हो रामपाल की माँ की
बहुत ही सटीक आध्यात्मिक ज्ञान।
Sat Sahib ji
अध्यात्मिक रहस्य को जानने के लिए संत रामपाल जी महाराज के द्वारा लिखी पुस्तक ज्ञान गंगा को अवश्य पढ़ें
ये पुरातन बुद्ध विहार है जीसका निर्माण महान राजा सम्राट अशोक ने किया था और मंदिर के उपरी हिस्सा सुदर्शन चक्र नहीं बल्की अशोक चक्र है, ओर मंदिर के सामने वाला अशोक स्तंभ है 💙नमो बुद्धाय 💙
Ha bhai ye tathya sahi hai Jagannath mandir nahi samrat Ashok dwara Nirmal kiya gaya buddh vuhar hai Ashok Chakra our Ashok stambh Chinh uska sabot hai
Kuch bhi bhai
Right information
जगन्नाथ मंदिर की अद्भुत रहस्य की जानकारी के लिए धन्यवाद 🎉🎉
त्रेतायुग में कबीर परमेश्वर "मुनीन्द्र ऋषि" के रूप में आए थे। उस समय नल-नील तथा हनुमान जी को अपना सत्य ज्ञान बताकर अपनी शरण में लिया और अपने आशीर्वाद मात्र से नल-नील के शारीरिक तथा मानसिक रोग को ठीक किया था।
वेदों में अगर कबीर जी का नाम है तो वेद मे मुनिंदर का नाम भी होना चाहिए रामायण में भी मुनिंदर नाम होना चाहिए
उड़ीसा के राजा इंद्रदमन को स्वप्न में भगवान कृष्ण द्वारा दिए गए निर्देश पर; उन्होंने अपने राज्य की अधिकतम संपत्ति का उपयोग करके पाँच बार जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कराया, लेकिन हर बार समुद्र ने उस मंदिर को तोड़ दिया। कबीर परमात्मा ने राजा इंद्रदमन को जगनाथ मंदिर बनाने में मदद की। समुद्र को मंदिर तोड़ने से कबीर परमात्मा ने ही रोक था।❤
संत रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏सत साहेब जी 🙏
वास्तविक सत्य कथा
जय गुरुदेव कृपा बरसा दे गुरुदेव🙏🌺🙏
परमात्म ज्ञान और यथार्थ मार्ग केवल तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।। वेद कतेब झूठे नाहि, झूठे हैं जो समझे नाहि।
पूर्ण गुरु सभी सद्ग्रन्थों का ज्ञाता होता है।
सद्ग्रन्थों की पूर्ण जानकारी केवल पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज के पास ही है।पूर्ण गुरु/सच्चा सतगुरु वही है जिसके द्वारा बताई गई भक्ति विधि शास्त्र प्रमाणित हो।
शास्त्र प्रमाणित भक्ति पूरे विश्व में केवल पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज के पास ही है।
सभी सदग्रंथो के अनुकूल एकमात्र प्रमाणित सत्संग। 🌸 🙏🏽🙇🏽साधना टीवी रात्रि 7:30 बजे
अर्ध रात्रि बीत गई थी सपने में दिखे घनस्याम,
इंद्रदमन एक मंदिर बनवा de, जगन्नाथ हो जिसका नाम।।
सचमुच में असली जगन्नाथ तो कबीर साहेब ही है
कबीर, तारामंडल बैठकर चांद बड़ाई खाय।
उदय हुआ जब सूरज तो, स्यों तारों छिप जाय।।
जगन्नाथ मंदिर के पास एक चबूतरा बनवाया गया था जिसे आज कबीर मठ के नाम से जाना जाता है। वहीं पर बैठकर कबीर परमात्मा ने समुद्र को जगन्नाथ मंदिर तोड़ने से बचाया था।
Real Jagannath God Kabir
Jai bandi chhod ki
पांडे प्रातः काल ही अपने सहयोगियों के साथ शूद्र रूप में विराजमान कबीर साहेब के पास पहुंचा तो प्रभु ऐसा कह कर कि मै अछूत हूँ, मुझसे दूर रहना अन्यथा अपवित्र हो जाओगे उठकर चल दिए। पांडा दौड़ कर पास पहुंचा तो परमेश्वर कबीर और आगे चले गए। पांडे ने रोकर करुणा के साथ क्षमा याचना करते हुए पुकार लगाई। प्रभु द्रवित होकर रुक गए। पांडे ने एक पृथ्वी पर आसान बिछाकर परमात्मा से आदरपूर्वक बैठने का निवेदन किया। प्रभु विराजमान हुए और पांडे ने प्रभु कबीर के चरण धोकर चरणामृत को पात्र में श्रद्धा पूर्वक लिया।
परमेश्वर कबीर साहेब ने चालीस दिन तक चरणामृत को पीने और जल में मिलाकर नहाने का निर्देश देकर चालीसवें दिन पूर्ण रूप से रोग रहित होने का आशीर्वाद दिया। परमात्मा कबीर ने पांडे और अन्य उपस्थित लोगों को छुआछूत से बचने के लिए आगाह किया। सभी ने भविष्य में ऐसा न करने का वचन दिया। पांडे ने श्रद्धा पूर्वक चालीस दिनों तक चरणामृत पान किया और जल स्नान किया और वह पूर्ण रूप से कुष्ठ रोग मुक्त हो गया। श्री जगन्नाथ जी के मंदिर में आज तक छुआछूत की कुप्रथा नहीं है। विचार करें कि यह कुप्रथा पूरे समाज से क्यों नहीं मिटनी चाहिए? आज तक पूरे विश्व में छुआछूत को केवल सन्त रामपाल जी महाराज ने तत्वज्ञान के माध्यम से खत्म किया है।
सतगुरु की वाणी (सत्संग) हमारे मन के विकारों को दूर करके सद्विचारों का आलोक प्रसारित करती है।
सत्संग मोक्ष की धारा, कोई समझे राम का प्यारा ।।
तीन लोको के मालिक क्षरब्रह्म ने कबीर परमात्मा से सतयुग में वरदान मांगा था कि जब जगन्नाथ मंदिर बनाया जायेगा तो समुद्र देवता उसमे बाधा उत्पन्न करेंगे और आप उसमें सहायता करना ।
इस सच्चाई से परिचित कराने के लिए इस न्यूज चैनल का धन्यवाद।।।
मीडिया को इसी तरह सच्चाई को दिखाना चाहिए।।।❤
कबीर लूट सको तो लूट लो राम नाम की लूट फिर पीछे पछताओगे प्राण जाएंगे छूट
वेदों में प्रमाण हैं कबीर साहेब भगवान हैं।
Kaha hai bata
Amazing knowledge
Superb knowledge 🎉🎉🎉
Jai ho bandi chhod ki sat saheb
जगतनाथ मंदिर की मूर्ति को कबीर ने नही बल्कि देव शिल्प विश्वकर्मा ने बनाया था। 💯
Ehi video pura wrong information hai. Actually swyam Viswakarma ji murty banaya hai. Chandan ki lakdi nahi Neem ki lakdi se banaya gaya hai.
बिल्कुल सत्य वचन
पूर्ण संत के सत्संग में प्रमाण सहित तत्वज्ञान की जानकारी मिलती है। साथ ही कर्त्तव्य (जो कर्म करने चाहिए) व अकर्त्तव्य (जो कर्म नहीं करने चाहिए) की जानकारी मिलती है। जिससे समाज सुधार व मानवता को गति मिलती है।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत हैं, उनके सत्संग अवश्य सुनें।
❤❤जय जगरनाथ स्वामी जी की जय हो जय बलदाऊ जय सुभद्रा❤❤❤
Real knowledge🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
सतगुरु आए दया करी ऐसे दीन दयाल
इंद्रदमन एक मंदिर बनवा दे, जगन्नाथ हो जिसका नाम ।।
- संत रामपाल जी महाराज
Jai Shree Ram Jai Sanatan🙏🙏🙏🙏
जिस कविर्देव/कबीर साहेब/हक्का कबीर/कबीरन/खबीरा के प्रमाण शास्त्रों (वेद, गीता, क़ुरान, बाइबल, गुरुग्रंथ साहिब) में मिलते हैं वह कोई और नहीं बल्कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ही हैं जो 600 वर्ष पहले काशी में आये थे। जिन्होंने सद्भक्ति व समाज सुधार का मार्ग बताया।
Very Anmol gyan
Very great Gyan
🏕️जगन्नाथ मंदिर के पास एक चबूतरा बनवाया गया था जिसे आज कबीर मठ के नाम से जाना जाता है। वहीं पर बैठकर कबीर परमात्मा ने समुद्र को जगन्नाथ मंदिर तोड़ने से बचाया था।
Real news channel
कबीर देव जी की कृपा से ही जगन्नाथ के मंदिर का निर्माण हुआ था
इंद्रदमन एक मंदिर बनादे जगन्नाथ हो जिसका नाम सत कबीर भगवान् की दया
Sat Sahib Ji 🙏🙏🙏🙏
मल मल धोये शरीर को, धोये ना मन का मैल!
नहाये गंगा गोमती मे, रही बैल के बैल!!
जगन्नाथ मंदिर के पास एक चबूतरा बनवाया गया था जिसे आज कबीर मठ के नाम से जाना जाता है। वहीं पर बैठकर कबीर परमात्मा ने समुद्र को जगन्नाथ मंदिर तोड़ने से बचाया था।
जगन्नाथ का मंदिर समुद्र द्वारा बार बार नष्ट करने के कारण इन्द्रदमन राजा का खजाना खत्म हो गया था। अंतिम बार रानी के गहने बेचकर बेचकर मन्दिर का निर्माण किया। लेकिन परमात्मा कबीर जी ने ही समुद्र को मन्दिर तोड़ने से बचाया था।
जगन्नाथ मंदिर में मूर्तिपूजा नहीं होती है, मूर्तियां केवल दर्शनार्थ रखी गई हैं। और हिंदुस्तान का जगन्नाथ मंदिर ही एक ऐसा मंदिर है जिसमें किसी भी प्रकार की छुआछात नहीं होती है।
Sant Rampal Ji Maharaj
🏕️जगन्नाथ मंदिर रहस्य
जगन्नाथ मंदिर में मूर्तिपूजा नहीं होती है, मूर्तियां केवल दर्शनार्थ रखी गई हैं। और हिंदुस्तान का जगन्नाथ मंदिर ही एक ऐसा मंदिर है जिसमें किसी भी प्रकार की छुआछात नहीं होती है।
त्रिलोकीनाथ ब्रह्मा, विष्णु, महेश के पिता ज्योति निरंजन ने परमात्मा कबीर जी से कलयुग में जगन्नाथ मंदिर बनवाने का वचन लिया था।
परमात्मा कबीर जी ने ही समुद्र को रोककर मंदिर बनवाया था।
Jay ho sache malik🙏🙏🙏🙏🙏
Kabir is God
Awesome
Very nice truest knowledge
जय हो रामपाल की माँ की 🙏🙏
एक बार कबीर परमेश्वर जी वीर सिंह बघेल के दरबार में चर्चा कर रहे थे। अचानक से परमात्मा ने खड़ा होकर अपने लोटे का जल अपने पैर के ऊपर डालना प्रारम्भ कर दिया। सिकंदर ने पूछा प्रभु! यह क्या किया, कारण बताईये। कबीर जी ने कहा कि पुरी में जगन्नाथ के मन्दिर में एक रामसहाय नाम का पाण्डा पुजारी है। वह भगवान का खिचड़ी प्रसाद बना रहा था। उसके पैर के ऊपर गर्म खिचड़ी गिर गई। यह बर्फ जैसा जल उसके जले हुए पैर पर डाला है, उसके जीवन की रक्षा की है अन्यथा वह मर जाता।
Kabir is the almighty God..
SA news channel walo ne ye Jo story boli hai o Puri zuti hai... ye Smart Ashok ne banwaya buddhist tempal hai jisko sanatani logone re-hinduised kiya gaya hai yesa Swami vivekanandji ki BOOK (SAGES OF INDIA ) me kaha gaya hai. Me ek Hindu hu mene ye sub chije padhi hai
Sat shaba
नमस्कार जी प्रणाम जी सत साहेब जी
Very nice
पवित्र यादगारें आदरणीय हैं, परन्तु आत्म कल्याण तो केवल पवित्र गीता जी व पवित्र वेदों में वर्णित तथा परमेश्वर कबीर जी द्वारा दिए तत्वज्ञान के अनुसार भक्ति साधना करने मात्र से ही सम्भव है, अन्यथा शास्त्र विरुद्ध होने से मानव जीवन व्यर्थ हो जाएगा।
Jai Shri Jagannath Deva🙏🙏🚩🚩
World Victorious Saint Rampal Ji Supreme God
आदिपुरुष_कबीर
कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा हैं
"धाणक रूप रहा करतार"
राग ‘‘सिरी‘‘ महला 1 पृष्ठ 24
नानक देव जी कहते हैं :-
मुझे धाणक रूपी भगवान ने आकर सतमार्ग बताया तथा काल से छुटवाया।
Kabir Is God
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी ही है,,, जो की संत रामपाल जी महाराज जी के ही रूप में धरती पर आए हुए है ,,,, सतगुरू भगवन जी के सत ज्ञान से ही आप लोग पहचान सकते है जी।
जगन्नाथ मंदिर का गुण रहस्य केवल एकमात्र तत्वदर्शी संत को ही पता हैं।
Nice
Jai jagannath ❤🙏
Jay gagnatha
परमेश्वर कबीर साहिब जी ने ही जगरनाथ मंदिर को टूटने से बचाया था
भगवान विष्णु (अर्थात श्रीकृष्ण) तीन लोक के स्वामी हैं तो सर्व ब्रह्मांडों का स्वामी अर्थात जगन्नाथ कबीर (कविर्देव) साहेब हैं l
🙏🙏🙏
Sant Rampal Ji Maharaj Real Guru
Saty gyan
संत रामपाल जी महाराज पूर्ण परमात्मा के अवतार हैं।
जो हमारे सभी धर्म ग्रंथो से प्रमाणित ज्ञान बताते हैं और सच्ची भक्ति साधना करवाते हैं।🙏🙏
😂😂😂😂
सतगुरु देव जी की जय
Nice post
NYC
Sant Rampal Ji
पवित्र सतग्रंथों के अनुसार असली जगन्नाथ भगवान कबीर जी ही हैं जिनकी भक्ति करने से हमें पूर्ण मोक्ष मिलेगा।
Anmol vachan