"आपका यह प्यार और समर्थन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह जानकर खुशी होती है कि आप हमारे वीडियो पूरे मन से सुनते हैं। यही आपकी सच्ची श्रद्धा और हमारी प्रेरणा है। हमारा प्रयास हमेशा यही रहेगा कि हम आपको और गहराई से जुड़ने वाला और प्रेरणादायक कंटेंट प्रदान करें। आप अपने विचार और अनुभव हमसे साझा करते रहें। आपका दिल से धन्यवाद!"🙏🙏
धन्यवाद सर, इस ध्यान विधि को जानना वाकई अद्भुत है! सांसों को नियंत्रित कर प्राण ऊर्जा को बढ़ाने का यह तरीका आत्मिक और मानसिक शांति पाने का सबसे प्रभावी साधन है। आपकी यह प्रस्तुति हर व्यक्ति को ध्यान के इस गहरे रहस्य को समझने और अनुभव करने का अवसर देगी। कृपया और भी गूढ़ ध्यान तकनीकों पर मार्गदर्शन देते रहें।🙏🙏🙏🙏🔜🙏
ॐ नमः शिवाय 🙏 हर हर महादेव जय माता पार्वती जय बजरंग बली जय श्रीराम आपके इन पावन उद्गारों में एक अद्भुत ऊर्जा और आस्था है। ऐसी ही सकारात्मकता बनाए रखें। महादेव और सभी देवताओं की कृपा से आपका जीवन सदा सुखमय और सफल हो! 🌼 शिव का नाम जपते रहिए, प्रकाश और शांति आपके साथ रहेंगे।
"धन्यवाद आपके अनुभव साझा करने के लिए! यह अद्भुत है कि आप 7 सालों से ध्यान कर रहे हैं और अब मूलाधार तत्व से ऊपर कंपन का अनुभव कर रहे हैं। यह आपकी साधना की गहराई और निरंतरता को दर्शाता है। यह संकेत है कि आपकी ऊर्जा का प्रवाह जाग्रत हो रहा है और आप चेतना के उच्च स्तरों की ओर बढ़ रहे हैं। इस प्रक्रिया में धैर्य बनाए रखें और अपने ध्यान को और गहन करें। साथ ही, अपनी ऊर्जा को संतुलित रखने के लिए सही मार्गदर्शन और साधना विधियों का पालन करें। यह सफर आत्मिक जागरण और आंतरिक शांति की ओर ले जाने वाला है। आपके अनुभव को सुनकर प्रेरणा मिलती है। साधना में सफलता की शुभकामनाएं!🙏🙏
Bahut hi sundar aur badhiya sir me abi 6 mahine se sub kutch kar raha hu par mera man kutch bi itana ketch up nahi kar paa raha firbi me subh 5.30 ko uthke naah ke om Shanti me chala jaata hu relex ke liye vanha jaake acha lagta he per sir magaj me kutch raheta nahi to
"सबसे पहले, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद कि आपने अपने अनुभव हमारे साथ साझा किए। यह जानकर अच्छा लगा कि आप सुबह जल्दी उठकर अपने दिन की शुरुआत कर रहे हैं और 'ओम शांति' जैसे स्थान पर जाकर खुद को रिफ्रेश महसूस करते हैं। लेकिन अगर आपका मन स्थिर नहीं रह पाता और विचार बिखरे हुए लगते हैं, तो इसका समाधान हो सकता है कि आप अपनी दिनचर्या में कुछ छोटे लेकिन गहरे बदलाव करें। 1. ध्यान (Meditation): हर सुबह 5 से 10 मिनट बैठकर अपने श्वास पर ध्यान केंद्रित करें। यह आपकी मानसिक स्थिरता को बढ़ाएगा। 2. जर्नल लिखें (Journal Writing): हर दिन अपने मन की बात कागज़ पर लिखें। इससे आपका मस्तिष्क हल्का महसूस करेगा और सोचने की क्षमता बढ़ेगी। 3. अभ्यास और धैर्य: मानसिक शांति एक यात्रा है। इसे समय दें। धीरे-धीरे आपके विचार और ध्यान केंद्रित होंगे। हमेशा याद रखें कि आपकी यात्रा महत्वपूर्ण है, और आपके प्रयास ही आपके जीवन में बदलाव लाएंगे। अपनी दिनचर्या को नियमित रखें और खुद पर भरोसा बनाए रखें। 😊 आप जैसे दर्शक हमारे लिए प्रेरणा हैं। अपना अनुभव साझा करने के लिए धन्यवाद!"
"ध्यान करते समय चक्कर आना एक सामान्य अनुभव हो सकता है, खासकर यदि आप नए साधक हैं या ध्यान के दौरान अधिक प्रयास कर रहे हैं। इसके कुछ संभावित कारण और सुझाव इस प्रकार हैं: 1. सांस का सही तरीके से न लेना: ध्यान के दौरान गहरी और धीमी सांस लेना आवश्यक है। जल्दी-जल्दी या बहुत हल्की सांस लेने से ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे चक्कर आ सकते हैं। सुझाव: ध्यान से पहले और दौरान कुछ मिनट गहरी सांसों का अभ्यास करें। 2. शरीर की मुद्रा: गलत मुद्रा, जैसे रीढ़ सीधी न रखना या लंबे समय तक एक ही स्थिति में रहना, चक्कर आने का कारण बन सकती है। सुझाव: ध्यान के लिए ऐसी मुद्रा अपनाएं जिसमें आप सहज और स्थिर महसूस करें। अपनी रीढ़ को सीधा रखें, लेकिन शरीर को अधिक कठोर न करें। 3. शरीर की ऊर्जा का असंतुलन: ध्यान के दौरान कभी-कभी ऊर्जा का प्रवाह तेज़ हो जाता है, जिससे चक्कर आ सकता है। सुझाव: शुरुआत में ध्यान का समय 10-15 मिनट तक सीमित रखें और धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं। 4. स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या: यदि यह समस्या बार-बार हो रही है, तो यह स्वास्थ्य कारणों, जैसे लो ब्लड प्रेशर या शुगर लेवल, से भी जुड़ी हो सकती है। सुझाव: ध्यान शुरू करने से पहले अपने स्वास्थ्य की स्थिति पर ध्यान दें और जरूरत हो तो डॉक्टर से परामर्श करें। 5. ध्यान का अधिक प्रयास: ध्यान में जबरदस्ती एकाग्रता लाने का प्रयास भी चक्कर आने का कारण बन सकता है। सुझाव: ध्यान को सहजता से करें। अपने मन को शांत होने दें और विचारों को जबरदस्ती रोकने का प्रयास न करें। यदि चक्कर आना लगातार बना रहे, तो ध्यान का अभ्यास किसी अनुभवी मार्गदर्शक की देखरेख में करें। धीरे-धीरे, यह समस्या दूर हो जाएगी। आपका अनुभव साझा करने के लिए धन्यवाद, और हम आपके साधना में सफलता की कामना करते हैं।"
Guru ji maine , sidh samadhi yoga kiya hai , meri jab first time delivery ho rahi thi tab mujhe mere sir per hathoda marne jaisa jaisa dard ho raha tha aur sir se monkey bone tak current daud raha tha aur phir se monkey bone per hathoda marne jaisa dard ho raha tha us waqt mai jor se chilti thi aur so jati thi phir ek ghante ya adhe ghante ke u thti thi aisa kyun ho raha tha mere saath
ध्यान करते समय मन में विचार आना एक सामान्य प्रक्रिया है, क्योंकि हमारा मन स्वभाव से चंचल होता है। जब आप बैठती हैं और ध्यान करने की कोशिश करती हैं, तो आपका मन उन विचारों की ओर ध्यान खींचने लगता है, जिन पर आप सामान्य दिनों में ध्यान नहीं देतीं। इससे बचने के लिए: 1. सांसों पर ध्यान दें: अपनी गहरी और धीमी सांसों पर फोकस करें। जब भी विचार आएं, बस उन्हें जाने दें और सांसों पर वापस ध्यान केंद्रित करें। 2. मंत्र का उपयोग करें: कोई भी सरल मंत्र (जैसे 'ॐ' या 'सोहम') का उच्चारण मन में करें। यह आपके मन को केंद्रित रखने में मदद करेगा। 3. विचारों को स्वीकार करें: विचारों से लड़ने के बजाय उन्हें आने और जाने दें। उन्हें बादलों की तरह देखें, जो थोड़ी देर में गायब हो जाते हैं। 4. नियमित अभ्यास करें: शुरुआत में ध्यान भटकना स्वाभाविक है। धीरे-धीरे, नियमित अभ्यास से यह कम हो जाएगा। आप अपने अनुभव साझा करती रहें। 'ध्यान साधना' परिवार में आपकी यात्रा को बेहतर बनाने के लिए हम आपके साथ हैं।"
ध्यान की अवधि और दिन में कितनी बार करना चाहिए, यह व्यक्ति की स्थिति, समय और अनुभव पर निर्भर करता है। 1.शुरुआत में: 10-15 मिनट का ध्यान सुबह या शाम को करें। 2. अनुभवी साधकों के लिए: दिन में 2 बार (सुबह ब्रह्म मुहूर्त में और शाम को सूर्यास्त के समय) 20-30 मिनट का ध्यान लाभकारी हो सकता है। 3. गहराई में जाने वाले साधकों के लिएः सुबह और शाम के अलावा दोपहर में भी कुछ समय ध्यान किया जा सकता है। ध्यान की गुणवत्ता, समय से अधिक महत्वपूर्ण है। रोज़ एकाग्रता और अनुशासन के साथ ध्यान करने का प्रयास करें ।
Apka har video ham poora man lgakar sunte h❤😢
"आपका यह प्यार और समर्थन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह जानकर खुशी होती है कि आप हमारे वीडियो पूरे मन से सुनते हैं। यही आपकी सच्ची श्रद्धा और हमारी प्रेरणा है।
हमारा प्रयास हमेशा यही रहेगा कि हम आपको और गहराई से जुड़ने वाला और प्रेरणादायक कंटेंट प्रदान करें। आप अपने विचार और अनुभव हमसे साझा करते रहें।
आपका दिल से धन्यवाद!"🙏🙏
Wish happy birthday 🎉❤😮😊😅😂🎉for your TH-cam channel 🎉🎉
sunder.. Ishka arth hai aap dhyan premi hai.
Thank you so much universe divine Engel 🎉🎉👏 shukrana karti hun
हर हर महादेव हर हर महादेव 🎉 ऊं नम शिवाय ॐ नमः शिवाय 🎉
Har har Mahadev je har har Mahadev je ❤❤❤❤❤ thanks universe ji aapka bahut bahut dhanyawad ho
Jay ho
धन्यवाद सर, इस ध्यान विधि को जानना वाकई अद्भुत है! सांसों को नियंत्रित कर प्राण ऊर्जा को बढ़ाने का यह तरीका आत्मिक और मानसिक शांति पाने का सबसे प्रभावी साधन है। आपकी यह प्रस्तुति हर व्यक्ति को ध्यान के इस गहरे रहस्य को समझने और अनुभव करने का अवसर देगी। कृपया और भी गूढ़ ध्यान तकनीकों पर मार्गदर्शन देते रहें।🙏🙏🙏🙏🔜🙏
Tx
Har har mahadev ❤
❤ om namah shivay ❤ har har Mahadev ❤ Jai ma parvati ❤ Jai shree Ram ♈ Jai hanuman ❤❤❤❤
ॐ नमः शिवाय 🙏
हर हर महादेव
जय माता पार्वती
जय बजरंग बली
जय श्रीराम
आपके इन पावन उद्गारों में एक अद्भुत ऊर्जा और आस्था है। ऐसी ही सकारात्मकता बनाए रखें। महादेव और सभी देवताओं की कृपा से आपका जीवन सदा सुखमय और सफल हो! 🌼
शिव का नाम जपते रहिए, प्रकाश और शांति आपके साथ रहेंगे।
Awesome ! Anant aabheer aapka
Jai shree Krishna
जय श्री राम🙏 जय श्री हनुमान दादाजी🙏🙇♀️
❤ har har Mahadev ji 🙏❤️🙏
Har har mahadev🙏🙏
Har har madadev
Thank you seema ji mahadev apko sada khush rakhe.
Guru Ko thanks
guru ji very nice video sir
Thank you🙏🙏🙏
Kuch samaya beth ne ke bad me niche dhas ta hi jata hoon aisa lagta hai me asman se bahot tezi se niche chala ja raha hun ♥️🙏
Kampan ka anubhav ho Raha hai
"धन्यवाद आपके अनुभव साझा करने के लिए! यह अद्भुत है कि आप 7 सालों से ध्यान कर रहे हैं और अब मूलाधार तत्व से ऊपर कंपन का अनुभव कर रहे हैं। यह आपकी साधना की गहराई और निरंतरता को दर्शाता है। यह संकेत है कि आपकी ऊर्जा का प्रवाह जाग्रत हो रहा है और आप चेतना के उच्च स्तरों की ओर बढ़ रहे हैं।
इस प्रक्रिया में धैर्य बनाए रखें और अपने ध्यान को और गहन करें। साथ ही, अपनी ऊर्जा को संतुलित रखने के लिए सही मार्गदर्शन और साधना विधियों का पालन करें। यह सफर आत्मिक जागरण और आंतरिक शांति की ओर ले जाने वाला है। आपके अनुभव को सुनकर प्रेरणा मिलती है। साधना में सफलता की शुभकामनाएं!🙏🙏
❤thanks
Bahut hi sundar aur badhiya sir me abi 6 mahine se sub kutch kar raha hu par mera man kutch bi itana ketch up nahi kar paa raha firbi me subh 5.30 ko uthke naah ke om Shanti me chala jaata hu relex ke liye vanha jaake acha lagta he per sir magaj me kutch raheta nahi to
"सबसे पहले, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद कि आपने अपने अनुभव हमारे साथ साझा किए। यह जानकर अच्छा लगा कि आप सुबह जल्दी उठकर अपने दिन की शुरुआत कर रहे हैं और 'ओम शांति' जैसे स्थान पर जाकर खुद को रिफ्रेश महसूस करते हैं।
लेकिन अगर आपका मन स्थिर नहीं रह पाता और विचार बिखरे हुए लगते हैं, तो इसका समाधान हो सकता है कि आप अपनी दिनचर्या में कुछ छोटे लेकिन गहरे बदलाव करें।
1. ध्यान (Meditation): हर सुबह 5 से 10 मिनट बैठकर अपने श्वास पर ध्यान केंद्रित करें। यह आपकी मानसिक स्थिरता को बढ़ाएगा।
2. जर्नल लिखें (Journal Writing): हर दिन अपने मन की बात कागज़ पर लिखें। इससे आपका मस्तिष्क हल्का महसूस करेगा और सोचने की क्षमता बढ़ेगी।
3. अभ्यास और धैर्य: मानसिक शांति एक यात्रा है। इसे समय दें। धीरे-धीरे आपके विचार और ध्यान केंद्रित होंगे।
हमेशा याद रखें कि आपकी यात्रा महत्वपूर्ण है, और आपके प्रयास ही आपके जीवन में बदलाव लाएंगे। अपनी दिनचर्या को नियमित रखें और खुद पर भरोसा बनाए रखें। 😊
आप जैसे दर्शक हमारे लिए प्रेरणा हैं। अपना अनुभव साझा करने के लिए धन्यवाद!"
🙏👍👌🙇♀️
Mere ko vanha jaana bahut acha lagta he to vanha nolege acha dete he aur ek rupiya bi nahi lete naat jaat kutch nahi vanha
🙏🌹
Thank you🙏🙏
Mera agyan chakra 60 din ke uper vibrate lagatar kartahe.me age kya karoon.Omm Namah Vagaware Vasudevaya.
Dhyan ke video me advertise na lagaye isase disturb hota hai
Mujhe dhyan ke samay chkkar aata hai 🙏
"ध्यान करते समय चक्कर आना एक सामान्य अनुभव हो सकता है, खासकर यदि आप नए साधक हैं या ध्यान के दौरान अधिक प्रयास कर रहे हैं। इसके कुछ संभावित कारण और सुझाव इस प्रकार हैं:
1. सांस का सही तरीके से न लेना: ध्यान के दौरान गहरी और धीमी सांस लेना आवश्यक है। जल्दी-जल्दी या बहुत हल्की सांस लेने से ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे चक्कर आ सकते हैं।
सुझाव: ध्यान से पहले और दौरान कुछ मिनट गहरी सांसों का अभ्यास करें।
2. शरीर की मुद्रा: गलत मुद्रा, जैसे रीढ़ सीधी न रखना या लंबे समय तक एक ही स्थिति में रहना, चक्कर आने का कारण बन सकती है।
सुझाव: ध्यान के लिए ऐसी मुद्रा अपनाएं जिसमें आप सहज और स्थिर महसूस करें। अपनी रीढ़ को सीधा रखें, लेकिन शरीर को अधिक कठोर न करें।
3. शरीर की ऊर्जा का असंतुलन: ध्यान के दौरान कभी-कभी ऊर्जा का प्रवाह तेज़ हो जाता है, जिससे चक्कर आ सकता है।
सुझाव: शुरुआत में ध्यान का समय 10-15 मिनट तक सीमित रखें और धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं।
4. स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या: यदि यह समस्या बार-बार हो रही है, तो यह स्वास्थ्य कारणों, जैसे लो ब्लड प्रेशर या शुगर लेवल, से भी जुड़ी हो सकती है।
सुझाव: ध्यान शुरू करने से पहले अपने स्वास्थ्य की स्थिति पर ध्यान दें और जरूरत हो तो डॉक्टर से परामर्श करें।
5. ध्यान का अधिक प्रयास: ध्यान में जबरदस्ती एकाग्रता लाने का प्रयास भी चक्कर आने का कारण बन सकता है।
सुझाव: ध्यान को सहजता से करें। अपने मन को शांत होने दें और विचारों को जबरदस्ती रोकने का प्रयास न करें।
यदि चक्कर आना लगातार बना रहे, तो ध्यान का अभ्यास किसी अनुभवी मार्गदर्शक की देखरेख में करें। धीरे-धीरे, यह समस्या दूर हो जाएगी। आपका अनुभव साझा करने के लिए धन्यवाद, और हम आपके साधना में सफलता की कामना करते हैं।"
सादर धन्यवाद 🙏
मुझे एंग्जाइटी,स्ट्रेस ,सर्वाइकल स्पांडलाइटिस है चक्कर हमेशा बना रहता है 🙏
Guru ji maine , sidh samadhi yoga kiya hai , meri jab first time delivery ho rahi thi tab mujhe mere sir per hathoda marne jaisa jaisa dard ho raha tha aur sir se monkey bone tak current daud raha tha aur phir se monkey bone per hathoda marne jaisa dard ho raha tha us waqt mai jor se chilti thi aur so jati thi phir ek ghante ya adhe ghante ke u thti thi aisa kyun ho raha tha mere saath
Guru ji qya koi khara bhi ho sakta hai
Bahut acha video sir ji. Par mein jab beithti hoon to bahut si khayal mann mein ati hai. Concentrate nhi karpati hoon. Kya karu
ध्यान करते समय मन में विचार आना एक सामान्य प्रक्रिया है, क्योंकि हमारा मन स्वभाव से चंचल होता है। जब आप बैठती हैं और ध्यान करने की कोशिश करती हैं, तो आपका मन उन विचारों की ओर ध्यान खींचने लगता है, जिन पर आप सामान्य दिनों में ध्यान नहीं देतीं।
इससे बचने के लिए:
1. सांसों पर ध्यान दें: अपनी गहरी और धीमी सांसों पर फोकस करें। जब भी विचार आएं, बस उन्हें जाने दें और सांसों पर वापस ध्यान केंद्रित करें।
2. मंत्र का उपयोग करें: कोई भी सरल मंत्र (जैसे 'ॐ' या 'सोहम') का उच्चारण मन में करें। यह आपके मन को केंद्रित रखने में मदद करेगा।
3. विचारों को स्वीकार करें: विचारों से लड़ने के बजाय उन्हें आने और जाने दें। उन्हें बादलों की तरह देखें, जो थोड़ी देर में गायब हो जाते हैं।
4. नियमित अभ्यास करें: शुरुआत में ध्यान भटकना स्वाभाविक है। धीरे-धीरे, नियमित अभ्यास से यह कम हो जाएगा।
आप अपने अनुभव साझा करती रहें। 'ध्यान साधना' परिवार में आपकी यात्रा को बेहतर बनाने के लिए हम आपके साथ हैं।"
@Dhyan-sadhna1 jai shree ramkrishna🙏🙏🙏
Dhyan kitni der Nd din me kitni bar karni Chahiye. Plz reply it soon....
ध्यान की अवधि और दिन में कितनी बार करना चाहिए, यह व्यक्ति की स्थिति, समय और अनुभव पर निर्भर करता है।
1.शुरुआत में: 10-15 मिनट का ध्यान सुबह या शाम को करें।
2. अनुभवी साधकों के लिए: दिन में 2 बार (सुबह ब्रह्म
मुहूर्त में और शाम को सूर्यास्त के समय) 20-30 मिनट का ध्यान लाभकारी हो सकता है।
3. गहराई में जाने वाले साधकों के लिएः सुबह और शाम के अलावा दोपहर में भी कुछ समय ध्यान किया जा सकता है।
ध्यान की गुणवत्ता, समय से अधिक महत्वपूर्ण है। रोज़ एकाग्रता और अनुशासन के साथ ध्यान करने का प्रयास करें ।
Muje dhyan karate samay agya chakra aur sahstrar chakra pe vibration hota hai 🙏