❤ ऐसे कलेक्टरों को 10 महीने तक बिना सैलरी दिए काम कराकर उनका मानसिक स्थिति और सामान्य व्यवहार का आकलन करना चाहिए। 10 महीने तक फैसले नहीं लेने वाले सम्बन्धित अधिकारियों पर उचित कारवाई होने के बजाय शिक्षिका महोदया को ही निकालने की खुलेआम धमकी। जय हो डिजिटल इंडिया।
सही कहा ,अपने आप को भगवान से भी ऊपर समझते है जनता तक सरकार द्वारा प्रदत सुविधाएं भी नही पहुंच पा रही है ,सडक ,पानी बिजली व सुरक्षा आदि अन्य मूलभूत सुविधाएं समय से पहुचनी चाहिए
इस वीडियो को वायरल करो न्याय मांग रही महिला और कलेक्टर धमकी दे रहा की देख लूंगा और कार्यवाही की धमकी दे रहा कलेक्टर आम आदमी के साथ इनके क्या बोल होंगे साहसी महिला यदि किसी ने मुफ्त में काम किया उसके घर परिवार पर क्या गुजरे उसका दर्द सब्र टूटने पर यदि सुसाइड कर लिया उसने तो सम्पूर्ण प्रशासन जिम्मेदार इतने दिन क्यों वेतन नही दिया
टीचर ने एकदम सही किया. अस्थायी रूप से काम करते हुए दस महीने तक सैलरी ना मिलने पर घर परिवार की क्या स्थिति होती है, ये अधिकारी अच्छी तरह जानते हैं. इनकी सैलरी नही रोकी जाती है इसलिए ये ऐसी भाषा बोल रहे हैं. प्राचार्य की जिम्मेदारी बनती है. उसे नोटिस भेजो.
ऐसे कलेक्टर के दो महीने की सैलरी और सुविधा सरकार को काटनी चाहिए । मगर काम बारह महीना करना चाहिए । Coll ctor को वेतन सुविधा चाहिए , शिक्षक को नहीं । घोर लज्जा का विषय है ।
इस कलेक्टर का भी 10 महीने का वेतन रोका जाए और फिर इसके बोलने के तरीके का आकलन करके इसका वेतन दिया जाए। इतनी मंहगाई में 10 महीने से वेतन नहीं मिला और शिक्षिका को तमीज सिखाने चले।
सबको लोग उस टीचर को शेरनी क्या क्या कह रहे लेकिन वो सिस्टम से लड़ सकती है क्या बल्कि उसको नौकरी से निकाल भी दिया होगा बिना वेतन दिए उस पर केस भी दर्ज हो चुका होगा।
यह भरवा डीएम जिला अधिकारी लगता है मनुवादी सोच का आदमी है जब शिक्षक को तनख्वाह नहीं मिलेगी उसका घर गृहस्ती कैसे चलेगा यह जिला कलेक्टर अपने आप को राजा महाराजा समझ रहा है जय भीम इंकलाब जिंदाबाद
घर चलाने के लिए ये महिलाये 15000 मे पढ़ा रही है और ऊपर से इनको 10 महीने का बेतन nahi मिला. इनका घर कैसे चलता होगा कलेक्टर साहेब को ये बात समझना चहिए. और सबसे पहले इन महिलाओ को इनका पैसा दिलवाना चाहिए. ये गुस्सा नहीं है इन महिलाओ का दर्द है जो गुस्से के रूप मे बाहर निकल रहा है ये महिला अंदर से कितनी दुखी है इसकी बातो से पता चलता है
इस कलेक्टर घर में तो खाना भी फाईव स्टार होटल से आता होगा और कर्मचारियों को दस दस महीने से वेतन नसीब नहीं है !! कानून तो यह होना चाहिए कि यदि काम लिया है तो चाहे कोई भी तकनीकी व्यवधान हो वेतन समय पर जरूर मिलना चाहिए !! कर्मचारी ना केवल काम करते हैं बल्कि काम पर आने के लिए अपनी जेब से पहले खर्च करते हैं और उसके बाद उन्हें वेतन मिलता है और यदि इसके बाद भी समय पर वेतन ना मिले तो इसे कर्मचारियों कि शोषण करना ही कहा जाएगा !!
मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षकों की भी यही स्थिती है उन्हें भी 6-6 माह तक वेतन नहीं मिलता । मध्यप्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर कोई नेता ध्यान नहीं देता सभी धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं
10 महीने से अतिथि शिक्षकों का वेतन नहीं दिया। घर कैसे चलाते होंगे बेचारे। इतना होने के बाद भी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अब किसी नेता का ध्यान इस ओर नहीं जायेगा। चुनाव से पहले बड़ी बड़ी फांक देंगे।और होता कुछ नी इन नेताओं से।
बिल्कुल सही किया मैडम जी ने। ऐसे अधिकारियों से ऐसे ही पेश आने चाहिए। अतिथि शिक्षकों को 10 माह से वेतन नहीं मिला और कलेक्टर साहब के पास आवेदन लेकर गए तो पढ़े भी नहीं। मैडम जी बहुत बढ़िया किया।
माननीय जिला कलेक्टर का वेतन भी 10 महीने तक रोक देना चाहिए उसके बाद इन्हें पता चलेगा की एक आम आदमी का वेतन नहीं मिलने पर क्या हाल होता है ऐसे जिला कलेक्टर को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए
भ्रष्टाचार अथाय हैं अब अतिथि शिक्षक भर्ती में आपको 5000 ,5000 हजार रूपए देने देने पड़ते हैं ये पैसे न देने का परिणाम है जो इन्हे इतने दिनों से वेतन नहीं मिला
पूरे देश में प्रशासन के अधिकारीयों और कर्मचारियों में मानवता, प्रेम और दया जैसी भावनाओं का अंत हो गया है, केवल भ्रष्टाचार करके कितना अपने घर को भर सकते हैं इसी पर सभी का ध्यान है
फ्री की रेवड़ी बांटना बंद होनी चाहिए। ताकि कर्मचारियों को समय जे वेतन मिल सके। कलेक्टर का पद बहुत बढ़ होता है , उस शिक्षका को शालीनता से बात रखनी चाहिए थी।
क्या वेतन कलेक्टर अपने घर से देगा क्या ??? बात करने का भी एक तरीका होता है ,लेकिन महिला होने का फायदा ही कुछ और होता है ,जिस महिला को बात करने का सलीका ही नही मालूम समझा जा सकता है वो पढा़ती क्या होगी ,ऐसे ही नही सरकारी स्कूलो का पठन पाठन चौपट है । मुझे तो आश्चर्य है कि कलेकटर ने इसका ''"हर एन्गिल ""से इलाज क्यो नही किया ???
और अच्छे दिन आयेंगे अभी जब जनता अपने मुद्दों पर वोट ही नहीं करती तो उनकी सुनेगा कौन कलेक्टर भी तो उनके ही जैसा कर्मचारी ही है जब शासन से राशन ही नहीं आयेगा तो अपनी जेब से देखा क्या थोडे दिनों बाद कलेक्टर भी ज्ञापन देने वाले हैं सबका नंबर आयेगा अच्छे दिनों में।
यहीं बीजेपी सरकार चुनाव के टाइम तो भगवान के नाम वोट दे देते हो अब भुगतो..... 20 सालों से मध्य प्रदेश में सरकार है लेकिन यहां कि जनता दाने दाने को मोहताज है....
अतिथि शिक्षक 15 वर्षो से अपनी सेवा दे रहे हैं कृपा अतिथि शिक्षकों के लिए उचित निर्णय ले प्रदेश के सभी #अतिथि शिक्षकों की मांग है 50%_ सीट _वर्ग एक चयन परीक्षा 2023 से ही
अतिथि शिक्षक का गुस्सा जायज है लेकिन डीएम की भी एक अपना रिस्पेक्ट होता है गुस्सा करना था लेकिन लास्ट में कुछ शब्द गलत बोली है शिक्षिका महोदय कलेक्टर से तुझे करके शब्द का प्रयोग करके गुस्सा करना और ठीक है
बीजेपी को पहले लाडली बहना को 1250 रुपए तो डाल लेने दो खातों में फिर बचेगा तो कर्मचारियों को वेतन देंगे । वोट तो 1250 रुपए वालो से मिलना है। लाडली बहना के पैसे फिक्स 10 तारीख को खाते में डाल जाते है, एक दिन भी लेट नही होता । दुधारू गाय है लाडली बहना । 29 में से 29 सीट लोकसभा में यू ही नही मिल गई ।
Sahi kiya mahila n ,collector IAS banne k baad bhool jata hai ki wo bhi ek normal family s aya hai . Teacher ko agar aise pareshani hogi toh accha teacher kabhi nahi ayga.
न्यू इंडिया में यही शोषण किया जा रहा है बेहद शर्मनाक स्थिति है कि जिम्मेदार लोग खुद अपनी वेतन लेते हैं हर महीने की 1 तारीख़ को जो मोटी रकम है लेकिन इनको बेहद अल्प राशि का भी समय पर नहीं मिलना कितना पीड़ा दायक है हो सकता है कि इन बहनों ने गुस्से में जिलाधिकारी को बोला हो जो अमर्यादित हो लेकिन जिले के सबसे बड़े अधिकारी भी आवेदन निवेदन को बिना देखे ही रख दें तो ऐसा होना लाज़मी है
इसी प्रकार छत्तीसगढ़ में भी 11,12 मीना से शिक्षकों को वेतन नहीं दिया गया है वे जिनका रेगुलर करना चाहिए उन्हें रेगुलर भी नहीं कियाजा रहा है पंचायत विभाग गड़बड़ी हो रही है। रायपुर सहित पूरे राज्य में।
यदि इन कलेक्टर को 10 माह वेतन नही दिया जाए तो तब भी क्या कलेक्टर साहब ऐसे ही बोलेगे सरकार ने इन्हें जनता की समस्या का समाधन के लिए बैठाय है ये अपने पद के आगे किसी को कुछ नही समझते
Collector kitni Aram se bol rhe hai , or ab pta nhi medam teacher kabhi scl ja payegi 😢 agar collector thoda bhut bhi imandar huva to syd hi medam teacher ki nokri Bach Jaye
Govt ko aisi recruitment kisi bi state m nahi krni chahiye. Only commission bharti. Issme koi payment, koi salary ni rukti. Proper R& P rule follow hoteh
महिला शिक्षक ने सही जबाव दिया कलेक्टर साहब को भी दस महीने सेलरी नही मिले तो साहब बात करने के साथ साथ काम करने की तमीम सीख जायेगे और सभी कर्मचारियो को भी सिखा देंगे
बहन ने अपनी हिम्मत दिखाई बहुत बहुत धन्यवाद बाकी लोगों को भी आगे आना चाहिए
लोगों में वो दम नहीं
Isse pata chalta hai mahila.purush se jyada takatwar hoti hai...
सही तो कह रही है सैलरी दे नही रहे हो
ओर कलेक्ट्री दिखा रहे हे
कलेक्टर को वेतन देने है क्या ?
शिक्षा अधिकारी से बात करनी चाहिए
एक कलेक्टर तो सुन नहीं रहा हे
अधिकारी को तो बेचारे 10 महीने 5से कह रहे हे
@@nirbhayshingh2572 tax payer money यानी जनता के पैसे से hi vetan मिलता hai
Aise collector saheb ko sahi kaha hai
@@nirbhayshingh2572शिक्षा अधिकारी किसके अंडर में कार्य करता है ?
❤ ऐसे कलेक्टरों को 10 महीने तक बिना सैलरी दिए काम कराकर उनका मानसिक स्थिति और सामान्य व्यवहार का आकलन करना चाहिए। 10 महीने तक फैसले नहीं लेने वाले सम्बन्धित अधिकारियों पर उचित कारवाई होने के बजाय शिक्षिका महोदया को ही निकालने की खुलेआम धमकी। जय हो डिजिटल इंडिया।
bilkul sahi
Collector ka kaam chal jayega IAS ki salary ka atithi teachers ka salary ka koi mukabla nahi bhai.
अतिथि शिक्षिका को 10 महीने में सेलरी नही मिलेगी तो दिल नही दुखेगा तो और क्या होगा, मेरे जैसा होता तो 1000 गालिया देता
@@bobby13031969 जमाखोड़ी नहीं किया होगा तो नहीं चल पायेगा।
उनके वेतन से थोडे काम रहता है। ऊपर की कमाई से सब चल जाता है कलेक्टर का।
अतिथि शिक्षक शेरनी का खुला चैलेंज धन्य हो मेरी बहन
कलेक्टर की 10महीने की वेतन रोक दी जाए तब मालूम पड़गा
Use kya fark padega ese log vetan se kya upar se kamate hai😡
कलेक्टर की 50 साल की भी वेतन रोक दो तब भी फर्क नहीं पड़ेगा ।
यहां तक की बिना वेतन के भी काम करा
लो । बल्कि उल्टा कलेक्टर सीएम को वेतन देते हैं ।
Koi fark nahi padega, lakhon commission per month aatey hain
सही कहा ,अपने आप को भगवान से भी ऊपर समझते है जनता तक सरकार द्वारा प्रदत सुविधाएं भी नही पहुंच पा रही है ,सडक ,पानी बिजली व सुरक्षा आदि अन्य मूलभूत सुविधाएं समय से पहुचनी चाहिए
@@jaydeep-singh-bundela😂ये बहुत अच्छी बात बताइ आपने 😂😂
बहन जी आपका कार्य प्रेरणादायक है
येसे कलक्टर के चलतें ही तो देश में गरीबी छाई है
कलेक्टर की सैलरी रुक जाय उसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, खूब माल काटते हैं , नेताओ के साथ मिलकर , भ्रष्टाचार की गंगा होते हैं ये लोग
अब तो बेचारी अतिथि शिक्षक को नौकरी से हटाना पड़ेगा आजकल सच्चाई का साथ कौन देता है गुलामी करो वेतन पाव दादागिरी करो घर जाओ
अतिथि शिक्षकों का यही हाल कर रखा है सरकारने
कोई भी सरकार रहे अल्प वेतन भोगी का केवल शोषण है, भारतीय जनता पार्टी में और ज्यादा
Public should stand by them and show them humanity. They are also not permanent member
Right
किस राज्य का मामला है
बहुत बढ़िया बहन बड़े अधिकारी को सबक सिखाने के लिए
जब शिक्षक का सम्मान नहीं होगा समय पर उचित सैलरी नहीं मिलेगी तो पढ़ाएगा क्या, और पढ़ाएगा नहीं तो बेरोजगारी तो बढ़ेगी😋😋😋😋😋
ऐसे ही कॉलेक्टरों और अफसरों की वजह से जनता बहुत त्रस्त हो गई है
इस महिला अतिथि शिक्षक ने बहुत अच्छा किया
अतिथि शिक्षिका को न्याय मिलना चाहिए
कलेक्टर का 10 महीने की सैलरी को अतिथि शिक्षक को देना ही न्याय है इससे कम अन्याय है ।
बिल्कुल सही किया महिला ने
इस वीडियो को वायरल करो न्याय मांग रही महिला और कलेक्टर धमकी दे रहा की देख लूंगा और कार्यवाही की धमकी दे रहा कलेक्टर
आम आदमी के साथ इनके क्या बोल होंगे साहसी महिला यदि किसी ने मुफ्त में काम किया उसके घर परिवार पर क्या गुजरे
उसका दर्द सब्र टूटने पर यदि सुसाइड कर लिया उसने तो सम्पूर्ण प्रशासन जिम्मेदार इतने दिन क्यों वेतन नही दिया
सुसाइड करने की सलाह दे रहे हो?
टीचर ने एकदम सही किया. अस्थायी रूप से काम करते हुए दस महीने तक सैलरी ना मिलने पर घर परिवार की क्या स्थिति होती है, ये अधिकारी अच्छी तरह जानते हैं. इनकी सैलरी नही रोकी जाती है इसलिए ये ऐसी भाषा बोल रहे हैं. प्राचार्य की जिम्मेदारी बनती है. उसे नोटिस भेजो.
Atithi shikshak me कलेक्टर से भी जायदा ज्ञान है
Jab Gyan Hai Tabhi to master hai ladiss
Syllabus dekh le UPSC ka 😂
@@Sanjuuu888😂😂😂gadha padh ke Gyan le skta h pr rhta gadha hi h 😂😂sayad tum smjh gye hoge
@@AllRounder-oj8lu gadha padh nhi sakta officers are the future of india
And you and me dharti ka bojh
@@AllRounder-oj8lu kabhi jhel k dekho Top rank officers ki life seif bak bak
ऐसे कलेक्टर के दो महीने की सैलरी और सुविधा सरकार को काटनी चाहिए । मगर काम बारह महीना करना चाहिए । Coll ctor को वेतन सुविधा चाहिए , शिक्षक को नहीं । घोर लज्जा का विषय है ।
इस कलेक्टर को बर्खास्त करो सरकार को दोगली नीति बेरोजगार पर भारी पड़ रही हैं
ऐसे मे सबसे ज्यादा जिम्मेदार मीडिया है क्योंकि मीडिया को मिलते हैं पैसे तो ऐसी खबर दिखाने मे पैसे नहीं मिलते नहीं और कमीशन नहीं मिलता।
लाखो पद रिक्त होने के बाद भी भर्ती न करवाना और उनकी जगह अतिथियों से कम करवाना सरकार की नाकामियों को दिखाता है ।। ।
सही है ,rule laya jaye:- कलेक्टर ki salary roko yadi jile me kisi employee ki salary na mile
MP तक से निवेदन, महिला टीचर को समय पर वेतन दिलवाओ, कलेक्टर साहब को पुछो कब वेतन मिलेगा।
इस कलेक्टर का भी 10 महीने का वेतन रोका जाए और फिर इसके बोलने के तरीके का आकलन करके इसका वेतन दिया जाए।
इतनी मंहगाई में 10 महीने से वेतन नहीं मिला और शिक्षिका को तमीज सिखाने चले।
सबको लोग उस टीचर को शेरनी क्या क्या कह रहे लेकिन वो सिस्टम से लड़ सकती है क्या बल्कि उसको नौकरी से निकाल भी दिया होगा बिना वेतन दिए उस पर केस भी दर्ज हो चुका होगा।
कलेक्टर को निरंतर समय पर वेतन मिलता रहता है अतः कलेक्टर को बातें करनी आ रहीं हैं। शिक्षकों को कांग्रेस को वोट देना चाहिए था भाजपा को हराना चाहिए था।
आम लोगों की बात सुनने का धैर्य कलेक्टर साबह में है ही नहीं।
यह भरवा डीएम जिला अधिकारी लगता है मनुवादी सोच का आदमी है जब शिक्षक को तनख्वाह नहीं मिलेगी उसका घर गृहस्ती कैसे चलेगा यह जिला कलेक्टर अपने आप को राजा महाराजा समझ रहा है जय भीम इंकलाब जिंदाबाद
घर चलाने के लिए ये महिलाये 15000 मे पढ़ा रही है और ऊपर से इनको 10 महीने का बेतन nahi मिला. इनका घर कैसे चलता होगा कलेक्टर साहेब को ये बात समझना चहिए. और सबसे पहले इन महिलाओ को इनका पैसा दिलवाना चाहिए. ये गुस्सा नहीं है इन महिलाओ का दर्द है जो गुस्से के रूप मे बाहर निकल रहा है ये महिला अंदर से कितनी दुखी है इसकी बातो से पता चलता है
इस कलेक्टर घर में तो खाना भी फाईव स्टार होटल से आता होगा और कर्मचारियों को दस दस महीने से वेतन नसीब नहीं है !! कानून तो यह होना चाहिए कि यदि काम लिया है तो चाहे कोई भी तकनीकी व्यवधान हो वेतन समय पर जरूर मिलना चाहिए !! कर्मचारी ना केवल काम करते हैं बल्कि काम पर आने के लिए अपनी जेब से पहले खर्च करते हैं और उसके बाद उन्हें वेतन मिलता है और यदि इसके बाद भी समय पर वेतन ना मिले तो इसे कर्मचारियों कि शोषण करना ही कहा जाएगा !!
कहां गए मुफ्त के वेतन और सुविधा पाने वाले नेता उनके बारे में में सोचो
और बनो चौकीदार अंधभक्त, 20 साल से एमपी में बीजेपी की सरकार है, 10,13 महीने से सैलरी नहीं है
जिसे 10 महीने से वेतन नहीं मिला हो उसके परिवार का हाल क्या होगा?
कलेक्टर को ही हटा देना चाहिए।
कर्मचारी की कोई रेस्पेक्ट नहीं होती कोई भी डिपार्टमेंट मे याद रखना 😢😢
अधिकारिओ के मजे है बस 🎉🎉
बिल्कुल सही बात है
बहुत सुन्दर शिक्षक महोदया नमन है बारम्बार आप को।
कलेक्टर को १० माह सैलरी न भी मिले तो उसके पास काली कमाई से १० वर्ष भी चल जायेंगे।
कोई राजतंत्र थोड़ी न है कि बिन सैलरी काम कराया जाए।
मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षकों की भी यही स्थिती है उन्हें भी 6-6 माह तक वेतन नहीं मिलता । मध्यप्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर कोई नेता ध्यान नहीं देता सभी धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं
10 महीने से अतिथि शिक्षकों का वेतन नहीं दिया। घर कैसे चलाते होंगे बेचारे। इतना होने के बाद भी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अब किसी नेता का ध्यान इस ओर नहीं जायेगा। चुनाव से पहले बड़ी बड़ी फांक देंगे।और होता कुछ नी इन नेताओं से।
कलेक्टर रौब झाड़ रहा है।
नेता की जी हजूरी करता है तब बोलती बंद हो जाती है😂
अगर अतिथि पैसे वाला होता तो क्यों अतिथि की नौकरीकरता खुद शासन को शर्म आनी चाहिए 10 महीने बजट नहींदेती यह रामराज है
सभी विभागों में लगभग छोटे कर्मचारियों की यही दयनीय स्थिति हे अतिथि शिक्षक दैनिक वेतन भोगी आउटसोर्स कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर आदि सभी की यही स्थिति है।
ऐसे अधिकारियों को सही जवाब दिया। very good। सलाम हैं mam आपको।
दस महीने वेतन नहीं मिला। लोग कैसे जीवन यापन कर रहे होंगे इसका एहसास जिम्मेदार लोगों को होना चाहिए।
बिल्कुल सही किया मैडम जी ने। ऐसे अधिकारियों से ऐसे ही पेश आने चाहिए। अतिथि शिक्षकों को 10 माह से वेतन नहीं मिला और कलेक्टर साहब के पास आवेदन लेकर गए तो पढ़े भी नहीं। मैडम जी बहुत बढ़िया किया।
माननीय जिला कलेक्टर का वेतन भी 10 महीने तक रोक देना चाहिए उसके बाद इन्हें पता चलेगा की एक आम आदमी का वेतन नहीं मिलने पर क्या हाल होता है ऐसे जिला कलेक्टर को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए
आजादी के बाद चाहे जिस पार्टी की सरकार रही हो सबकी सब असंबेदनशील रही है।
भ्रष्टाचार अथाय हैं अब अतिथि शिक्षक भर्ती में आपको 5000 ,5000 हजार रूपए देने देने पड़ते हैं ये पैसे न देने का परिणाम है जो इन्हे इतने दिनों से वेतन नहीं मिला
पूरे देश में प्रशासन के अधिकारीयों और कर्मचारियों में मानवता, प्रेम और दया जैसी भावनाओं का अंत हो गया है, केवल भ्रष्टाचार करके कितना अपने घर को भर सकते हैं इसी पर सभी का ध्यान है
सही समीक्षा कीजिए।
फ्री की रेवड़ी बांटना बंद होनी चाहिए।
ताकि कर्मचारियों को समय जे वेतन मिल सके।
कलेक्टर का पद बहुत बढ़ होता है , उस शिक्षका को शालीनता से बात रखनी चाहिए थी।
ज्यादा कुछ नहीं होगा वो शिक्षक सस्पेंड हो जाएगी
बाकी ज्यादा कुछ नहीं होगा
क्या वेतन कलेक्टर अपने घर से देगा क्या ???
बात करने का भी एक तरीका होता है ,लेकिन महिला होने का फायदा ही कुछ और होता है ,जिस महिला को बात करने का सलीका ही नही मालूम समझा जा सकता है वो पढा़ती क्या होगी ,ऐसे ही नही सरकारी स्कूलो का पठन पाठन चौपट है ।
मुझे तो आश्चर्य है कि कलेकटर ने इसका ''"हर एन्गिल ""से इलाज क्यो नही किया ???
बीजेपी वालो को बड़े बड़े उद्योग पतियों के कर्ज माफ करना आता है लेकिन जो समय पे सैलॅरी देना नहीं आता...
ऐसी सरकार को उखाड़ फेकना चाहिए..
10 महीने से उसको सैलरी नही मिली, क्या हवा खाकर खुद को और अपने बच्चो को जिंदा रखेगी। जब उसने काम किया है तो उसका अधिकार है, बोलने का और लड़ने का भी।
और अच्छे दिन आयेंगे अभी जब जनता अपने मुद्दों पर वोट ही नहीं करती तो उनकी सुनेगा कौन कलेक्टर भी तो उनके ही जैसा कर्मचारी ही है जब शासन से राशन ही नहीं आयेगा तो अपनी जेब से देखा क्या थोडे दिनों बाद कलेक्टर भी ज्ञापन देने वाले हैं सबका नंबर आयेगा अच्छे दिनों में।
मोदीजी का पतन की शुरूआत हो गयी है। जनता जागरूक हो गयी है अब। वेल्डिंग मैडम टिचरजी।
Teacher right hai apni jagah per ..kisi ka dukh dekhe Bina use kuch b keh dena
महिला शिक्षक में बहुतअच्छा किया कलेक्टर को 6 महीने का तनखा नहीं मिलेगा तो क्या करेगा
यहीं बीजेपी सरकार चुनाव के टाइम तो भगवान के नाम वोट दे देते हो अब भुगतो.....
20 सालों से मध्य प्रदेश में सरकार है लेकिन यहां कि जनता दाने दाने को मोहताज है....
देशद्रोहियों को आप वोट देना अगली बार से😊😊😊
अतिथि शिक्षक 15 वर्षो से अपनी सेवा दे रहे हैं कृपा अतिथि शिक्षकों के लिए उचित निर्णय ले प्रदेश के सभी #अतिथि शिक्षकों की मांग है 50%_ सीट _वर्ग एक चयन परीक्षा 2023 से ही
जब तक बीजेपी के कार्यक्रम में खर्चे होते रहेंगे सैलरी रुकती रहेगी
मैंने लगभग 20 कमेंट्स पढ़े उनमे से 1 भी मैडम के खिलाफ नहीं है यानि मैडम सत्य के साथ खड़ी है.
अतिथि शिक्षक का गुस्सा जायज है लेकिन डीएम की भी एक अपना रिस्पेक्ट होता है गुस्सा करना था लेकिन लास्ट में कुछ शब्द गलत बोली है शिक्षिका महोदय कलेक्टर से तुझे करके शब्द का प्रयोग करके गुस्सा करना और ठीक है
यह अपने आप को कलेक्टर का बाप
Collector janta se upar hai kya...naukr hi hai
जब तक भारतीय जनता पार्टी सत्ता में है तब तक ऐसे ही लोगों का वेतन रोका जा रहा है।
बीजेपी को पहले लाडली बहना को 1250 रुपए तो डाल लेने दो खातों में
फिर बचेगा तो कर्मचारियों को वेतन
देंगे । वोट तो 1250 रुपए वालो से मिलना है।
लाडली बहना के पैसे फिक्स 10 तारीख
को खाते में डाल जाते है, एक दिन भी
लेट नही होता । दुधारू गाय है लाडली
बहना । 29 में से 29 सीट लोकसभा में
यू ही नही मिल गई ।
Sahi kiya mahila n ,collector IAS banne k baad bhool jata hai ki wo bhi ek normal family s aya hai . Teacher ko agar aise pareshani hogi toh accha teacher kabhi nahi ayga.
न्यू इंडिया में यही शोषण किया जा रहा है
बेहद शर्मनाक स्थिति है कि जिम्मेदार लोग खुद अपनी वेतन लेते हैं हर महीने की 1 तारीख़ को जो मोटी रकम है लेकिन इनको बेहद अल्प राशि का भी समय पर नहीं मिलना कितना पीड़ा दायक है
हो सकता है कि इन बहनों ने गुस्से में जिलाधिकारी को बोला हो जो अमर्यादित हो लेकिन जिले के सबसे बड़े अधिकारी भी आवेदन निवेदन को बिना देखे ही रख दें तो ऐसा होना लाज़मी है
सही हैं जब काम कर रहे हैं तो टाइम पर वेतन मिलना चाहिए
महाकाल कारीडोर बना सारा पैसा तो उसने लग गया टूट गया गिर गया दुबारा पैसा लगा कहा से शिक्षको को सैलरी दे BJP सरकार
Kiya yahi achche din hain,logon ko dharam ke naam pe voot miljate hain, behen ki veerta ko dil se salaam
इसी प्रकार छत्तीसगढ़ में भी 11,12 मीना से शिक्षकों को वेतन नहीं दिया गया है वे जिनका रेगुलर करना चाहिए उन्हें रेगुलर भी नहीं कियाजा रहा है पंचायत विभाग गड़बड़ी हो रही है। रायपुर सहित पूरे राज्य में।
Govt. Should take action against Collector
Why he is doing his duty
हिंदुओं में सब्र नाम की कोई चीज नहीं है। बड़े- छोटे का कोई लिहाज नहीं है। सिर्फ हिंदू हिंदू करने से नहीं होता है।
ये कलेक्टर के खिलाफ FIR दर्ज करो।
यह कलेक्टर साहब को सस्पेंड किया जाऐ
महिला ने सही किया कलेक्टर पद के अहंकार मे बत्तमीजी कर रहा है उसे मदद करने की जगह कर्मचारियो को हूल दे रहा है
9नं जाब चेहरे मे छापेगा तो होस में जाएगा कलक्टर का
यदि इन कलेक्टर को 10 माह वेतन नही दिया जाए तो तब भी क्या कलेक्टर साहब ऐसे ही बोलेगे सरकार ने इन्हें जनता की समस्या का समाधन के लिए बैठाय है ये अपने पद के आगे किसी को कुछ नही समझते
Madam i salute you
ये कलेक्टर को 10 महीने तक घर बैठा दो तब मालूम आएगा
God bless you,Brave Betiya .
IAS की बहाली भी अतिथि के रूप में ही की जानी चाहिए। जब अतिथि शिक्षक हो सकते तो अतिथि IAS क्यों नहीं।
Collector kitni Aram se bol rhe hai , or ab pta nhi medam teacher kabhi scl ja payegi 😢 agar collector thoda bhut bhi imandar huva to syd hi medam teacher ki nokri Bach Jaye
कलेक्टर को तो वेतन ना दो तो उसे कोई फर्क नही पड़ेगा फर्क तो गरीव को पडता है
ऐसे ही हमारे लाखो ज्ञापन नेता और सीएम जी रख लेते हैं
इसमें डीएम नही सरकार दोषी है सबसे ज्यादा पढ़ाई यही करते सरकारी स्कूल इनके ही भरोसे है 60हजार वाले तो कभी टाइम पर नही आते
अब कलेक्टर और एसपी और सभी सरकारी बाबुओं को समझना होगा,अब ज़माना हुज़ूर, माई बाप वाला नहीं रहा, जनता से उलझोगे तो आपको आपके की भाषा में जवाब देगी
Govt ko aisi recruitment kisi bi state m nahi krni chahiye. Only commission bharti. Issme koi payment, koi salary ni rukti. Proper R& P rule follow hoteh
क्या शासन नियमित शिक्षक का 10 माह का वेतन रोक सकती है यदि नहीं तो अतिथियों का भी वेतन नहीं रुकना चाहिए ।
बहुत अच्छा हुआ कलेक्टर के साथ
शिक्षिका ने सही बोली है अपने हक़ की लड़ाई के लिए लड़नी पडती है 👍👍
Jabardast iron lady 🔥
एक न्यायायिक अधिकारी के सामने सुसाइड की बात करती शिक्षक और साहब पद से हटाने की बात करते हैं, ये न्याय नहीं है
भ्रष्टाचारी है, जब तक बीजेपी है तब तक सब मुमकिन है
Dm k khilaf karyvahi honi chahiye
इस देश में जब काम ना करने पर राष्ट्रपति,सांसदो , विधायकों ,कलेक्टरों की वेतन रुकनी शुरू हो जाएगी उस दिन पता चलेगा
महिला शिक्षक ने सही जबाव दिया कलेक्टर साहब को भी दस महीने सेलरी नही मिले तो साहब बात करने के साथ साथ काम करने की तमीम सीख जायेगे और सभी कर्मचारियो को भी सिखा देंगे
पूरे वर्ष का वेतनबहुत होता है
कलेक्टर को भी किसीं टिचर ने हीं पढाया होगा. तभी तो कलेक्टर बना है. गुरु का आदर करणा नही आता ओर कलेक्टर बना है.
बड़े बड़े पदाधिकारी नीचे वालो को कुछ समजहते ही नही,इसका 2साल बंद करो फिर कलेक्ट्री समझ आएगी