❤ ऐसे कलेक्टरों को 10 महीने तक बिना सैलरी दिए काम कराकर उनका मानसिक स्थिति और सामान्य व्यवहार का आकलन करना चाहिए। 10 महीने तक फैसले नहीं लेने वाले सम्बन्धित अधिकारियों पर उचित कारवाई होने के बजाय शिक्षिका महोदया को ही निकालने की खुलेआम धमकी। जय हो डिजिटल इंडिया।
सही कहा ,अपने आप को भगवान से भी ऊपर समझते है जनता तक सरकार द्वारा प्रदत सुविधाएं भी नही पहुंच पा रही है ,सडक ,पानी बिजली व सुरक्षा आदि अन्य मूलभूत सुविधाएं समय से पहुचनी चाहिए
इस वीडियो को वायरल करो न्याय मांग रही महिला और कलेक्टर धमकी दे रहा की देख लूंगा और कार्यवाही की धमकी दे रहा कलेक्टर आम आदमी के साथ इनके क्या बोल होंगे साहसी महिला यदि किसी ने मुफ्त में काम किया उसके घर परिवार पर क्या गुजरे उसका दर्द सब्र टूटने पर यदि सुसाइड कर लिया उसने तो सम्पूर्ण प्रशासन जिम्मेदार इतने दिन क्यों वेतन नही दिया
घर चलाने के लिए ये महिलाये 15000 मे पढ़ा रही है और ऊपर से इनको 10 महीने का बेतन nahi मिला. इनका घर कैसे चलता होगा कलेक्टर साहेब को ये बात समझना चहिए. और सबसे पहले इन महिलाओ को इनका पैसा दिलवाना चाहिए. ये गुस्सा नहीं है इन महिलाओ का दर्द है जो गुस्से के रूप मे बाहर निकल रहा है ये महिला अंदर से कितनी दुखी है इसकी बातो से पता चलता है
टीचर ने एकदम सही किया. अस्थायी रूप से काम करते हुए दस महीने तक सैलरी ना मिलने पर घर परिवार की क्या स्थिति होती है, ये अधिकारी अच्छी तरह जानते हैं. इनकी सैलरी नही रोकी जाती है इसलिए ये ऐसी भाषा बोल रहे हैं. प्राचार्य की जिम्मेदारी बनती है. उसे नोटिस भेजो.
पूरे देश में प्रशासन के अधिकारीयों और कर्मचारियों में मानवता, प्रेम और दया जैसी भावनाओं का अंत हो गया है, केवल भ्रष्टाचार करके कितना अपने घर को भर सकते हैं इसी पर सभी का ध्यान है
मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षकों की भी यही स्थिती है उन्हें भी 6-6 माह तक वेतन नहीं मिलता । मध्यप्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर कोई नेता ध्यान नहीं देता सभी धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं
सबको लोग उस टीचर को शेरनी क्या क्या कह रहे लेकिन वो सिस्टम से लड़ सकती है क्या बल्कि उसको नौकरी से निकाल भी दिया होगा बिना वेतन दिए उस पर केस भी दर्ज हो चुका होगा।
बिल्कुल सही किया मैडम जी ने। ऐसे अधिकारियों से ऐसे ही पेश आने चाहिए। अतिथि शिक्षकों को 10 माह से वेतन नहीं मिला और कलेक्टर साहब के पास आवेदन लेकर गए तो पढ़े भी नहीं। मैडम जी बहुत बढ़िया किया।
Collector has shown inhuman behaviour and he has not respected a LADY and Teacher (in Video it's clear that he is telling a Female Old teacher "ISKO-ISKO" Karke bol rahe hai, Teacher(Madam) ne bilkul thik kahaa Wah UPAR WALE SEEE BHI APNE KO BADAAA MAANANE LAGA hai as per Teacher, Wah bhul gaye hai ki yaha tak wah bhi kisi teacher k Padaane k baad hi Pahuche hai, BHAGWAN UNKO SADBUDHI DEE KI UNKI PARESAANI KO EAH SAMJHE
Sahi kiya mahila n ,collector IAS banne k baad bhool jata hai ki wo bhi ek normal family s aya hai . Teacher ko agar aise pareshani hogi toh accha teacher kabhi nahi ayga.
और अच्छे दिन आयेंगे अभी जब जनता अपने मुद्दों पर वोट ही नहीं करती तो उनकी सुनेगा कौन कलेक्टर भी तो उनके ही जैसा कर्मचारी ही है जब शासन से राशन ही नहीं आयेगा तो अपनी जेब से देखा क्या थोडे दिनों बाद कलेक्टर भी ज्ञापन देने वाले हैं सबका नंबर आयेगा अच्छे दिनों में।
ऐसे कलेक्टर के दो महीने की सैलरी और सुविधा सरकार को काटनी चाहिए । मगर काम बारह महीना करना चाहिए । Coll ctor को वेतन सुविधा चाहिए , शिक्षक को नहीं । घोर लज्जा का विषय है ।
इस कलेक्टर घर में तो खाना भी फाईव स्टार होटल से आता होगा और कर्मचारियों को दस दस महीने से वेतन नसीब नहीं है !! कानून तो यह होना चाहिए कि यदि काम लिया है तो चाहे कोई भी तकनीकी व्यवधान हो वेतन समय पर जरूर मिलना चाहिए !! कर्मचारी ना केवल काम करते हैं बल्कि काम पर आने के लिए अपनी जेब से पहले खर्च करते हैं और उसके बाद उन्हें वेतन मिलता है और यदि इसके बाद भी समय पर वेतन ना मिले तो इसे कर्मचारियों कि शोषण करना ही कहा जाएगा !!
यहीं बीजेपी सरकार चुनाव के टाइम तो भगवान के नाम वोट दे देते हो अब भुगतो..... 20 सालों से मध्य प्रदेश में सरकार है लेकिन यहां कि जनता दाने दाने को मोहताज है....
अतिथि शिक्षक का गुस्सा जायज है लेकिन डीएम की भी एक अपना रिस्पेक्ट होता है गुस्सा करना था लेकिन लास्ट में कुछ शब्द गलत बोली है शिक्षिका महोदय कलेक्टर से तुझे करके शब्द का प्रयोग करके गुस्सा करना और ठीक है
Collector kitni Aram se bol rhe hai , or ab pta nhi medam teacher kabhi scl ja payegi 😢 agar collector thoda bhut bhi imandar huva to syd hi medam teacher ki nokri Bach Jaye
Govt ko aisi recruitment kisi bi state m nahi krni chahiye. Only commission bharti. Issme koi payment, koi salary ni rukti. Proper R& P rule follow hoteh
इसी प्रकार छत्तीसगढ़ में भी 11,12 मीना से शिक्षकों को वेतन नहीं दिया गया है वे जिनका रेगुलर करना चाहिए उन्हें रेगुलर भी नहीं कियाजा रहा है पंचायत विभाग गड़बड़ी हो रही है। रायपुर सहित पूरे राज्य में।
फ्री की रेवड़ी बांटना बंद होनी चाहिए। ताकि कर्मचारियों को समय जे वेतन मिल सके। कलेक्टर का पद बहुत बढ़ होता है , उस शिक्षका को शालीनता से बात रखनी चाहिए थी।
बहन ने अपनी हिम्मत दिखाई बहुत बहुत धन्यवाद बाकी लोगों को भी आगे आना चाहिए
लोगों में वो दम नहीं
Isse pata chalta hai mahila.purush se jyada takatwar hoti hai...
सही तो कह रही है सैलरी दे नही रहे हो
ओर कलेक्ट्री दिखा रहे हे
कलेक्टर को वेतन देने है क्या ?
शिक्षा अधिकारी से बात करनी चाहिए
एक कलेक्टर तो सुन नहीं रहा हे
अधिकारी को तो बेचारे 10 महीने 5से कह रहे हे
@@nirbhayshingh2572 tax payer money यानी जनता के पैसे से hi vetan मिलता hai
Aise collector saheb ko sahi kaha hai
@@nirbhayshingh2572शिक्षा अधिकारी किसके अंडर में कार्य करता है ?
अतिथि शिक्षक शेरनी का खुला चैलेंज धन्य हो मेरी बहन
❤ ऐसे कलेक्टरों को 10 महीने तक बिना सैलरी दिए काम कराकर उनका मानसिक स्थिति और सामान्य व्यवहार का आकलन करना चाहिए। 10 महीने तक फैसले नहीं लेने वाले सम्बन्धित अधिकारियों पर उचित कारवाई होने के बजाय शिक्षिका महोदया को ही निकालने की खुलेआम धमकी। जय हो डिजिटल इंडिया।
bilkul sahi
Collector ka kaam chal jayega IAS ki salary ka atithi teachers ka salary ka koi mukabla nahi bhai.
अतिथि शिक्षिका को 10 महीने में सेलरी नही मिलेगी तो दिल नही दुखेगा तो और क्या होगा, मेरे जैसा होता तो 1000 गालिया देता
@@bobby13031969 जमाखोड़ी नहीं किया होगा तो नहीं चल पायेगा।
उनके वेतन से थोडे काम रहता है। ऊपर की कमाई से सब चल जाता है कलेक्टर का।
कलेक्टर की 10महीने की वेतन रोक दी जाए तब मालूम पड़गा
Use kya fark padega ese log vetan se kya upar se kamate hai😡
कलेक्टर की 50 साल की भी वेतन रोक दो तब भी फर्क नहीं पड़ेगा ।
यहां तक की बिना वेतन के भी काम करा
लो । बल्कि उल्टा कलेक्टर सीएम को वेतन देते हैं ।
Koi fark nahi padega, lakhon commission per month aatey hain
सही कहा ,अपने आप को भगवान से भी ऊपर समझते है जनता तक सरकार द्वारा प्रदत सुविधाएं भी नही पहुंच पा रही है ,सडक ,पानी बिजली व सुरक्षा आदि अन्य मूलभूत सुविधाएं समय से पहुचनी चाहिए
@@jaydeep-singh-bundela😂ये बहुत अच्छी बात बताइ आपने 😂😂
बहन जी आपका कार्य प्रेरणादायक है
कलेक्टर की सैलरी रुक जाय उसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, खूब माल काटते हैं , नेताओ के साथ मिलकर , भ्रष्टाचार की गंगा होते हैं ये लोग
बहुत बढ़िया बहन बड़े अधिकारी को सबक सिखाने के लिए
इस महिला अतिथि शिक्षक ने बहुत अच्छा किया
सही है ,rule laya jaye:- कलेक्टर ki salary roko yadi jile me kisi employee ki salary na mile
येसे कलक्टर के चलतें ही तो देश में गरीबी छाई है
जब शिक्षक का सम्मान नहीं होगा समय पर उचित सैलरी नहीं मिलेगी तो पढ़ाएगा क्या, और पढ़ाएगा नहीं तो बेरोजगारी तो बढ़ेगी😋😋😋😋😋
बिल्कुल सही किया महिला ने
इस वीडियो को वायरल करो न्याय मांग रही महिला और कलेक्टर धमकी दे रहा की देख लूंगा और कार्यवाही की धमकी दे रहा कलेक्टर
आम आदमी के साथ इनके क्या बोल होंगे साहसी महिला यदि किसी ने मुफ्त में काम किया उसके घर परिवार पर क्या गुजरे
उसका दर्द सब्र टूटने पर यदि सुसाइड कर लिया उसने तो सम्पूर्ण प्रशासन जिम्मेदार इतने दिन क्यों वेतन नही दिया
सुसाइड करने की सलाह दे रहे हो?
अब तो बेचारी अतिथि शिक्षक को नौकरी से हटाना पड़ेगा आजकल सच्चाई का साथ कौन देता है गुलामी करो वेतन पाव दादागिरी करो घर जाओ
अतिथि शिक्षकों का यही हाल कर रखा है सरकारने
कोई भी सरकार रहे अल्प वेतन भोगी का केवल शोषण है, भारतीय जनता पार्टी में और ज्यादा
Public should stand by them and show them humanity. They are also not permanent member
Right
किस राज्य का मामला है
अतिथि शिक्षिका को न्याय मिलना चाहिए
ऐसे ही कॉलेक्टरों और अफसरों की वजह से जनता बहुत त्रस्त हो गई है
Atithi shikshak me कलेक्टर से भी जायदा ज्ञान है
Jab Gyan Hai Tabhi to master hai ladiss
Syllabus dekh le UPSC ka 😂
@@Sanjuuu888😂😂😂gadha padh ke Gyan le skta h pr rhta gadha hi h 😂😂sayad tum smjh gye hoge
@@AllRounder-oj8lu gadha padh nhi sakta officers are the future of india
And you and me dharti ka bojh
@@AllRounder-oj8lu kabhi jhel k dekho Top rank officers ki life seif bak bak
ऐसे मे सबसे ज्यादा जिम्मेदार मीडिया है क्योंकि मीडिया को मिलते हैं पैसे तो ऐसी खबर दिखाने मे पैसे नहीं मिलते नहीं और कमीशन नहीं मिलता।
लाखो पद रिक्त होने के बाद भी भर्ती न करवाना और उनकी जगह अतिथियों से कम करवाना सरकार की नाकामियों को दिखाता है ।। ।
इस कलेक्टर को बर्खास्त करो सरकार को दोगली नीति बेरोजगार पर भारी पड़ रही हैं
आम लोगों की बात सुनने का धैर्य कलेक्टर साबह में है ही नहीं।
कर्मचारी की कोई रेस्पेक्ट नहीं होती कोई भी डिपार्टमेंट मे याद रखना 😢😢
अधिकारिओ के मजे है बस 🎉🎉
बिल्कुल सही बात है
कहां गए मुफ्त के वेतन और सुविधा पाने वाले नेता उनके बारे में में सोचो
बहुत सुन्दर शिक्षक महोदया नमन है बारम्बार आप को।
MP तक से निवेदन, महिला टीचर को समय पर वेतन दिलवाओ, कलेक्टर साहब को पुछो कब वेतन मिलेगा।
ऐसे अधिकारियों को सही जवाब दिया। very good। सलाम हैं mam आपको।
Teacher right hai apni jagah per ..kisi ka dukh dekhe Bina use kuch b keh dena
सभी विभागों में लगभग छोटे कर्मचारियों की यही दयनीय स्थिति हे अतिथि शिक्षक दैनिक वेतन भोगी आउटसोर्स कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर आदि सभी की यही स्थिति है।
कलेक्टर का 10 महीने की सैलरी को अतिथि शिक्षक को देना ही न्याय है इससे कम अन्याय है ।
घर चलाने के लिए ये महिलाये 15000 मे पढ़ा रही है और ऊपर से इनको 10 महीने का बेतन nahi मिला. इनका घर कैसे चलता होगा कलेक्टर साहेब को ये बात समझना चहिए. और सबसे पहले इन महिलाओ को इनका पैसा दिलवाना चाहिए. ये गुस्सा नहीं है इन महिलाओ का दर्द है जो गुस्से के रूप मे बाहर निकल रहा है ये महिला अंदर से कितनी दुखी है इसकी बातो से पता चलता है
कलेक्टर रौब झाड़ रहा है।
नेता की जी हजूरी करता है तब बोलती बंद हो जाती है😂
दस महीने वेतन नहीं मिला। लोग कैसे जीवन यापन कर रहे होंगे इसका एहसास जिम्मेदार लोगों को होना चाहिए।
टीचर ने एकदम सही किया. अस्थायी रूप से काम करते हुए दस महीने तक सैलरी ना मिलने पर घर परिवार की क्या स्थिति होती है, ये अधिकारी अच्छी तरह जानते हैं. इनकी सैलरी नही रोकी जाती है इसलिए ये ऐसी भाषा बोल रहे हैं. प्राचार्य की जिम्मेदारी बनती है. उसे नोटिस भेजो.
पूरे देश में प्रशासन के अधिकारीयों और कर्मचारियों में मानवता, प्रेम और दया जैसी भावनाओं का अंत हो गया है, केवल भ्रष्टाचार करके कितना अपने घर को भर सकते हैं इसी पर सभी का ध्यान है
सही समीक्षा कीजिए।
Bohut badiya
मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षकों की भी यही स्थिती है उन्हें भी 6-6 माह तक वेतन नहीं मिलता । मध्यप्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर कोई नेता ध्यान नहीं देता सभी धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं
Sahi himmat dikhaya hai
सबको लोग उस टीचर को शेरनी क्या क्या कह रहे लेकिन वो सिस्टम से लड़ सकती है क्या बल्कि उसको नौकरी से निकाल भी दिया होगा बिना वेतन दिए उस पर केस भी दर्ज हो चुका होगा।
अरे ये बड़े अफसर काम कर वा लेते हैं पर सैलरी नही देते हैं
सही हैं जब काम कर रहे हैं तो टाइम पर वेतन मिलना चाहिए
क्या हमारे अधिकारियों में अंग्रेजों से ज्यादा नवाबी है ? इसके पीछे अंग्रेजों द्वारा थोपी गई शिक्षा नीति या व्यक्ति विशेष की गलती ?
आपकी हिम्मत को सलाम
ज्यादा कुछ नहीं होगा वो शिक्षक सस्पेंड हो जाएगी
बाकी ज्यादा कुछ नहीं होगा
सही किया.... !
और बनो चौकीदार अंधभक्त, 20 साल से एमपी में बीजेपी की सरकार है, 10,13 महीने से सैलरी नहीं है
बिल्कुल सही किया मैडम जी ने। ऐसे अधिकारियों से ऐसे ही पेश आने चाहिए। अतिथि शिक्षकों को 10 माह से वेतन नहीं मिला और कलेक्टर साहब के पास आवेदन लेकर गए तो पढ़े भी नहीं। मैडम जी बहुत बढ़िया किया।
आजादी के बाद चाहे जिस पार्टी की सरकार रही हो सबकी सब असंबेदनशील रही है।
आप जैसी दीदी की हिम्मत को सलाम
Madam i salute you
Collector has shown inhuman behaviour and he has not respected a LADY and Teacher (in Video it's clear that he is telling a Female Old teacher "ISKO-ISKO" Karke bol rahe hai,
Teacher(Madam) ne bilkul thik kahaa Wah UPAR WALE SEEE BHI APNE KO BADAAA MAANANE LAGA hai as per Teacher,
Wah bhul gaye hai ki yaha tak wah bhi kisi teacher k Padaane k baad hi Pahuche hai, BHAGWAN UNKO SADBUDHI DEE KI UNKI PARESAANI KO EAH SAMJHE
Kiya yahi achche din hain,logon ko dharam ke naam pe voot miljate hain, behen ki veerta ko dil se salaam
बहुत अच्छा जवाब दिया टीचर ने👍
Sahi kiya mahila n ,collector IAS banne k baad bhool jata hai ki wo bhi ek normal family s aya hai . Teacher ko agar aise pareshani hogi toh accha teacher kabhi nahi ayga.
ये सब अंध भक्ति का नतीजा है, लोगों को ऐसी ही सरकार चाहिए थी
God bless you,Brave Betiya .
जब तक बीजेपी के कार्यक्रम में खर्चे होते रहेंगे सैलरी रुकती रहेगी
Dm sahab ka salary roko
और अच्छे दिन आयेंगे अभी जब जनता अपने मुद्दों पर वोट ही नहीं करती तो उनकी सुनेगा कौन कलेक्टर भी तो उनके ही जैसा कर्मचारी ही है जब शासन से राशन ही नहीं आयेगा तो अपनी जेब से देखा क्या थोडे दिनों बाद कलेक्टर भी ज्ञापन देने वाले हैं सबका नंबर आयेगा अच्छे दिनों में।
ऐसे कलेक्टर के दो महीने की सैलरी और सुविधा सरकार को काटनी चाहिए । मगर काम बारह महीना करना चाहिए । Coll ctor को वेतन सुविधा चाहिए , शिक्षक को नहीं । घोर लज्जा का विषय है ।
Govt. Should take action against Collector
Why he is doing his duty
इस कलेक्टर घर में तो खाना भी फाईव स्टार होटल से आता होगा और कर्मचारियों को दस दस महीने से वेतन नसीब नहीं है !! कानून तो यह होना चाहिए कि यदि काम लिया है तो चाहे कोई भी तकनीकी व्यवधान हो वेतन समय पर जरूर मिलना चाहिए !! कर्मचारी ना केवल काम करते हैं बल्कि काम पर आने के लिए अपनी जेब से पहले खर्च करते हैं और उसके बाद उन्हें वेतन मिलता है और यदि इसके बाद भी समय पर वेतन ना मिले तो इसे कर्मचारियों कि शोषण करना ही कहा जाएगा !!
बहुत अच्छा हुआ कलेक्टर के साथ
Salary time pr kyun nhi di jaati, teachers ki beadbi krte hn
यहीं बीजेपी सरकार चुनाव के टाइम तो भगवान के नाम वोट दे देते हो अब भुगतो.....
20 सालों से मध्य प्रदेश में सरकार है लेकिन यहां कि जनता दाने दाने को मोहताज है....
देशद्रोहियों को आप वोट देना अगली बार से😊😊😊
Apne bahut acha kaam kiya ye apka adhikar hai sister right 👍👍👍
Jabardast iron lady 🔥
Hamara desh badal raha hai
अतिथि शिक्षक का गुस्सा जायज है लेकिन डीएम की भी एक अपना रिस्पेक्ट होता है गुस्सा करना था लेकिन लास्ट में कुछ शब्द गलत बोली है शिक्षिका महोदय कलेक्टर से तुझे करके शब्द का प्रयोग करके गुस्सा करना और ठीक है
यह अपने आप को कलेक्टर का बाप
Collector janta se upar hai kya...naukr hi hai
Well done 👍👍 fight for justice
Collector kitni Aram se bol rhe hai , or ab pta nhi medam teacher kabhi scl ja payegi 😢 agar collector thoda bhut bhi imandar huva to syd hi medam teacher ki nokri Bach Jaye
सब पैसे खत्म कर दिये मोदी सरकार ने
ऐसे ही हमारे लाखो ज्ञापन नेता और सीएम जी रख लेते हैं
जिसे 10 महीने से वेतन नहीं मिला हो उसके परिवार का हाल क्या होगा?
कलेक्टर को ही हटा देना चाहिए।
बीजेपी वालो को बड़े बड़े उद्योग पतियों के कर्ज माफ करना आता है लेकिन जो समय पे सैलॅरी देना नहीं आता...
ऐसी सरकार को उखाड़ फेकना चाहिए..
Govt ko aisi recruitment kisi bi state m nahi krni chahiye. Only commission bharti. Issme koi payment, koi salary ni rukti. Proper R& P rule follow hoteh
Very good mam Atithi Sichak jindabad👏👏
पूरे वर्ष का वेतनबहुत होता है
Mam aapko dhanyawad🙏
Dm k khilaf karyvahi honi chahiye
इसी प्रकार छत्तीसगढ़ में भी 11,12 मीना से शिक्षकों को वेतन नहीं दिया गया है वे जिनका रेगुलर करना चाहिए उन्हें रेगुलर भी नहीं कियाजा रहा है पंचायत विभाग गड़बड़ी हो रही है। रायपुर सहित पूरे राज्य में।
ये कलेक्टर के खिलाफ FIR दर्ज करो।
यह कलेक्टर साहब को सस्पेंड किया जाऐ
Bahan ne apni himmat dikhai iske liye dhanyvad
भ्रष्टाचारी है, जब तक बीजेपी है तब तक सब मुमकिन है
9नं जाब चेहरे मे छापेगा तो होस में जाएगा कलक्टर का
बिलकुल ही सही बोला है 👍
Very good दीदी
इसमें डीएम नही सरकार दोषी है सबसे ज्यादा पढ़ाई यही करते सरकारी स्कूल इनके ही भरोसे है 60हजार वाले तो कभी टाइम पर नही आते
बीजेपी को वोट दो ओर अपनी परेशानी खुद पैदा करो
Sahi kaha madam ji ne.mast wow
फ्री की रेवड़ी बांटना बंद होनी चाहिए।
ताकि कर्मचारियों को समय जे वेतन मिल सके।
कलेक्टर का पद बहुत बढ़ होता है , उस शिक्षका को शालीनता से बात रखनी चाहिए थी।
कलेक्टर को निरंतर समय पर वेतन मिलता रहता है अतः कलेक्टर को बातें करनी आ रहीं हैं। शिक्षकों को कांग्रेस को वोट देना चाहिए था भाजपा को हराना चाहिए था।
Mahila shikshak ki himmat ko salam
Very Good Teacher .
Great Techer ❤🎉🎉
Behan ki himmat ko salaam
बहुत बहुत धन्यवाद बहिनों, सिस्टम को समझना चाहिए,10माह से वेतनन मिले तो क्या मानसिकता होगी।
Very good teacher ji ,collector ko barkhasat kare
Absolutely right women❤❤❤❤❤❤❤❤ jabaab dena sahi hai
Great Teacher 👍