बिना माइक्रोस्कोप के उपयोग के बिना निमेटोड का पता लगाना मुश्किल है अगर आपके क्षेत्र में किसी कंपनी के द्वारा माइक्रोस्कोप का उपयोग कर निमेटोड की जांच की जा रही है तो उसका उपयोग करें अन्यथा आपने अगर कीटनाशक दवाइयां के उपयोग के बाद आपको उचित परिणाम प्राप्त नहीं हो पा रहे हैं तो अपने खेत के सबसे प्रभावित क्षेत्र में वेलम प्राइम दवाई का उपयोग कर देखें अगर आपको अच्छे परिणाम प्राप्त हो तो ही पूरे खेत में इसका उपयोग करें यह दवाई केवल निमेटोड की समस्या होने पर ही आपको परिणाम देगी अंतिम निर्णय आप स्वयं अपने विवेक से करें
अगर आपको उपयोग की गई दवाई से कोई भी परिणाम प्राप्त नहीं हो पा रहे हैं तो आप अपना जो सबसे प्रभावित खेत का भाग है उसमें बायर कंपनी की वेलम प्राइम 250 ml प्रति बीघा की दर से रेत में मिलाकर उड़ा दें एवं केवल इतना पानी दें कि वह पानी दवाई को जड़ तक पहुंच सके उसके बाद में आप 5 दिन के बाद उसके परिणाम देखें अगर उसमें आपको अंतर दिखाई देता है और अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं तो दवाई को पूरे क्षेत्र में उपयोग करें दवाई का उपयोग आप अपने विवेक से करें हम केवल आपको सलाह दे सकते हैं
वायरवर्म एक फंगस स्पीशीज जाति के जीव है जो की कीटनाशक दवाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखते हैं इसलिए आपको कीटनाशक दवाइयां से इसमें रिजल्ट प्राप्त नहीं होंगे आमतौर पर यह हमारी फसलों की जड़ों को नुकसान नहीं पहुंचाते है अगर इसको कार्बनिक पदार्थ उपलब्ध होते हैं तो यह पहले उन्हें खाता है और अगर कोई उपलब्ध नहीं होते हैं तभी यह जड़ों में नुकसान पहुंचाता है इसको कंट्रोल करने के लिए इसको उत्पत्ति करने वाली मक्खी को कंट्रोल करना आवश्यक है यह मक्खी नमी वाली अवस्था में अपने अंडे जड़ों के पास देती है और उससे जो दी लार्वा निकलते हैं वह लार्वा ही वायरवर्म बनते हैं अतः मक्खी का प्रकोप हमारे खेतों में ना हो इसके लिए पीला स्टिक आदि प्रयोग कर हम इसको नियंत्रित कर सकते हैं साथ ही हम अधिक पानी न देते हुए जो फसल के लिए आवश्यक पानी है इतनी ही सिंचाई करें ताकि अधिक नमी न बनी रहे अधिक नमी की अवस्था इस मक्खी को आकर्षित करने के लिए सहायक है
Jivamrat dalo dhire dhire sab bimari khatam ho jayegi med par lage podhe par kisi prakar ka khad ya dawai ham use nahi karte fir fal aa rahe Jangal me kon dekhbhal kar Raha vaha bhi fal aa raha jyada dhan ke chakkar me jahar dalkar dharti maa ko banjar bana rahe kisan
आप सही बोल रहे हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि कितने किसान लोग इसको बनाकर उपयोग कर पा रहे हैं अगर सभी किसान इस प्रकार से घर पर इसका निर्माण कर लेंगे तो इससे अच्छी दवाई नहीं हो सकती आपका सुझाव सही है पर इसे आप अपने आसपास के किसानों के बीच में प्रयोग करने के लिए उन्हें तैयार करें तभी हम इस प्रकार की बीमारी से निजात पा सकेंगे
वायर वर्म की समस्या लगभग सभी किसानों को आ रही है सामान्यतः यह जड़ों को नुकसान नहीं पहुंचाता है इसको कंट्रोल करने के लिए इसकी उत्पत्ति को समझना आवश्यक है यह एक विशेष प्रकार की मक्खी के द्वारा दिए गए अंडों से निकले लार्वा है जो की कार्बनिक पदार्थ खाते हैं अगर वह उपलब्ध नहीं होते हैं तब ही यह जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं यह मक्खी विशेष रूप से अधिक नमी वाली अवस्था में ही अंडे देती है अतः आप अपने खेत में कोशिश करें कि बहुत ज्यादा पानी का उपयोग ना करते हुए जब बहुत आवश्यक हो तब ही पानी दे आवश्यकता से अधिक पानी का उपयोग खेत में करने पर यह समस्या और बढ़ जाएगी यह एक फंगस स्पीशीज के जीव हैं इसलिए कीटनाशक दवाइयां के प्रति प्रतिरोधी हैं अतः सामान्यतः कीटनाशकों का उपयोग करने से कोई परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं मक्खी के आक्रमण को येलो स्टिक या अन्य किसी जैविक संसाधन से रोक कर ही इसकी संख्या को बढ़ाने से रोका जा सकता है
Ye bayrr ki velum praim davai he 1 n. he
7500 rs litar he praics
कहा मिलेगा ऐ दवाई
आप अपने क्षेत्र की पेस्टिसाइड की दुकान पर जाइए जहां पर बायर क्रॉप साइंस की दवाई मिल सकती है वहां पर यह दवाई उपलब्ध हो जाएगी
Kese pataa kare nimatod ka
बिना माइक्रोस्कोप के उपयोग के बिना निमेटोड का पता लगाना मुश्किल है अगर आपके क्षेत्र में किसी कंपनी के द्वारा माइक्रोस्कोप का उपयोग कर निमेटोड की जांच की जा रही है तो उसका उपयोग करें अन्यथा आपने अगर कीटनाशक दवाइयां के उपयोग के बाद आपको उचित परिणाम प्राप्त नहीं हो पा रहे हैं तो अपने खेत के सबसे प्रभावित क्षेत्र में वेलम प्राइम दवाई का उपयोग कर देखें अगर आपको अच्छे परिणाम प्राप्त हो तो ही पूरे खेत में इसका उपयोग करें यह दवाई केवल निमेटोड की समस्या होने पर ही आपको परिणाम देगी अंतिम निर्णय आप स्वयं अपने विवेक से करें
सर जी नमस्कार
हमारे यहां भी यह स्थिति हो रही है लहसुन की।
क्या करना पड़ेगा ।
दुकान वाले ने क्लोरो 50%+ कीटाजिन दवाई दी है
अगर आपको उपयोग की गई दवाई से कोई भी परिणाम प्राप्त नहीं हो पा रहे हैं तो आप अपना जो सबसे प्रभावित खेत का भाग है उसमें बायर कंपनी की वेलम प्राइम 250 ml प्रति बीघा की दर से रेत में मिलाकर उड़ा दें एवं केवल इतना पानी दें कि वह पानी दवाई को जड़ तक पहुंच सके उसके बाद में आप 5 दिन के बाद उसके परिणाम देखें अगर उसमें आपको अंतर दिखाई देता है और अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं तो दवाई को पूरे क्षेत्र में उपयोग करें
दवाई का उपयोग आप अपने विवेक से करें हम केवल आपको सलाह दे सकते हैं
Wayarvarm konsi dawai dalne se marega me sabhi tarh ki dawai dal chuka hu kisi bhi dawai se nahi mara
वायरवर्म एक फंगस स्पीशीज जाति के जीव है जो की कीटनाशक दवाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखते हैं इसलिए आपको कीटनाशक दवाइयां से इसमें रिजल्ट प्राप्त नहीं होंगे आमतौर पर यह हमारी फसलों की जड़ों को नुकसान नहीं पहुंचाते है अगर इसको कार्बनिक पदार्थ उपलब्ध होते हैं तो यह पहले उन्हें खाता है और अगर कोई उपलब्ध नहीं होते हैं तभी यह जड़ों में नुकसान पहुंचाता है इसको कंट्रोल करने के लिए इसको उत्पत्ति करने वाली मक्खी को कंट्रोल करना आवश्यक है यह मक्खी नमी वाली अवस्था में अपने अंडे जड़ों के पास देती है और उससे जो दी लार्वा निकलते हैं वह लार्वा ही वायरवर्म बनते हैं अतः मक्खी का प्रकोप हमारे खेतों में ना हो इसके लिए पीला स्टिक आदि प्रयोग कर हम इसको नियंत्रित कर सकते हैं साथ ही हम अधिक पानी न देते हुए जो फसल के लिए आवश्यक पानी है इतनी ही सिंचाई करें ताकि अधिक नमी न बनी रहे अधिक नमी की अवस्था इस मक्खी को आकर्षित करने के लिए सहायक है
Jivamrat dalo dhire dhire sab bimari khatam ho jayegi med par lage podhe par kisi prakar ka khad ya dawai ham use nahi karte fir fal aa rahe
Jangal me kon dekhbhal kar Raha vaha bhi fal aa raha jyada dhan ke chakkar me jahar dalkar dharti maa ko banjar bana rahe kisan
आप सही बोल रहे हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि कितने किसान लोग इसको बनाकर उपयोग कर पा रहे हैं अगर सभी किसान इस प्रकार से घर पर इसका निर्माण कर लेंगे तो इससे अच्छी दवाई नहीं हो सकती आपका सुझाव सही है पर इसे आप अपने आसपास के किसानों के बीच में प्रयोग करने के लिए उन्हें तैयार करें तभी हम इस प्रकार की बीमारी से निजात पा सकेंगे
Wayarvarm konsi dawai dalne se marega me sabhi tarh ki dawai dal chuka hu kisi bhi dawai se nahi mara
वायर वर्म की समस्या लगभग सभी किसानों को आ रही है सामान्यतः यह जड़ों को नुकसान नहीं पहुंचाता है इसको कंट्रोल करने के लिए इसकी उत्पत्ति को समझना आवश्यक है यह एक विशेष प्रकार की मक्खी के द्वारा दिए गए अंडों से निकले लार्वा है जो की कार्बनिक पदार्थ खाते हैं अगर वह उपलब्ध नहीं होते हैं तब ही यह जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं यह मक्खी विशेष रूप से अधिक नमी वाली अवस्था में ही अंडे देती है अतः आप अपने खेत में कोशिश करें कि बहुत ज्यादा पानी का उपयोग ना करते हुए जब बहुत आवश्यक हो तब ही पानी दे आवश्यकता से अधिक पानी का उपयोग खेत में करने पर यह समस्या और बढ़ जाएगी
यह एक फंगस स्पीशीज के जीव हैं इसलिए कीटनाशक दवाइयां के प्रति प्रतिरोधी हैं अतः सामान्यतः कीटनाशकों का उपयोग करने से कोई परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं
मक्खी के आक्रमण को येलो स्टिक या अन्य किसी जैविक संसाधन से रोक कर ही इसकी संख्या को बढ़ाने से रोका जा सकता है