कोर्ट का नमाज़ के लिए तारीख न बढ़ाने पर जस्टिस शमीम अहमद ने फटकार लगाई माफ़ी मगवाई
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 16 เม.ย. 2024
- Download APP for Judicial Classes
play.google.com/store/apps/de...
images.assettype.com/barandbe...
your contribution for
UPI--- dkdubaysir@oksbi
A/C --MMD EDUCATION AND RESEARCH FOUNDATION
A/C Number - 1347102000005906 ( current account )
ifsc code. IBKL0001347
Bank -- IDBI, Mukherjee Nagar , Delhi
Subscribe --
New youtube channel for english Medium
/ alawmagic
facebook page----
/ dkdubeysir
Twitter --
/ alawmagic
website .. www.dkdubeylaw.in or nyayaindia.com and dkdubaylaw.in
Contact for Judicial services classes BY D.K.DUBEY AT magicoflaw@gmail.com, dkdubaysir@gmail.com, or at D K DUBEY'S LAW JUDICIAL Classes , DELHI 09, Whataap (For Judicial exam enquiry only at 9336207092 )
मुसलमान किसी भी पद पर चले जाएं पर दिखाएंगे अपनी औकात। चाहे उप राष्ट्रपति हों या सुप्रीम कोर्ट के जज।
बिल्कुल सही, इनकी मानसिकता बदलनी चाहिए।
@@vinodkumarsharma2402 to fir kuran bdlo....tb possible he...
True
इनके लिए धर्म ऊपर है
sahi khaa 👍 inke khun mai hi khrabii hai
अब हाई कोर्ट की एक डबल जज बेंच को शमीम अहमद को तलब करना चाहिए। सम्पूर्ण तंत्र का सड़ांध वाला हिस्सा न्यायतंत्र ही है, इसमें सुधार आवश्यक है।😊
कितनी अच्छी बात कही है भाई ने sadandh वाला हिस्सा सच बोल रहे हो
This should be decided by CONSTITUTION BENCH OF HIGHEST COURT of the land ..
Voh gadhe ko pata nahi ki hindustan myslim Country nahi. Saap ko kitna bhi dudh pilao voh kat ta hi hey. Aur kutte ko koi bhi uniform oehnao voh bhonkta hi hey
इसके पहले कि ऐसे sadiyal लोग संस्था को गंदे कर दे इसे हटा देना चाहिए. ये अपने असली रंग दिखा ही देते हैं.
जज हो या पंचरवाला,संकीर्ण मानसिकता से मुक्त नहीं होते।इस मामले को सुप्रीम कोर्ट रेफर कर देना चाहिए।
ऐसे जज जो अपने धर्म के लोगों के पक्षधर हैं, उन्हें कभी भी जज नहीं बनना चाहिए और जो भी जज ऐसा निर्णय केवल इस आधार पर करते, उन्हें तुरंत बर्खास्त करने के साथ ही मुकदमा चलाया जाना चाहिए। ताकि आगे से कोई भी जज इस प्रकार निर्णय ना करें, अन्यथा ऐसे जजों के कारण देश में जजों के साथ साथ न्यायिक प्रक्रिया पर लोगों का विश्वास उठ जाएगा।जय हिन्द, जय भारत।
यहां आप धर्म /पंथ की बात कर रहे हैं
भविष्य गामी प्रभाव जातीय और क्षेत्रीय भाषाई आरक्षण के भी आएंगे इंतजार करें और तैयार रहें
किसी भी मुसलमान को जज का सम्मानित पद नहीं देना चाहिए।
जय श्री राम।
यही तो कोलेजियम की देन है इसलिए ये कोलेजियम नहीं हटाना चाहते
UPSC IAS exam Urdu Language,,,,,😡😡😡
को घुसेड़ दिया है,,,,,
पेपर सेट कर ने वाले 🤑
पेपर लिखने वाले,,,🤑
पेपर चेक कर ने वाले,,,,🤑
muslim ko na to army na judiciary aur na hi medical mein bheja jaa sakta hai ye log main muslim hote hain sabko muslim aur non muslim ki nazar se dekhte hain😂….
By this logic Muslim surgeon will leave surgery for offering Namaj.
CJI should take cognizance and intervened
अब शुक्र वार को साप्ताहिक अवकाश कर दिया जाए। इन पर लगाम लगाना अनिवार्य है।
मोदी जी को लाना है।
कोर्ट की वार्षिक अवकाश भी रमज़नोंमें हुआ करेंगे .. .....औ
Umeed bhi sirf modi ji se hai
Par kuch nahi hoga ye muslim bahot shatir hote hain
इस निर्णय के विरुद्ध माननीय उच्चतम न्यायालय में रिट पेटिशन दाखिल होनी चाहिए।
न्यायालयों के नाम पर चल रहे सेक्युलर वक्फ़ कोठों को "माननीय" कहना बंद कीजिए। इन कोठों में अधिकांश मियांलार्ड कम्युनिस्ट, नक्सली, जिहादी मानसिकता से ग्रस्त हैं।
वहां भी ऐसे ही लोंग बैठे हैं। पूरी प्रणाली परिवर्तित करनी होनी चाहिये।
is judge ko jail main dalo,ye yahan par aatank faila raha hai.
sc ne swatah sangyan kyon nahi liya.
जजों को हटाने कि प्रक्रिया का सरलीकरण होना चाहिए
शमीम अहमद यहां रंगदारी कर रहा है, इसे नजरंदाज नहीं किया जा सकता।
ऐसे फंडामेंटल राइट के कारण मुझे डेमोक्रेसी ही नही चाहिए इस देश मे।
In the name of democracy these butcherss been playing 🥵
अभी तो उच्च न्यायालय के जस्टिस हैं,कहीं खुदा न खास्ते सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति बन गये तो देश में अपना Particular religion ही लागू कर देंगे।
Already been yesterday one mutrma charge BABA RAMDEV-BALKRISHNA
बाबा रामदेव के केस में जस्टिस एके यही तो कर रहा है कि फाड़ कर रख दूंगा। क्या यह उचित है। जय श्री राम 😮
जेहादी judge को योगी जी sarkar को देखना चाहिए और हाई कोर्ट या SC मे chailenge करना चाहिए
Court ke judges hi agar kanoon se upar dharm ko rakhane lage to ho gaya vikas muslim community ka, ye to shiksha par bhi yahi bolenge .
यूपी सरकार को अवश्य उपर कोर्ट में अपील दाखिल करना चाहिए।
पंचर बनाने वाले जब जज बनेंगे तो ऐसे ही फैसले आऐंगें।
very excellent comments
Sahi bat
👍👍🙏🙏🙏
This is Shaikhurism 👍
Bilkul Right Bola 😅😅😂 boss
दुनिया में एक यही मजहब है जो सब जगह अपना धार्मिक एजेंडा चलाता है। और बाकि सबसे सेक्युलरिज्म की उम्मीद रखते हैं।
इन्हें पाकिस्तान भेजना चाहिए।
जज बनेंगे तो अपने हक़ की बात करेंगे बेशक देश के खिलाफ हो,शिक्षक बनेंगे तो दूसरे बच्चों को नमाज़ पढ़ाएँगे, समाज में घूमेंगे को कनवरजन करेंगे, ड्राइवर बनेंगे को ट्रेनों का एक्सीडेंट्स करेंगे। कोई काम सही होता है इनका?किसी महत्वपूर्ण पद पर बैठने लायक़ नहीं है ।
ऐसा लगता है कि अब तो न्यायाधीश के लिए भी इस्लाम संविधान से ऊपर हो गया है!
inke liye desh , sanvidhan sabse jyada upar islam aur islami umma hai…. inki kitab mein ye likha hai …. kya karein jhelna pdega enn sabko
Islam sabse upper mante hai ye log
Punchure lagane vala unpad ho ya highly educated
Oh my lord
मुसलमान पहले मुसलमान है चाहे वह किसी भी पद धर पर बैठा हो।वह आंख बंद करके अपनों का समर्थन करता है भले ही इसके लिए कानून का उल्लंघन करना पडे।
🤷♂️अल्ला इस्लाम मुसलमान🤷♂️
👉🏽 सुरे अल MU-MIMUN-मोमिन की सिफत-23-5-
وَٱلَّذِينَ هُمْ لِفُرُوجِهِمْ حَـٰفِظُونَ ٥
👉और जो अपने गुप्तांगों की रक्षा करने वाले हैं।
👉सुरे अल MU-MINUN मोमिन की सिफ़त-23-6-
إِلَّا عَلَىٰٓ أَزْوَٰجِهِمْ أَوْ مَا مَلَكَتْ أَيْمَـٰنُهُمْ فَإِنَّهُمْ غَيْرُ مَلُومِينَ ٦
👉SURAH ANFAL-8:-69-
فَكُلُوا مِمَّا غَنِمْتُمْ حَلَالًا طَيِّبًا ۚ وَاتَّقُوا اللَّهَ ۚ إِنَّ اللَّهَ غَفُورٌ رَّحِيمٌ
🤷♂️अतः जो कुछ लूट का माल-माले ग़नीमत का माल तुमने प्राप्त किया है उसे वैध-पवित्र समझकर खाओ और अल्लाह का डर रखो निश्चय ही अल्लाह बड़ा क्षमाशील अत्यन्त दयावान है।
👉SURAH ANFAL8:-41-
وَاعْلَمُوا أَنَّمَا غَنِمْتُم مِّن شَيْءٍ فَأَنَّ لِلَّهِ خُمُسَهُ وَلِلرَّسُولِ وَلِذِي الْقُرْبَىٰ وَالْيَتَامَىٰ وَالْمَسَاكِينِ وَابْنِ السَّبِيلِ إِن كُنتُمْ آمَنتُم بِاللَّهِ وَمَا أَنزَلْنَا عَلَىٰ عَبْدِنَا يَوْمَ الْفُرْقَانِ يَوْمَ الْتَقَى الْجَمْعَانِ ۗ وَاللَّهُ عَلَىٰ كُلِّ شَيْءٍ قَدِيرٌ
🤷♂️और तुम्हें मालूम हो कि जो कुछ लूट का माल ग़नीमत के रूप में तुमने प्राप्त किया है उसका पाँचवा भाग अल्लाह का,रसूल का उसके नातेदारों का अनाथों का मुहताजों और मुसाफ़िरों का है यदि तुम अल्लाह पर और उस चीज़ पर ईमान रखते हो जो हमने अपने बन्दे पर फ़ैसले के दिन उतारी जिस दिन दोनों सेनाओं में मुठभेड़ हुई और अल्लाह को हर चीज़ की पूर्ण सामर्थ्य प्राप्त है।
👉SURAH ANFAL-8:-42-
إِذْ أَنتُم بِالْعُدْوَةِ الدُّنْيَا وَهُم بِالْعُدْوَةِ الْقُصْوَىٰ وَالرَّكْبُ أَسْفَلَ مِنكُمْ ۚ وَلَوْ تَوَاعَدتُّمْ لَاخْتَلَفْتُمْ فِي الْمِيعَادِ ۙ وَلَٰكِن لِّيَقْضِيَ اللَّهُ أَمْرًا كَانَ مَفْعُولًا لِّيَهْلِكَ مَنْ هَلَكَ عَن بَيِّنَةٍ وَيَحْيَىٰ مَنْ حَيَّ عَن بَيِّنَةٍ ۗ وَإِنَّ اللَّهَ لَسَمِيعٌ عَلِيمٌ
🤷♂️याद करो जब तुम घाटी के निकटवर्ती छोर पर थे और वे घाटी के दूरस्थ छोर पर थे और क़ाफ़िला तुमसे नीचे की ओर था यदि तुम परस्पर समय निश्चित किए होते तो अनिवार्यत तुम निश्चित समय पर न पहुँचते किन्तु जो कुछ हुआ वह इसलिए कि अल्लाह उस बात का फ़ैसला कर दे जिसका पूरा होना निश्चित था, ताकि जिसे विनष्ट होना हो वह स्पष्ट प्रमाण देखकर ही विनष्ट हो और जिसे जीवित रहना हो वह स्पष्ट़ प्रमाण देखकर जीवित रहे निस्संदेह अल्लाह भली-भाँति जानता सुनता है।
👉🏽(1)-👉सुरे Al kahf-47-4-
فَإِذَا لَقِيتُمُ ٱلَّذِينَ كَفَرُوا۟ فَضَرْبَ ٱلرِّقَابِ حَتَّىٰٓ إِذَآ أَثْخَنتُمُوهُمْ فَشُدُّوا۟ ٱلْوَثَاقَ فَإِمَّا مَنًّۢا بَعْدُ وَإِمَّا فِدَآءً حَتَّىٰ تَضَعَ ٱلْحَرْبُ أَوْزَارَهَا ۚ ذَٰلِكَ وَلَوْ يَشَآءُ ٱللَّهُ لَٱنتَصَرَ مِنْهُمْ وَلَـٰكِن لِّيَبْلُوَا۟ بَعْضَكُم بِبَعْضٍۢ ۗ وَٱلَّذِينَ قُتِلُوا۟ فِى سَبِيلِ ٱللَّهِ فَلَن يُضِلَّ أَعْمَـٰلَهُمْ ٤
🤷♂️अतः-असल में जब तुम काफिरों से मिलते हो,तो गर्दनें मारते हो,यहां तक कि जब उन्हें अच्छी तरह से कातिल कर चुको, तो बाकी रह लो।फिर बाद में या तो उपकार करना है और या जजिया लेना है यही है।और यदि वो तो इस्लाम मे स्वम को परिवर्तन लें बाकी ताकि तुममें से कुछ की कुछ के साथ परीक्षा ले और जो लोग अल्लाह की राह में मारे गए तो वह उनके कर्मों को नष्ट नहीं करेगा।
(2)-👉सही अल बुख़ारी- 3032-
حَدَّثَنِي عَبْدُ اللَّهِ بْنُ مُحَمَّدٍ، حَدَّثَنَا سُفْيَانُ، عَنْ عَمْرٍو، عَنْ جَابِرٍ، عَنِ النَّبِيِّ صلى الله عليه وسلم قَالَ " مَنْ لِكَعْبِ بْنِ الأَشْرَفِ ". فَقَالَ مُحَمَّدُ بْنُ مَسْلَمَةَ أَتُحِبُّ أَنْ أَقْتُلَهُ قَالَ " نَعَمْ ". قَالَ فَأْذَنْ لِي فَأَقُولَ. قَالَ " قَدْ فَعَلْتُ ".
🤷♂️पैगंबर ने कहा,कौन का'ब बिन अशरफ को मारने के लिए तैयार है मुहम्मद बिन मसलामा ने उत्तर दिया क्या आप चाहते हैं कि मैं उसे मार डालूँ पैगम्बर ने सकारात्मक उत्तर दिया।मुहम्मद बिन मसलामा ने कहा,तो फिर मुझे वह कहने की इजाज़त दीजिए जो मुझे पसंद है।पैगंबर ने उत्तर दिया मैं तुम्हें अनुमति देता हूँ।।
सरकारी नौकरी कर रहे है तो सरकारी टाइम टेबल से चलना पड़ेगा।भारतिय कानून का पालन करना चाहिए, भारतीय संविधान तुम्हारे नमाज से नहीं चलेगा।
राज्य सरकार के सरकारी कर्मचारी भी शुक्रवार को नमाज़ पढ़ने जाते हैं,,,, और यह तो कैई वर्ष से चल रहा है,,,,
आप तो 10 मिनट नमाज पढोगे हमारी आरती 30 मिनट भी चल सकती है कोर्ट सावधान रहें
कल तो कहेंगे छुट्टी शुक्रवार की होनी चाहिए रविवार को नहीं । इनको को कहो कि तुम नौकरीयें मत करो क्योंकि तुम नमाज़ पढ़ना आवश्यक है इसलिए वही करो।
Ravivar ko koi khas bath he.
Sunday only for church prey.
समुदाय,,,,
ना अल्पसंख्यक हैं,,,
ना गरिब है,,,,,
ना भरोसा लायक़ है,,,
पीर दरगाह मजार का भारत में कोई लेना देना नहीं है कोई संबंध नहीं है मतलब समुदाय भारतीय भी नहीं है।।
Yahi to wo kahna chah raha hai
@@zakirsiddiui2140❤❤q
Inki namaj ki nautanki sab jagah chlti hai bhai
शरिया कानून चालू करने का इरादा है।दो चार मुस्लिम जज इनके जैसा और हो जायेंगे तो वह भी लागू कर देंगे।
ट्रेन में,सड़क पर नमाज पढ़ो और लोगों को परेशान करते रहो,यही इन लोगों का मकसद है।
🤷♂️अल्ला इस्लाम मुसलमान🤷♂️
👉🏽 सुरे अल MU-MIMUN-मोमिन की सिफत-23-5-
وَٱلَّذِينَ هُمْ لِفُرُوجِهِمْ حَـٰفِظُونَ ٥
👉और जो अपने गुप्तांगों की रक्षा करने वाले हैं।
👉सुरे अल MU-MINUN मोमिन की सिफ़त-23-6-
إِلَّا عَلَىٰٓ أَزْوَٰجِهِمْ أَوْ مَا مَلَكَتْ أَيْمَـٰنُهُمْ فَإِنَّهُمْ غَيْرُ مَلُومِينَ ٦
👉SURAH ANFAL-8:-69-
فَكُلُوا مِمَّا غَنِمْتُمْ حَلَالًا طَيِّبًا ۚ وَاتَّقُوا اللَّهَ ۚ إِنَّ اللَّهَ غَفُورٌ رَّحِيمٌ
🤷♂️अतः जो कुछ लूट का माल-माले ग़नीमत का माल तुमने प्राप्त किया है उसे वैध-पवित्र समझकर खाओ और अल्लाह का डर रखो निश्चय ही अल्लाह बड़ा क्षमाशील अत्यन्त दयावान है।
👉SURAH ANFAL8:-41-
وَاعْلَمُوا أَنَّمَا غَنِمْتُم مِّن شَيْءٍ فَأَنَّ لِلَّهِ خُمُسَهُ وَلِلرَّسُولِ وَلِذِي الْقُرْبَىٰ وَالْيَتَامَىٰ وَالْمَسَاكِينِ وَابْنِ السَّبِيلِ إِن كُنتُمْ آمَنتُم بِاللَّهِ وَمَا أَنزَلْنَا عَلَىٰ عَبْدِنَا يَوْمَ الْفُرْقَانِ يَوْمَ الْتَقَى الْجَمْعَانِ ۗ وَاللَّهُ عَلَىٰ كُلِّ شَيْءٍ قَدِيرٌ
🤷♂️और तुम्हें मालूम हो कि जो कुछ लूट का माल ग़नीमत के रूप में तुमने प्राप्त किया है उसका पाँचवा भाग अल्लाह का,रसूल का उसके नातेदारों का अनाथों का मुहताजों और मुसाफ़िरों का है यदि तुम अल्लाह पर और उस चीज़ पर ईमान रखते हो जो हमने अपने बन्दे पर फ़ैसले के दिन उतारी जिस दिन दोनों सेनाओं में मुठभेड़ हुई और अल्लाह को हर चीज़ की पूर्ण सामर्थ्य प्राप्त है।
👉SURAH ANFAL-8:-42-
إِذْ أَنتُم بِالْعُدْوَةِ الدُّنْيَا وَهُم بِالْعُدْوَةِ الْقُصْوَىٰ وَالرَّكْبُ أَسْفَلَ مِنكُمْ ۚ وَلَوْ تَوَاعَدتُّمْ لَاخْتَلَفْتُمْ فِي الْمِيعَادِ ۙ وَلَٰكِن لِّيَقْضِيَ اللَّهُ أَمْرًا كَانَ مَفْعُولًا لِّيَهْلِكَ مَنْ هَلَكَ عَن بَيِّنَةٍ وَيَحْيَىٰ مَنْ حَيَّ عَن بَيِّنَةٍ ۗ وَإِنَّ اللَّهَ لَسَمِيعٌ عَلِيمٌ
🤷♂️याद करो जब तुम घाटी के निकटवर्ती छोर पर थे और वे घाटी के दूरस्थ छोर पर थे और क़ाफ़िला तुमसे नीचे की ओर था यदि तुम परस्पर समय निश्चित किए होते तो अनिवार्यत तुम निश्चित समय पर न पहुँचते किन्तु जो कुछ हुआ वह इसलिए कि अल्लाह उस बात का फ़ैसला कर दे जिसका पूरा होना निश्चित था, ताकि जिसे विनष्ट होना हो वह स्पष्ट प्रमाण देखकर ही विनष्ट हो और जिसे जीवित रहना हो वह स्पष्ट़ प्रमाण देखकर जीवित रहे निस्संदेह अल्लाह भली-भाँति जानता सुनता है।
👉🏽(1)-👉सुरे Al kahf-47-4-
فَإِذَا لَقِيتُمُ ٱلَّذِينَ كَفَرُوا۟ فَضَرْبَ ٱلرِّقَابِ حَتَّىٰٓ إِذَآ أَثْخَنتُمُوهُمْ فَشُدُّوا۟ ٱلْوَثَاقَ فَإِمَّا مَنًّۢا بَعْدُ وَإِمَّا فِدَآءً حَتَّىٰ تَضَعَ ٱلْحَرْبُ أَوْزَارَهَا ۚ ذَٰلِكَ وَلَوْ يَشَآءُ ٱللَّهُ لَٱنتَصَرَ مِنْهُمْ وَلَـٰكِن لِّيَبْلُوَا۟ بَعْضَكُم بِبَعْضٍۢ ۗ وَٱلَّذِينَ قُتِلُوا۟ فِى سَبِيلِ ٱللَّهِ فَلَن يُضِلَّ أَعْمَـٰلَهُمْ ٤
🤷♂️अतः-असल में जब तुम काफिरों से मिलते हो,तो गर्दनें मारते हो,यहां तक कि जब उन्हें अच्छी तरह से कातिल कर चुको, तो बाकी रह लो।फिर बाद में या तो उपकार करना है और या जजिया लेना है यही है।और यदि वो तो इस्लाम मे स्वम को परिवर्तन लें बाकी ताकि तुममें से कुछ की कुछ के साथ परीक्षा ले और जो लोग अल्लाह की राह में मारे गए तो वह उनके कर्मों को नष्ट नहीं करेगा।
(2)-👉सही अल बुख़ारी- 3032-
حَدَّثَنِي عَبْدُ اللَّهِ بْنُ مُحَمَّدٍ، حَدَّثَنَا سُفْيَانُ، عَنْ عَمْرٍو، عَنْ جَابِرٍ، عَنِ النَّبِيِّ صلى الله عليه وسلم قَالَ " مَنْ لِكَعْبِ بْنِ الأَشْرَفِ ". فَقَالَ مُحَمَّدُ بْنُ مَسْلَمَةَ أَتُحِبُّ أَنْ أَقْتُلَهُ قَالَ " نَعَمْ ". قَالَ فَأْذَنْ لِي فَأَقُولَ. قَالَ " قَدْ فَعَلْتُ ".
🤷♂️पैगंबर ने कहा,कौन का'ब बिन अशरफ को मारने के लिए तैयार है मुहम्मद बिन मसलामा ने उत्तर दिया क्या आप चाहते हैं कि मैं उसे मार डालूँ पैगम्बर ने सकारात्मक उत्तर दिया।मुहम्मद बिन मसलामा ने कहा,तो फिर मुझे वह कहने की इजाज़त दीजिए जो मुझे पसंद है।पैगंबर ने उत्तर दिया मैं तुम्हें अनुमति देता हूँ।।
ऐसे लोगो को मुस्लिम लीग पार्टी ज्वाइन कर इलेक्शन लड़ना चाहिए।
ये जस्टिस शामिम अहमद हो या कोई और भी हो इनका मानसिकता हमेशा अपने 2/4 रुपये में ईमान बेचने वाले का हे.
ऐसे करने वाले कानून को सरिया से खिलवाड़ करने में ये जो गलती कर रहे हैं कि सारी दुनिया में इनकी खिल्ली उड़ाई जा रहा है. मगर इनका मानसिकता को क्या किया जाये,क्या धर्म से कानून का कोई तुलना सिर्फ इस्लाम में हे या और कुछ RAM JAANE
🤷♂️अल्ला इस्लाम मुसलमान🤷♂️
👉🏽 सुरे अल MU-MIMUN-मोमिन की सिफत-23-5-
وَٱلَّذِينَ هُمْ لِفُرُوجِهِمْ حَـٰفِظُونَ ٥
👉और जो अपने गुप्तांगों की रक्षा करने वाले हैं।
👉सुरे अल MU-MINUN मोमिन की सिफ़त-23-6-
إِلَّا عَلَىٰٓ أَزْوَٰجِهِمْ أَوْ مَا مَلَكَتْ أَيْمَـٰنُهُمْ فَإِنَّهُمْ غَيْرُ مَلُومِينَ ٦
👉SURAH ANFAL-8:-69-
فَكُلُوا مِمَّا غَنِمْتُمْ حَلَالًا طَيِّبًا ۚ وَاتَّقُوا اللَّهَ ۚ إِنَّ اللَّهَ غَفُورٌ رَّحِيمٌ
🤷♂️अतः जो कुछ लूट का माल-माले ग़नीमत का माल तुमने प्राप्त किया है उसे वैध-पवित्र समझकर खाओ और अल्लाह का डर रखो निश्चय ही अल्लाह बड़ा क्षमाशील अत्यन्त दयावान है।
👉SURAH ANFAL8:-41-
وَاعْلَمُوا أَنَّمَا غَنِمْتُم مِّن شَيْءٍ فَأَنَّ لِلَّهِ خُمُسَهُ وَلِلرَّسُولِ وَلِذِي الْقُرْبَىٰ وَالْيَتَامَىٰ وَالْمَسَاكِينِ وَابْنِ السَّبِيلِ إِن كُنتُمْ آمَنتُم بِاللَّهِ وَمَا أَنزَلْنَا عَلَىٰ عَبْدِنَا يَوْمَ الْفُرْقَانِ يَوْمَ الْتَقَى الْجَمْعَانِ ۗ وَاللَّهُ عَلَىٰ كُلِّ شَيْءٍ قَدِيرٌ
🤷♂️और तुम्हें मालूम हो कि जो कुछ लूट का माल ग़नीमत के रूप में तुमने प्राप्त किया है उसका पाँचवा भाग अल्लाह का,रसूल का उसके नातेदारों का अनाथों का मुहताजों और मुसाफ़िरों का है यदि तुम अल्लाह पर और उस चीज़ पर ईमान रखते हो जो हमने अपने बन्दे पर फ़ैसले के दिन उतारी जिस दिन दोनों सेनाओं में मुठभेड़ हुई और अल्लाह को हर चीज़ की पूर्ण सामर्थ्य प्राप्त है।
👉SURAH ANFAL-8:-42-
إِذْ أَنتُم بِالْعُدْوَةِ الدُّنْيَا وَهُم بِالْعُدْوَةِ الْقُصْوَىٰ وَالرَّكْبُ أَسْفَلَ مِنكُمْ ۚ وَلَوْ تَوَاعَدتُّمْ لَاخْتَلَفْتُمْ فِي الْمِيعَادِ ۙ وَلَٰكِن لِّيَقْضِيَ اللَّهُ أَمْرًا كَانَ مَفْعُولًا لِّيَهْلِكَ مَنْ هَلَكَ عَن بَيِّنَةٍ وَيَحْيَىٰ مَنْ حَيَّ عَن بَيِّنَةٍ ۗ وَإِنَّ اللَّهَ لَسَمِيعٌ عَلِيمٌ
🤷♂️याद करो जब तुम घाटी के निकटवर्ती छोर पर थे और वे घाटी के दूरस्थ छोर पर थे और क़ाफ़िला तुमसे नीचे की ओर था यदि तुम परस्पर समय निश्चित किए होते तो अनिवार्यत तुम निश्चित समय पर न पहुँचते किन्तु जो कुछ हुआ वह इसलिए कि अल्लाह उस बात का फ़ैसला कर दे जिसका पूरा होना निश्चित था, ताकि जिसे विनष्ट होना हो वह स्पष्ट प्रमाण देखकर ही विनष्ट हो और जिसे जीवित रहना हो वह स्पष्ट़ प्रमाण देखकर जीवित रहे निस्संदेह अल्लाह भली-भाँति जानता सुनता है।
👉🏽(1)-👉सुरे Al kahf-47-4-
فَإِذَا لَقِيتُمُ ٱلَّذِينَ كَفَرُوا۟ فَضَرْبَ ٱلرِّقَابِ حَتَّىٰٓ إِذَآ أَثْخَنتُمُوهُمْ فَشُدُّوا۟ ٱلْوَثَاقَ فَإِمَّا مَنًّۢا بَعْدُ وَإِمَّا فِدَآءً حَتَّىٰ تَضَعَ ٱلْحَرْبُ أَوْزَارَهَا ۚ ذَٰلِكَ وَلَوْ يَشَآءُ ٱللَّهُ لَٱنتَصَرَ مِنْهُمْ وَلَـٰكِن لِّيَبْلُوَا۟ بَعْضَكُم بِبَعْضٍۢ ۗ وَٱلَّذِينَ قُتِلُوا۟ فِى سَبِيلِ ٱللَّهِ فَلَن يُضِلَّ أَعْمَـٰلَهُمْ ٤
🤷♂️अतः-असल में जब तुम काफिरों से मिलते हो,तो गर्दनें मारते हो,यहां तक कि जब उन्हें अच्छी तरह से कातिल कर चुको, तो बाकी रह लो।फिर बाद में या तो उपकार करना है और या जजिया लेना है यही है।और यदि वो तो इस्लाम मे स्वम को परिवर्तन लें बाकी ताकि तुममें से कुछ की कुछ के साथ परीक्षा ले और जो लोग अल्लाह की राह में मारे गए तो वह उनके कर्मों को नष्ट नहीं करेगा।
(2)-👉सही अल बुख़ारी- 3032-
حَدَّثَنِي عَبْدُ اللَّهِ بْنُ مُحَمَّدٍ، حَدَّثَنَا سُفْيَانُ، عَنْ عَمْرٍو، عَنْ جَابِرٍ، عَنِ النَّبِيِّ صلى الله عليه وسلم قَالَ " مَنْ لِكَعْبِ بْنِ الأَشْرَفِ ". فَقَالَ مُحَمَّدُ بْنُ مَسْلَمَةَ أَتُحِبُّ أَنْ أَقْتُلَهُ قَالَ " نَعَمْ ". قَالَ فَأْذَنْ لِي فَأَقُولَ. قَالَ " قَدْ فَعَلْتُ ".
🤷♂️पैगंबर ने कहा,कौन का'ब बिन अशरफ को मारने के लिए तैयार है मुहम्मद बिन मसलामा ने उत्तर दिया क्या आप चाहते हैं कि मैं उसे मार डालूँ पैगम्बर ने सकारात्मक उत्तर दिया।मुहम्मद बिन मसलामा ने कहा,तो फिर मुझे वह कहने की इजाज़त दीजिए जो मुझे पसंद है।पैगंबर ने उत्तर दिया मैं तुम्हें अनुमति देता हूँ।।
यह सब चीज सुप्रीम कोर्ट को दिखाई नहीं पड़ता है सुप्रीम कोर्ट अंधा हो गया है
जज साहेब को मालूम होना चाहिए कि वे भारत की अदालत के जज हैं.. जिनको नमाज पढ़नी है घर से पढ़ कर आया करें।
क्या ये जज साहेब मंगलवार को श्री हनुमान चालीसा पढ़ने और आरती करने के लिए ब्रेक देंगे..?
आजकल सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज गुंडा गर्दी कर रहे हैं।।। मोदी सरकार इस पर कोई रिफॉर्म करे।।
ये ऑर्डर तो काम का है
हिंदू मंदिर जाने के लिए छुट्टी ले
मुस्लिम नमाज के लिए
सिख गुरुद्वारा के लिए
ईसाई चर्च के लिए
और
जज साहब को बोलो के आप बैठ के अपने स्थान विशेष को शेके
भारतीय कोर्ट की जय
इस मजहब के सारे judge चाहे वो SC के हो या HC के हो सारे एक जैसे ही होते हैं
SC के judge ने रामदेव को क्या कहा यह सब को मालूम है, ये लोग हिन्दुओं को हीन समझते हैं
Hindu isi layek hai.
@@dhirajsrivastava2622kyun isi layak hai hindu???? tum jaise hindus k karan hi ye muslim log badh chadh k rahte hain…..
ये हिन्दूओं को नहीं पूरे ग़ैरमुस्लिम को ही अपने से छोटा और नीचे समझताहै,,,,, क्युंकि इनकी क़िताब में ये ही लिखा है
उसने इसलिये कहा होगा हिंदू हिंदू के विरोध मे खडा होता है,अपना अस्तित्व खोते जा रहा है,अब काही प्रधान मंत्री मोदीजी ने हिन्दुओंको जागृत करने का पवित्र कार्य किया फिर भी कुछ पागल,मंद बुद्धी,भ्रस्ट,लालची सडे गले हिंदू समजते नही तो क्या करे ?
🤷♂️अल्ला इस्लाम मुसलमान🤷♂️
👉🏽 सुरे अल MU-MIMUN-मोमिन की सिफत-23-5-
وَٱلَّذِينَ هُمْ لِفُرُوجِهِمْ حَـٰفِظُونَ ٥
👉और जो अपने गुप्तांगों की रक्षा करने वाले हैं।
👉सुरे अल MU-MINUN मोमिन की सिफ़त-23-6-
إِلَّا عَلَىٰٓ أَزْوَٰجِهِمْ أَوْ مَا مَلَكَتْ أَيْمَـٰنُهُمْ فَإِنَّهُمْ غَيْرُ مَلُومِينَ ٦
👉SURAH ANFAL-8:-69-
فَكُلُوا مِمَّا غَنِمْتُمْ حَلَالًا طَيِّبًا ۚ وَاتَّقُوا اللَّهَ ۚ إِنَّ اللَّهَ غَفُورٌ رَّحِيمٌ
🤷♂️अतः जो कुछ लूट का माल-माले ग़नीमत का माल तुमने प्राप्त किया है उसे वैध-पवित्र समझकर खाओ और अल्लाह का डर रखो निश्चय ही अल्लाह बड़ा क्षमाशील अत्यन्त दयावान है।
👉SURAH ANFAL8:-41-
وَاعْلَمُوا أَنَّمَا غَنِمْتُم مِّن شَيْءٍ فَأَنَّ لِلَّهِ خُمُسَهُ وَلِلرَّسُولِ وَلِذِي الْقُرْبَىٰ وَالْيَتَامَىٰ وَالْمَسَاكِينِ وَابْنِ السَّبِيلِ إِن كُنتُمْ آمَنتُم بِاللَّهِ وَمَا أَنزَلْنَا عَلَىٰ عَبْدِنَا يَوْمَ الْفُرْقَانِ يَوْمَ الْتَقَى الْجَمْعَانِ ۗ وَاللَّهُ عَلَىٰ كُلِّ شَيْءٍ قَدِيرٌ
🤷♂️और तुम्हें मालूम हो कि जो कुछ लूट का माल ग़नीमत के रूप में तुमने प्राप्त किया है उसका पाँचवा भाग अल्लाह का,रसूल का उसके नातेदारों का अनाथों का मुहताजों और मुसाफ़िरों का है यदि तुम अल्लाह पर और उस चीज़ पर ईमान रखते हो जो हमने अपने बन्दे पर फ़ैसले के दिन उतारी जिस दिन दोनों सेनाओं में मुठभेड़ हुई और अल्लाह को हर चीज़ की पूर्ण सामर्थ्य प्राप्त है।
👉SURAH ANFAL-8:-42-
إِذْ أَنتُم بِالْعُدْوَةِ الدُّنْيَا وَهُم بِالْعُدْوَةِ الْقُصْوَىٰ وَالرَّكْبُ أَسْفَلَ مِنكُمْ ۚ وَلَوْ تَوَاعَدتُّمْ لَاخْتَلَفْتُمْ فِي الْمِيعَادِ ۙ وَلَٰكِن لِّيَقْضِيَ اللَّهُ أَمْرًا كَانَ مَفْعُولًا لِّيَهْلِكَ مَنْ هَلَكَ عَن بَيِّنَةٍ وَيَحْيَىٰ مَنْ حَيَّ عَن بَيِّنَةٍ ۗ وَإِنَّ اللَّهَ لَسَمِيعٌ عَلِيمٌ
🤷♂️याद करो जब तुम घाटी के निकटवर्ती छोर पर थे और वे घाटी के दूरस्थ छोर पर थे और क़ाफ़िला तुमसे नीचे की ओर था यदि तुम परस्पर समय निश्चित किए होते तो अनिवार्यत तुम निश्चित समय पर न पहुँचते किन्तु जो कुछ हुआ वह इसलिए कि अल्लाह उस बात का फ़ैसला कर दे जिसका पूरा होना निश्चित था, ताकि जिसे विनष्ट होना हो वह स्पष्ट प्रमाण देखकर ही विनष्ट हो और जिसे जीवित रहना हो वह स्पष्ट़ प्रमाण देखकर जीवित रहे निस्संदेह अल्लाह भली-भाँति जानता सुनता है।
👉🏽(1)-👉सुरे Al kahf-47-4-
فَإِذَا لَقِيتُمُ ٱلَّذِينَ كَفَرُوا۟ فَضَرْبَ ٱلرِّقَابِ حَتَّىٰٓ إِذَآ أَثْخَنتُمُوهُمْ فَشُدُّوا۟ ٱلْوَثَاقَ فَإِمَّا مَنًّۢا بَعْدُ وَإِمَّا فِدَآءً حَتَّىٰ تَضَعَ ٱلْحَرْبُ أَوْزَارَهَا ۚ ذَٰلِكَ وَلَوْ يَشَآءُ ٱللَّهُ لَٱنتَصَرَ مِنْهُمْ وَلَـٰكِن لِّيَبْلُوَا۟ بَعْضَكُم بِبَعْضٍۢ ۗ وَٱلَّذِينَ قُتِلُوا۟ فِى سَبِيلِ ٱللَّهِ فَلَن يُضِلَّ أَعْمَـٰلَهُمْ ٤
🤷♂️अतः-असल में जब तुम काफिरों से मिलते हो,तो गर्दनें मारते हो,यहां तक कि जब उन्हें अच्छी तरह से कातिल कर चुको, तो बाकी रह लो।फिर बाद में या तो उपकार करना है और या जजिया लेना है यही है।और यदि वो तो इस्लाम मे स्वम को परिवर्तन लें बाकी ताकि तुममें से कुछ की कुछ के साथ परीक्षा ले और जो लोग अल्लाह की राह में मारे गए तो वह उनके कर्मों को नष्ट नहीं करेगा।
(2)-👉सही अल बुख़ारी- 3032-
حَدَّثَنِي عَبْدُ اللَّهِ بْنُ مُحَمَّدٍ، حَدَّثَنَا سُفْيَانُ، عَنْ عَمْرٍو، عَنْ جَابِرٍ، عَنِ النَّبِيِّ صلى الله عليه وسلم قَالَ " مَنْ لِكَعْبِ بْنِ الأَشْرَفِ ". فَقَالَ مُحَمَّدُ بْنُ مَسْلَمَةَ أَتُحِبُّ أَنْ أَقْتُلَهُ قَالَ " نَعَمْ ". قَالَ فَأْذَنْ لِي فَأَقُولَ. قَالَ " قَدْ فَعَلْتُ ".
🤷♂️पैगंबर ने कहा,कौन का'ब बिन अशरफ को मारने के लिए तैयार है मुहम्मद बिन मसलामा ने उत्तर दिया क्या आप चाहते हैं कि मैं उसे मार डालूँ पैगम्बर ने सकारात्मक उत्तर दिया।मुहम्मद बिन मसलामा ने कहा,तो फिर मुझे वह कहने की इजाज़त दीजिए जो मुझे पसंद है।पैगंबर ने उत्तर दिया मैं तुम्हें अनुमति देता हूँ।।
मानवी सर्वोच्च न्यायालय को खुद संज्ञान लेकर इसमें कदम उठाना चाहिए
जज के नाम से ही पता चल जाता है कि वो किस धर्म के लोगो के हित मे फ़ैसला देगा
हमने ये भी देखा है कि शुक्रवार के दिन बैंक कर्मचारी नमाज़ पढ़ने के लिए चलाते हैं काम छोड़ कर ।
सरकारी कर्मचारी भी शुक्रवार को नमाज़ के लिए चले जाते हैं,,,
State government Servant also same type ,,,
Pahle se sar par chadaya hua hain .....
ये सारे कुकर्म इस देश में तब किये जाते हैं जब इस देश में धर्म निरपेक्षता और लोकतंत्र की बात की जाती है।
जब इनको पाकिस्तान दिया गया था ।फिर भी इनको यहाँ रखना गलत और
उससे भी ज्यादा यह गलत है ,कि इनको
न्याय आर्मी पुलिस यहाँ इनको रखना ही
नही चाहिए ।
बिल्कुल ठीक कह रहे आप
Hum majority nakara selfish darpok hinduo ne aaj tak 1 ho ke inko sikho jaise nahi bhagaya to inko kabhi humse dar hi nahi laga 😢
Jabki Pakistan bangladesh se in ne 40 percent hindu / sikho ko maar ke bhaga diya aur ab hum Pakistan me 3 percent aur bangaldesh me 9 percent se bhi kam bache hain
ये हो क्या रहा है देश में?? कोर्ट की मनमानी आखिर कब तक?? जजों की जवाबदेही कब तय होगी?? खून जलने लगता है ये सब सुनकर।
इसीलिए अबकी बार 400 पार की आवश्यकता है।
पहले ही न्यायपालिका इतनी धीमी है, अब नमाज के लिए धीमी कर लो। न्यायपालिका भारत की सबसे अकुशल प्रणाली है।
क्लास 1 और 2 कि नौकरी में पंचर पुत्रो को नियुक्ति बन्द करे भारत सरकार।
hmmmm ….. jaise ki pakistan mein unki samvidhan mein likha hai ki koii non muslim kisi bhi Aham post mein nahi ho sakta …. vaisa
क्लास 3,4 में भी नहीं होना चाहिए , क्लास 4 हैं जो वे चाय तक साफ नहीं पिला पाते आफिस में यार ,बड़ी गंदगी रखते है ।
Bharat me is dharm ko ban kar dena chahiye
मुस्लिम जब जज होगा तो शरीया की ही बात करेगा।मुस्लिम को जज,जैसे संवैधानिक पद पर ,अन्य महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त करना दुर्भाग्य पूर्ण है क्योकि ये लोग हिन्दुओ के साथ अन्याय ही करेंगें अपने मजहब वालो को छूट देगें,रामदेव के मामले मे स्पष्ट रूप से भेदभाव साबित हो गया है ।जय श्रीराम
तो अगले नवरात्रों में फिर हिंदू भाई पूजा अर्चना के लिए तारीख ले लें।
इन्हें ऐसे पदों पर बैठाना ही नहीं चाहिए। हिंदुओं अब कोर्ट में अपनी पूजा के लिए भी समय निकलवाओ
जस्टिस शमीम अहमद के आदेश को डिवीज़न बेंच या सुप्रीम कोर्ट में स्टेट govt द्वारा challange किया जाना चाहिए
त्रिपाठी जी को उच्च न्यायालय के सामने बोलना चाहिए था कि तू रुक मैं दोपहर की दिया बत्ती करके आता हूं।
इस पंचर वाले के फैसले से हिंदुओं को सीखने की जरूरत है। देखो, एक पंचर छाप किस तरह फेवर में आर्डर करता है। जय श्रीराम
हरियाणा के चरखी दादरी न्यायालय में फकरुद्दीन,,,,,
लाख टके की बात ❤️🚩
ऐसे जजों को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए।
यह एक गंभीर समस्या की ओर संकेत है। इसे ४००के पार पहुंचतेही अग्रीम प्राधान्यता से सुलझाना होगा। इसके लिए मैं सुझाव दुंगा की हाईकोर्ट तथा सर्वोच्च न्यायालय के अभिवक्ता एक हजार की संख्या में, राष्ट्रपति को पत्र लिखें। किसी एक न्यायालय को असिमित मात्रा में अधिकार देना उचित है या नहीं इसपर विचार हो।
एक देश एक क़ानून की आवश्यकता हे मुसलमान कैसे भी करके खुद को सुपर साबित करना चाहता हे
इस तरह के लोगों की सोच सरिया वाली है ओ चाहे जज बने और चाहे कितने भी बड़े जिम्मेदारी के पद पर हो लेकिन इनके सोच और कृत्य देख कर ऐसा लगता है कि इस धर्म निर्पेक्ष बनाना इस देश का दुर्भाग्य ही था जब देश का बटवारा धर्म के आधार पर हुआ जिसमें एक हिस्सा पकिस्तान इस्लामिक तो हिन्दुस्तान को हिंदू राष्ट्र क्यों नहीं।
भारत में कुछ लोगों क्या मस्त आजादी मिली हुई है l
इनको जज बन आईपीएस बना दो कोई भी पद दे दो पर इन गद्दारों का मानसिकता नही बदलेगी और ये सब हिन्दू नेताओ को जजों को देखना चाहिए और समझना चाहिए और अभी नही रोक तो आगे क्या होगा सबको पता है
ये तो मुस्लिम वकील की बीच में नमाज अदा करने जाने की बात है कई जगह जज है जो कुर्सी छोड़ कर बीच में ही नमाज अदा करने चले जाते हैं उन पर भी कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए जिससे पब्लिक परेशान होती है। वकालत के नियमों में सुधार होना चाहिए 😮😮😮
क्या सारे मियालारड एक जैसे ही नहीं होते हैं।
एक और मियालारड बाबा रामदेव जी को बार बार-बार जलील और अपमानित कर रहे हैं
किसी को तो माननीय सुप्रीम कोर्ट के सामने जाना चाहिए ।इस जज ने तो मुस्लिम की नज़र से देखा और निर्णय किया ।
अब जब मुस्लिम/ इस्लामिक जज बनाये जायैगे तो फिर ऐसे जजमेंट के लिए तैयार रहना होगा।
ऑल इंडिया का जज हिन्दू ही होना सहिये
समान नागरिक कानून,,,,
UCC Impose Article 35 A in India only for Muslim Community Same type as in Kashmir
सम्बद्ध न्यायाधीश, पूर्वाग्रह से ग्रसित है।
कल सुप्रीम कोर्ट के वकील भी नमाज़ पढ़ने चले जाएंगे और जज साहब बैठ कर प्रतीक्षा करेंगे.
दूवे सर इसका फैसला होना ही चाहिए कि क्या यह मूल अधिकार के हनन का मामला है या नहीं।
इस केस को आधार बनाकर देश में और भी कई जगह इस तरह की मांग उठेगी। योगी बाबा की सरकार को इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में जाकर इस तरह के जजों को सजा दिलानी चाहिए।
मा० उच्च न्यायालय के जस्टिस के आदेश में चूक के विरुद्ध आपका सुझाव पूर्णतः उचित है
हिंदुओं जातियों से बाहर निकल आया एक साथ मिल कर रहे हैं और हिंदू धर्म सनातन धर्म और देश की रक्षा करने वाली पार्टी बीजेपी और मोदी सरकार को वोट देना होगा
स्टेट को आगे अपील करना अति आवश्यक है।
दुबे जी राम राम,इसी तरह से देश के कानुन को मजबूर करके अपना शरिया कानुन को इण्डियन पिनल कोड में डाल देगे और आपना कानुन चलायेंगे ये आक्रांता ओं की एक चाल है जल्द से जल्द समझ जाओ वर्ना बहूत देर हो चुकी होगी और फिर चोर पलायनम किम सावधानं येसी आवस्था देश के कानुन की होगी ।जय हिंद जय भारत अखण्ड हिन्दू स्थान।
हाई कोर्ट के जजों की नियुक्ति भी प्रतियोगी परीक्षा से की जाए
खून का असर है कि केवल एक ही पक्ष के धर्म को विशेष कानूनन छूट वाजिब है?
न्यायधीश भी केवल एक धर्म के लिए न्याय की कलम का इस्तेमाल कर चुके हैं!
केवल मुस्लिम समुदाय ही है तथा अन्य किसी और के लिए नहीं!
जय हिंद॥
प्रशांत भूषण जैसे लोग होने चाहिए जो ऐसे जजों को अपने ठेंगे पर रखते हों।
प्रशांत भूषण की मानसिकता हिन्दू विरोध के अतिरिक्त उस मुस्लिम जज से भी बदतर है ! उससे तो कोई हिन्दू उम्मीद ही न करें | उसके नाम से ही चिढ होती है |
दुबे जी, हमारा देश अनेकता में एकता वाला देश है और देश में सर्वधर्म समभाव है लेकिन इस तरह से एक मुस्लिम न्यायाधीश द्वारा इस तरह के आदेश दिया वो भी नमाज के लिए फिर इस जज साहब को शुक्रवार की सार्वजनिक छुट्टी घोषित करवा लेगा जो की ठीक नहीं है?
जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम
इनके लिए देश और कार्य जाए भाड़ में ,सब जगह इस्लाम ,मुस्लिम ,नमाज ।।
ये कभी भी न देश के न कानून के प्रति वफादार हो सकते हैं यह देश ने १९६५ के समय भारत-पाक युद्ध के समय व देश के उप-राष्ट्रपति के इनके व्यवहार में देख चुके हैं ।
कानून संविधान के हिसाब से चलेगा न की मन्दिर या मस्जिद के हिसाब ऐसे जजों को यह पद मिलना ही नहीं चाहिए.
वाह , हिंदुओ को सोमवार को शिवजी की पूजा, मंगल को हनुमान जी, बुध को बुध देवता बृहस्पत को गुरु पूजा , शुक्र को संतोषी माँ , शनि को शनि देव की पूजा के लिए अगली तिथि दी जानी चाहिए यदि कोई बची हो। रविवार को भी सूर्यदेव की पूजा होती है अतः इस दिन भी कोर्ट न खोला जाय।
ऐसे आदेश के विरुद्ध उच्चतम न्यायालय याचिका डालनी चाहिए लेकिन सुप्रीम कोर्ट इस प्रकरण पर स्वतः संज्ञान क्यों नहीं ले रही है यह भी बहुत चिंता का विषय बन गया है। क्योंकि स्पेल जज साहब हिंदू धर्म से उनके खिलाफ़ इस तरह का उच्च न्यायालय का व्यौहार बिल्कुल सही नहीं लग रहा है। ऐसे ही जाति और धर्म के आधार पर न्यायिक कार्य वाही की बात जन मानस में जानें से देश में सांप्रदायिकता विरोधी गति बिधि को बढ़ावा देने का कर सकती हैं।
यह हमारा देश धीरे धीरे शरिया लागू करने की दिशा में चल पड़ा है।
हम सनातनी के तो सातों दिन भगवान के होते हैं इसलिए हमें तो पूरे हफ्ते ड्यूटी टाइम पर भगवान की पूजा अर्चना करने की इजाजत और वह भी 2 घंटे और फिर दूसरी बात यह है कि हमें मंगलवार को छुट्टी चाहिए हमको रविवार की छुट्टी मंजूर नहीं है
ये अधीनस्थ न्यायिक सेवा को ग़ुलाम समझते हैं। बेशर्मी देखिए, पक्षपात ख़ुद कर रहे हैं न्यायमूर्ति जी और आरोप है जिला न्यायालय के जज साहब पर ! क्या देश में शरीअत का कानून समझ लिया है !
इस मैटर को केंद्र सरकार गंभीरता से ले ।🙏
देश में शरिया कानून लागू करा के मानेंगे।
इनको अलग देश दिया जा चुका है यहां संविधान के अनुसार जैसे सब चलते है चलना चाहिए।
कोर्ट में जानबूझकर मुस्लिम जज के बेंच में पिटीसन डाली गई हैं..
कुछ दिनों बाद देरी हुई तो मुस्लिम कितनी मनमानी करेंगे..कॉंग्रेसतुष्टीकरण का.असर व्याख्या ज़रूरी
हैरान हूंकैसे ईतने ऊचे स्थान पर पहुंच गए, ये तो अनपढ जैसी हरकत है बर्खास्त कर बाहर निकाल देना चाहिए।
जय श्रीराम
इन जज महोदय को आगे प्रमोशन न दी जाए और दो धर्मों के बीच वाले मुकदमे इन्हें न दी जाए क्योंकि ये निष्पक्ष न्याय भी नहीं दे पाएंगे
अभी तक तो अन्य सरकारी विभागों में पद पर बैठे शांतिदूत अपने तरीके से इस्लाम के लिए काम करते रहते हैं लेकिन अब यह रोग न्यायालय में भी आ गया है।
सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूल, कालेजों, अस्पताल आदि में नमाज पढ़ने की सुविधा तुरंत समाप्त कर देना चाहिए।राज्यो को भी इस आदेश का पालन अनिवार्य होना चाहिए ममता बनर्जी की विद्रोही भाषा का उपयोग करने देशद्रोह के आरोप में बर्खास्त कर देना चाहिये।
लोको पायलट ट्रेन चलाएगा या नमाज पढ़ेगा 😅 टैक्सी चलाने वाले टैक्सी चलाएंगे या नमाज पढ़ेंगे😂
न्यायाधीश शमीम जज के लायक नहीं है और भेदभाव कर रहा है। उसके उपर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए
Is matter ko Supreme Court ko dekhna chahiye.
वोटिंग के दिन को सोता रहेगा इनकी पीढ़ी का नसीब सो जाएगा। आज नौकरी करते है , मजे करते है , पर सोचे ,यह सब शाश्वत नहीं है। अपने बच्चे का सोचो और उन्हें अच्छा भारत मिले इस के लिए सब काम छोड़ वोट दें और दूसरों को भी वोट देने के लिए समजायें। बहुत धन्यवाद
लिखित माफी मांगने पर भी जज साहब बाबा रामदेव और बालकृष्ण को अधिकतम सजा सुना सकते हैं बखिया उधेड़ने का आदेश तो सरिया कानून में है ? जज की कुर्सी पर बैठे प्रजातंत्र के भगवान सुप्रीम दण्डाधिकारी को प्रशांत भूषण बकील ने एक रूपए का जुर्माना देकर औकात बताई थी।
Jo darata hai wahi marata hai. Ashant Pradushan ka Supreme Court kuchh nahi ukhad paya.
किसी भी सार्वजनिक स्थानों पर जमाज पढ़ने पर रोक लगनी चाहिए
इस मुकदमे में सरकार को तत्काल अपील करनी चाहिए
आप सही हैं , जैसा आप कह रहे हैं ऐसा ही होना अति आवश्यक है ,
धार्मिक स्वायत्तता को सरकारी काम में बाधा पहुंचाने वाला अधिकार नहीं माना जा सकता।लोकतंत्र यदि सबसे ज्यादा कमजोर कहीं है तो न्यायतंत्र में ।
ये फैसला नहीं उन्मादी एजेंडा है। उन्माद जब ज्ञान पर हावी हो तो बहुत नुक्सान होता है!?
मुस्लिम हर जगह अपनी धार्मिक दादागिरी दिखाते हैं जबतक हम एक एलटीटीई जैसा संगठन नही बनाएंगे तब तक अपने देश में ये कट्टर सोच वाले दादागिरी दिखाते रहेंगे।
Eske bina samaj me nahi auega 😠👍💪🚩
मुस्लिम से Realeted case मुस्लिम जजों को न दिया जाये।
आगे आगे देखो क्या होता है, मुस्लिम जज यहाँ शरिया कानून लागू करबाए गे.
धन्यवाद आप सब का जिन्हे यह कमैंट्स अच्छा लगा, सनातनी बंट चुका है, बह एक जुट हैं, हिंदू उन को वोट देते हैं, जो सनातन का समूल नाश करना
चाहते हैं.
राष्ट्र वादी वकीलों को ऐसे शान्तिप्रिय जजों के सामने बहस के समय आरती,उपवास खोलने आदि धार्मिक अवसरों पर जाने के लिये निवेदन करना चाहिए तभी इनको फण्डामेंटल राईट का अर्थ समझ आयेगा।
पहले तो ऐसे व्यक्ति को जज के पद से हटाया जाना चाहिए
क्या कल से हमारे हिंदू जज और वकील कोर्ट में हवन और आरती कर सकते हैं?
भगवा कोट पहने तो चलेगा न? काले कोट ब्रिटिश शासन के दौरान लाए गए थे।
देशका सबसे ज्यादा समय और धन ईन शांतिदूतो के कारन बरबाद होता है। मे पूरे विश्वास के साथ कहेता हू अगर शांतिदूत नहीं होते तो देशमे एकभी गरीब नही होता।
यह सही है। ये शांतिदूत न होते तो फेमिली प्लानिंग कानून 50 साल पहले लागू हो गया होता और आज देश की आबादी 100 करोड़ से ज्यादा नही होती ।
अब सुप्रीम कोर्ट इस आदेश का संज्ञान लेकर कारवाई करेगे क्या और गलत आदेश देने वाले जज पर भी कारवाई होनी चाहिए सेक्युलर देश मे ये क्या चल रहा है इस केस का हवाला दे कर तो अब तो अब ऐसे बहाने बनाके बारंबार तारीख मांगी जायेगी माननीय मुख्य न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट महोदय को इस पर एक आदेश देना चाहिए
ऐसा डिसीजन देने वाला जज़ दिमागी तौर पर विशीप्त है उसे पद से हटा देना चाहिए
इसको डबल बेंच में चुनौती दिया जाना चाहिए।