ब्रह्म जीव और माया में क्या भेद है ? /

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  • เผยแพร่เมื่อ 31 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น • 9

  • @prssd72
    @prssd72 6 วันที่ผ่านมา +1

    🙏🌺मात श्री नर्मदे हर 🌺🙏

  • @जयसतगुरुदेव
    @जयसतगुरुदेव 6 วันที่ผ่านมา +1

    🙏🙏❤️Maat Narmday har Guruji koti koti parnaam dhanyawaad karti hu. ♥️ 🙏🙏💯✔️✔️👌👌 Bahut badhiya satsang ❤️🙏🙏

  • @abhilashshukla980
    @abhilashshukla980 4 วันที่ผ่านมา

    माते नर्मदे हर, गुरुदेव महाराज जी को कोटि कोटि नमन।

  • @CharansinghGrewal
    @CharansinghGrewal 5 วันที่ผ่านมา

    Excellent thanks God and you listening to you

  • @zdayaramyadav
    @zdayaramyadav 5 วันที่ผ่านมา

    माया ईस न आप कहुँ जान कही सो जीव।
    बंध मोक्ष प्रद सर्व पर माया प्रेरक सीव।
    माया ईस का उच्चारण जान के द्वारा ही होता है।
    आत्मा बंधनों से मुक्त है।शिव को प्रेरित करने वाला आत्मा ही था।
    आत्मा प्राण पाँवर नहीं तो सब शून्य।

  • @zdayaramyadav
    @zdayaramyadav 5 วันที่ผ่านมา

    को अस जीव जंतु जग माही।
    जेहि रघुनाथ प्राण प्रिय नाहीं।
    कौन संसार का ऐसा प्राणी है जिसको प्राण आत्मा स्वांस यह द्रव प्रिय नहीं है।
    जिसको लोग रघुनाथ राम भगवान कहते हैं ।उनको प्राण प्रिय नहीं था।

  • @user-personal-plz
    @user-personal-plz 5 วันที่ผ่านมา

    Ichha ka matlab appse paya. Pranam gharuji

  • @zdayaramyadav
    @zdayaramyadav 5 วันที่ผ่านมา

    जानब तै सबही कर भेदा ।
    जान बताई सब का भेद।
    जान आत्मा के द्वारा भटक रहा है जीव प्राणी।
    प्रश्न उत्तर कब तक चलेगा।जब तक आत्मा प्राण पाँवर है।

  • @user-personal-plz
    @user-personal-plz 5 วันที่ผ่านมา

    Puri jindagi sarir ko jiva se Allag kyo rakhna hai.