श्रीमद् भागवत महापुराण अंतर्गत राजा मान्धाता की कथा

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  • เผยแพร่เมื่อ 6 ก.พ. 2025
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    राजा मांधाता, इक्ष्वाकु वंश के राजा युवनाश्व और गौरी के पुत्र थे. वे श्रीराम के पूर्वज थे. मान्धाता एक पराक्रमी और चक्रवर्ती राजा थे. उन्होंने धर्म के बल पर तीनों लोकों पर राज किया था.
    राजा मांधाता से जुड़ी कुछ खास बातें:
    मान्धाता का जन्म उनके पिता के गर्भ से हुआ था.
    देवराज इंद्र ने उन्हें मान्धाता नाम दिया था.
    मान्धाता ने कई यज्ञ कराए और भगवान की आराधना
    मान्धाता को 'त्रसदस्यु' भी कहा जाता था.
    मान्धाता की पत्नी का नाम बिन्दुमती था.
    मान्धाता को 'त्रसदस्यु' भी कहा जाता था.
    मान्धाता की पत्नी का नाम बिन्दुमती था.
    मान्धाता के तीन बेटे थे - मुचकुन्द, अम्बरीष और पुरुकुत्स.

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