दोघेही शिवराज व महिंद्र जबरदस्त पहेलवान महाराष्ट्राची शान आहेत झाले समाधान काही असन्तुष्ट लोकांचे जे महाराष्ट्र केसरी उप महाराष्ट्र केसरी वर विनाकारण वाद घालत होते महेंद्र बाहुबली
इन पहलवान जी की भरतपुर राजस्थान के दंगल में जरूरत है यहां अच्छे अच्छे पहलवान आते है और कुस्ती का कोई रिजल्ट नही निकाल कर नही देते है यहां पर प्रत्येक वर्ष होली के दिन से ही लगभग 20 दिन तक बड़े और अच्छे कुश्ती दंगल होते हैं कृपया महेंद्र पहलवान , सिकंदर शेख, प्रीतपाल पहलवान जी भरतपुर राजस्थान में आए और अपनी इस अच्छी और महान कुश्ती का यहां प्रदर्शन करे
किरण भाऊ भगत ची अभिजीत कटके बरोबर फायनला कुस्ती आल्यावर किरण भाऊ भगत च खचिकरण करण्यात आले, गायकवाड तुमचे वस्ताद राजकारणी आहेत कवा वर पण काडतेल तर कवा खाली पण घालवतेल गुरू हा माझा पाठीराखा
बंदर-देवता बजरंगबली? बंदर बैल हाथी देवता बनाते, धरमनाम परंपरा कैसे चलाते। जीव जगत दया-करुणा धरम संग्यान है, गाय वा सुअर के मन मैल और बात है।। धरम की समझ जब बोर्या होय, तो हाथी-देवता की मोरया होय। हाथी-देवता रूप में जनेऊ पूजन होय, जाने अंजाने उच-नीच समाज मन होय।। मनुष्य-पशु देवता ले पिशाच चेतना जगे, मनुष्य चेतना अवचेतन में अधो हो चले। तृष्णा संग अधो उधो जो कोई बात जगे, ध्यान-ग्यान दीप छुटे मन मैला होत चले।। राम कृष्ण नाम गढ़े बहुजन पात्र वै, उनके मुंह में वर्णाश्रम उच-नीचता वै। हरी हर शनी शंकर अल्ला पारबति, विचार उपज धरम काल दुख गति।। काली दशम महाकाल यै सब काल, देखै, भव दुख अग्यान गति काल। धन ग्यान के नाम पूजे देवी लक्ष्मी सरस्वति, सो धन व ग्यान का अवमान होत मरी मति।। धरमनाम अहं आस - कथा मान्यताएं बहुतै, धरमनाम भक्ति चमत्कार - अंधता बहुतै। धरमनाम धंधा रंजन - बहु दिखावे करै, धरमनाम बहम होत - वृथा तोष मरै।। भ्रमित होना कुदरत को मंजूर नहीं बा, अंधेरे में भी कांटे पांव कांटा चुभत बा। मन भीतर भावना-वेदनां सूं जीवन जाने, अलख संग्यान सूं बाला बोधि धरम जाने।। - योगी सूरजनाथ। 🌿 बोर्या (boryá) = distorted, corrupted, wrongly going... हाथी-देवता यह ब्राह्मणवाद की एक प्रकार से ब्राह्मण पूजने, पूजवाने की बात है। स्पष्ट है कि, गण+पति, गण+नायक, विनायक, गणेश, मंगलमूर्ती यह सब गण/जन नेता/नायकों के, सिद्ध-बुद्धादि महामानवों के नामाभिधान है, विशेषण है। गणपति = गण पति, जन नेता; गृहपति = घर में प्रमुख, आफिस में अधिकारी; गणेश = गण प्रिय, जन इश वा प्रिय; मंगेश = मंगल स्वरूपा प्रिय, (इश =प्रिय) and so on. तो यह हाथी-देवता, मनमुखी कुरूपता, कब गणपति, गणेश, मंगल हो गया? गणराज्य, गणव्यवस्था आदि यह बुद्ध-सिद्ध संग्यानी बातें हैं। मगर पंडित कचरदास बस शब्द हाइजैक कर उनपर अपना ठप्पा लगाकर चलाने में चालाक; और भगत बने वह अंधे, घने बिगूता। यह लाॅबी तो गणतंत्र विरोधी है, प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से राजतंत्र समर्थक है। विडंबना है कि, कितने स्काॅलर्स भी सहज ही गोबर दीमागी हो जाते हैं। भवतु सब्ब मंगलं! - बुद्ध।🌸 अलख संग्यान = ग्यात, the known, की जगह व मर्यादा समझकर ग्यात से मुक्तता, (भले मन भीतर विचार शृंखला चलत हो या नहीं), व यथाभूत सत दरसण, भावपवनां दरसण, यह चैतसिक शुन्यता है, सो ध्यान ग्यान सूं जीवन की बारिक व साफ समझ यह सिद्धों-बुद्धों की, धरम के सार्वजनीनता की, नेक बात वै।🌾 🔥 लक्ष्मी सरस्वति पूजन का ढोंग ~~~~~~~~~~~~~~~ धन ग्यान के नाम पूजे देवी लक्ष्मी सरस्वति। सो धन व ग्यान का अवमान होय मरी मति।। सो वर्णाश्रम (ब्राह्मणवादी) व्यवस्था के, प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष धार्मिक, राजनीतिक प्रभाव में, भले हिंदूत्व के नाम पर या जैसे भी, जन जन से धन व ग्यान के स्रोत खिंच कर उन्हें धन-पूजन जैसी बातों में उलझाने के साथ अशिक्षित व कमजोर रख चूसते रहने की अनेक चालाकियां है। मुखौटे के पिछे से, व्याधि भगाने के लिए, कौन मगज कहता है तालियां, थालियां पिटो, दिये जलाओं! समझते हो, या मनमुखी अहंतोष में मस्त है? राम, कृष्णादि गढे गये बहुजन पात्रों के मुंह में वर्णाश्रमवाद उच-नीच पिशाच धरमी सामाजिकता की बातें, अर बहुजन समाज के मन में जैसे ये अपने आदमी होने का अहंगंड। भ्रमित होना कुदरत को मंजूर नहीं। @गोरख फटकार! अत्त दीपो भव! Be a light unto yourself! - बुद्ध। मन मुंडा कै रूप न रेष, जगतगुरू मन ही मन देख। उलटैगा मन तव मन कूं गहैगा, काचपलटि कंचन होय रहैगा।। Being ascetic the mind has no form or boundary. Look for the world teacher within yourself. As the mind is reversed it grasps the mind, a glass transformed turns into and stays gold. (276) - Gorakh, Sabadi 276. 🔥 🌻🍒
Maharashtra kusticha khel ha maatitala aahe tyamule final hi matit ghetali khup chan nirnay.ase pahayala gele tar pratyek veli mat var final astey ki..
शिवराज राक्षे ला काय झाल्यावर काय सांगितले नाही अरे पैलवान दुखावला का मी कुस्ती मातीमध्ये नाही करायला पाहिजे होती मॅटवरची घ्यायला पाहिजे होती एखादा पैलवान दुखावतो म्हणजे भारी पडतं
दोघेही शिवराज व महिंद्र जबरदस्त पहेलवान महाराष्ट्राची शान आहेत झाले समाधान काही असन्तुष्ट लोकांचे जे महाराष्ट्र केसरी उप महाराष्ट्र केसरी वर विनाकारण वाद घालत होते महेंद्र बाहुबली
Sikandar barober lawaa ashi free style mag samzel khara wagh kon ahe
@@amolchandanshive6601 landyachi baju gyaychi svy lagleli he
Landyannaa aahe ka Aaplya Pailwanch gun gan
जससा पटटी ला काय चितपट केल ,सिंकदर फुगलाच.....कस मारला महेंद्र नी🤣
@@cops5886 nikal kushti lavli ki sikander nahi aikat bhava
हा ।। विजयी झालाच एकदाचा ।। शिवराय केसरी महेंद्र गायकवाड
इन पहलवान जी की भरतपुर राजस्थान के दंगल में जरूरत है
यहां अच्छे अच्छे पहलवान आते है और कुस्ती का कोई रिजल्ट नही निकाल कर
नही देते है
यहां पर प्रत्येक वर्ष होली के दिन से ही लगभग 20 दिन तक बड़े और अच्छे कुश्ती दंगल होते हैं
कृपया महेंद्र पहलवान , सिकंदर शेख, प्रीतपाल पहलवान जी भरतपुर राजस्थान में आए और अपनी इस अच्छी और महान कुश्ती का यहां प्रदर्शन करे
महेंद्र गायकवाड छत्रपती शिवराय केसरी
संयोजकांचे मनापासून आभार, जोड अगदी योग्य निवड करण्यात आली आहे।
किरण भाऊ भगत ची अभिजीत कटके बरोबर फायनला कुस्ती आल्यावर किरण भाऊ भगत च खचिकरण करण्यात आले,
गायकवाड तुमचे वस्ताद राजकारणी आहेत कवा वर पण काडतेल तर कवा खाली पण घालवतेल
गुरू हा माझा पाठीराखा
!!मंगळवेढा भुमि संतांची!!
ही कुस्ती रिअल होती...आयोजकांचे आभार
अत्यंत तुल्यबळ मल्ल ,दोघांनीही डाव प्रती डाव टाकत एकमेकांना शह देण्यासाठीचा उत्कृष्ट प्रयत्न.संयमी खेळ,आयोजन उत्कृष्ट.
जय शिवराय
Boths are Great🎉❤
फेवरेट गायकवाड नेत्र दिपले महेंद्रसिगं
अभिनंदन बाहुबली 💥💐
Only shikhandar❤❤❤❤❤❤
अभिनंदन महेंद्र 605
मंगळवेढा चा आहे भाहुबली 🔥
10:42 अभिमानास्पद..❤💪
👌
Top wrestler
गायकवाड़ पावरफूल आहे
अभिनंदन महेंद्र आणी शिवराज
महेंद्र ताकद जास्त आहे व नम्र आहे हिंद केसरी नक्कीच
❤😊
@@vijendrasingh7434❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
महारष्ट्र ची शान आहेत दोघेही पैलवान
Unfortunately Shivraj was injured but Mahindra is absolutely real Winner. (Prof. Dr. Mr. Ashok N. Mane)
Sikandar ani mahendra ch abhinandan🎉🎉doghehi bhari
Hou dya atta mah maharashtra kesari khule maiden
Shivraj rakshe का weight कितना h
हा महेंद्रच जीतनार होता
बंदर-देवता बजरंगबली?
बंदर बैल हाथी देवता बनाते,
धरमनाम परंपरा कैसे चलाते।
जीव जगत दया-करुणा धरम संग्यान है,
गाय वा सुअर के मन मैल और बात है।।
धरम की समझ जब बोर्या होय,
तो हाथी-देवता की मोरया होय।
हाथी-देवता रूप में जनेऊ पूजन होय,
जाने अंजाने उच-नीच समाज मन होय।।
मनुष्य-पशु देवता ले पिशाच चेतना जगे,
मनुष्य चेतना अवचेतन में अधो हो चले।
तृष्णा संग अधो उधो जो कोई बात जगे,
ध्यान-ग्यान दीप छुटे मन मैला होत चले।।
राम कृष्ण नाम गढ़े बहुजन पात्र वै,
उनके मुंह में वर्णाश्रम उच-नीचता वै।
हरी हर शनी शंकर अल्ला पारबति,
विचार उपज धरम काल दुख गति।।
काली दशम महाकाल यै सब काल,
देखै, भव दुख अग्यान गति काल।
धन ग्यान के नाम पूजे देवी लक्ष्मी सरस्वति,
सो धन व ग्यान का अवमान होत मरी मति।।
धरमनाम अहं आस - कथा मान्यताएं बहुतै,
धरमनाम भक्ति चमत्कार - अंधता बहुतै।
धरमनाम धंधा रंजन - बहु दिखावे करै,
धरमनाम बहम होत - वृथा तोष मरै।।
भ्रमित होना कुदरत को मंजूर नहीं बा,
अंधेरे में भी कांटे पांव कांटा चुभत बा।
मन भीतर भावना-वेदनां सूं जीवन जाने,
अलख संग्यान सूं बाला बोधि धरम जाने।।
- योगी सूरजनाथ।
🌿
बोर्या (boryá) = distorted, corrupted, wrongly going...
हाथी-देवता यह ब्राह्मणवाद की एक प्रकार से ब्राह्मण पूजने, पूजवाने की बात है।
स्पष्ट है कि, गण+पति, गण+नायक, विनायक, गणेश, मंगलमूर्ती यह सब गण/जन नेता/नायकों के, सिद्ध-बुद्धादि महामानवों के नामाभिधान है, विशेषण है।
गणपति = गण पति, जन नेता;
गृहपति = घर में प्रमुख, आफिस में अधिकारी;
गणेश = गण प्रिय, जन इश वा प्रिय;
मंगेश = मंगल स्वरूपा प्रिय, (इश =प्रिय)
and so on.
तो यह हाथी-देवता, मनमुखी कुरूपता, कब गणपति, गणेश, मंगल हो गया?
गणराज्य, गणव्यवस्था आदि यह बुद्ध-सिद्ध संग्यानी बातें हैं। मगर पंडित कचरदास बस शब्द हाइजैक कर उनपर अपना ठप्पा लगाकर चलाने में चालाक; और भगत बने वह अंधे, घने बिगूता।
यह लाॅबी तो गणतंत्र विरोधी है, प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से राजतंत्र समर्थक है।
विडंबना है कि, कितने स्काॅलर्स भी सहज ही गोबर दीमागी हो जाते हैं।
भवतु सब्ब मंगलं!
- बुद्ध।🌸
अलख संग्यान = ग्यात, the known, की जगह व मर्यादा समझकर ग्यात से मुक्तता, (भले मन भीतर विचार शृंखला चलत हो या नहीं), व यथाभूत सत दरसण, भावपवनां दरसण, यह चैतसिक शुन्यता है, सो ध्यान ग्यान सूं जीवन की बारिक व साफ समझ यह सिद्धों-बुद्धों की, धरम के सार्वजनीनता की, नेक बात वै।🌾
🔥
लक्ष्मी सरस्वति पूजन का ढोंग
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धन ग्यान के नाम पूजे देवी लक्ष्मी सरस्वति।
सो धन व ग्यान का अवमान होय मरी मति।।
सो वर्णाश्रम (ब्राह्मणवादी) व्यवस्था के, प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष धार्मिक, राजनीतिक प्रभाव में, भले हिंदूत्व के नाम पर या जैसे भी, जन जन से धन व ग्यान के स्रोत खिंच कर उन्हें धन-पूजन जैसी बातों में उलझाने के साथ अशिक्षित व कमजोर रख चूसते रहने की अनेक चालाकियां है।
मुखौटे के पिछे से, व्याधि भगाने के लिए, कौन मगज कहता है तालियां, थालियां पिटो, दिये जलाओं!
समझते हो, या मनमुखी अहंतोष में मस्त है?
राम, कृष्णादि गढे गये बहुजन पात्रों के मुंह में वर्णाश्रमवाद उच-नीच पिशाच धरमी सामाजिकता की बातें, अर बहुजन समाज के मन में जैसे ये अपने आदमी होने का अहंगंड। भ्रमित होना कुदरत को मंजूर नहीं।
@गोरख फटकार!
अत्त दीपो भव!
Be a light unto yourself!
- बुद्ध।
मन मुंडा कै रूप न रेष, जगतगुरू मन ही मन देख।
उलटैगा मन तव मन कूं गहैगा, काचपलटि कंचन होय रहैगा।।
Being ascetic the mind has no form or boundary.
Look for the world teacher within yourself.
As the mind is reversed it grasps the mind,
a glass transformed turns into and stays gold. (276)
- Gorakh, Sabadi 276.
🔥 🌻🍒
अभिनंदन बाहुबली 605
Chaddi pakatat manje time nahi nikali mag shikhander sobat 6 minutes time ka
Sarvach pahelwan LA nikali kusti khelwala pahije hotya
शिवराज राक्षे मुद्दाम दुखापतीचे
कारण देऊन माघार घेतली
कारण महेंद्र तिथेच चितपट करत होता...
Gpe chutya
😂kahi pan
कुठ अकलेचे तारे तोडावे कळतात का
बोगस ओलाद हे तू
अरे बावळट माणसा त्याच ऑपरेशन आहे आता.
Maharashtra kusticha khel ha maatitala aahe tyamule final hi matit ghetali khup chan nirnay.ase pahayala gele tar pratyek veli mat var final astey ki..
महेंद्र जित गया क्या ।
या कुस्तीचा कार्यक्रम निश्चित करण्यात आला होता
Sudhar
Kadhi सुधारणार तुमच्या सारखी लोक
शिवराज राक्षे ला काय झाल्यावर काय सांगितले नाही अरे पैलवान दुखावला का मी कुस्ती मातीमध्ये नाही करायला पाहिजे होती मॅटवरची घ्यायला पाहिजे होती एखादा पैलवान दुखावतो म्हणजे भारी पडतं
Kula dangal sarvach pahelwana sathi pahije hota
All setting 🥺
Hi kusti point var ghitli nahi
Fix
फायनल कुस्तीमहाराष्ट्र केसरीनियमाप्रमाणेघेतली नाही
Sikandar khedala tevna paryant kusti point war hoti aata ka nahi khedat sudhha rajakaran alay
सिकंदर शेख शी लढवा सिकंदर इज सिकंदर 🙏🙏🙏
Tevach sarvache dav pratidav mahit padle asate
Time out kusti
Totally Fixing 🤫🤫🤫🤫
😂😂😂😂
35 lac gold ke like setting
Adha tera adha mera 😂😂😂😂
नगर ला निकाल लागतोच...
Sikandar barober lawa ashi free style bagu mag kon ahe khara wagh
Only 605
शिरशी तालुका मंगळवेढा आहे सांगोला नाही
संभाजीनगर संभाजीनगर
Shiv raj lay chidla ahe
Sagli setting
फायनल कुस्ती मॅटवर घ्यायला पाहिजे होती पंचांची मोठी चूक
अजुन एखदा लावा
Shiv raj lay chitka ahe
Chukichi kusti Karan shikhander sobat 6 minutes our baki frrr
Only 605mahindra
Sikandar chi shembdi por chat madhe haget ahet😃😃
सिकंदरची चितपट कुस्ती लावा मग समजेल असली हिरो कोण ओन्ली सिकंदर
चुकीचा निर्णय ही कुस्ती परत झाली पाहिजे
Fix mach
सिकंदर बरोबर चितपट लावा आशि
Bemudat nikali kusti sikandar barobar ghetli asti tar kay zala asta bahubali cha 😅😅
Nashib fakt changlay baki 0
Zero
Sikander jinkla asta
SHIKANDER SOBAT FREE KUSTI KA BAR NAHI
तुझे बरोबर आहे भावा
खरं तर फ्रिस्टायल कुस्तीचा बादशाह आहे शिकंदर
सर तुमचं बरोबर आहे
Dysp पद ध्याय पाहिजे पैलवणाना
Tyassthi ajun 2 vela maharashtra kesri houdya
Hutatma rajguru ani shivraj rakshe ekache gavche ladhne he gavchya mati cha gundharma ahe..
Sagl niyozan fix aahe 😂😂😂😂
खर कि गमत सिकंदर पण
Jali na Teri 😂
महेंद्र.ताकदीचा.पहिलवान.आहे
Sikander vr Anyay zala
Right
Shivraj vin jhala hota
👎👎👎
Kula dangal sarvach pahelwana sathi pahije hota
Tevach sarvache dav pratidav mahit padle asate
35 lac gold ke like setting
Fix mach
Kula dangal sarvach pahelwana sathi pahije hota
Tevach sarvache dav pratidav mahit padle asate
35 lac gold ke like setting
Kula dangal sarvach pahelwana sathi pahije hota