गुरु वाक्यम् एपिसोड 1080 : शुद्ध भाव ही उन्नति की कुंजी है

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  • เผยแพร่เมื่อ 9 ก.พ. 2025
  • जैसे -जैसे आप अपनी चेतना से जुड़ते जाते हो, वैसे -वैसे ईश्वर की चेतना से एकाकार होने लगते हो। सबसे पहले शुद्ध भावना होना आवश्यक है, तभी आध्यात्मिक उन्नति संभव है। मनुष्य के भीतर की अशुद्धियाँ ही उसके उत्थान में बाधा बन जाती हैं।
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