JAI BHIM JAI SAMIDHAN JAI BHARAT NAMOY BUDDHA ❤ YEHI BRAHAMANI SOCH HAI SCST OBC BC SAMAJ MENUARTY SAMAJ KO BACHNA HAI 🐘🐘🐘🐘🐘🌹🌎🇪🇺🇪🇺🇪🇺🇪🇺JAI MANYVAR KASHI RAM JEE AMAR RAHE ❤
.Yug Purush Mahamanav Kanshi Ram Tera Nek Kamai Tune Sote Komjagai B S P Sanasthapak ko koti koti naman Karta Hu Dr R B Jangde Dondekala BSPPresident Dharsiva Raipur CG ke aor se Jay Bhim Jay Bharat Namo buddhay Jay Satnam
दलित एक जाति (समाज) नहीं है,एक गोष्ठी है।उनमें बहुत सारे जातियां है,और सब जातियों का अपना अपना अलग अलग समाज है। उन जातियों के बीच अगड़ा- पिछड़ा, ऊंच-नीच,छोटा-बड़ा इत्यादि भेद भाव पूरे जोर से चलता आ रहा है।उनके बीच एक दूसरे को जन्म अछूत भी कहते है। यह बात हम सब जानते थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट आज इसे स्वीकार किया। इस फैसले से आम बहुजन लोगों का कोई नुकसान नहीं होगा।दलित वर्गों में अति पिछड़े और महादलित समाज की लोगों को ज्यादा लाभ मिलेगा। नुकसान होगा तो सिर्फ उनका,जो खुदको "दलित नेता"और "दलित चिंतक" कहते है , क्यों की, वो सब creamy layer के अंतर्गत आ रहे है।तो जाहिर है, यही लोग जो 77-78 साल से दलित आरक्षण का मलाई खा रहे है,वो इतनी जल्दी इस मलाई को छोड़ नहीं सकते।, वो कुछ समय के लिए उत्पात मचाएंगे और अब अति पिछड़े या महा दलित समाज का उन्ही का कोई भाई उन्हिको ठोकेंगे। यह तो तय है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला समयोपयोगी, ग्रहणीय और स्वागत योग्य है।
Jai bhim jai bharat jai mulnivasi Nayak Jai samvidhan namo budhay jai Kanshiram
मान्यवर कांशीराम जी अमर रहे ।
Hamare Desh Mein Parivartan lakar Rahenge Baba Saheb ke Sapna ko aur Manyavar kanshiram ka Sapnon ko Ham Sakar Karenge
जय भीम नमो बुद्दाय जय साहब कांशी राम जी
बहुजन को आजाद सावधान आने के बाद। काशीराम जी ने आजाद किया वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा नहीं चलेगा नहीं चलेगा नहीं चलेगा नहीं चलेगा नहीं चलेगा नहीं
मान्यवर साहेब श्री कांशीराम जी अमर रहे ❤ बहुजन समाज पार्टी जिंदाबाद ❤ बहन कुमारी मायावती जी जिंदाबाद ❤
जय श्री भीम नमो बुद्धाय 🙏💐🙏
मान्यवर श्री कांशीराम जी के चरणों में सत सत नमन
Manyvar kanshiram Amar rehe.. Jay bhim
हमारे राम माननीय काशीराम
Manwar kanshiram saheb amar rahay.
Jay BSP.
Manyavar.KANSHI.RAM.SAHAB.JI.AMAR.RAHE.JAI.KANSHI.RAM.JI.ASP.JINDABAD.C.S.A.RAVAN.JINDABAD.BHIM.ARMY.JINDABAD
Jindabad kanshiram ji.
साहब दीना भाना जिंदाबाद
Jay bheem Jay samvithan
Jai Bhim Jai samvidhan
हमारे बहुजन समाज को जगाने वाले हमारे महानायक योगदा थे और रहेंगे
Thanks for comment 🙏
जय भीम जय भारत साहब काशी राम जी अमर रहे
Jai Bhim Jai Bharat Jay samvidhan
Abhi bhi kon kon dekh raha yaa sun raha
Jai Kanshiram
Jai bhim namo bhudhay
Kanshi ram amar rahe Jay Bheem namo budday
Sahabjee
Amarrahe
JAI BHIM JAI SAMIDHAN JAI BHARAT NAMOY BUDDHA ❤ YEHI BRAHAMANI SOCH HAI SCST OBC BC SAMAJ MENUARTY SAMAJ KO BACHNA HAI 🐘🐘🐘🐘🐘🌹🌎🇪🇺🇪🇺🇪🇺🇪🇺JAI MANYVAR KASHI RAM JEE AMAR RAHE ❤
Jai Bhim Jai Bharat
जय भीम जय संविधान.... जय कांसिराम ❤❤
चंद्रशेखर आझाद जिंदाबाद ❤❤
जय भीम जय भारत सभी महापुरुषों को नमन जिन्होंने अपनी विचारधारा से आप और हम सुरक्षित शिक्षित जागरूक हैं
Jai bhim jai bharat
Jai Bhim Jai Bharat
Manyavar Sahab Amar Rahe Amar Rahe
बाबा कांशी राम जिंदाबाद
563 Kanshiram Saheb Amar rhe
Jai Bhim Jai Bharat Jay samvidhan
❤❤❤
Jai Bhim Jai Bsp Jai Bharat Jay samvidhan
जय भीम जय संविधान ❤❤❤
Jai Bhim Jai Bsp Jai Bharat Jay samvidhan
.Yug Purush Mahamanav Kanshi Ram Tera Nek Kamai Tune Sote Komjagai B S P Sanasthapak ko koti koti naman Karta Hu Dr R B Jangde Dondekala BSPPresident Dharsiva Raipur CG ke aor se Jay Bhim Jay Bharat Namo buddhay Jay Satnam
Sahab apke bina baba saheb ka sapna ab koi pura nahi karne vala jinko apne jimmedari di volog paisa kamane me lage huye he jai bhim namo budhay
Babasahabkasapanajarurpurahongebahujansamajsathahejanlagadenge
Manywer kasi ram ji Amar rahe
Jai Bhim Jai Bharat
दलित एक जाति (समाज) नहीं है,एक गोष्ठी है।उनमें बहुत सारे जातियां है,और सब जातियों का अपना अपना अलग अलग समाज है। उन जातियों के बीच अगड़ा- पिछड़ा, ऊंच-नीच,छोटा-बड़ा इत्यादि भेद भाव पूरे जोर से चलता आ रहा है।उनके बीच एक दूसरे को जन्म अछूत भी कहते है। यह बात हम सब जानते थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट आज इसे स्वीकार किया। इस फैसले से आम बहुजन लोगों का कोई नुकसान नहीं होगा।दलित वर्गों में अति पिछड़े और महादलित समाज की लोगों को ज्यादा लाभ मिलेगा। नुकसान होगा तो सिर्फ उनका,जो खुदको "दलित नेता"और "दलित चिंतक" कहते है , क्यों की, वो सब creamy layer के अंतर्गत आ रहे है।तो जाहिर है, यही लोग जो 77-78 साल से दलित आरक्षण का मलाई खा रहे है,वो इतनी जल्दी इस मलाई को छोड़ नहीं सकते।, वो कुछ समय के लिए उत्पात मचाएंगे और अब अति पिछड़े या महा दलित समाज का उन्ही का कोई भाई उन्हिको ठोकेंगे। यह तो तय है।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला समयोपयोगी, ग्रहणीय और स्वागत योग्य है।
Shab ji me aapko naman karta hu aap ne apne samaj ko jagaya h ❤❤
Thanks for comment 🙏