Mohan Bhagwat ji jo bol rahe hai vo bevajeh nhi ho skta. Naa unnko koi laalach hai na unnki koi kamzori. Mai kisi Sant pe avaaz nhi utha raha, but Sangh k bina aaj hamara Astitva bhi khatre me hota. Sangh Pramukh ne hamesha Hindu Muslim k naam pe ladne vaalo ko roka hai, iss baar bhi mssge vahi hai.
@@RaviKumar-cq6kb Bhagwat sirf Tustikaran ki Rajneeti kar raha hai. Nupur ke mamle Mei wo Chup tha.......Kanhaiya Lal ke mamle Mei wo Chup tha......Kyoki Maarne waala Musalmaan BJP aur RSS ka member tha
We agree with Swami Ram Bhadracharyji. Sanatanies' interests/rights/sentiments should be well protected. Worship act 1991 is unconstitutional/baised and detrimental to Sanatanies rights interests/sentiments. Jo Bharat ke nahin vo hamare kisi kaam ke nahi. Jai Bharat.
यह तो RSS की आदत है कि हिन्दू धर्म पर अपना एकाधिकार मानते हैं और हिंदुओ में आपस में लड़ने वाली बातें करते हैं । यह भी सत्ता सुख चाहते हैं और इसके लिए कभी हिंदुओ की दुश्मन पार्टी कांग्रेस पार्टी का समर्थन कर चुके हैं । तभी तो उन चुनावो में भाजपा की दुर्गति हुई थी और बुरी तरह हार हुई थी।
सनातन धर्म संस्कृति को साधु-संत संन्यासियों शंकराचार्यों महाराज परिभाषित कर सकते हैं। जिनने संपूर्ण जीवन शास्त्रों और अनुभव में लगा दिया है। श्री रामभद्राचार्य महाराज सत्य बोल रहे हैं।
ये दोनों ही पूजनीय हैं । लेकिन भागवत जी सही कह रहे हैं कि हमें सिर्फ मथुरा और काशी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए । यदि हमारा ध्यान बंटेंगा तो हमें काशी और मथुरा भी नहीं मिलेंगे । उस समय राजशाही थी। आज लोकतंत्र है । कुमार विश्वास ने सही कहा है कि तुमने मस्जिदें बनाई मन्दिरों को तोड़कर । मस्जिदें बन तो सकती थी मंदिरों को छोड़कर ।।
Mohan ji sahi bol rahe hai agar dharam guruo ko itna hi chinta hai to ham dalit nahi hai lekin abhi bhi dalit ke sath Jat pat kyo kiya jata hai jabki krishna ji bole hai ham sab me hai Om sai ram
@@AshokKumar-dk4vzक्या आप अपने स्तर पर अपने से कमजोर समाज और व्यक्ति से बराबरी का व्यवहार करते हैं? आप अपने जीवन में सिर्फ 4 कमजोर व्यक्ति की जिम्मेवारी लें फिर बताये की परिवर्तन कैसे नहीं हुआ? मैंने देखा है कि सभी सभी लोग सिर्फ दूसरों से उचित व्यवहार की अपेक्षा रखते है और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष राजनीति करने वाले लोग का काम ही भेद को खोजना और उसे अपने हिसाब से बढ़ा चढ़ा कर पेश करना
आदरणीय श्री मोदी जी प्रधानमंत्री भारत सरकार मुख पर उंगली रखना विकल्प नहीं है। कृपया सही पर मुखर होने का समय है और आपको श्री मोहन भागवत जी ने देश की सत्ता नहीं सौंपा है बल्कि राष्ट्र वादी जनमत ने देश की बागडोर सौंपी है धन्यवाद।
गौतम जी आपके पास 300 से500 वर्ष पुराने समय के किसी भूमि के स्थान के दस्तावेज पेपर रखे हैं तो क्या आप उन पेपर जला देंगे ,समाप्त कर देंगे, भूल जायेंगे या उस स्थान की खोज करेंगे??
आदरणीय श्री मोदी जी देश एवं हिन्दू हितों के मामलों में बगली झांकते आये हैं जब कि लोग उनसे मुखर होने की अपेक्षा करते आये हैं किन्तु ऐसा नहीं है धन्यवाद।
धर्म व उससे सम्बन्धित ज्ञान की ठेकेदारी हिंदुत्व के लिये उचित नहीं। ऐसी डिबेट नहीं होनी चाहिए। ईश्वरीय वैदिक ज्ञान किसी का गुलाम नहीं। केवल रक्षक बनें।
बिल्कुल सही कहा आपने जगद्गुरु जी मोहन भागवत जी केवल संघ के प्रमुख है,वो धीरे धीरे सेक्युलर होते जा रहे हैं, जिन लोगों ने हमारे मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई वो हम वापस लेंगे
बाबा आदित्यनाथ योगी महाराज संन्यासी है। और सनातन धर्म संस्कृति का पालन जानते हैं। विचार विमर्श के लिए साधु-संत संन्यासियों शंकाराचार्य जी है। उनकी भारत में बढ़ती लोकप्रियता से ईर्ष्या उत्पन्न न हो तो अच्छा होगा।
Kaliyug ka antt ho chuka hai.. Mahaprabhu Kalki iss dhara par aa chuke hain.. Sambhoot sambhal mein prabhu janm le chuke hain.. Sant Achyutanand ji dwara Prabhu Jagannath Ji ke adesh par likhi hui Bhavishya Malika iska Pramaan hai.. Dharm ki sthapana jald se jald kariye prabhu.. Jai Jagannath 🙏🏻🥰
सही बात है जिसने शास्त्र नहीं देखा है पढ़ना तो दूर की बात है वह धर्म की व्याख्या सलाह देते है मतलब बर्बादी बोल रहा है मोहन भागवत इसे चुप रहना चाहिए स्वामी रामभद्राचार्य पूजनीय हैं शास्त्रों के ज्ञाता हैं
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ही सभी जाति के हिन्दुओ को एक सूत्र में बांधकर भारतवर्ष को एक रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है इसलिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रमुख ही हिन्दुओ का प्रमुख रहा है और हमेशा रहेगा, संघ प्रमुख पर टिपणी करने वाले भदराचारय जी का व्यान हिन्दु समाज और भारतवर्ष को क्षति पहुंचाने वाला है !
जों व्यक्ति मनुष्य में विभेद देखता है।वह संत नहीं है।संत समदर्शी होते हैं। किसी के उच्च नीच पर संत बात ही नहीं करते हैं।संत सभी धर्मों को एक समान मानते हैं। किसी की बुराई नहीं करते हैं।
जगत गुरू देव जी सादर चरण स्पर्श भागवतवा पागल हो गया है पहले ब्राह्मणों के विरुद्ध बयान किया था अब ओ धर्म के विरुद्ध बोल रहे है संघ तो सिर्फ मध्य प्रदेश तक सीमित है अगर माननीयशिवराज जी न होते तो बीजेपी संघ के सहारे चुनाव नहीं जीत पाती
आचार्य रामभद्राचार्य जी ने जो मत व्यक्त कीया है , ओ शत प्रतिशत सही है । संप्रभु भागवतजी से , एक सामान्य नागरीक का एक प्रश्न है , कि , जब धर्म के आधारपर दो राष्ट्र बने , ओर ओ समयक के प्रशाशकने भी माना तो ,काँग्रेस ,नेहरूजीने , एक ही राष्ट्रमें दो अलग , धर्म के लिये , दो अलग अलग कानून क्यों बनवाये ? ईतनाही नही , 26 जाने 1950 , संविधान लागू कीया , तो चुनावके पहलेही , आर्टिकल 25 , 28 , और 30 लागू करनेकी जल्दबाजी, क्यों की ? क्या महामहिम भागवतजी ये षडयंत्र हिंदओंके खिलाप था , ये मान्य है क्या ? एक तरफसे , सर्वधर्म समभाव , ये शब्दप्रयोग , संविधानमें क्यों डाला है काँग्रेसने ? और तरफ समभाव कहते हो तो , धर्मांतरणके लिये कानून भी बनवाये हो , क्या ये हिंदूओंके खिलाफ षडयंत्र , भागवत साहबको दिखते नही है क्या ? काँग्रेसके अनेक हरकतों से , सनातनीयोंके आपसमें सामंजस्य खत्म हो गया , कुटूंब व्यवस्था खत्म हो गयी , भ्रष्टाचारसे , किसान और सामान्य नागरीक , आझादीका आनंद खत्म हो गया , आझादी मतलब , स्वैराचार नही होता । हमारे गुरूकुल नष्ट हो गये , समाज व्यवस्था भी , पूरी तरीकेसे नष्ट हो रही है , ये भागवतसाहबको भी ध्यान में आता होगा , फीर भी , उनसे ये बयान क्यो आ रहे है ? संघकी प्रणाली सही होते हुये , आजकल , संघचालक मिलते नही है , आपके कार्यकालमें , कितनी नही शाखाएँ चालू हो गयी , और सही तरीकेसे चल रही है। ईसका भी ब्योरा दीजीए। ना हिंदू धर्म की शिक्षा , ना ग्यान , ना संस्कार , क्या हमें खुद को , बर्बाद होनेके लिये , हमे आझादी मीलीयन है ? भारतमें , जो लोग अपने धर्म के हिसाबसे शिक्षा प्राप्त करते है और उनपर संस्कार भी होते है , ऐसे विधर्मीयोंके , व्रृद्धाश्रम है , ऐसा कभी सूना नही , फीर जो व्रृद्धाश्रम है , उसमें केवल , सनातनीही क्यो मिलते है । सनातनीयोंके चार वर्ण , में कौन अपनी जीम्मेवारी सही तरीकैसे नही निभा रहे है , और क्यो ? ईसका भी विश्लेशन हो , आपसमें लढनेका कोयी प्रश्नभी नही उठेगा । ये सामान्य नागरीककी सोच है , कही गलत हो तो क्षमा करना । लेकीन राष्ट्र , सनातन धर्म , संस्क्रूती और ऊसका संघटन , जो आजतक संघ करते आया है , ओ बढनाभी चाहीए और टिकना भी चाहीए । परम आदरनीय संघके प्रमुख ,से बिनती है कि , सार्वजनिक बयान करनेसे पहले , संघका 100 साल के योगदान को जाने , जीन्होने , अपना जीवन , सनातनके लिया खपाया , अपना घरदार न्योछावर कीया , उनकी भी सोचे। ईतनी बडी व्यक्तिके बयानपर , मैने जो कहाँ , ईसलिये मै संघपरिवारसे माफी चाहता हूँ। शुभं भवतु । जय हिंद ।
जगत गुरु जी सही जगह रह है, हम उनके साथ है, जय श्री राम
mar jao apas me lad ke koy kahe hum gyani koy kahe hum gyani.lagta h insan bhagwan ho gaya h sab jan liya usne
sab apne apne hisab se dhram ki paribhasa bana lete h kon sahi kon galat
Mohan Bhagwat ji jo bol rahe hai vo bevajeh nhi ho skta. Naa unnko koi laalach hai na unnki koi kamzori. Mai kisi Sant pe avaaz nhi utha raha, but Sangh k bina aaj hamara Astitva bhi khatre me hota. Sangh Pramukh ne hamesha Hindu Muslim k naam pe ladne vaalo ko roka hai, iss baar bhi mssge vahi hai.
@@RaviKumar-cq6kb Bhagwat sirf Tustikaran ki Rajneeti kar raha hai. Nupur ke mamle Mei wo Chup tha.......Kanhaiya Lal ke mamle Mei wo Chup tha......Kyoki Maarne waala Musalmaan BJP aur RSS ka member tha
मोहन भागवत को पद मुक्त करो
ऐसे धर्म रक्छक की जरूरत नहीं है
जय गुरूदेव जी के चरण स्पर्श मे नमन. जय जय श्री राम. गुरुदेव जी १०० % सही .
मोहन भागवत जी को अब सही में संन्यास ले लेना चाहिए। अब उनके विचारों में भी मौलवी, मस्जिद की बदबू आने लगी है।
भागवत जी को अब मार्गदर्शक मंडल मे भेजने का समय आ गया है।
PURE SANGH KO HI MARGA DARSHAK MANDAL MAIN OLIYA JI AJAIVIK MODI KE SATH HI BHEJNE KI AAVSHYAKTA HAI..DHANYAVAD.
😂😂
लगता भागवत जी अब सठा गये है।
जय हो गुरुदेव जी की.....====🙏🙏🙏🙏
जगत गुरुजी ने सही ओर सत्य बात की है जय हो
सनातन बोर्ड हमारा सर्व सिद्ध अधिकार है।
ऐंकर का अनादरपूर्ण संबोधन व्यथित करता है। स्वामी जी के विचार एक हिन्दू धर्माचार्य के विचार हैं।
बहुत महत्त्वपूर्ण
ईश्वर न धर्म में है न अधर्म में। ईश्वर इन दोनो से परे है।आप परमात्मा को दिव्य दृष्टि से अन्तर्आत्मा से देखे।
आरएसएस मोहन भागवत की विचारधारा निजी है हिंदुओं के प्रति नहीं है
Wo Politics kar raha hai
Jai jagatguru jai 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏
भगवान आदि विश्वेश्वर महादेव आप सब सनातन धर्मी भक्तों की रक्षा करें..... हर हर महादेव.....===🙏🙏🙏🙏
We agree with Swami Ram Bhadracharyji. Sanatanies' interests/rights/sentiments should be well protected. Worship act 1991 is unconstitutional/baised and detrimental to Sanatanies rights interests/sentiments. Jo Bharat ke nahin vo hamare kisi kaam ke nahi. Jai Bharat.
यह तो RSS की आदत है कि हिन्दू धर्म पर अपना एकाधिकार मानते हैं और हिंदुओ में आपस में लड़ने वाली बातें करते हैं । यह भी सत्ता सुख चाहते हैं और इसके लिए कभी हिंदुओ की दुश्मन पार्टी कांग्रेस पार्टी का समर्थन कर चुके हैं । तभी तो उन चुनावो में भाजपा की दुर्गति हुई थी और बुरी तरह हार हुई थी।
साक्ष मील गया है। प्रमाण है न्यायालय में जमा है साक्ष प्रमाण है।
सौ करोड़ हिंदुओं के मार्गदर्शन देने का अधिकार हमारे धर्माचार्यौ को है। ये किसी संस्था या संगठन को अधिकार हिंदुओं ने नहीं दिया है। जय सियाराम 🙏🙏🙏🙏🙏
लेकिन महात्मा गांधीजी की हत्या करवाने वाले कौन है?
India me 100cr lindu nhi h 😂 ham sc st ko nikal do 😂ye gan du hame sikhayenge hame😂
दिनेश गौतम आप हमारे धर्माधिकारी के साथ बात कर रहे हो यही बातें हैं आप मुस्लिम धर्माचार्य से कर लेना
जयश्रीराम☘️🔱🌸🙏
जयहनुमानजीमहाराज☘️🔱🌸🙏
जय श्रीराम जगत गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज की जय धन्यवाद जय श्री राम
Mera sochna hai sanatan se sangh hai
Sangh se sanatan nhi hai 🙏🙏
जगतगुरू की जय जय श्री राम
I support rambhadracharye ji
सनातन धर्म संस्कृति को साधु-संत संन्यासियों शंकराचार्यों महाराज परिभाषित कर सकते हैं। जिनने संपूर्ण जीवन शास्त्रों और अनुभव में लगा दिया है। श्री रामभद्राचार्य महाराज सत्य बोल रहे हैं।
जगतगूरूको ललकारने का इसको किसने अधिकार दिया जय गुरूदेव
गुरुजी से कहा हे जय श्री राम ❤❤❤
ये दोनों ही पूजनीय हैं । लेकिन भागवत जी सही कह रहे हैं कि हमें सिर्फ मथुरा और काशी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए । यदि हमारा ध्यान बंटेंगा तो हमें काशी और मथुरा भी नहीं मिलेंगे । उस समय राजशाही थी। आज लोकतंत्र है । कुमार विश्वास ने सही कहा है कि
तुमने मस्जिदें बनाई
मन्दिरों को तोड़कर ।
मस्जिदें बन तो सकती थी
मंदिरों को छोड़कर ।।
आर एस एस संघटन महाराष्ट्रात जल्मालां आली पण सर्व हिंदू पर्यन्त संघटन पोलोचवले नाही फक्त स्टेज साजरे केले जातात
मोहन भागवत जी दुख की बात है. की. आप अभी तक ओकात मे रहना नहीं सीखा.
Mohan ji sahi bol rahe hai agar dharam guruo ko itna hi chinta hai to ham dalit nahi hai lekin abhi bhi dalit ke sath Jat pat kyo kiya jata hai jabki krishna ji bole hai ham sab me hai Om sai ram
Bole hai ham sab me hai lekin pandit log kahte hai hamse achha koi nahi Om sai ram
Sangh hai to hum bache hai. Nhi to kuchh aapas me lad k marr jaate, baakiyo ko yaha vaale Pakistani maar dete
@@AshokKumar-dk4vzक्या आप अपने स्तर पर अपने से कमजोर समाज और व्यक्ति से बराबरी का व्यवहार करते हैं?
आप अपने जीवन में सिर्फ 4 कमजोर व्यक्ति की जिम्मेवारी लें फिर बताये की परिवर्तन कैसे नहीं हुआ?
मैंने देखा है कि सभी सभी लोग सिर्फ दूसरों से उचित व्यवहार की अपेक्षा रखते है और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष राजनीति करने वाले लोग का काम ही भेद को खोजना और उसे अपने हिसाब से बढ़ा चढ़ा कर पेश करना
जगत गुरुजी को सत् सत् नमन🙏🙏
Jai Shree ram 🌹🌹🙏🙏
हिन्दू धर्म का गुरु मोहन भागवत नहीं है संत ही हिन्दू धर्म के गुरु हैं मोहन भागवत जी आर एस एस के गुरु हैं। हिन्दू धर्म का नेता और गुरु संत होते हैं।
जय श्री राम जय कृष्णा राम बदराचर्या जी भी धर्मों के बारे हिन्दुओ क़ी हितेषी है औऱ संग के प्रमुख भगवती जी भी हिन्दुओ के हित क़ी ही सोचते है
Jagatguru rambhadracharya ki Jay Ho 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
आदरणीय श्री मोदी जी प्रधानमंत्री भारत सरकार मुख पर उंगली रखना विकल्प नहीं है। कृपया सही पर मुखर होने का समय है और आपको श्री मोहन भागवत जी ने देश की सत्ता नहीं सौंपा है बल्कि राष्ट्र वादी जनमत ने देश की बागडोर सौंपी है धन्यवाद।
बस आपस मे एक दूसरे को ज्ञान देते रहो हो गया हिन्दू राष्ट्र 😅😅😅
संघ प्रमुख मोहन भागवत जी के रिटायर्ड मेंन्ट का समय आ गया है।
Maharaj ji ko pranam❤🙏🙏🙏🙏🙏
जय गुरुदेव 🙏🙏🙏🙏🙏
गौतम जी आपके पास 300 से500 वर्ष पुराने समय के किसी भूमि के स्थान के दस्तावेज पेपर रखे हैं तो क्या आप उन पेपर जला देंगे ,समाप्त कर देंगे, भूल जायेंगे या उस स्थान की खोज करेंगे??
साधु-संत संन्यासी तो विशुद्ध हिन्दू समाज के नेता होते ही हैं। राजनैतिक पद भले न हो। ईर्ष्या की झलक दिखाई दे रही है।
Jai shree Ram guru ji
आदरणीय श्री मोदी जी देश एवं हिन्दू हितों के मामलों में बगली झांकते आये हैं जब कि लोग उनसे मुखर होने की अपेक्षा करते आये हैं किन्तु ऐसा नहीं है धन्यवाद।
भागवत सही समय पर सही कहा है
मोहन भागवत जी ने बिल्कुल सही कहा धर्म के सविधान के लेखक शकराचार्य है
धर्म व उससे सम्बन्धित ज्ञान की ठेकेदारी हिंदुत्व के लिये उचित नहीं। ऐसी डिबेट नहीं होनी चाहिए।
ईश्वरीय वैदिक ज्ञान किसी का गुलाम नहीं। केवल रक्षक बनें।
मोहन भागवत जी आप कान और आख मे चार उंगली का अंतर है. ये अब समझ लो.😊🪷🙏
I am with swamiji ❤
भागवत जी को अब सन्यास ले लेना चाहिए
Jasreram
सांगठनिक धर्म और धार्मिक संगठन दोनो अलग विषय है कोई भी संठन धर्म को अपने अनुकूल नही धर्मानुकूल बनने से ही किसी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है
सनातन धर्म है महान.... भागवत जी आप फालतू हैं क्यों परेशान.....===👆👆👆👆
Jai Shri Ram
राम भद्राचार्य गुरु देव जी बिल्कुल सही कहा हर-हर महादेव
बिल्कुल सही कहा आपने जगद्गुरु जी मोहन भागवत जी केवल संघ के प्रमुख है,वो धीरे धीरे सेक्युलर होते जा रहे हैं, जिन लोगों ने हमारे मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई वो हम वापस लेंगे
बाबा आदित्यनाथ योगी महाराज संन्यासी है। और सनातन धर्म संस्कृति का पालन जानते हैं। विचार विमर्श के लिए साधु-संत संन्यासियों शंकाराचार्य जी है। उनकी भारत में बढ़ती लोकप्रियता से ईर्ष्या उत्पन्न न हो तो अच्छा होगा।
Shri Rambhadracharya ji bilkul sahi hain❤
जगत गुरू रामभद्राचार्य सही कह रहे है🙏
धर्म 😮 इंसान और इंसानियत खेलिए बनाए जाते है जब धर्म की आड में अधर्म बड़ा है तब तब भगवान ने अवतार लिया है
Guru ji ham APA ke shath he ❤❤
Guru ji right
Sahi kah rhe he jagadguru ji...dharm ki vivechna santo ke hath me he
जय भोलेनाथ जय श्रीराम जय सनातन जय गुरुदेव जी सादर प्रणाम
🕉 jai shri parmatmane namah. Excellent analysis
Kaliyug ka antt ho chuka hai.. Mahaprabhu Kalki iss dhara par aa chuke hain.. Sambhoot sambhal mein prabhu janm le chuke hain.. Sant Achyutanand ji dwara Prabhu Jagannath Ji ke adesh par likhi hui Bhavishya Malika iska Pramaan hai.. Dharm ki sthapana jald se jald kariye prabhu..
Jai Jagannath 🙏🏻🥰
हर एक हिंदू अपने भगवान को ढूंढेगा
Guru Ji ko sat sat pranam Jai shree Ram jai shree krishna
Rambhadracharya Ji Maharaj Ji ne bilkul sahi baat kar rahe hain aap sabko sacchai pata hai fir bhi sacchai ko chhupaya Na Karo Jay Jay Shri Ram
आखिर क्यों कह रहे हैं ओ इसीलिए कह रहा है ओ क्यों कि ओ पार्टियों से पैसा लेलिया है मोहन भागवत और पार्टियों के दल्ला भी हैं मोहन
गुरुदेव भगवान के श्री चरणों में साष्टांग दंडवत प्रणाम🙏
नमो राघवाय 🙏🚩
Anchor should mind his tone while talking to jagadguru..
I support rambhadracharya 🚩🙏🔱
भागवत गीता कि राहों में कभी डर का स्थान नहीं होना चाहिए डर बुद्धि भ्रष्ट के साथ साथ समाप्त कर देता है
मोहन भागवत जी हमारे धर्म गुरु नहीं है वो सिर्फ एक संघ के प्रमुख हैं
There is one question for all Hindu
Salt for the Pulse or water for flour??
शायद कोई मतभेद हो सकता लक्ष्य नहीं 😮💤
चार वर्ण से ही सनातन धर्म संस्कृति का अस्तित्व हैं
सही बात है जिसने शास्त्र नहीं देखा है पढ़ना तो दूर की बात है वह धर्म की व्याख्या सलाह देते है मतलब बर्बादी बोल रहा है मोहन भागवत इसे चुप रहना चाहिए
स्वामी रामभद्राचार्य पूजनीय हैं शास्त्रों के ज्ञाता हैं
मोहन भागवत जी बुजुर्ग हो गये है इन्हें अब आराम की जरूरत है
श्रेष्ठता नहीं तो सनातन धर्म संस्कृति का महत्व नहीं
श्री मोहन भागवत का कहना ग़लत नहीं है। श्री अखिलेश यादव का कहना कि ऐसे तो सारा भारत खोद डालेंगे,सही है।
भागवतजी का बयान और मुल्लामौलवीयों का बयान इतना एक दुसरेसे मेल खाता है की मानो दोनो की युती हो गई है!
उन्होंने कोशिश नहीं होनी चाहिए कहा है ये नहीं कहा कि जहां मिल रहे है उनकी अनदेखी नहीं करनी नहीं चाहिए।
रामभर्दाचार्य को कौन हिन्दू अपना मानता है।रामभर्दाचार्य ने कया किया है हिन्दू के लिए।
भागवत जी आप आर ऐस ऐस के अधयकस है पर हिन्दू राष्ट्र हिन्दू धर्म के विरोध में बात सहन नहीं करगे जय श्री राम जागो हिन्दू जागो
वो एक संघटन के प्रमुख है जो हिन्दू समाज के संघटन का कार्य करता है।उन्होंने ये नहीं कहा कि कोर्ट के आदेश का पालन नहीं होना चाहिए?कोर्ट नहीं जाना चाहिए?
न्यायपालिका में में 95% ब्राह्मण जज तो आपको न्याय देते है वह आप के लोग हैं।
Jagat Guru Ji ke sath Hain
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ही सभी जाति के हिन्दुओ को एक सूत्र में बांधकर भारतवर्ष को एक रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है इसलिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रमुख ही हिन्दुओ का प्रमुख रहा है और हमेशा रहेगा, संघ प्रमुख पर टिपणी करने वाले भदराचारय जी का व्यान हिन्दु समाज और भारतवर्ष को क्षति पहुंचाने वाला है !
बिल्कुल खराब बात कह रहे हैं आप
आरएसएस बैकफुट पर है जो अपने आप को बहुत कुछ समझते थे वह जनता की नजरों गिर चुके हैं
रामभद्राचार्य से पूछिए कि बनारस के सौंदर्यीकरण में जितने मन्दिर तोड़े गए हैं उनके विषय में उनका क्या मत है ?
Radha radha radha radha❤❤❤❤
रामभद्राचार्य बताये की उन्होंने जो शास्त्र पढा है वह हिंदू के लिए है उसका क्या प्रमाण है? क्यों की एक बार भी हिंदू शब्द ही नहीं लिखा है...
जों व्यक्ति मनुष्य में विभेद देखता है।वह संत नहीं है।संत समदर्शी होते हैं। किसी के उच्च नीच पर संत बात ही नहीं करते हैं।संत सभी धर्मों को एक समान मानते हैं। किसी की बुराई नहीं करते हैं।
इनसे पूछिए कि यदि पैसा लेकर शिक्षा देनेवाले नीच हैं तो पैसा लेकर धार्मिक कहानियाँ सुनानेवाले क्या हैं ?
भागवत मोहन आर्य समाजी है , और आरएसएस में 90% आर्य समाजी हैं, इसलिए ये आपस में भाई भाई है,जिस कारण इसे हिन्दू मुखिया और घरमाचार्यों से चिढ़ता है।
जगत गुरू देव जी सादर चरण स्पर्श भागवतवा पागल हो गया है पहले ब्राह्मणों के विरुद्ध बयान किया था अब ओ धर्म के विरुद्ध बोल रहे है संघ तो सिर्फ मध्य प्रदेश तक सीमित है अगर माननीयशिवराज जी न होते तो बीजेपी संघ के सहारे चुनाव नहीं जीत पाती
आचार्य रामभद्राचार्य जी ने जो मत व्यक्त कीया है , ओ शत प्रतिशत सही है । संप्रभु भागवतजी से , एक सामान्य नागरीक का एक प्रश्न है , कि , जब धर्म के आधारपर दो राष्ट्र बने , ओर ओ समयक के प्रशाशकने भी माना तो ,काँग्रेस ,नेहरूजीने , एक ही राष्ट्रमें दो अलग , धर्म के लिये , दो अलग अलग कानून क्यों बनवाये ? ईतनाही नही , 26 जाने 1950 , संविधान लागू कीया , तो चुनावके पहलेही , आर्टिकल 25 , 28 , और 30 लागू करनेकी जल्दबाजी, क्यों की ? क्या महामहिम भागवतजी ये षडयंत्र हिंदओंके खिलाप था , ये मान्य है क्या ? एक तरफसे , सर्वधर्म समभाव , ये शब्दप्रयोग , संविधानमें क्यों डाला है काँग्रेसने ? और तरफ समभाव कहते हो तो , धर्मांतरणके लिये कानून भी बनवाये हो , क्या ये हिंदूओंके खिलाफ षडयंत्र , भागवत साहबको दिखते नही है क्या ? काँग्रेसके अनेक हरकतों से , सनातनीयोंके आपसमें सामंजस्य खत्म हो गया , कुटूंब व्यवस्था खत्म हो गयी , भ्रष्टाचारसे , किसान और सामान्य नागरीक , आझादीका आनंद खत्म हो गया , आझादी मतलब , स्वैराचार नही होता । हमारे गुरूकुल नष्ट हो गये , समाज व्यवस्था भी , पूरी तरीकेसे नष्ट हो रही है , ये भागवतसाहबको भी ध्यान में आता होगा , फीर भी , उनसे ये बयान क्यो आ रहे है ? संघकी प्रणाली सही होते हुये , आजकल , संघचालक मिलते नही है , आपके कार्यकालमें , कितनी नही शाखाएँ चालू हो गयी , और सही तरीकेसे चल रही है। ईसका भी ब्योरा दीजीए। ना हिंदू धर्म की शिक्षा , ना ग्यान , ना संस्कार , क्या हमें खुद को , बर्बाद होनेके लिये , हमे आझादी मीलीयन है ? भारतमें , जो लोग अपने धर्म के हिसाबसे शिक्षा प्राप्त करते है और उनपर संस्कार भी होते है , ऐसे विधर्मीयोंके , व्रृद्धाश्रम है , ऐसा कभी सूना नही , फीर जो व्रृद्धाश्रम है , उसमें केवल , सनातनीही क्यो मिलते है । सनातनीयोंके चार वर्ण , में कौन अपनी जीम्मेवारी सही तरीकैसे नही निभा रहे है , और क्यो ? ईसका भी विश्लेशन हो , आपसमें लढनेका कोयी प्रश्नभी नही उठेगा । ये सामान्य नागरीककी सोच है , कही गलत हो तो क्षमा करना । लेकीन राष्ट्र , सनातन धर्म , संस्क्रूती और ऊसका संघटन , जो आजतक संघ करते आया है , ओ बढनाभी चाहीए और टिकना भी चाहीए । परम आदरनीय संघके प्रमुख ,से बिनती है कि , सार्वजनिक बयान करनेसे पहले , संघका 100 साल के योगदान को जाने , जीन्होने , अपना जीवन , सनातनके लिया खपाया , अपना घरदार न्योछावर कीया , उनकी भी सोचे। ईतनी बडी व्यक्तिके बयानपर , मैने जो कहाँ , ईसलिये मै संघपरिवारसे माफी चाहता हूँ। शुभं भवतु । जय हिंद ।
मोहन भागवत संघ सरचालक को अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है