इस पूरे आयोजन में देवताओं का आह्वान करने वाला सबसे महत्वपूर्ण है ढ़ोल वादक।पूरे उतराखंड में सभी देव आयोजनों में इनकी मुख्य भूमिका होती है।किंतु अब धीरे धीरे इसके ज्ञाता कम होते जा रहे हैं यह ज्ञान नई पीढ़ी में अग्रसित नही हो पा रहा।हम सभी को इनका पूरा मान सम्मान करना चाहिए व इनके सुखदुःख में भागीदारी करनी चाहिए।वरना यह कला व ज्ञान विलुप्त हो जायेगा।
Naveen kediyal *सर सही कहा ! पर सामाजिक सम्मान न मिलने और इस काम मैं अच्छी आय न होने से लोग इस कार्य को अब छोड़ते जा रहे हैं। ,आप और हम जैसे लोगों को ही अपने इन भाइयों को सम्मान की नजर से देखना होगा,और इज्ज़त भी देनी होगी तभी पहाड़ी लोग हम पहाड़ मैं शान्ति से रह पायेंगे, वार्ना सदियों से उपेक्षित पड़ा पहाड़ अब ईसाई समुदाय और जिहादियों के लिए नई नई फसल काटने का खेत हो जायेगा और बाद मैं हमें कश्मीरी पंडितों की तरह रोना पड़ेगा।*
बहुत सुंदर प्रस्तुति है छुरमल देव के प्रांगण में जय देवभूमि उत्तराखंड लेकिन देवभूमि प्रांगण में सभी भक्तों से विनम्र निवेदन है कि जूते चप्पल पहनकर देव प्रांगण अर्थात धूनी मै न जाएं और दूसरी बार विशेष ध्यान रखें आप लोगों से पुनः निवेदन करता हूं, उत्तराखंड की संस्कृति को बचाने का प्रयास करें, जय देवभूमि उत्तराखंड ग्रेट उत्तराखंड कल्चर जय हिन्द 🙏🙏
जय ग्रेट उत्तराखंड कल्चर बहुत ही शानदार प्रस्तुति ग्रेट उत्तराखंड कल्चर द्वारा उत्तराखंड की देवभूमि का शौन्द्रीकरण यूं ही बना रहे, जय हिंद जय देवभूमि उत्तराखंड,🙏🙏
आज श्री छुरमल देवता के इस पावन मंदिर प्रांगण में इस जगर को देख मैं जहां एक ओर श्रद्धा भाव व भक्ति भाव से ओतप्रोत था वहीं दूसरी ओर यह देखकर बड़ा दुखी भी कि लोगों में भक्ति भाव समाप्त होता जा रहा है। गुरु गोरखनाथ जी की धूनी के आसपास अधिकतर लोग जुटे पहनकर खड़े हैं ।ऐसा लग रहा है जैसे मंदिर में देवता के दर्शन करने नहीं वरन् छोलिया नृत्य देखने आए हैं ।हमारी परंपरा और पूजा प्रणाली का उपहास उड़ाया जा रहा है। मेरा आप लोगों से भी निवेदन है कि ऐसा वीडियो न umpload करें जिससे हम अपनी संस्कृति व पूजा विधि को सही रूप में प्रस्तुत न कर सकें। क्योंकि यही सब देखकर हमारी नई पीढ़ी भी उसका अनुसरण करती है। ऐसे पवित्र स्थल जो कि हमारा तीर्थ है और जहां पर देवताओं का साक्षात निवास हो पर आने से पूर्व लोगों से जुटे चप्पल परिसर से दूर ही उतारकर आने का अनुरोध अवश्य करें।यह मेरी व्यक्तिगत प्रार्थना है। जय छुरमल देवता की। जय पंच कोटि देवताओं की।
*पहाडीओं को अपनी संस्कृति और रिवाजों का मान सम्मान करना चाहिए !! देव नियम के अनुसार देव पूजा देबतारी(देवता जब शरीर मे उतरता है।मूल शब्द -देव अवतारी या देवअवतरित ) मैं तो कम से कम धोती कुर्ता पहनना चाहिये या कुर्ता पायजामा ! वरना एक दिन औरतें भी जीन्स,स्कर्ट मैं ही धुनि मैं उतरेंगी।* *ढोल वाला भाई भी धामी है ,बजाते बजाते वह भी कामने लगता है।*
ग्रेट उत्तराखंड कल्चर की शानदार प्रस्तुति है कृपया और भी अधिक वीडियो डालिए उत्तराखंड कल्चर के जिससे हमारे नए युवा पीढ़ी को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा जय देवभूमि उत्तराखंड जय हिन्द 🙏🙏
मैडम जी इन लोगों को जूते चप्पल नहीं पहनने चाहिए थे पर ये लोग अपनी परंपरा को भूल रहे है, अपनी देवभूमि की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे है? जय छुरमल देव की जय हो 🙏🙏
इस पूरे आयोजन में देवताओं का आह्वान करने वाला सबसे महत्वपूर्ण है ढ़ोल वादक।पूरे उतराखंड में सभी देव आयोजनों में इनकी मुख्य भूमिका होती है।किंतु अब धीरे धीरे इसके ज्ञाता कम होते जा रहे हैं यह ज्ञान नई पीढ़ी में अग्रसित नही हो पा रहा।हम सभी को इनका पूरा मान सम्मान करना चाहिए व इनके सुखदुःख में भागीदारी करनी चाहिए।वरना यह कला व ज्ञान विलुप्त हो जायेगा।
Naveen kediyal *सर सही कहा ! पर सामाजिक सम्मान न मिलने और इस काम मैं अच्छी आय न होने से लोग इस कार्य को अब छोड़ते जा रहे हैं। ,आप और हम जैसे लोगों को ही अपने इन भाइयों को सम्मान की नजर से देखना होगा,और इज्ज़त भी देनी होगी तभी पहाड़ी लोग हम पहाड़ मैं शान्ति से रह पायेंगे, वार्ना सदियों से उपेक्षित पड़ा पहाड़ अब ईसाई समुदाय और जिहादियों के लिए नई नई फसल काटने का खेत हो जायेगा और बाद मैं हमें कश्मीरी पंडितों की तरह रोना पड़ेगा।*
बहुत सुंदर जय देवभूमि उत्तराखंड की
🌹🙏🌹👍👌
Jai ho harjyu jai ho bala goriya jyu ki jai ho churmal jyu ki
जै पंचकोटी छुरमल देवता 🙏
Jai isht dev , Meri मनोकामना पूरी करो प्रभु 🙏❣️❣️
He gram dewata mere rg har de aapkee baree kripa hogee !
Wahh Bahut khoob
🙏🙏🙏🙏🙏JAI EST DEV CHHURMAL DEV🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
Ji ho churml dev
जय ईस्ट छुरमल्ल
Jai Guru Gorakhnaath jee ki
Wahh Amazing
Ji ho golu devta
बहुत सुंदर प्रस्तुति है छुरमल देव के प्रांगण में जय देवभूमि उत्तराखंड लेकिन देवभूमि प्रांगण में सभी भक्तों से विनम्र निवेदन है कि जूते चप्पल पहनकर देव प्रांगण अर्थात धूनी मै न जाएं और दूसरी बार विशेष ध्यान रखें आप लोगों से पुनः निवेदन करता हूं, उत्तराखंड की संस्कृति को बचाने का प्रयास करें, जय देवभूमि उत्तराखंड ग्रेट उत्तराखंड कल्चर जय हिन्द 🙏🙏
Jai ho 👏
🙏🙏🙏🙏🙏JAI EST DEV🙏🙏🙏🙏🙏
OMG
🙏🙏🙏🙏🙏 JAI EST DEV🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏"Jai Esht Dev Chhurmal Dev"🙏🙏🙏🙏🙏
जय हो श्री मालदेवता जय हो उत्तराखंड देव भूमि🚩🚩🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🌷🌷
Unique
Jai churmal Devta ki jai 🙏🙏
Jay chhurmal devta
Jai chhrmal bubu
जय हो 🌹🙏👌👍
Jai shree Isht Dev Churmal
Vip
Jai Chhurmal Devta 🌹🙏
Jai 😍churmal Dev....❤😍
JAI EST DEV
Jay churmal dev
Wow Beautiful
जय देवभूमि उत्तराखंड 🙏🙏
जय ग्रेट उत्तराखंड कल्चर बहुत ही शानदार प्रस्तुति ग्रेट उत्तराखंड कल्चर द्वारा उत्तराखंड की देवभूमि का शौन्द्रीकरण यूं ही बना रहे, जय हिंद जय देवभूमि उत्तराखंड,🙏🙏
जय छुरमल देवता
Jai panchkoti deway namah🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏
आज श्री छुरमल देवता के इस पावन मंदिर प्रांगण में इस जगर को देख मैं जहां एक ओर श्रद्धा भाव व भक्ति भाव से ओतप्रोत था वहीं दूसरी ओर यह देखकर बड़ा दुखी भी कि लोगों में भक्ति भाव समाप्त होता जा रहा है। गुरु गोरखनाथ जी की धूनी के आसपास अधिकतर लोग जुटे पहनकर खड़े हैं ।ऐसा लग रहा है जैसे मंदिर में देवता के दर्शन करने नहीं वरन् छोलिया नृत्य देखने आए हैं ।हमारी परंपरा और पूजा प्रणाली का उपहास उड़ाया जा रहा है।
मेरा आप लोगों से भी निवेदन है कि ऐसा वीडियो न umpload करें जिससे हम अपनी संस्कृति व पूजा विधि को सही रूप में प्रस्तुत न कर सकें। क्योंकि यही सब देखकर हमारी नई पीढ़ी भी उसका अनुसरण करती है।
ऐसे पवित्र स्थल जो कि हमारा तीर्थ है और जहां पर देवताओं का साक्षात निवास हो पर आने से पूर्व लोगों से जुटे चप्पल परिसर से दूर ही उतारकर आने का अनुरोध अवश्य करें।यह मेरी व्यक्तिगत प्रार्थना है।
जय छुरमल देवता की। जय पंच कोटि देवताओं की।
बिलकुल सही कह रहे हैं श्रीमान जी आप पता नहीं क्या हो गया है समाज मै आज क्या हो गया देवभूमि उत्तराखंड में भी अब ऐसा होने लगा है कष्ट के लिए खेद है 🙏🙏
Sahi kha aapney
सही बात है
Bahut achhi baat kahi hai aapne.
जय ईस्ट देव
*पहाडीओं को अपनी संस्कृति और रिवाजों का मान सम्मान करना चाहिए !! देव नियम के अनुसार देव पूजा देबतारी(देवता जब शरीर मे उतरता है।मूल शब्द -देव अवतारी या देवअवतरित ) मैं तो कम से कम धोती कुर्ता पहनना चाहिये या कुर्ता पायजामा ! वरना एक दिन औरतें भी जीन्स,स्कर्ट मैं ही धुनि मैं उतरेंगी।*
*ढोल वाला भाई भी धामी है ,बजाते बजाते वह भी कामने लगता है।*
सही बात कहीं आपने
बिलसमाजकुल सही कह रहे हैं श्रीमान जी आप पता नहीं मै आज क्या हो गया देवभूमि उत्तराखंड में भी अब ऐसा होने लगा है कष्ट के लिए खेद है 🙏🙏
Right sir
Jai ho devta ji maharaj sabki manokaamna puri krna
Jai bhole nath
MindBlowing
Jai ho churmal deva,,,,
Superb
Jai churmal devta 🙏🌹💐🌄please dhuni ke pass juta chhapal uttar dete to sone pe suhaga tha .Jai uttarakhand,🙏🕉️🇮🇳
Yeh mandir ,uttrakhand pithoragarh district ke didihat ke merthi gaon ka hai.
Jai churmal devta
KONSI MERTHI KA
Fabulous
🙏🙏🙏🙏💅जय हो नाइमल छुरमल देवता
इस मन्दिर से मेरी बचपन की यादें जुड़ी है। जहां में मेले में जाती थी।आज देखा तो आंख में आसू आ गये। जय हो मेरे ईष्ट देव 🙏❤️❤️❤️❤️❤️
Excellent
Outstanding
Very nice 🙏🙏
जय हो
Jai east dev
Jai Churmal dev
Bahut acha
RoyaL
Solid
Jai ho panchkoti dewtao 🙏🙏
Thankyou So Much Guys 🇳🇪💖
Brilliant
ग्रेट उत्तराखंड कल्चर की शानदार प्रस्तुति है कृपया और भी अधिक वीडियो डालिए उत्तराखंड कल्चर के जिससे हमारे नए युवा पीढ़ी को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा
जय देवभूमि उत्तराखंड
जय हिन्द 🙏🙏
Jai ho
JAI DEVTA JI KI JAI HO
जय देवभूमि 🙏🙏
जय हो छुरमल देवता 🙏
🙏🙏
Jai ho🙏🙏
Jai isht dev🙏🙏
🙏🏻🙏🏻😌 churmal dewaye nmh :
Jai isht dev 🙏🙏🙏
Kha ka he .jai ho
Wow
Mandir mei jute nahi utare hai bahut dukh ho raha hai
Fantastic
जय हो गोलू देवता🙏🙏🙏
जय हो प्रभु🙏🙏🙏
Jai ho churamal devta 🙏
Thanks to all of you!!!!
चप्पल ओर महिलाओ द्वारा चमड़े के बैग भी मंदिर परिसर में ले जाना हमारी
शंस्कृति में शोभा नही देता। जय
ईस्ट देव
AAPNE BILKUL SHI KAHA
🙏🙏 ॥ जय ईष्ट देव ॥ 🙏🙏
Bhai ey kon sa mandir hai3 yar yaha to log juta chapal leykar guum rahey hai o my god
Kripya dhoni mein jute chappal Na le jaane ki Salah den sabhi bhakton ko
बड़ी शर्म की बात है धूनी के पास जूते पहन के जा रहे हो जिस परिवार के ये सदस्य थे इनको दंड मिलना चाहिए। जय हो ईष्ट देव जी 🌺👏
जय हो 🙏🙏
यह मंदिर कहां का है
Yeh mandir ,uttrakhand pithoragarh district ke didihat ke merthi gaon ka hai
मदिंर मे जुते उतारना भूल गये
Mandir me gye h log wo bhi jute chappal pahan kr wa re wa ye hi dekhna rh gye the
Very nice
मदिंर मे जुते उतारने भूल गये ।
मैडम जी इन लोगों को जूते चप्पल नहीं पहनने चाहिए थे पर ये लोग अपनी परंपरा को भूल रहे है, अपनी देवभूमि की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे है?
जय छुरमल देव की जय हो 🙏🙏
Contact no दीजिए जगरिया का
Ab bjp walon ka satyanas hoga !
Do not see in you tube
जय हो जय हो भगवान जी की जय हो जय हो
Jai ho churmal dev
जय छुरमल देवता
जय हो
🙏🙏🙏🙏🙏
Jai ho🙏🙏
Jai churmaldevta