युग पुरुष महर्षि देव दयानन्द सरस्वती जी महाराज को शत् शत् नमन्।। आर्य समाज अमर रहे वेद की ज्योति जलती रहे ओउम् का ध्वज ऊंचा रहे।। ओउम् शं।। आर्य पुत्र।।
उपासना का प्रारम्भ अहिंसा से होता है । जब तक व्यक्ति सबसे ईर्ष्या, द्वेष, पक्षपातपूर्ण विचार, व्यवहार करना नहीं छोड़ेगा तब तक वह कैसे ईश्वर के निकट हो सकता है ? इस वैदिक सन्ध्या में प्रातः व सायं काल १२ बार द्वेषभाव छोड़ने की बात इसलिए की गई है क्योंकि ईश्वरोपासना के लिए यह अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है । 🧘🏽♀️🙏🧘
हर सनातन के घर मे ये दोनों समय कम से कम वीडियो चलाकर चन्द मिनट परमात्मा को याद करना ही चाहिए, वैसे भी वैदिक सनातन धर्म मे हर जनेऊ धरि के ये दोनों समय की संध्या जरूरी है
आखिर की चीजे हमारे धर्मगुरु ने आश्रम के बड़े बड़े महात्मा लोगों ने धर्म के नाम पर पैसा कमाने वाले पंडित ,ब्राह्मण ने प्रति हिंदू की चीज क्यों नहीं बताई????? सत्यमेव जयते 😊
मेरा ऐसा मानना हैं इस प्रार्थना से ना केवल अंतरात्मा को परम शांति का अनुभव होता है अपितु परम पिता परमात्मा की भी अनुभूति होती है ऐसा सुनने में भी आया है की संस्कृत के मंत्रों के उच्चारण से खून भी साफ होता है और निरोगिता आती है👏👏👏🚩🚩🚩🚩
" ... मानना हैं ❌❌" ==> " मानना है ✅✅" . . . . " हैं ❌❌" को " है✅✅ " लिखना गलत है, कृपया सही शब्द का ही प्रयोग करें . .. मेरा ऐसा मानना है कि इस प्रार्थना से न केवल अंतरात्मा को परम शांति का अनुभव होता है अपितु परम पिता परमात्मा की भी अनुभूति होती है ऐसा सुनने में भी आया है -की-❌❌ कि✅✅ संस्कृत के मंत्रों के उच्चारण से खून भी साफ होता है और निरोगिता आती है. -- "परम पिता परमात्मा" बोलते समय सिर्फ "पिता" को ही याद किया जाता है, "माता" को नहीं . . . जो कि सही नहीं है, "माता" को भी सम्मान देना चाहिए, इसलिए "परम पिता" न बोलें। ... , अपितु" परम एक " , "The Supreme One" ही कहिये.
इस से यह प्रतीत होता है । वैदीक काल मे हमारे ऋषी मुनी एसा ही वैदीक विद्धी से सन्ध्या करते होंगे । वैदीक ऋषी वातावरण सा प्रतीत हुआ । ओ३म् शं 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻😇🙏🏻🙏🏻🙏🏻🇮🇳🇮🇳🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@@anuragpandey4691 Aap bol ke bhi kar sakte ho Bolne se kano me bhi awaz jaayegi Vedo ke mantra gopaniy nhi h jaise ki log aaj chori chori guru mantra lete h or bolte h
This has a special significance and reverence in my life!!! We would every evening sit with our parents and solemnise this prayer!!! It gave a divine ambience to our upbringing!!!
This is a beautiful video . People have either forgotten the vedic culture or have made it a business tool. most of the brahmins use it as a means of making money rather than remind people about their culture and spiritual practices.
महि्षी नै हमै गुरूकुल, आयृसमाज ,गौ शाला, व वैदौ का रूपानतर सरल हिनदी मै, तथा अपनै अनितम समय मै सतयाथृ पका्श जैसी महतपूणृ समपती हमै सौप कर गयै है सारा जीवन हमारै कलयाण कै लियै दिया। यह सब हमारै लियै व हमारी आनै वाली सनतान जौ कि भारत कै उजजवल भविषय कै लियै तैयार हौ सकै । लैकिनआज हमारी सनतानै बिना संसकार राबटृ कि तरह बड़ रही है कैवल अपनै भविषय कै अलावा भारत कै भविषय कि चिनता न हमै है न बचचौ कौ । संसथायै कौ सकी्य हौना चाहियै यदि भारत कौ वासतव मै भारत बनाना है तौ विशव गुरू कि चिनता बाद मै करना ।
बहुत ही सुंदर संध्या गायन है कृपया विज्ञापन आरम्भ में या अंत -'मे'- में -दे- दें . विज्ञापन से संध्या की लय टूट जाती है व -आन्नद मे विघन- ==> "आनंद में विघ्न " आ जाता है.
काश संसार के सभी हिंदु संध्या वंदन को जानते
सभी सुबह और शाम केवल दो बार संध्या वंदन करते तो पूरे विश्व में क्रांति आ जाती
युग पुरुष महर्षि देव दयानन्द सरस्वती जी महाराज को शत् शत् नमन्।। आर्य समाज अमर रहे वेद की ज्योति जलती रहे ओउम् का ध्वज ऊंचा रहे।। ओउम् शं।। आर्य पुत्र।।
अथ वेदिक संध्या सभी आर्य को रोजाना सुबह और शाम करनी चाहिए
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय हो। वैदिक संध्या प्रत्येक आर्य पुत्र को श्रद्धा पूर्वक प्रातः सायं नित्य करनी चाहिए। ओउम् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।। ❤
Pp hare p
पॉपअप
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय
शान्ति धर्मी परिसर में श्याम के समय बच्चों को इस वीडियो के माध्यम से बच्चों को संध्या सिखाई जाती है
ओ३म् ओ३म् ओ३म् सत्य सनातन वैदिक घर्म की जय 🕉🙏🙏
आदर सहित नमस्ते जी,
उपासना का प्रारम्भ अहिंसा से होता है । जब तक व्यक्ति सबसे ईर्ष्या, द्वेष, पक्षपातपूर्ण विचार, व्यवहार करना नहीं छोड़ेगा तब तक वह कैसे ईश्वर के निकट हो सकता है ? इस वैदिक सन्ध्या में प्रातः व सायं काल १२ बार द्वेषभाव छोड़ने की बात इसलिए की गई है क्योंकि ईश्वरोपासना के लिए यह अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है ।
🧘🏽♀️🙏🧘
जय जय आर्यव्रत, सभी हिन्दू भाइयो को ये क्रिया नित्य करनी चाहिए।
हर सनातन के घर मे ये दोनों समय कम से कम वीडियो चलाकर चन्द मिनट परमात्मा को याद करना ही चाहिए, वैसे भी वैदिक सनातन धर्म मे हर जनेऊ धरि के ये दोनों समय की संध्या जरूरी है
वैदिक संस्कृति वेदिक यज्ञ जीवन का अभिन्न अंग बनाना चाहिए।
आखिर की चीजे हमारे धर्मगुरु ने
आश्रम के बड़े बड़े महात्मा लोगों ने धर्म के नाम पर पैसा कमाने वाले पंडित ,ब्राह्मण ने प्रति हिंदू की चीज क्यों नहीं बताई?????
सत्यमेव जयते 😊
काफी लोगों ने इस संध्या से संध्या करणी सीखी है बहुत-बहुत धन्यवाद
वैदिक धर्म की जय हो
वैदिक संध्या के मन्त्र उच्चारण अति उत्तम है और लिखित में संध्या के 21 मन्त्र बहुत ही सुन्दर व सराहनिय है आपको सादर प्रणाम
बहुत सुन्दर ढंग से संध्योपासना के मंत्रों का उच्चारण किया गया है। उच्चारणकर्ता नि:सन्देह साधुवाद के पात्र हैं।
सुपर शानदार प्रणाम स्वामीजी 🙏🙏🌈🌄शुभ संध्या नमस्ते जी ॐ 🙏🙏😊😊👌
Om namo narayan JEE, koti koti pranam guruji, Om om om om om om om om om om om om om om om om om om om om om om om om
बहुत सुंदर प्रस्तुती ।
एैसा प्रस्तुती के माध्यम से दैनिक वैदिक संध्या युवाओं तक हम पहुँचा सकते है।
अत्यंत गुणकारी है ये वैदिक सन्ध्या ,अवश्य कारें ।
Arya samaj ki Jay Ho 🚩🚩💝🚩🚩👍👍😘❤️
If you can kg Duc cf HG fghxfjfh bh g kg Ch HG hi kg VP
मैं प्रतिदिन इसके माध्यम से दैनिक सुबह के समय वैदिक संध्या करता हूं
Vadik darm kee jay ho
आदरणीय आचार्य द्वय को सादर नमस्ते
मेरा ऐसा मानना हैं इस प्रार्थना से ना केवल अंतरात्मा को परम शांति का अनुभव होता है अपितु परम पिता परमात्मा की भी अनुभूति होती है ऐसा सुनने में भी आया है की संस्कृत के मंत्रों के उच्चारण से खून भी साफ होता है और निरोगिता आती है👏👏👏🚩🚩🚩🚩
" ... मानना हैं ❌❌" ==> " मानना है ✅✅" . . . . " हैं ❌❌" को " है✅✅ " लिखना गलत है, कृपया सही शब्द का ही प्रयोग करें .
.. मेरा ऐसा मानना है कि इस प्रार्थना से न केवल अंतरात्मा को परम शांति का अनुभव होता है अपितु परम पिता परमात्मा की भी अनुभूति होती है ऐसा सुनने में भी आया है -की-❌❌ कि✅✅ संस्कृत के मंत्रों के उच्चारण से खून भी साफ होता है और निरोगिता आती है.
-- "परम पिता परमात्मा" बोलते समय सिर्फ "पिता" को ही याद किया जाता है, "माता" को नहीं . . . जो कि सही नहीं है, "माता" को भी सम्मान देना चाहिए, इसलिए "परम पिता" न बोलें। ... , अपितु" परम एक " , "The Supreme One" ही कहिये.
वेदे सर्वं प्रतिष्ठितम्
इस से यह प्रतीत होता है । वैदीक काल मे हमारे ऋषी मुनी एसा ही वैदीक विद्धी से सन्ध्या करते होंगे ।
वैदीक ऋषी वातावरण सा प्रतीत हुआ ।
ओ३म् शं
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻😇🙏🏻🙏🏻🙏🏻🇮🇳🇮🇳🙏🏻🙏🏻🙏🏻
इतना सीमित समय में वैदिक संध्या की प्रस्तुति बहुत प्रेरक है ।
बहुत बहुत सुन्दर सारांश वदिक संध्या 🕉️🕉️🕉️👏👏👏👏👏💐💐💐💐💐
वैदिक सन्ध्या सीखें आसानी से
th-cam.com/video/X76ygvcFrbE/w-d-xo.html
समस्त आर्य जनों को सप्रेम नमस्ते, हार्दिक शुभकामनाएं
भाग्यशाली वह जीव है जिस देश में जिस कालखंड में ऐसी वैदिक मंत्रों का गान किया जाता हो। धन्य है उस देश का उस मिट्टी का जीव ओम शांति शांति शांति।
संध्या का जीवन में विशेष महत्व है प्रातः व सायकॉल सन्ध्या करनी चाहिए
अति उत्तम । यह संध्या सभी को सिखना और करना चाहिए धन्यवाद
अथ वैदिक सांध्या
ओ३म् भुर्भुवः स्वाहा , तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गोदेवष्य धीमहि धियोयोनः प्रचोदयात। यजुर्वेद :- 36/3
ओ३म् शन्नो देवीरभिष्टयआपो भवन्तु पीतये शंयोरभिश्रवन्तु नः। यजुर्वेद :- 36/12
ओ३म् वाक वाक ! ओ३म् प्राणः प्राणः
ओ३म् चक्षुश्चक्षु ! ओ३म् श्रोतम श्रोतम
ओ३म् नाभिः , ओ३म् हृदयम् , ओ३म् कण्ठः , ओ३म् शिरः , ओ३म् बाहुभ्याम् यशोबलम् , ओ३म् करतल करपृष्ठे।
ओ३म् भू पुनातु शिरसि
ओ३म् भुवः पुनातु नेत्रयों
ओ३म् स्वः पुनातु कंठे
ओ३म् महः पुनातु हृदये
ओ३म् जनः पुनातु नाभ्या
ओ३म् तपः पुनातु पादयोह
ओ३म् सत्यम् पुनातु शिरसी
ओ३म् खं ब्रह्म पुनातु सर्वत्र।
ओ३म् भू। ओ३म् भुवः। ओ३म् सवः। ओ३म् महः। ओ३म् जनः। ओ३म् तपः। ओ३म् सत्यम
ओ३म् ऋतंच सत्यंचा भीद्धातसोध्यजायत। ततो रात्र्यजायत ततः समुद्रों अर्णवः।।
ओ३म् समुद्राद णर्वादधि संवत्सरो अजायत। अहो रात्राणि विदधद्विश्वस्य मिषतो वशी।।
ओ३म् सूर्याचन्द्रमसौ धाता यथा पूर्वमकल्पयत। दिवंच पृथ्वीन्चाँतारिक्षमथो स्वः।।
ओ३म् शन्नो देवीरभिष्टयआपो भवन्तु पीतये शंयोरभिश्रवन्तु नः। यजुर्वेद :- 36/12
ओ३म् प्राची दिगग्निरधिपतिरसितो रक्षितादित्या इषवः।
तेभ्यो नमो धिपतिभ्यो नमो रक्षितृभ्यो नम इषुभ्यो नम एभ्यो अस्तु।
यो स्मान द्वेष्टि यं वयं द्विष्मस्तं वो जम्भे दध्मः।। अथर्ववेद :- 3/27/1
ओ३म् दक्षि णा दिगिन्द्रों धिपतिस्तिरशिचरजी रक्षिता पितर इषवः।
तेभ्यो नमो धिपतिभ्यो नमो राक्षितृर्भ्यो नम इषुभ्यो नम एभ्यो अस्तु।
यो स्मान द्वेष्टि यं व्यं द्विउशुष्मस्तं वो जम्भे दध्मः ।।
अथर्ववेद :- 3/27/2
ओ३म् प्रतीची दिग्वरु णोधिपति पृदाकू रक्षितन्नमिषवः।
तेभ्यो नमो धिपतिभ्यो नमो राक्षितृर्भ्यो नम इषुभ्यो नम एभ्यो अस्तु।
यो स्मान द्वेष्टि यं व्यं द्विउशुष्मस्तं वो जम्भे दध्मः ।।
अथर्ववेद :- 3/27/3
ओ३म् उदीची दिक सोमोधिपतिः स्वजो रक्षिता शनिरिषवः।
ओ३म् प्रतीची दिग्वरु णोधिपति पृदाकू रक्षितन्नमिषवः।
तेभ्यो नमो धिपतिभ्यो नमो राक्षितृर्भ्यो नम इषुभ्यो नम एभ्यो अस्तु।
यो स्मान द्वेष्टि यं व्यं द्विउशुष्मस्तं वो जम्भे दध्मः ।।
अथर्ववेद :- 3/27/4
ओ३म् ध्रुवा दिग्विष्णुरधिपति कल्मासग्रिवो विरुद्ध इषवः।
तेभ्यो नमो धिपतिभ्यो नमो राक्षितृर्भ्यो नम इषुभ्यो नम एभ्यो अस्तु।
यो स्मान द्वेष्टि यं व्यं द्विउशुष्मस्तं वो जम्भे दध्मः ।।
अथर्ववेद :- 3/27/5
ओ३म् ऊध्वा दिग्बृहस्पतिरधिपतिः श्वीत्रो रक्षिता वर्षमिषवः।
तेभ्यो नमो धिपतिभ्यो नमो राक्षितृर्भ्यो नम इषुभ्यो नम एभ्यो अस्तु।
यो स्मान द्वेष्टि यं व्यं द्विउशुष्मस्तं वो जम्भे दध्मः ।।
अथर्ववेद :- 3/27/6
ओ३म् उद्वयंतमसस्परि स्वः पश्यन्त उतरम्।
देवं देवत्रा सूर्यमगन्म ज्योतिरुतमम्।।
यजुर्वेद :- 35/14
ओ३म् उदुत्यं जातवेदसं देवं वहन्ति केतवः।
दृशे विश्वाये सूर्यम्।।
यजुर्वेद :- 33/31
ओ३म् चित्रं देवानामुदगादनीकं चक्षुर्मित्रस्य वरुणस्याग्ने:।
आप्रा द्यावापृथिवी अंतरिक्षम् सूर्य आत्मा जगतस्तस्थुषश्च स्वाहा।। :- यजुर्वेद 7/42
ओ३म् तच्चक्षुर्देवहितं पुरस्ताच्छुक्रमुच्चरत।
पश्येम शरदः शतं जीवेम शरदः शत्म् शृणुयाम शरदः शतं प्रब्रवाम शरदः शतमदिना: स्याम शरदः शतं भुयश्च शरदः शतात।। यजुर्वेद :- 36/24
ओ३म् भूर्भुवः स्वः।
तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवष्य धीमहि।
धियो यो नः प्रचोदयात्।। यजुर्वेद :- 36/3 , ऋग्वेद :- 3/62/10
हे ईश्वर दयानिधे ! भावत्कृपयानेन जपोपासनादिकर्म णा धर्मार्थकाममोक्षा णां सद्यः सिद्धिर्भवेन्नः।।
ओ३म् नमः शम्भावय च मयोभवाय च।
नमः शंकराय च मयस्कराय च।
नमः शिवाय च शिवतराय च। यजुर्वेद :- 6/41
ओ३म् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।
Beautiful
How can be copy , print and distribute?
Guru ji yah vidhi maun hoker karni chaiya please reply.
सनातन धर्म SANATAN DHARMA ye 3 pranayam kya hai?
@@anuragpandey4691
Aap bol ke bhi kar sakte ho
Bolne se kano me bhi awaz jaayegi
Vedo ke mantra gopaniy nhi h jaise ki log aaj chori chori guru mantra lete h or bolte h
@@anuragpandey4691 एक आवाज के साथ उच्चारण करना चाहिए मन में नहीं रोज सुबह शाम प्रत्येक सनातनी को संध्या उपासना करनी चाहिए
Aray samaj Amer rahe.ved ki.jyoti jagti rahegi Om ka zanda ucha rahega
आनंद उत्साह का संचार करने योग्य ईश्वर🌹🌹 वन्दना वास्तव मे अति उत्तम🙏🙏🙏
ओउम्। धन्य हैं ॠषिवर दयानंद सरस्वती, जिन्होंने लुप्त होते वेदों का पुनर्जीवन कर , महान आदर्श वैदिक समाज आर्य समाज की स्थापना की।
@@anilmishra1970😊😊😊😊qaq😊😊😊a😊😊😊
@😊😊
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
सभी सज्जन इन संध्या हवन एवं ,गीत प्रवचन की ध्वनि प्रविष्टियों से जीवन को संस्कृत सुसज्जित और संस्कारित करें
Ritik
I am agree with you Thanking you sir.
बहुत सुखदाई, भाषा, भाव और शैली अत्यंत प्रभावी लगी, आभार
Subah ki sundar shuruwat ke liye sadhuwad
Aap k sath sandya kar k sukh milta h ❤
ओ३म्
जय आर्य, जय आर्यावर्त
आजकल बच्चो को उसी स्कूल में भेजना चाहिए जहाँ भारतीय संस्कृति सिखाई जाए न कि एक नौकरी पिपासु।
वैदिक सन्ध्या सीखें आसानी से
th-cam.com/video/X76ygvcFrbE/w-d-xo.html
बहुत सुंदर विचार है
Aapke kids kon se gurukul me ..plz tell me
इसका ज्ञान तोह घर रह कर या बच्चो को आर्य समाज ले जाकर भी किया जा सकता है
@@garimagupta8890 xv
हमारे जैसे नव आर्यों के लिये यह संध्या का वीडियो बहुत काम का उपयोगी (लाभकारी) है।
इस वीडियो के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद _/\_😊
Bhaiya aap nav arya kaha hai😊
Ok
NAV Arya Naam ki koi chiz nhi hai
Indra puram gajiyabad me aarya smaj mandir khan pr he
YH VHU UPYOGI HEE DHNYBAD
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय हो
नमस्ते जी🙏 कैथल हरियाणा
सभी आर्यजनों को कोटि कोटि नमन। ॐ
कृणवंतो विश्वमार्यम
Achi video h Hari om 🙏🕉️ clayan ho sabhi ka 🕉️👌
हमे उस परमात्मा की सुबह साम स्तुति प्राथना उपासना करनी चाहिए।उस ईसवर का आभार व्यक्त करना चाहिए।।
Thanks
ओम् खम् ब्रह्म ओम् ऊँ ओम् ऊँ ओम् हरहर महादेव ओम् जय जय
उच्चारण एकदम स्पष्ट एवं शुद्ध है।
Bachcho ko uttam sanskar dena har mata pita ka param kartvey hai.
आर्य समाज की जय हो
This has a special significance and reverence in my life!!! We would every evening sit with our parents and solemnise this prayer!!! It gave a divine ambience to our upbringing!!!
👍
जब भी सुनता हूं आँखों मे आंसू आजाते है और आत्मा को परम शांति मिलती है धन्य है परमात्मा ओम्
Great. Satya snatan vedic dharma sabha trust shahabad markanda district kurukshetra.
Bahut acchi vedic sandhya. Advertisements should be in the beginning or at the end. Advertisements inbetween break the flow of doing pooja. 🙏
Offline download kr lijiye
I do Havan and Vedic sandhya daily I know this full I'm just 12yr old boy
Bohot ache👍
Wah!Bohot ache beta👍👍
Thanks🙂
Maharshi Dayanand Saraswati Maharaja ki jay ho.🌹🇮🇳🙏
Baidik mantra hi hamare jiban ki Ashar he
Bahut achha explain kiya hai
ओं
Vedic Sandhya 💯👌🏼
🔥ओम्🔥
🙏🙏🙏🙏
My favorite manter i know it from my childhood because of my father Thanku papa
Likh kr send kro n
मन को शांत करता है
हम परम पीता परमात्मा की आराधना करते हैं
This is a beautiful video . People have either forgotten the vedic culture or have made it a business tool. most of the brahmins use it as a means of making money rather than remind people about their culture and spiritual practices.
Excellent album & can be used for everyday prayer. Many thanks for making it to all concerned
यही वो मन्त्र हैं जो हम रोज स्कूल में बोलते थे, बहुत धन्यवाद👍💐
Everything Masala Fry ....konsa school tha apka....
Ye hamare DAV school mei prayer mei hota tha, aur abhi bhi hota hai...🚩
Is video ne school ke din yard Kara diye jo Boley so bhai vedic dharma ki jai
@@riturajanand1055😅
बहुत बढ़िया।
सभी सनातनी हिंदी व संस्कृत भाषा का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग किया करें।
Boycott urdu
💚💚
वैदिक सन्ध्या सीखें आसानी से
th-cam.com/video/X76ygvcFrbE/w-d-xo.html
श्री राम जी ने सन्ध्या वंदना करते थे।यह वाल्मीकि रामायण में वर्णित है। लेकिन पाखंडी ने इसे रामेश्वरम में लींग के स्थापना से। जोड़ दिया।
सत्य वचन। सच के प्रसार की जरुरत है। ॐ 🙏🙏
Ati sunder slok Sanskrit me maano aisa lag rha hai ki phir se tretayug aa gaya
Not required
Zsx
सभी आर्यों को नमसकार
Gyan ka bhandar hai om namah
मानव जीवन की पहली सीढ़ी है सन्ध्या
आपने विज्ञापन के लिए संध्या को दूषित कर दिया ।इससे ध्यान पूर्ण रूप से भटक रहा है ।
we will remove advertisement.
Thanks for give attention..
Ha mere ghar roj subh shaam sandhy hoti he or har sanday ko havan hota he
Ye mere pita shree ki den he
Atyant Madhur Sawar Om Parmatma ki Vani
महि्षी नै हमै गुरूकुल, आयृसमाज ,गौ शाला, व वैदौ का रूपानतर सरल हिनदी मै, तथा अपनै अनितम समय मै सतयाथृ पका्श जैसी महतपूणृ समपती हमै सौप कर गयै है सारा जीवन हमारै कलयाण कै लियै दिया। यह सब हमारै लियै व हमारी आनै वाली सनतान जौ कि भारत कै उजजवल भविषय कै लियै तैयार हौ सकै । लैकिनआज हमारी सनतानै बिना संसकार राबटृ कि तरह बड़ रही है कैवल अपनै भविषय कै अलावा भारत कै भविषय कि चिनता न हमै है न बचचौ कौ । संसथायै कौ सकी्य हौना चाहियै यदि भारत कौ वासतव मै भारत बनाना है तौ विशव गुरू कि चिनता बाद मै करना ।
अपने बच्चो को यह संस्कार देने चाहिए सभी को।।। संध्या से ईश्वर को pa सकते हैं।।।।🕉️🙏
Useful video on Vedic Sandhya as one can learn correct pronunciation. Om🙏
मै रोज अग्नीहोत्र करता हूं
4 महीने से प्रत्येक दिन मैं भी अग्निहोत्र कर रहा हूँ।
@@satyapalkumar3691 bhagvan apko dirgayu kare or aap dusrokobhi prerana deterahe
🙏🚩
Bohut badiya
@@rameshsoni5418 bhai kitni baar karni chahiye sandhya upasna din mai
🙏 उत्कृष्टतम् 🙏
सत्य सनातन धर्म की जय!
2111qq1111²and sexy
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Superb. Heart Touching. 4 Vedas leading to devine plesure for man kind.
janardhan sharma th-cam.com/video/BMJAp889FIo/w-d-xo.html please subscribe
Namsty
Apka bahut bahut dhanyavad.
Om shanti
लोटो वेदों की ओर........।
हम परमपिता परमात्मा के चरणों में प्रणाम करते हैं
Krapiya ESE hi aawasyak kary or bhi uplode karain jisse log iswar prapti ka log laabh utha sakain
यह संध्या प्रतिदिन अवश्य करनी चाहिए । बहुत ही सुंदर भावार्थ के साथ है 👏👏🌹🌹
बहुत ही शानदार वैदिक संध्या
Indian culture is gold hum sab Arya hai
आपको बहुत सारा धन्यवाद इस सुन्दर वैदिक संध्या के लिए।
साधुवाद 🙏
ओम् खम् ब्रह्म ओम् ऊँ ओम् ऊँ ओम् हरहर महादेव ओम् जय जय श्रीराम ओम्
बहुत अच्छा है 😊
अति उत्तम जी
This video is Ver y useful nd impressive thanks for making
This is a best shandhya bandn.
Had pal mi ho prabhu sumiran tera ASA bna do prabhu geevan mera.very nice bajan. Thanks
Ati sunder🙏Roj ki prarthna me shamil🙏dhanyavad
बहुत ही आनंद आया। वैदिक धर्म की जय हो 🙏🏻
बहुत ही सुंदर संध्या गायन है
कृपया विज्ञापन आरम्भ में या अंत मे दे
विज्ञापन से संध्या की लय टूट जाती है व आन्नद मे विघन आ जाता है
बहुत ही सुंदर संध्या गायन है
कृपया विज्ञापन आरम्भ में या अंत -'मे'- में -दे- दें .
विज्ञापन से संध्या की लय टूट जाती है व -आन्नद मे विघन- ==> "आनंद में विघ्न " आ जाता है.