जीवन का उद्देश्य क्या है - What Is The Purpose Of Life - Wave Hindi Documentary
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- เผยแพร่เมื่อ 20 พ.ย. 2022
- What Is The Purpose Of Life,
Why Are We Here
क्या हमारा जीवन भ्रम है या सच्चाई
क्या है मनुष्य के जीवन का उदेश
जीवन का अर्थ,
जीवन क्या है ?
अस्तित्व का उद्देश्य क्या है ?
वैज्ञानिक सवाल जवाब
Kya Hamaara Jeevan Bhram Hai Ya Sachchaee
Kya Hai Manushy Ke Jeevan Ka Udesh
Vaigyaanik Savaal Javaab
Is Our Life An Illusion Or Reality
What Is The Purpose Of Human Life
The Meaning Of Life,
Or The Answer To The Question: What Is Life All About ?
What Is The Meaning Of Life ?,
Pertains To The Significance Of Living Or Existence In General.
Many Other Related Questions Include
What Is The Meaning Of Life ?,
What Is Life All About ?,
Or What Is The Purpose Of Existence ?
Scientific Question Answer
Information And Education Purpose Wave Hindi Documentary
वेव तरंग हिन्दी डॉक्यूमेंटरी
#meaning
#documentary
#time
जिस प्रकार हमारे पेट के अंदर मौजूद बैक्टीरिया को नही पता की उसी क्या भूमिका है , मगर हमे पता है की उसकी कितनी महत्व पूर्ण भूमिका है । ठीक उसी प्रकार ब्रम्हांड में हमारी क्या भूमिका है ओ हमे नही पता ।
शायद।
Behtreeen example bro lekin humko kabhi pata nhi chal paega ki jeevan ka so cold uddeshye kya hai
agar aap apne mn ko shaant krke dyaan krenge to apko ek alag aanand milega or aap ki sochne or dekhne ka najriya bdal jayega
aapko ye duniya bilkup spast(clear) dikhayi degi
@@AnkitKumar-js1pc read bhagawat Geeta, i can guarantee you that you will find your goal .
JIVAN KA UDESH ...APANE AAP KO JANANA OR ...PARAM SATAY KO JANANA....OR....APANI ATAMA KO PARAM SATAY KA KNOWLEDGE DENA..♦️♦️♦️♦️.
यह चैनल मुझे पसंद इसलिये है कि यह वैज्ञानिक बातों को राष्ट्रभाषा हिंदी में व्यक्त करके आम जन को विज्ञान की जानकारी प्रदान करता है ।
Haa par har jagar pahuchana jharuri nahee kiyuki men me ahee jate hai
हिन्दी राष्ट्रभाषा नहीं है। संविधान के अनुसर हिंदी राजभाषा है। अर्थ सरकार के काम काज की भाषा।
Han tumhare liye India bhi Sirf North India hi hoga..
मैं कुछ महीनों से physics chemistry और biology पढ़ रहा हूँ... और मेरे मन ये कई बार ये ख्याल आता है कि जिस प्रकार ब्रह्मांड का कोई सीमा नहीं है और उसी प्रकार हम परमाणु के जीतने छोटे से छोटे कण तक जा रहें हैं यह और भी जटिल होता जा रहा हैं .... मतलब बड़े से बड़े और छोटे से छोटे वस्तु का अंत या सीमा जानना असंभव है... इसे विचार करने पर की इसकी सीमा कहा समाप्त होगी... मस्तिष्क की सीमाओं का उल्लंघन हो जाता है....
जीवन जीने के लिए नही , जीवन मरने के लिए भी नही , जीवन स्वयं को जानने के लिए है !
I am satisfied with You mere swal ka Java kuchh had tak mil gaya thanks
I agree with you
Ek dam sahi bat h
Ar Sotto Kay haa?
Lekin kaise Jane apne aap ko
जीवन का कोई निश्चित अर्थ नहीं है अर्थ यही है कि हम इसे क्या अर्थ देते हैं।
Shahee kaha par jeevan jeena chahiy
Hota shai shateye par ushe bhagevan jante insshan man ashliyt hai
जीवन का कोई निश्चित अर्थ नहीं है तो इतना बड़ा अंतरिक्ष कायनात आकाश का कोई मायने नहीं है क्या
इस अर्थ को बताने के लिए इस दुनिया के बनाने वाला एक है और उसका कोई साथ ही नहीं उसने इस अर्थ को बताने के लिए हर जमाने में अपने दूत रिप्रेजेंटेटिव और आसमानी किताब भेजा है हमें उसे तलाश करना चाहिए
@@groomermedia007 अंतरिक्ष जीवन नहीं है, कायनात जीवन नहीं है, आकाश जीवन नहीं है। हर मनुष्य जो जन्म से लेकर मृत्यु तक का सफर तय करता है वो जीवन है। मैं जिसे वास्तविकता समझता हूँ, वो तुम्हें भ्रम लग सकता है और तुम जिसे वास्तविकता समझते हो वो मुझे भ्रम लग सकता है। सभी मनुष्य अपने माहौल और परिस्थिति का सामना करके ही चीज़ों को सही-गलत और वास्तविकता-भ्रम का नाम देते हैं। इसलिए ये ज़रूरी नहीं है कि तुम मुझे गलत समझो और न ही मैं तुम्हें गलत समझूँ। तुम जिस चीज़ में दृढ़ विश्वास करते हो वही तुम्हें जीने के लिये वजह और मानसिक ऊर्जा देता है। अपने जीवन को जियो अगर तुम किसी चीज़ में विश्वास करते हो तो उस पर विश्वास करो। तुम किसी को ढूंढना चाहते हो तो उसे ढूंढो। तुम जानने और विश्वास करने के लिए स्वतंत्र हो।
@@kartikbaraik6705 इसका मतलब सही या गलत सब बराबर है दूध और पेशाब मैं कोई अंतर नहीं सही सही है या गलत गलत है यह मनुष्य का नहीं बल्कि प्रकृति का कानून जो प्रकृति को बनाने वाला है
यँहा किसी के मीठे बोल हैं
किसी की नियत मे झोल हैं
बाबा ये दुनिया गोल है
यँहा सब के डबल रोल हैं😥😥
😀
😊
🤣🤣🤣🤣🤣
🧐
Sahi bole badi badi baten karna sabhi ko aata hain.amal karna hi asal insan hain.
भगवान बुद्ध ने तो बहुत पहले ही कह दिया था कि जीवन की सच्चाई जानना है तो, बाहर की तरफ नहीं अपने भीतर की तरफ उतरो ... 😊
Buddh andhkar ke sivay kuch nahi sirf bible
Me jeevan ke sahi uddeshya ko bataya gaya hai baki gagah bhatkav our andhkar ke sivay kuch nahi agar jhut keh raha hu to sabhi dharmik granth ka addhyan kar ke dekh lijiye such aapko pata chal jayega
@@yaveshpaul9950 आपने ने उनको नकार दिया जिन्हे सारा यूरोप और अमेरिका मानता है 👍
@@shivamaquaservices3118 aap mujhe itna bata dijiye jeevan ka sahi uddashya kya hai aapke visvas ke anushar uttar bhale hi bada ho lekin mai janna chahata hu
Right
This was the small thing to understand...making an excess extended video
इस सारी डॉक्यूमेंट्री को देखने सुनने के बाद केवल यही बात समझ में आती है कि जो व्यक्ति जितनी ना समझ में आने वाली बातें करेगा वह उतना ही बड़ा वैज्ञानिक माना जाएगा !!
😂
Philosophy bhi esi hi lagti h mujhe to gol gol gol gol gol
😂😂😂😂😂
चेतना ही आत्मा है शरीर शून्य है शरीर के नष्ट होने पर चेतना भी शून्य हो जाती है। जेसे करंट और बलव ।असल में चेतना भी करंट के समान ही है उसे न तो छू सकते हैं ना ही देख सकते है केवल महसूस कर सकते हैं। और ये ऊर्जा ब्रह्रमाड में मौजूद है।
देखने का सुख, सुनने का सुख,कहने का सुख,जानने का सुख,सोचने का सुख,सपनो का सुख,हंसने रोने का भाव,जीने मरने का भाव,ईश्वर धर्मों का प्रभाव,सभ्यता संस्कृति समाज का उद्भव,कुछ न करने का भाव, विज्ञान तकनीक का फैलाव चेतना का जुड़ाव ये सभी जीवन के विविध आयाम है।इनसे परे भी शून्यता का फैलाव है।
Yah shabajhata hai par yah jeevan hai nahee
Bhagwat geeta me jivan ke uddeshya ke bare me bataya gaya hai
जीवन का मतलब जियो और जीने दो मोहब्बत करो सभी से
Yah jeevan nahee shabed hai jeevan to bo hai jeeshame ram kereshana ne jeevan pun ashata she jiya
जीवन का उद्देश्य ही है जो हमें सदा गतिशील रखता है, विकास के साथ साथ उद्देश्य स्पष्ट होता जाता है।😊
Hmari moh maya hi hmara jeevan deta hai..jab tak mohh maya nhi chodoge tab tak tumhe exam dete rahna hoga...dukh dard peeda ye sb moh maya se milte hai..jab tak tum kisi moh maya me fase rahoge uske adhar par tumhe ye bharmand jeevn dega... iss chakrr se bahar nikalne ka ek tarika hai ..insaan ka jeevan ..insaan ka hi ek asa jeevan hai jo sb kuch samjta hai wo insaan ke jeevan mehi rahte huye is chakrr se bahar nikal sakta hai... kahi hjarr janm lene ke baad ek insaan ka jeewan milta hai.. har bar ⏲ compas dekhte hai bharmand tumko isara deta hai North ki tarf jao savaal ke jvaab milenge 🏔 kelash parvat ❤
ham sochate asliy ham hai
जीवन एक भौगोलिक घटना है लक्ष्य क्या है यह एक पहेली है जिसकी खोज सभी को करनी चाहिये.....
जीवन खेल है और खेल मे हार जीत है।मौत का मतलब एक खेल का अंत और दूसरे खेल की शुरुआत है। यह चक्र सदा चलता रहता है।
Is chakr ko rok bhi sakte hai jivan Maran ko
Haa
No, we can never stop the nature's work, like JEEBAN-MARAN 39:39 39:39
MOKSHA HI ISS CHAKRA KO ROK SAKTA HAI
Tavi tak janam maran ke chakkar me padenge jab tak bhagwan ko nehi payenge, bhagwan ki prapti hi 1matra manav jivan ka udesya he vaiyon🙏
हमारे जीवन का उद्देश बस इतना है कि हम जीवन को आगे बढ़ाते हुए मनुष्य को एक नए विचार और नई सरल जिंदगी को बना कर आगे बढ़ाए
ये ब्रह्मांड एक विशाल गुब्बारे जैसा है जिसके अंदर पूरी सृष्टि समाई है इसका ना कोई ओर है ना छोर सब कुछ जो भी हम अपनी खुली आंखों से या बंद आंखों से देखते है जीवन का सृजन आनंद संयुक्त है जो इसे समझा उसने इस जीवन को खुशी खुशी जिया और जिसने नही समझा वह बस भटकता रहा... यह सब कुछ जो अनंत काल से चल रहा है उसकी बागडोर उस सच्चिदानंद स्वरुप ईश्वर शिव ओंकार के हाथों में है जिसे कोई परमात्मा कहता है तो कोई किसी और नाम से बुलाता है पर शक्ति सिर्फ एक ही है और वो है ॐ नमः शिवाय 🕉️🙏
हमारा होना केवल संयोग नहीं बल्कि यह ब्रह्मांड का एक व्यवस्थित प्रयोग है ।
Bilakul galat urja kidina koi kuchnahee
Point
जीवन का उद्देश्य अच्छा सृजन करना और सफलता के उच्च शिखर पर पहुँचना है,लेकिन जीवन की सार्थकता परोपकार करना और समाज के लिए कुछ देकरके जाना है।
Nahee bo to shahara hai
सभी अनुभव झूठे है! अनुभव करने वाला सदैव है!
हमारा शरीर पांच तत्वों से बना हुआ है और हमारा दिमाग उन्हीं पंच तत्वों को जानता और समझता है जिनसे वह बना हुआ है वह तत्व है पृथ्वी अग्नि जल वायु और आकाश लेकिन इनसे भी अलग एक तत्व है जो अव्यक्त है यह पांचों तत्व और चेतन आत्मा उसी अव्यक्त तत्वों द्वारा बने हुए हैं जिसे परम तत्व अर्थात् परमात्मा कहा जाता है वह निर्गुण निराकार होते हुए भी सभी गुणों को भागने वाला है प्रत्येक जीव में चेतन आत्मा के रूप में वहीं मौजूद है उसके निकलते ही दिमाग और पंचतत्व सब बेकार हो जाते हैं उसी परम चेतना को जानना ही मनुष्य का उद्देश्य है इस ब्रह्मांड में वही सब कुछ है उन परमात्मा को मेरा प्रणाम स्वीकार हो
हा सही कह रहे हो
Jo beramaliurja hai kanton me duniya hai
हमारे पूरे यूनिवर्स में हम बेकटेरीया के समकश है।
हम चाहे कीतनी कोशिश करेंगे लेकिन कुदरत
के नियमों को नहीं जान सकते।
जीवन का मतलब तो नही पता लेकिन इतना जरूर कहना चाहूंगा के ,हमारा शरीर इस पृथ्वी या इन पंच तत्वों से मिलकर बना है इसलिए ये हमे इस प्रकृति के हिसाब से चलता है ,,लेकिन रियल में हम एक पेट्रोल जैसे है जो एक डेड इंजन में बिजली उत्पन्न कर देता है ,,लेकिन पेट्रोल भी तभी ठीक से वर्क करेगा जब इंजन सही अवस्था में हो ,,,,अगर इंजन खराब अवस्था में हो तो पेट्रोल चाहे कितनी अच्छी क्वालिटी का हो वो उसे चालू नही कर सकता और उसके अंदर बेकार पड़ा रहता है ,,,,,,,ठीक इसी प्रकार हमारा शरीर एक इंजन और आत्मा पेट्रोल जैसी है अगर शरीर ठीक से पूरे संपूर्ण तरीके से चलने लायक ना हो तो आत्मा नाम की एनर्जी उसे नही चला सकती आत्मा है ये तो हम जानते है लेकिन ये बनी कैसे और इसे बनाने वाला है कौन बस ये हम नहीं जानते के ये आत्मा बनी कैसे ?????
जिंदगी बे मतलब है इंसान बस पहले पैदा हुए इंसानों के घिसे पीटे कदमों पर चलता है और उनकी ही तरह अंजाम तक पहुंच जाता हैं।
जीवन का उद्वेश्य इसे स्वीकार करना, इसका अनुभव करना, आनंद में रहना और बनाने वाले (वह शक्ति जिसे भगवान कहते है) और बताने वाले (गुरु) का आभार प्रकट करना है।
Naah sir you are totally wrong 😊
@@kartikkijaan how??
@@shitalrajput09 आपको सच्चे गुरु के शरण में जाना होगा।
वीडियो देखने लायक है इस अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद ।
Aj mai soch hi rahi thi ki kya hai humare life ka matlb aur yeh video bhi mil gai 😊
Se hi matlab he 😁😁😁
Vah
Aap Genious aur Maha Manushya ho.
Good aaj pta chala bhut accha
जीवन भ्रम है उनके लिए जो आज बोहोत ख़ुश हैं और सोचते हैं सब अच्छा है और हमेशा ही एस रहेगा, जो कुछ भी उनके पास है वो उन्ही की वजह से है!
और जीवन सच्चाई है उनके लिए जो आज बोहोत परेशान है, और सोचते हैं कब अच्छा होगा, सब कुछ इतना बुरा क्यूँ है!
अब अन्तर उन लोगों को खोजना है जो भ्रम को सच और सच्चाई को झूट मानते हैं! क्यूँकि दोनो में कुछ भी अंतर नहीं है!
जो व्यक्ति केवल ज़िंदगी जी रहा है उसे भ्रम या सच्चाई में कोई अंतर नहीं दिखेगा ओर वो जो भी महसूस करेगा उसके सन्तुष्टि का अनुभव मिलेगा!
एक समय में कोई चीज़ हो सकती है और नहीं भी ये कैसे संभव हो सकता है।। मै अभी किराने की दुकान से आया हूं अगर मै ये मानूं कि अब दुकान वहां नहीं है जबकि एक दूसरा आदमी वहीं पर मौजूद हैं तो ये गायब कैसे हो सकती है
अब गर्मी का मौसम आ गया है अपनी छत पर पानी रखे ताकि उन बेजुबान पक्षियों को राहत मिल सके और वह आपको दुआएं दे🤲👍
Bina swarth ke nhi rakh sakte kya pani
@@godmanTatvamasi wahi toh
पक्षियों को पानी पीने के लिए इंसान के मदद की जरूरत नही हे वो इंसान की तरह कमजोर नही हे वो एक बेहतरीन सर्वाइवर हे
जिसे तुम जीवन समझते हो भी एक सपना है जब death के बाद आप के लिए इस दुनिया का कोई मतलब नहीं रह जाता जब तक आप जिन्दा हो तब तक ये दुनिया आप की है,,,,, जैसे ही death होगी ये दुनिया ZERO,,,
सही बात है जीवन एक भ्रम जाल ही है जब तक जीवित हो तो ये दुनिया शाश्वत है पर मृत्यु के बाद सब ख़त्म !!!😂😂😂
Nahee mitu ke bad hee kuch hai par shabed kam ya adhik
मुसलमान और ईसाइयों में होता है ये, पुनर्जन्म नाम की भी एक चीज़ होती है.
जिंदगी का मतलब है बस चलते रहना
निरन्तर बढ़ते रहना, चलते चले जाना
ना मंजिल होता, ना कोई उद्देश्य होता
बस इन्हें पाल लेते हैं चलने के दौरान
ताकि चलने में मन फँसा रहे,लगा रहे
क्योंकि जीवन में है हमें निरन्तर चलना
Question..jiven ka purpose kya है ?
Answer.. Bhaut asaan hai. Duniya mein her cheez ka maqsad hai example.. ek train ko lelo us ka kya purpose hai.. passenger ko un k manzil tak puchana. Tho insaan k paida hone ka maqsad ek kuda k hone ka hame yaqeen hona hai.. life sirf ek exam hai hum ko us kuda k pass jana hai yaha ki zindagi ek exam hai. Asal zindagi maut k baad ki hai. Jis ka result allah ki ebadat se hasil hoga. Quran ko aap pade tho us mein her baat ko details mein explain kiya hai.
Dr. Shabbir khan
Mumbai
Aesa nhi hai
कोई पाप या कोई धर्म ही नहीं है जब ईश्वर ही नहीं है क्योंकि यह हमारी जरूरत है हम इसे पूरा करते हैं तो फिर प्राकृतिक क्षमता बौद्धिकता और उर्जा का अलग-अलग पैमाना क्यों वितरित हुआ सबकी प्रकृत समान रूप से सबके लिए एक जैसी होनी चाहिऐ।
जीवन का उद्देश्य जरूरी नहीं जरूरी ये ये की हम ये सवाल क्यों पूछते है क्यों की हम उस यात्रा का हिस्सा है जो हमारी है ही नही
यह यात्रा बिलकुल वैसी ही है जैसे कोई तूफान आया और शांत हो गया।
जीवन एक असंतुलन है और मृत्यु उसे संतुलित कर देती है
पानी में बुलबुला क्यों उठा? और उसका लक्ष्य क्या है?
हमेशा क्या था, क्या रहेगा ये , खुद को जानना यही मकसद है, बाकी विज्ञान अपनी मर्यादा तक ही रहे तो अच्छा रहेगा, और ये विज्ञान के बाहर कि बात है.तरिका दुसरा भी है बिना विनाश के भी हम जान सकते है..
Vigeyan inshano ky bata nahee urja hedink ky hai
Tumhe Bhagwan call 📞 kiya tha
जो अपने शरीर (जगत)को धीरे धीरे खोता रहा वो कैसे बाह्य जगत को समझ सकता है,जैसा ज्ञान कहता है शरीर ही ब्रह्माण्ड है।
Bo shad urjaye hee hai jo khe khud hai or khoj karti hai
जीवन का सही उद्देश्य हमे एक ही जगह से पता चल सकता है, और वो है हमारे अंदर कि अद्रुश शक्तीयो से, और इन शक्तियों का उपयोग वही मनुष्य कर सकता है जो अपने मन को हल करने मे सक्षम हो और उसके अंदर जल रही सोच, विचारों की आग को शांत कर पाए।खुदको कुछ समय के लिए अकेला करके, मन को शांत करके, आंखों को विशेष विराम देकर, अपने अंदर कि शक्तियों से मिलकर उनपर काबू करके अपने सारे सवालों के जवाब ढूंढ़ना।
तबी वह इंसान अपने जीवन का उद्देश्य जान पायेंगा।
लेकिन फिर भी ऐसा लगता है बहोत से संत, महात्माओंने अपने अंदर कि शक्तियों से जीवन का उद्देश्य जान लिया है और जान लिया था। इससे यह साबित होता है कि कोई जीवन का उद्देश्य जान भी ले पर बाकी कम अक्ल आनी जो अपने अंदर कि शक्तियों से ना मिला हो उन्हें बताया नहीं जा सकता और नहीं ये नियती उन्हें समजने देंगी। कहने को और भी है लेकिन फिर भी विराम लेता हूं।
*जीवन का उद्देश्य क्या है*
*जीवन का उद्देश्य निम्नलिखित है*
*राष्ट्रीय मैथमेटिक्स साइंस एंड टेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर, कोई हल करते हैं और कोई हल नहीं कर पाते हैं
इसलिए हर ब्यक्ति को सीखने की कोशिश करना चाहिए*
*जीवन का उद्देश्य यही है*
*धन्यवाद*
जब चेतना है तो भ्रमित होने की जरूरत नहीं, इसकी रूह में उतरने की जरूरत है, अनुभव खुद ब खुद हो जायेगा की वो शक्ति क्या है।
अगर कोई जीवन का रहस्य जानले तो जीनेका कोई मतलब नही हे
वेदो (वेद ) मे लिखा है ईश्वर निराकार है उन्हें कोई भी देख नहीं सकता है और वो हर जगह मौजूद है ईश्वर हर जगह है
यह सब (india ) भारत के हिन्दू धर्म के वेद मे लिखा है जो किताब gogle के हिसाब से 5000 हजार साल से 10000 साल पुरानी किताब वेद मे लिखा है
मुझे ख़ुशी है की विज्ञानं ने ईश्वर को ढूढ़ने की कोशिश की है......
जिस दिन आप परमात्मा कबीर ज्ञान से परिचित हो जाओगे उस दिन आपको विज्ञान फीकी नजर आने लगेगी और उस तत्व ज्ञान के आगे बहुत छोटी नजर आएगी
जिस दिन आप परमात्मा कबीर ज्ञान से परिचित हो जाओगे उस दिन आपको विज्ञान फीकी नजर आने लगेगी और उस तत्व ज्ञान के आगे बहुत छोटी नजर आएगी। 9
Tumne le Rakha h na gyan 😢😢
Le aa gaye yaha bhi hosiyari marne
Jab 2017 me 9 class me tha tab ye show raat ko 8 se 9 baje tak ata tha or bhi kai shows ate the jese cosmos stars trucks ye saare shows ne meri science ke prati curiosity kaafee badha di thi jiske karan me jadatar samay inhi sab cheezo me laga deta tha or jab me 10th ka board exam diya to mera 52% aae or mujhe Lena tha science par mere ghar waale mere sir sabhi ne science lene se mana kiya par me unki baat nahi mana or laafee paresani ke baad mene science le liya par abhi bhi me jada kuch khaas nhi kar paa Raha hu par future me agar kuch karna he to bas yehi karunga
जीवन का अर्थ वही है,जो आप उसे देना चाहते हैं।❤
Moksh/Nirvana/Kaivalya is the ultimate goal of human life. Indian Vedic darshan can answer this in a better way ✨🙏🕉️
Yes you r right
🤣🤣🤣
वही घिसा पिटा जवाब, कुछ नही पता तो जबरजस्ती ज्ञान घुसेड दो ।
@@shubhamvishwakarma3629 Bandhu kabhi Adi Shankaracharya ki naam suni hai...?
Advaita-Vedanta ke bare mai kuch pata hai ?
Bharat mai kitne darshan hai pata hai ?
Kabhi Bhagavad Gita padha hai ?
Upanishad kitne hai pata hai ?
Brahmasutra ki nam suni hai ?
Swami Vivekanand ji ka naam suna hai ?
@@narayanbarman5993 Han suna aur padha hai mene Per inki philosophy Wahi maan sakta hai jo aankh band kar ke kisi bhi chiz ko maan le
इस इतनी बड़ी वीडियो का उत्तर एक ही तर्क मे यह है कि अगर बुद्धि ही सर्वश्रेष्ठ होती तो मानव शरीर के एक छोटे से ऑपरेशन करते हुए मनुष्य को बेहोश न करते 🙏🙏🙏 हमारी बुद्धि मे उस परमात्मा की शक्ति के बगैर उस ऑपरेशन को देखने का सामर्थ्य भी नहीं है 🙏🙏
😂
सही कहा है आपने
क्या ले तू तो जोक मार रहा हे😅😅
इंसान का दिमाग़ उसके कार्य करने के तरीके को जातिलता देता है ये बहुत ही सरल है जिस तरह सामने पड़ी चीज आपको सबसे बेहतर स्वाद दे सकता ओरन्तु आप बस सोचते रह जाये की वाह कैसा है जबतक आओ उससे खाकर जीभ ओर ना ले, तो जीवन का उद्देश्य उसके नाम मैं ही है,
जीवन का उदेश्यय है उदेश्य हीन स्वतंत्र बस सिर्फ केवल जीवन को जीना अच्छाई के साथ बुराई नकार कर
भगवान के हम सब बेटे है, बोले बेटा चलो लुका छुपी खेलते है। और भगवान ब्रामहंड् मे छुप गए और हम उन्हे dhunane की जगह मायावी दुनिया मे फस गए है।
😂😂😂😂😂 और बेटे ने और बेटे पेदा कर दिए
Sachai kewal ek hai ki jindgi jeene layak honi chahiye sabki jindagi behtar honi chahiye wo chahe janvar ho ya insaan ya insaano ki koi bhi jaati ho ya nasl ho sabko ek jaisa avsar milna chahiye par ab namumkin hai arabo ki sankhya sabko ek jaisa avsar nahi mil sakta 🔥🔥
जिंदगी का मतलब कही और नही हमारे दिमाग मे ही छीपा है .....
मन का काम करें मेहनत करें और आगे बढ़ते रहें 💐👍
Mtlb ku6 v
@@Glowroad-resellers जो मानवीय मूल्यों के अनुसार सही हो
सांख्य दर्शन में इसके बारे में विस्तृत जानकारी
सभी टिप्पणियां देने वाले भाई और बहन को साधुवाद, ब्रम्हांड और जीवन और सत्य जो एक सर्वे शक्तिमान परम ईश्वर कि तरफ कि रास्ते दर्शाता है । (हलेलूयाह) 🎉❤😮
जीवन के कई उद्देश हैं विभिन्न
दिशाओं में सब प्राणियों को
गतिमान करते हैं।
Insan ke bare mein pura achcha se bola gaya hai Shrimad Bhagwat mein unka sharir mein क्या-क्या hai क्या-क्या hota hai sab kuchh 🙏
जीवन का एक मात्र उदेश्य विस्तार है
बुद्ध ने तो बहोत पहले ही कह दिया था की जीवन ki सच्चाई जानना है तो 'बाहर की तरफ नहीं अपने भीतर की तरफ़ उतरो
जीवन का उद्देश्य अपने से प्रश्न करना और उतर भी स्वंय देना तथा उस पर अम्ल करना ।। राधे राधे
Right
बहुत खूबसूरत।❤❤
Is video ko dekhne se pehle hi mai in bato ke pehle se samjh Pata hu or bhi bahut kuch mere damag me doudta rahta hai Mai in Kalpanao ya or bhi bato se age sochta hu is video ko dekh ke mujhe lagta hai ki Mai sahi raste pe ja raha hu
Mai Bina दीमाक ki कल्पना किया हु और मुझे आत्मा मिला जो सुप्रीम है
दिमाक कंट्रोलर सिस्टम है और शरीर गाड़ी उसमे बैठ कर चलाने वाला कंट्रोल करने वाला हैंडल संभालने वाला आत्मा है
ॐ नमः शिवाय 🇮🇳 दोस्तों
आप बहुत अच्छी वीडियो बनाते हैं 🇮🇳 दोस्त
हर हर महादेव 🇮🇳 दोस्तों
Kya mahadev sale 🤣
🙏🙏🙏🙏❤️
Very nice documentry 👌
बिलकुल सही कहा दोस्त ❤
जी हा, जिवन एक भ्रम है!ढूंढ, सोचो, एक अनमोल सत्य को ढूंढ जीवात्मा जो आपके ही आसपास है, 🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯🗯💥
भारत के वेदांत दर्शन(उपनिषद) इस सभी सवालों पर समाधान तलाशता है जो आज से हज़ारों साल पहले लिखे गए थे।
Dang for this documentry 🇮🇳❤️🙏😊
जीवन वह हैं जो किसी सुरक्षा से ढका हुआ ही। जैसा मनुष्य शरीर और चमड़ा। जब तक चमड़ा हैं हम जीवित हैं। यूं जी व देश नही। अर्थात व देश चमक ने वाली नही होना चाहिए। हरी ॐ
जीवन एक भ्रम है,इसका कोई उद्देश नाही हे यह आता जाता रस्ता है , केवल सोच ही रस जाती है
Satyam Shivam Sundaram ❤️🔱🍁
Aaj se 1400 sal pehle likha hai quraan me Insaan ko Achchhai karne ke liye bheja hai dunya me our Insaan is dunya se nhi kisi our dunya se bheja hai or Rab ne Insaan ka pehle chitr banaya our uske baad uska dimagh dala jske baad Rooh
rooh ek noor tha uska koi shareer nhi tha rooh ko shareer me dala
Bahut badi history he jo me typing me nhi likh sakta mafi chahte hain
Our ha sitaron ke bhi umar hote hain ek rasta hai jo bahut black hai jis ka rasta bahut barik bal se bhi zeyada our talwar se zeyada dhar
Us ke dono side aag he
Agar ilm rakhte ho to rab tak ja sakte ho but aap ka mitti ka shareer nhi ja sakta only aap ki rooh ja sakti hai
Our yeh channel best channel he really history bata rhe hain
😜😜
उद्देश्य का अनुसंधान एक अंतहीन जिज्ञासा है! शाश्वत.. अंतहीन.. अज्ञेय.. अबूझ पहेली.. एक अंतहीन पिपासा... एक अंतहीन परंतु सार्थक यात्रा... चेतना की यात्रा... अंतिम परम सत्य और अर्थवत्ता की तलाश. . क्या इस तलाश का भी कोई उद्देश्य है? कहाँ है इसका स्रोत? कहाँ से निःसृत हो रही है उसकी प्रेरणा? या प्रकृति किसी अनियंत्रेय निरुद्देश्यता से संचालित हो रही एक शाश्वत निरंतरता है? यदि ऐसा है तो चैतन्य मानव मन की इच्छा शक्ति की दृष्ट स्वतंत्रता वस्तुतः दृष्टि- भ्रम ही है.. चेतना स्वयं ही अपने स्वरूप, गति और नियति का अनुसंधान करने और करते चले जाने को बाध्य है... अर्थात् चेतना की चैतन्यता भी यंत्रवत् गतिशील है.. यह गतिशीलता शाश्वत है .. स्वयंसंचालित.. स्वोद्देश्य.. गतिशीलता ही उद्देश्य है.. इसीलिए अपने आपमें ही यह सोद्देश्य भी है.. निरुद्देश्य भी!
जीवन का मतलब जाणणे के लिये मनुष्य इन्सान मानव बनणा होगा
गुरु ग्रंथ साहिब के लेखक
गुरु ग्रंथ साहिब सिख धर्म का केंद्रीय धार्मिक ग्रंथ है, जिसे सिख धर्म के अंतिम संप्रभु गुरु मानते हैं।[1] यह 1430 अंग (पृष्ठों) का एक बड़ा पाठ है, जिसमें 36 संत मनीषियों के भजन शामिल हैं, जिसमें सिख गुरु, सिख भगत, सिख भट्ट और अन्य गुरसिख शामिल हैं, जो यहां सूचीबद्ध हैं:
विवरण
पृष्ठभूमि विवरण और भजनों की संख्या
नाम समयरेखा पिछला धर्म
(गुरमत अपनाने से पहले) जाति/जनजाति/व्यवसाय भजनों की संख्या
भगत कबीर 14वीं सदी के मुस्लिम, संप्रदाय जुलाहा 523
गुरु रविदास 14वीं शताब्दी वैष्णव हिंदू चमार 41
भगत नामदेव 14वीं शताब्दी वैष्णव हिंदू चिम्बा 62
भगत त्रिलोचन 14वीं शताब्दी वैष्णव हिंदू वैश्य 5
भगत रामानंद 14वीं सदी के वैष्णव हिंदू ब्राह्मण 1
भगत साधना 14वीं सदी के मुस्लिम कसाब (कसाई) 1
भगत परमानंद 14वीं सदी के वैष्णव हिंदू ब्राह्मण 1
भगत जयदेव 14वीं सदी के वैष्णव हिंदू ब्राह्मण 2
भगत धन्ना 14वीं सदी के वैष्णव हिंदू जाट 4
भगत भिखान 14वीं सदी के मुस्लिम सैय्यद 2
भगत बेनी 14वीं सदी के वैष्णव हिंदू ब्राह्मण 3
भगत पीपा 14वीं शताब्दी शैव | वैष्णव हिंदू राजपूत 1
भगत सेन 14वीं शताब्दी वैष्णव हिंदू नई 1
भगत सूरदास 14वीं सदी के वैष्णव हिंदू ब्राह्मण 2
गुरु नानक 15वीं सदी के हिंदू क्षत्रिय 950
गुरु अंगद 15वीं शताब्दी शैव हिंदू क्षत्रिय 63
गुरु अमर दास 15वीं शताब्दी वैष्णव हिंदू क्षत्रिय 869
बाबा सुंदर 15वीं शताब्दी वैष्णव हिंदू क्षत्रिय 6
शेख फरीद 15वीं सदी के सूफी इस्लाम सैय्यद 123
गुरु राम दास 15वीं सदी के गुरुमुख जन्म से क्षत्रिय 638
गुरु अर्जन 15वीं शताब्दी गुरुमुख जन्म से क्षत्रिय 2312
सट्टा कयामत 15वीं सदी की मुस्लिम मिरासी 3
बलवंद राय 15वीं सदी के मुस्लिम मिरासी 3
भट्ट कलशर 15वीं सदी के हिंदू ब्राह्मण 54
भट्ट बल्ह 15वीं सदी के हिंदू ब्राह्मण 5
भट्ट भाल 15वीं सदी के हिंदू ब्राह्मण 1
भट्ट भीका 15वीं सदी के हिंदू ब्राह्मण 2
भट्ट गया और 15वीं सदी के हिंदू ब्राह्मण 13
भट्ट हरबंस 15वीं सदी के हिंदू ब्राह्मण 2
भट्ट जलाप 15वीं सदी के हिंदू ब्राह्मण 5
भट्ट किरात 15वीं सदी के हिंदू ब्राह्मण 8
भट्ट मथुरा 15वीं सदी के हिंदू ब्राह्मण 14
भट्ट नल 15वीं सदी के हिंदू ब्राह्मण 16
भट्ट साल्ह 15वीं सदी के हिंदू ब्राह्मण 3
गुरु तेग बहादुर 15वीं सदी के गुरुमुख जन्म से क्षत्रिय 116
ग्रेट जय सनातन
Jivan satya hai our rahega annet jivan hamare sath hai prntu hum unke sath nahi hain amen
Thanks sir nice info like Your voice
Thanks and welcome
इस सवाल पे जब गौर किया तो समझ आया कि इसका जवाब देना मुश्किल है,
जीवन का उद्देश्य क्या है??
हम पैदा हुए और जीवन जीते हुए आगे बढ़ते गए और मर गए,, कुछ हासिल न हुआ,,
फिर जीवन जीने का सही मतलब क्या है,, हम इनसान हैं हम अपने बाल बच्चो के लिए मेहनत करते हैं कि उनका भविष्य हमसे अच्छा हो पर अन्य जीव यहां पैदा होते हैं और पेट भरते हुए जीते रहते हैं,, और एक दिन मर जाते हैं और कुछ हासिल न कर पाए,,,
हम इस दुनियां में कुछ भी कर ले पर हम अपने जीवन का सही मतलब क्या है कभी नही जान पाएंगे।।
ये सवाल बहुत ही जटिल है,,, सभी सवालो को समझा जा सकता है और जवाब दिया जा सकता है लेकिन इस सवाल का जवाब क्या होगा,, कह पाना बेहद मुश्किल है,, यहां जीवो के जीवन का उद्देश्य क्या है,??
शायद शून्य,,,
यहां सब शून्य है,, वही से शुरू होता हुआ जीवन आगे बढ़ा और फिर शून्य पर जाकर खत्म,, सब कुछ गोल है अर्थात शून्य जैसा,,, सभी ग्रह गोल हैं लगभग,,, चपटा,, टेडा,_ मेडा नही,,, कुछ तो रहस्य है जो जानना बहुत जरूरी है,,,,
जवाब हैं, बस थोड़ा Deep enquiry करना पड़ेगा और उसमे सबको आलस आता है 😁
तभी तो मोक्ष चाहिए
@@de7147 मोक्ष प्राप्त कराने का जो उपाय बताया गया है वो मुझे नही लगता की सही है,, क्योंकि मोक्ष प्राप्त कराने के बहाने रुपया जमकर ठगा जाता है,,, जहां ठगी होगी वहां सिर्फ नुकसान होना है,,,,
@@shahaslan5504 deep जाने के बाद भी सवाल का जवाब नही मिल रहा है क्योंकि जहां जाओ जिससे पूंछो या जानकारी लो वो अपने तरीके से अपने ज्ञान के हिसाब से कहानी रचता है,, मन को सुकून दे जाए बोले तो सही उत्तर क्या है,,, तब जाकर जवाब पूरा माना जाएगा,, गया कइयों को सुना और कइयों की किताब पढ़ी,, सब जगह अलग अलग विचार हैं और अलग अलग उत्तर,,, कनफ्यूज कर देते हैं,,,,
मुझे तो लगता है कि इस सवाल का जवाब खोजना बेहद मुश्किल है क्योंकि जानता हूं कि सबकुछ खोना पड़ेगा,, जो जिंदगी है वो बदल जायेगी और जवाब पाकर मैं सुकून तो महसूस करुंगा, सुख दुःख में एक समान हो जाऊंगा,, क्योंकि दुनियां कि सारी कहानी जब पता चलती है तो दिल हमारा बैठ जाता है, सारी कल्पना पूर्ण बातें निराधार हो जाती हैं।। और दुनियां के तमाम लोगों को देखकर मन व्याकुल हो जाता है कि क्या करना चाहिए इन्हें और ये kya कर रहे हैं।।
@@viratvikramsinghyadav3549Reply:1 मोक्ष पाने के लिए कुछ उपाय नहीं करने पढ़ते, जो so called मोक्ष दिलाने की बात करते है उनकी कभी नहीं सुनना नहीं तो और कहीं भटक जाओगे।
Iss Sansar me Do prakar ke prani he,
1 Antarmukhi 2. Bahirmukhi
Jo Antarmukhi he wo apne bhitar Jake ishvar ko prapt karta he, wohi Gyanyog he, jo Bahirmukhi he wo Bahar dhundh ne ka prayatn karta rehta he..jo bhi he wo apne bhitar he
Bahar kuch bhi nhi he...Hare krishna
Pahele me is baare me bahot sochta tha. Soch soch ke mera aadha dimag kaam karna band kar chuka hai, ab bacha hua aadha dimag bachane ke liye mene bilkul sochna band kar diya......
Life is a surprise. But teaching throughout Is Good for every single parenting plan.
wwwooooooo 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
This is an age of science . Science has changed our lives and thoughts thoroughly! It has made our lives better,happier and more secure ! We should not destroy the unique mother nature ! Go vegan ! Live and let live !!
Life science is just as
Dream house,
Running out of Thoughts.
We're just origin flowering
With Thoughts of leaving.
Only for the Easy-to- survival. It coming up
Through With the Vigorous
Easy-to-use leaving linking
And getting Good operations to Get survive.
Easy Supperior Survival
हम अभी यहां है तो इसका ये मतलब नहीं हे की हम यहां पहली बार ही है..... अनंत बिग बैंग हुए होंगे और अनंत बार हम ने जन्म लिया होंगा जैसे अभी जन्म लिया हे और आगे भी लेते रहेगें.... हमारी सोच एक बिगबेंग से सुरू होती है और खत्म होती है..... लेकिन पिक्चर कुछ और ही है.... कोई हमारी फिरकी ले रहा है.... और वो कोई.... कोई और नहीं भगवान ही है
Mean bro agar koi kisi ka murder karega tho har new universe me oska fir se murder hoga yaniii kiii jo hora hai vooo tey hai koi badal nhi sakta yani hum kisi ko jail me dall hi nhi sakte kyu ki vo esab nhi Kara hai ye sab koi or karwa r hai
You,are,right,sir 2:54
Jivan,bhram,nahi,hai,satya,hai,,,jivan,kemikal,hai,to,aesidke,,,,,,,,kerabeme,,hatha,,,dalo,pata,,,chalega, 2:54 2:54 2:54 2:54 2:54 2:54
Life is --> Phenomena .
From -- Nepal . 🇳🇵.
Today is my best information video
जीवन knowledge aur experience ke liye hai😌
इस विडियो से हम बहुत कुछ जाने को मिला सर
Jindagi ka matlab - unconditional love to every thing....anand(conscious mind) ....No limit ,tum jinda ho,,permatma ka milan,,khud ki khoj,,andhar zako..dhyan❤️🙏
From osho,,vivekanand,,jaggi,,budha,guru govind,,swami,,Gajanan Maharaj,,Gorakh nath🙏 etc
Jaggi not on that level at all, he is more of materialistic
@@Azadbhagatbose 🙏
Jaagi is more simple to understand than osho
Osho : Understand yourself not others
Vivekananda: all powers within you
Insan ka dimag bhi univers ka hi hisa hai jo nirantar chalta rahta hai 😘
अति सुन्दर ज्ञान प्राप्त हुआ ❤ इसके लिए आपको बधाई
जीवन का बस एक ही उद्देश्य है कि अपना जीवन अच्छी तरह से व्यतीत करो और बाद में मृत्यु को प्राप्त करो। क्योंकि मृत्यु के बाद क्या उद्देश्य और क्या जीवन
Aapki soch galat hai
@@alienx643 afsos Geeta pade hote aap to sab pata chal jata
@@Geeta_talk kuch samajh nahi aaya Geeta padh ke dimag Ka dahi ban gaya aapko kuch samajh aaya to bataiyega
@@yaveshpaul9950 samaj jaoge bhai but padte raho
@@Geeta_talk aapne kuch samjha hai toplesae samjhaiyega jeevan Ka kya uddeshya hai geete ke kis addhyay me iske baare me bataya gaya hai
FINDING TRUTH
जीवन का उद्देश्य जानने के लिए भगवद गीता पढ़े।
हरे कृष्ण 💙
Nahee jishane urjayo ko janliy bo hee shad shanlete hai
👍👍
इन्हे भारतीय ज्ञान को सर्च करना चाहिए ।
जिवन का उद्देश्य कम शब्दों में कहें तो एक परिकल्पना है जो है भी और नहीं भी or inke bich me ek Rahasya he jo janana baki he
Heard this for the 3 rd time. Just wonderful.
I think the purpose of life is gaining experiences. Ultimately, this leads to become super conscious, to become omnipotent, omnipresence.
No
Yes perfect said that is called moksha 😇
Lord Shiva is also known as Lord of "Ignorence" it's important to ignore this world 🌍 and this body... Because this body has many cravings , it has greed , ego , etc... And this world and body are not different.... Both are made of same number of elements... This world will never let you to move your attention towards your soul(GOD) AS BODY IS THE TEMPLE OF GOD ... TEMPLE IS NOT MORE IMPORTANT THAN GOD. .. FEEL, BELIEVE AND PRIORITISE YOUR SOUL.... YOU WILL GAIN THE SUPREME KNOWLEDGE AND YOU WILL KNOW HOW TO BALANCE LIFE .. STAYING HEALTH AND HAPPY AND IN PEACE .. IS NOT HARD .... ISKEY BAAD START HOTA H REAL SPIRITUAL JOURNEY ....😘
But hm toh brahmand ko bigad rhe apne swarth ke liye.
Life is an excellent opportunity to get a great
Thanks for the email
Dreaming about LIFE SCIENCE fiction.
It's just as A quorse.it's
With the time Wise
Question.
Otherwise it's nothing but a great journey from
Nothing to lightnings for
Dreaming of.
After , It's been Nothing but black outs.
Here's lightning on
So Hart healing.
No lightning on
It's Black outs.
No connection with
Thinking process.
That's nice ☺.
मनुष्य जीवन मिलता है मोछ पाने के लिए ❤❤❤❤