माटी केडो मटको घड़ियो रे कुम्हार, घड़ियो रे कुम्हार, काया तो थारी काचीरे घड़ी ॥ भूलो मति गेला रे गंवार, गेला रे गंवार, आयोडो अवसर चूको रे मति । नौ-नौ महिना रयो गरभ रे माँय, उंधे माथे झूले रे रयो । कौल वचन I किया हरी सूं आप बाहर आकर भूल रे गयो । माटी केडो मटको । ....... नख - शिख रातो करिया रे बणाव, सूरत सोहेबे चोखी रे घड़ी । अनों - धनों रा भरिया रे भण्डार, ऊमर साहेबे ओछी रे लिखी ॥ माटी केडो मटको ।....... बांधी म्हारे सायबे दया धरम री पाळ, जिण में लागी इन्दर झड़ी । अरट बेवे वठे बारहों ही मास, इन्दर वाली एक ही झड़ी । माटी केडो मटको । ....... हरी रा बन्दा सायब ने चितार, आयो अवसर भूलो रे मती । बोल्या खाती बगसो जी घर नार, संगत साँची साधां री भली ॥ माटी केडो मटको ।.......
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बोथ अशा भजन गाते है आप
बोहत ही सुंदर 🙏🏻🙏🏻
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Bahut bahut Sundar bhajan sa,🙏🙏🙏
Jai aburaj ri sa hre hre
JAI RAM JI RI
ये
thenkacxxxx sa to oll
माटी केडो मटको घड़ियो रे कुम्हार, घड़ियो रे कुम्हार, काया तो थारी काचीरे घड़ी ॥ भूलो मति गेला रे गंवार, गेला रे गंवार, आयोडो अवसर चूको रे मति ।
नौ-नौ महिना रयो गरभ रे माँय, उंधे माथे झूले रे रयो । कौल वचन I किया हरी सूं आप बाहर आकर भूल रे गयो । माटी केडो मटको । .......
नख - शिख रातो करिया रे बणाव, सूरत सोहेबे चोखी रे घड़ी । अनों - धनों रा भरिया रे भण्डार, ऊमर साहेबे ओछी रे लिखी ॥ माटी केडो मटको ।.......
बांधी म्हारे सायबे दया धरम री पाळ, जिण में लागी इन्दर झड़ी । अरट बेवे वठे बारहों ही मास, इन्दर वाली एक ही झड़ी । माटी केडो मटको । .......
हरी रा बन्दा सायब ने चितार, आयो अवसर भूलो रे मती । बोल्या खाती बगसो जी घर नार, संगत साँची साधां री भली ॥ माटी केडो मटको ।.......
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धन्यवाद जी 🙏🙏
T Q SA OLL J SK SEERVI BHERARAM SENCHA HYD