शैलेन्द्र जी नमस्कार। आजकल अनहद नाद पर कुछ ज्यादा ही सत्संग और प्रश्नोत्तर सत्संग ही चल रहे हैं। क्या यह अनहद ही मुक्ति द्वार है अगर हैं तो ओशो ने ऐसा कुछ नहीं कहे जैसे आप लोग फोकस कर रहें हैं और कालांतर में भी सारे संत ऐसा कुछ नहीं बोलें हैं हमारे समयसायिक मिनिषा जे कृष्णमूर्ति के भी सत्संगों को कुछ सुनने पढ़ने से निकल कर नहीं आते । सारे मिनिषा संत पंच रिपुओं और उनके विकारों को समझने और उससे बाहर निकलने पर फोकस कर रहें हैं।अगर अनहद नाद सुनने समझने से ही मुक्ति मिलता तो मेरे समझ से संसार के लाखों करोड़ों लोग अभी भी इसे सुनते होंगे लेकिन दुनिया अज्ञानता उसी तरह अभी तक जस का तस क्यों है? धन्यवाद प्रणाम मेरा प्रश्न समझकर इसे समेटने कि कोशिश करें और देने का कृपा प्रदान करें।❤❤❤
Sadguru ke charano me koti koti naman
OSHO SANYASI SWAMI VIMAL KIRTI JI JIN KE SMADHI PUNE ASHRAM M HAI KO PARNAM
Pranam sadguru, deep and inner awakening preaching
Parnam Swami ji 🙏🏻
Sadguru ke charno me sat sat naman
Hari om tatsat 😊
Parnam baba ji🙏❤
Very true sir explain om naad. Jai osho.
Pranaam guru ji❤❤
Bahut bahut dhanyawad!
Pranam Guruji
🙏🙏🙏❤❤❤
Thankyou so much ❤
🌹🙏🌹
❤❤❤❤❤
🙏🕉💓
❤❤❤
❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤
Guru ji mai aapke pass kaise aaun? Mere paas kiraaya bhi nahi hai...AAP hi bulaa lo mujhe
🙏🥰🌹🙏🙏
💟🙏💕💞🕉💞💕🙏💟.
शैलेन्द्र जी नमस्कार।
आजकल अनहद नाद पर कुछ ज्यादा ही
सत्संग और प्रश्नोत्तर सत्संग ही चल रहे हैं। क्या यह अनहद ही मुक्ति द्वार है अगर
हैं तो ओशो ने ऐसा कुछ नहीं कहे जैसे आप लोग फोकस कर रहें हैं और कालांतर में भी सारे संत ऐसा कुछ नहीं बोलें हैं हमारे समयसायिक मिनिषा जे कृष्णमूर्ति के भी सत्संगों को कुछ सुनने
पढ़ने से निकल कर नहीं आते । सारे मिनिषा संत पंच रिपुओं और उनके विकारों को समझने और उससे बाहर निकलने पर फोकस कर रहें हैं।अगर अनहद नाद सुनने समझने से ही मुक्ति
मिलता तो मेरे समझ से संसार के लाखों
करोड़ों लोग अभी भी इसे सुनते होंगे लेकिन दुनिया अज्ञानता उसी तरह अभी तक जस का तस क्यों है?
धन्यवाद प्रणाम मेरा प्रश्न समझकर इसे समेटने कि कोशिश करें और देने का कृपा प्रदान करें।❤❤❤
आपने ओशो को भी कहाँ ठीक से
पढ़ा ? एक ओंकार सतनाम, सहज योग, निर्वाण उपनिषद और पतंजलि योग सूत्र ( प्रवचन 15) पढ़िये
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