लेखक:- जोरावर सिंह राजपुरोहित ठिकाना अर्थण्डी शासन सूरजभाई ने अपनी बात दिल खोल के सहास से रखी है, इसके लिए ये बधाइ के पात्र हैं, ये फिल्म विश्नोई नेताओ के इगो की भेट चढ़गई, उन्होंने सूरज भाई को साइड करते गये वेसे यह बात भी सच है कुछ हदसे ये साबित करती हैं कि सूरजजी ने चलते-चलते अपनी टीम में गलत लालची लोगों को जोड़ते चलेगये, यह बात ही इस प्रोडक्शन से इनका नाम दूर होता गया इन्होंने इस फिल्म के लिए मेरे से राजस्थानी में 5 गीत भी लिखवाये थे जो समय के साथ कहा गायब हुए पताही नहीं चला आशा करता हूँ ये फिल्म पूरी हो !
मैं चेतन उदेश राजपुरोहित राजस्थान जालोर जिले से हुं, मैं सूरज भाई बिश्नोई को 2008 से जानता हूं जो इस वीडियो में बता रहे हैं वो 💯 सही कह रहे है, जो भी बोल रहे है वो बिल्कुल सत्य है।
ये बिल्कुल सत्य है कि इस फिल्म को बनाने के लिए सुरज बिश्नोई जी ने जो मेहनत की वो जगजाहिर है इन्होंने नडियाद गुजरात में अपना स्टूडियो खोला,इनकी एक होटल थी खेड़ा जिला गुजरात में थी,इनके भाई भानू ज्यादा समय होटल पर रहते ओर ये इस फिल्म के लिए काम करते थे,इनकी होटल किलराज होटल के नाम से मशहूर थी,
आपने जितनी मेहनत की वो जगजाहिर है,हम खुद गवाह है आपकी मेहनत के,, रामरतन बिश्नोई का नाम ही हमने अब सुना है कंपनी मरुधरा म्यूजिक एल्बम,,ये फिल्म विवादो की वजह से ही इतना लेट हुई,, रामरतन बिश्नोई जी को इतना विवाद पैदा नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह फिल्म समाज के गौरवशाली इतिहास की गवाह बन रही है
कभी नहीं इसने मुझे बुलाया था नागौर लेकिन मुझे नहीं पता था कि किस काम के बुलाया है जोधपुर के बहुत अपने समाज के लोगों ने तक मेरा संपर्क किया था मैने कभी इस मुद्दे पर किसी से कोई बात नहीं करी में चुप था नहीं तो कल्याण के साथ नाही रामरतन के साथ
हम लोग गाड़ी लाईन का काम करते थे उस समय हम लोग भी ये सोचते थे कि ये फिल्म कैसे पूरा करेंगे क्योंकि फिल्म में पैसा चाहिए पर सुरज बिश्नोई ने मेहनत करनी बंद नहीं किया ये भी सच है कि पहले इस फिल्म का नाम अमृता की खेजड़ी था,पर आज इस फिल्म पर जो रामरतन बिश्नोई जी विवाद पैदा कर रहे हैं,वो सरासर नाइंसाफी है खेजडली शहीदों की
सुराज बिश्नोई पुरी समाज आप के साथ हैं एक नई उम्मीद के साथ ❤
Great expectations suraj sir
आपकी बात सही है
सही होगा उनके साथ भगवानदेगा और मनुष्य के लिए सबसे बड़ी भक्ति भगवान पर भरोसाकरना
बहुत बहुत आभार 🙏 सही जानकारी देने के लिए बिश्नोई नंदन जी और सुरज बिश्नोई को बहुत बहुत धन्यवाद 🙏
धन्यवाद 🙏 विश्नोई नंदन सुनिल जी आपने इस बारे में विस्तार से चर्चा की और एक बहुत बङी सच्चाई समाज के सामने लाने का जरिया बने।
बहुत बहुत धन्यवाद 🙏
Bilkul Sahi👍
बिश्नोई समाज का मेथव
बढ़ाया बहुत बहुत ❤धन्यवाद सा
बिश्नोई समाज से विनम्र निवेदन है कि श्री सूरज बिश्नोई जी की भावनाओं को सुने और फिर अपनी प्रतिक्रिया जरूर दें।
बहुत बहुत आभार 🙋
प्यारे साथियों, इस पर विचार जरूर करना और शेयर जरुर करना।
लेखक:- जोरावर सिंह राजपुरोहित ठिकाना अर्थण्डी शासन सूरजभाई ने अपनी बात दिल खोल के सहास से रखी है, इसके लिए ये बधाइ के पात्र हैं, ये फिल्म विश्नोई नेताओ के इगो की भेट चढ़गई, उन्होंने सूरज भाई को साइड करते गये
वेसे यह बात भी सच है कुछ हदसे ये साबित करती हैं कि सूरजजी ने चलते-चलते अपनी टीम में गलत लालची लोगों को जोड़ते चलेगये, यह बात ही इस प्रोडक्शन से इनका नाम दूर होता गया
इन्होंने इस फिल्म के लिए मेरे से राजस्थानी में 5 गीत भी लिखवाये थे जो समय के साथ कहा गायब हुए पताही नहीं चला
आशा करता हूँ ये फिल्म पूरी हो !
Right Suraj Bhai
मैं चेतन उदेश राजपुरोहित राजस्थान जालोर जिले से हुं,
मैं सूरज भाई बिश्नोई को 2008 से जानता हूं जो इस वीडियो में बता रहे हैं वो 💯 सही कह रहे है, जो भी बोल रहे है वो बिल्कुल सत्य है।
Yes this person is right and very humble 🙏 respect you suraj sir 🙏💖
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Suraji sahi h
Me part hu es Film ka
Soraj ji ham apka sath
Jay guru jambshwar bhagwan ki jai ho 🚩🚩🚩🙏🙏🙏
Great
Guru jambheshwar Bhagwan achcha hi karenge bhai
ये बिल्कुल सत्य है कि इस फिल्म को बनाने के लिए सुरज बिश्नोई जी ने जो मेहनत की वो जगजाहिर है इन्होंने नडियाद गुजरात में अपना स्टूडियो खोला,इनकी एक होटल थी खेड़ा जिला गुजरात में थी,इनके भाई भानू ज्यादा समय होटल पर रहते ओर ये इस फिल्म के लिए काम करते थे,इनकी होटल किलराज होटल के नाम से मशहूर थी,
आपने जितनी मेहनत की वो जगजाहिर है,हम खुद गवाह है आपकी मेहनत के,, रामरतन बिश्नोई का नाम ही हमने अब सुना है कंपनी मरुधरा म्यूजिक एल्बम,,ये फिल्म विवादो की वजह से ही इतना लेट हुई,, रामरतन बिश्नोई जी को इतना विवाद पैदा नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह फिल्म समाज के गौरवशाली इतिहास की गवाह बन रही है
लेकिन सूरज जी जब कल्याण सिरवी को इस फिल्म से निकालने के षडयंत्र किया जा रहा था तब तो आप रामरतन जी का ही साथ दे रहे थे।
कभी नहीं इसने मुझे बुलाया था नागौर लेकिन मुझे नहीं पता था कि किस काम के बुलाया है जोधपुर के बहुत अपने समाज के लोगों ने तक मेरा संपर्क किया था मैने कभी इस मुद्दे पर किसी से कोई बात नहीं करी में चुप था नहीं तो कल्याण के साथ नाही रामरतन के साथ
हम लोग गाड़ी लाईन का काम करते थे उस समय हम लोग भी ये सोचते थे कि ये फिल्म कैसे पूरा करेंगे क्योंकि फिल्म में पैसा चाहिए पर सुरज बिश्नोई ने मेहनत करनी बंद नहीं किया ये भी सच है कि पहले इस फिल्म का नाम अमृता की खेजड़ी था,पर आज इस फिल्म पर जो रामरतन बिश्नोई जी विवाद पैदा कर रहे हैं,वो सरासर नाइंसाफी है खेजडली शहीदों की
अभी कानूनी स्थिति क्या है इस फिल्म की। कहां क्या पेंडिंग है
रेडियो में जफर खान सिंधी काम करते थे सुरज जी
Me gawah hu es chiz ka
Amar Jyoti pustika
Suraj ji sahi h
Use Muslim ka naam hai Jafar Khan Sindhi
th-cam.com/video/1a-KiAMmsWI/w-d-xo.htmlsi=31TrWQBPgRGzApmU