गौ कर्ण जी की कथा सुनने से सभी पापों का नाश हो जाता है परन्तु ये कथा सुनने से मेरे मन में एक शंका है कि जब धुन्धली ने कूऐ में कूद कर जान दे दी और आत्मदेव को पता ही नहीं था कि धुन्धकारी किसका पुत्र है तो ये कैसे कह सकते हैं कि धुन्धकारी धुन्धली की बहनका पुत्र था इसका विस्तार से बताऐ
श्रीमद्भागवत महापुराण। व्यास जी के द्वारा लिखी गई है। जो कि भगवान के ही अवतार है। आत्म देव को नहीं पता लेकिन ईश्वर को तो पता है। श्रीमद्भागवत महापुराण का ज्ञान। भगवान श्री कृष्ण के द्वारा ब्रह्मा जी को दिया गया था और ब्रह्मा जी से सनकादी ऋषि को और सनकादी ऋषियों से नारद जी को प्राप्त हुआ था। और नारद जी से व्यास जी से श्री शुकदेव जी को प्राप्त हुआ था। और कलियुग का प्रारंभ होने पर श्री शुकदेव जी के द्वारा राजा परीक्षित को दिया।
Jai Shri Krishna 🙏🙏🙏💐💐💐🕊️🕊️🕊️
ओम्म् नमो भगवते वाशु देवाय जय श्री कृष्ण जी 🙏👌👌👌🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏
Jai ho Gokarna ji..jinhone ganv ke insano ko hi nahi janwaro Ko bhi bhagwan ke dham pahucha 🪔🪔 diya jay ho..jay ho.. Gokarna ji ki jay ho..
Hare krishna hare krishna krishna krishna hare hare hare ram hare ram ram ram hare hare 🙏🙏
Radhey Shaym🙏
Hai Prabhu Narayan 🙏🙏🙏
Om namo bhagavate basudeway
Jai Sri Radhe Rani Jai Sri ram Jai hanuman Jai bhole ki har har mahadev
Shrimad Bhagwat Katha
Jai ho Krishan
🙏🙏🙏🙏 hare Krishna
🙏🙏
Jay ho prabhu
Om namo bhagwate vasduvav 🙏🙏🙏💐
Umashankarkumar❤❤❤
Radhey Radhey
Jai Shree Krishna
Very nice
jai shreeman narayan
Jay shirman narayan 🙏🙏
Jay shree ram
Jay shree krishna
Joy shreekrishna joyguru joyradhekrishna
Hari om🙏🙏🙏
jai ho krishna
Jai shree Ram 🙏
nice story
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गौ कर्ण जी की कथा सुनने से सभी पापों का नाश हो जाता है परन्तु ये कथा सुनने से मेरे मन में एक शंका है कि जब धुन्धली ने कूऐ में कूद कर जान दे दी और आत्मदेव को पता ही नहीं था कि धुन्धकारी किसका पुत्र है तो ये कैसे कह सकते हैं कि धुन्धकारी धुन्धली की बहनका पुत्र था इसका विस्तार से बताऐ
श्रीमद्भागवत महापुराण। व्यास जी के द्वारा लिखी गई है। जो कि भगवान के ही अवतार है। आत्म देव को नहीं पता लेकिन ईश्वर को तो पता है।
श्रीमद्भागवत महापुराण का ज्ञान। भगवान श्री कृष्ण के द्वारा ब्रह्मा जी को दिया गया था और ब्रह्मा जी से सनकादी ऋषि को और सनकादी ऋषियों से नारद जी को प्राप्त हुआ था। और नारद जी से व्यास जी से श्री शुकदेव जी को प्राप्त हुआ था। और कलियुग का प्रारंभ होने पर श्री शुकदेव जी के द्वारा राजा परीक्षित को दिया।
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हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे 30 नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते
Jai shree Krishna