आधुनिक अर्थशास्त्रियों ने लगान की व्याख्या रिकार्डो के समान एक बचत के रूप में की है। रिकार्डो ने अधिसीमांत एवं सीमांत भूमि के उपज के अन्तर को लगान कहा है। लेकिन आधुनिक अर्थशास्त्री लगान को साधन के अवसर लागत के ऊपर एक बचत मानते हैं। अवसर लागत, उत्पादन के किसी साधन को उसके अपने वर्तमान प्रयोग में बनाए रखने के लिए न्यूनतम पूर्ति मूल्य होता है। लगान का आधुनिक सिद्धांत यदि किसी साधन को अपने वर्तमान प्रयोग में बनाए रखना है तो उसकी न्यूनतम पूर्ति सीमित होती है। इसीलिए भूमि को इसकी न्यूनतम पूर्ति मूल्य अथवा अवसर लागत से अधिक मूल्य प्राप्त होता है। अवसर लागत अथवा हस्तांतरण आय के ऊपर इसी बचत को आधुनिक अर्थशास्त्रियों ने लगान कहा है। उदाहरण द्वारा स्पष्टीकरण के मान लीजिए, भूमि के एक टुकड़े से गेहूँ की खेती करने पर 1,000 रु. की आय होती है। यदि उसी भूमि के एक टुकड़े से गन्ने की खेती से आय 800 रु. की आय होगी तो ऐसी स्थिति में उस भूमि के टुकड़े के लिए 800 रु. अवसर लागत अथवा न्यूनतम पूर्ति मूल्य है। उस भूमि के टुकड़े पर गेहूँ की खेती करने के लिए कम से कम 800 रु. न्यूनतम पूर्ति मूल्य देना होगा।
Thank you sir. phle ye samajh ni aa rha tha pr aab clear samajh aa gya 😀
Thank you so much 🙏♥️😭😭, aapki videos bhot usefull hoti h ase hi videos bnate rhiye 🙏 ☺️ , phir se lot of thank you 🙏🙏🙏🙏🙏
aap ka concept bahot hi achha hai samjhane super👌
Aapka samjhaane ka structure achcha laga
Very knowledgeable and useful video sir 🙏 🙏🙏
Thanks 😇😇😇 a lot ☺️ sir
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Thanks sir ☺
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Thanks sir make more videos about this
Very very thanks sir aap ne.meri.broblam.soll.kardiii
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Think 's sir🙏
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Thank you sir
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Tq sir
Sir lagan ka adhunik sidhant btao n please kl exam h
आधुनिक अर्थशास्त्रियों ने लगान की व्याख्या रिकार्डो के समान एक बचत के रूप में की है। रिकार्डो ने अधिसीमांत एवं सीमांत भूमि के उपज के अन्तर को लगान कहा है। लेकिन आधुनिक अर्थशास्त्री लगान को साधन के अवसर लागत के ऊपर एक बचत मानते हैं। अवसर लागत, उत्पादन के किसी साधन को उसके अपने वर्तमान प्रयोग में बनाए रखने के लिए न्यूनतम पूर्ति मूल्य होता है।
लगान का आधुनिक सिद्धांत
यदि किसी साधन को अपने वर्तमान प्रयोग में बनाए रखना है तो उसकी न्यूनतम पूर्ति सीमित होती है। इसीलिए भूमि को इसकी न्यूनतम पूर्ति मूल्य अथवा अवसर लागत से अधिक मूल्य प्राप्त होता है। अवसर लागत अथवा हस्तांतरण आय के ऊपर इसी बचत को आधुनिक अर्थशास्त्रियों ने लगान कहा है।
उदाहरण द्वारा स्पष्टीकरण के मान लीजिए, भूमि के एक टुकड़े से गेहूँ की खेती करने पर 1,000 रु. की आय होती है। यदि उसी भूमि के एक टुकड़े से गन्ने की खेती से आय 800 रु. की आय होगी तो ऐसी स्थिति में उस भूमि के टुकड़े के लिए 800 रु. अवसर लागत अथवा न्यूनतम पूर्ति मूल्य है। उस भूमि के टुकड़े पर गेहूँ की खेती करने के लिए कम से कम 800 रु. न्यूनतम पूर्ति मूल्य देना होगा।
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Why are the short and long term average cost curves shaped like letter u of English alphabet plz sir hindi me answer de dijye
Thanks sir
Sir aap live class 12th ka kab se chalate hai economics
kuchh din bad se shuru hoga
Sir iske Aage ki videos ki playlist ki link dal do
उत्पादन लागत (Production Cost): व्यष्टि अर्थशास्त्र: th-cam.com/play/PLkFCKOERwktsipeUKY5a_Xy-2ZcA0auK_.html
@@theeconomicsguruok
🆃🅷🅰🅽🅺 🆈🅾🆄 🆂🅸🆁 🙏🙏.
Short marginal cost ka bhi bata digiye naaaa
Sir aap likha Mt kriye dikhai nhi deta hai jo automatically likh jata hai use kh rhe hai❤ aap achha samjhate hai😊😊
Okk😂
𝐧𝐢𝐜𝐞 𝐬𝐢𝐫
Thanks sir
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Thank you sir
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