Nice story....bade Bhai ko chhote Bhai ko parents ke liye medical ke kharche ke liye money deni chahiye.... Wife ko strictly bole ki ye set rakam main apne parents ke liye har mahine bhejunga. Agar nahi mane to wife ko involve Karne ki zaroorat bhi nahi hai. Ye better solution hai, bajaye parents to apne pass bula kar roz insulted hote huye dekhne ke. 😮😊
ये सालों से चलता आ रहा है कि बेटा शादी होते ही पराया हो जाता है और वो ये भूल जाता है कि उसके माता-पिता ने कितनी परेशानियां उठा कर उसे पढ़ा लिखाकर इस लायक बनाया है तो उसकी भी माता पिता के प्रति कुछ जिम्मेदारियां होती हैं और जिसे हर बेटे को ही नहीं हर बेटी को भी निभानी चाहिए। पर बेटियां शादी के बाद अपने घर गृहस्थी में विजी हो जाती हैं और एकदम से भागकर उनके लिए थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इसलिए बेटों को अपने माता-पिता का ध्यान रखने की जिम्मेदारी ज्यादा होती है। हर बेटी को मां बाप प्यारे होते हैं पर वही बेटी बहू बनते ही सास ससुर को बोझ समझती है और उनसे पीछा छुड़ाने के लिए उन्हें जलील करने में कोई कसर नहीं छोड़ती ताकि वह परेशान होकर खुद ही घर छोड़कर चले जाएं। पर गलती तो बेटे की होती है उसे अपने माता-पिता का ध्यान रखने की जरूरत है और ये बात हर बेटे को अपनी बीवी को समझा देनी चाहिए। अगर वह उसके माता-पिता को मान-सम्मान नहीं देगी तो वह भी उसके मायके वालों से कोई रिश्ता नहीं रखेगा। वैसे दुनियादारी की बातें हम सब जानते हैं कि समय के साथ हर रिश्ता भी बदल जाता है। तो हम सभी को अपना थोड़ा सा ध्यान रखने की जरूरत है। बच्चों से हर मां-बाप को बहुत ही प्रेम होता है होना भी चाहिए पर वक्त के साथ बच्चे बड़े होते हैं और उनमें वक्त के साथ बदलाव भी आता है और शादी होते ही बच्चे बदल जातें हैं खासकर बेटे। औलाद के प्रति हमारा मोह एक सीमा तक ही होना चाहिए। बच्चों की जिम्मेदारियों के साथ ही हमें अपनी वृद्धावस्था के लिए भी बचत करनी चाहिए ताकि किसी भी मां बाप को बच्चे के सामने हाथ न फैलाना पड़े। वैसे सभी बेटे बहुएं ऐसे नहीं होते हैं और वह इतने अच्छे होते हैं कि दिन रात उनके लिए मुंह से दुआएं ही निकलती रहती हैं। समाज को सीख देती एक सुंदर कहानी।🙏🙏
मर्माहत घर घर की कहानी है माता-पिता बोझ हो रहे हैं नई पीढ़ी जैसे बुजुर्गों का सम्मान भूल गईं हैं बहुएं सास ससुर की सेवा तो दूर दो रोटी सम्मान पूर्वक देने में भी असमर्थ हैं अपनी तथाकथित रहीसी में
बहुत सुंदर मार्मिक कहानी
Thanks for watching🙏
Nice story....bade Bhai ko chhote Bhai ko parents ke liye medical ke kharche ke liye money deni chahiye.... Wife ko strictly bole ki ye set rakam main apne parents ke liye har mahine bhejunga. Agar nahi mane to wife ko involve Karne ki zaroorat bhi nahi hai.
Ye better solution hai, bajaye parents to apne pass bula kar roz insulted hote huye dekhne ke. 😮😊
Thanks for watching🙏
Congratulations to writer sir ji for this fantastic story 👏👏👏👏👏👏😊😊😊😊
Thanks for watching🙏
@@adbhutkhaniyaadbhutvuchar1 waiting anxiously for more stories
Bahut hi sunder rachna hai
Thanks for watching🙏
Massege mat, karna
Wow interesting story 👍
Thanks for watching🙏
बहुत ही सुन्दर स्टोरी ❤❤❤❤
Thanks for watching🙏
ये सालों से चलता आ रहा है कि बेटा शादी होते ही पराया हो जाता है और वो ये भूल जाता है कि उसके माता-पिता ने कितनी परेशानियां उठा कर उसे पढ़ा लिखाकर इस लायक बनाया है तो उसकी भी माता पिता के प्रति कुछ जिम्मेदारियां होती हैं और जिसे हर बेटे को ही नहीं हर बेटी को भी निभानी चाहिए। पर बेटियां शादी के बाद अपने घर गृहस्थी में विजी हो जाती हैं और एकदम से भागकर उनके लिए थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इसलिए बेटों को अपने माता-पिता का ध्यान रखने की जिम्मेदारी ज्यादा होती है। हर बेटी को मां बाप प्यारे होते हैं पर वही बेटी बहू बनते ही सास ससुर को बोझ समझती है और उनसे पीछा छुड़ाने के लिए उन्हें जलील करने में कोई कसर नहीं छोड़ती ताकि वह परेशान होकर खुद ही घर छोड़कर चले जाएं। पर गलती तो बेटे की होती है उसे अपने माता-पिता का ध्यान रखने की जरूरत है और ये बात हर बेटे को अपनी बीवी को समझा देनी चाहिए। अगर वह उसके माता-पिता को मान-सम्मान नहीं देगी तो वह भी उसके मायके वालों से कोई रिश्ता नहीं रखेगा। वैसे दुनियादारी की बातें हम सब जानते हैं कि समय के साथ हर रिश्ता भी बदल जाता है। तो हम सभी को अपना थोड़ा सा ध्यान रखने की जरूरत है। बच्चों से हर मां-बाप को बहुत ही प्रेम होता है होना भी चाहिए पर वक्त के साथ बच्चे बड़े होते हैं और उनमें वक्त के साथ बदलाव भी आता है और शादी होते ही बच्चे बदल जातें हैं खासकर बेटे। औलाद के प्रति हमारा मोह एक सीमा तक ही होना चाहिए। बच्चों की जिम्मेदारियों के साथ ही हमें अपनी वृद्धावस्था के लिए भी बचत करनी चाहिए ताकि किसी भी मां बाप को बच्चे के सामने हाथ न फैलाना पड़े। वैसे सभी बेटे बहुएं ऐसे नहीं होते हैं और वह इतने अच्छे होते हैं कि दिन रात उनके लिए मुंह से दुआएं ही निकलती रहती हैं। समाज को सीख देती एक सुंदर कहानी।🙏🙏
Thanks for watching🙏🙏🙏
बहुत सुन्दर कहानी हैं
Thanks for watching🙏
Super ❤❤❤❤
Thanks for watching🙏
Itni itni achhi story thanks thanks
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Very nice
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Bahut sundar story
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रख नही सकता था बड़ा बेटा तो पैसे तो भेज ही सकता था वह गरीब लोग रखने को तो तैयार थे
Thanks for watching🙏
मर्माहत
घर घर की कहानी है माता-पिता बोझ हो रहे हैं नई पीढ़ी जैसे बुजुर्गों का सम्मान भूल गईं हैं बहुएं सास ससुर की सेवा तो दूर दो रोटी सम्मान पूर्वक देने में भी असमर्थ हैं अपनी तथाकथित रहीसी में
Thanks for watching🙏
ये समस्या भारत में ही होतीं. यूरोप में नहीं. बात कुछ समझ नहीं आयी.
आजकल तो बेटियों का व्यवहार भी माता पिता के प्रति बदलता जा रहा है।वह भी बहाना बनाकर पल्ला झाड़ लेती हैं।
Thanks for watching🙏
Fashion of d day,matlàb ñiķal ģaýa hai tou pehçhante nahi.😮
Thanks for watching🙏
Bade bete ko paisa dena chaiye
Thanks for watching🙏