खुशी से अपनी आंखों को मैं अश्कों से भिगो लेती | क्रांति माला | राखी आजाद | कीर्तन | उन्नाव | भाग- 7

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  • เผยแพร่เมื่อ 25 ต.ค. 2024

ความคิดเห็น • 8

  • @Arjun-bv8vp
    @Arjun-bv8vp หลายเดือนก่อน +1

    क्रान्ति माला जी राखी आजाद दोनो बहनो को मेरा बहुत बहुत राम सिताराम 🙏 नेपाल 🇳🇵♥️💚🌹

  • @deenaliqureshi9896
    @deenaliqureshi9896 2 หลายเดือนก่อน +3

    आदरणीया बहन क्रान्ति माला जी आपने बहुत ही सुन्दर कीर्तन प्रस्तुत किया है। धन्य है मेरे गुरुवर के ज्येष्ठ पुत्र की लेखनी कों आप दोनों को मैं हृदय से प्रणाम करता हूं।

  • @SampurnandMishra
    @SampurnandMishra หลายเดือนก่อน +2

    Verigoodsampurnanandmisraadvoket

  • @deenaliqureshi9896
    @deenaliqureshi9896 2 หลายเดือนก่อน +3

    आदरणीया राखी जी आपने बहुत ही बेहतरीन तर्क दिया है हृदय से नमन है।

  • @sarveshshukla3514
    @sarveshshukla3514 2 หลายเดือนก่อน +2

    दोनो को हर हर महादेव हर हर महादेव

  • @dhansingyadav5675
    @dhansingyadav5675 2 หลายเดือนก่อน +6

    आज का पहला कमेंट मेरा जय जय सियाराम आप तो रामायण से मार्गदर्शन ले कर चल रही हो लेकिन आदीवासियों और मुसलमानों को समझाओ भगवान के नाम से घृणा भड़कानेवाला है

  • @bhanvarsingh3086
    @bhanvarsingh3086 2 หลายเดือนก่อน +7

    दोनों श्रेष्ठ कलाकारों के द्वारा रावण-मंदोदरी संवाद सुनकर आनन्द आ गया | आनन्देश्वर बाबा की जय!

  • @kailashprasad1764
    @kailashprasad1764 หลายเดือนก่อน +1

    क्रांति जी जो गीत आपने चुना है वह खींच जो आपने शुरूआत में खींचा है आपकी क्षमता के अनुसार संतोषजनक नहीं रहा गीत को घरेलू प्रेक्टिस की आवश्यकता है ।