गोला गोकर्णनाथ रेलवे स्टेशन से हरदोई रेलवे स्टेशन तक नई रेल लाइन का सर्वे का कार्य होना चाहिए। + मैलानी शाहजहांपुर फर्रुखाबाद रेल लाइन का भी सर्वे होना चाहिए
अगर रेलवे चाहे तो मैलानी पलिया कलां नानपारा बहराइच तक बड़ी लाइन करना चाहे तो जहां तक जंगली क्षेत्र पडता उसक किनारे से करीब 8.10 फिट कि ऊंचाई से जाली लगादे जिससे जनवर ना तो रेलवे ट्रैक पार करगे ना तो कोई अडंगा लगेगा रेलगाड़ी अपनी स्पीड से चल सकती है अगर जंगल के अंदर वन विभाग बड़ी लाइन ना बीछाने दे तो आपका धन्यवाद
Itni Bat Pilibhit Junction Ki Bhi Kr Liya Kro Bhai Pilibhit Junction Se Rat Me Delhi Ke Liye Train Chalai Jae Vapsi Me Bhi Is Train Ko Raat Me Delhi Se Bhi Pilibhit Junction Ke Liye Rat Me Train Chke
भैया मैलानी जंक्शन से पलिया निघासन धौरहरा सिसैया होते हुए मिहींपुरवा तक या ब्रॉड गेज में तब्दील हो सकता है रेलवे चाहे तो मैलानी जंक्शन पर जो लखनऊ से ट्रेन आती हैं सवारी यात्री जो उधर से उतरते हैं बस में काफी भीड़ होती है यात्री परेशान होकर बेचारे खड़े-खड़े भीरा पलिया तक जाते हैं दोपहर में एक और ट्रेन होनी चाहिए तिकुनिया तक मीटर गेज के ट्रेन में शुद्ध समय न होने के कारण सवारी नहीं मिलती हैं
मुझे लगता है कि मैलानी जंक्शन से नानपारा जंक्शन तक आमान परिवर्तन कार्य होने में (यानी छोटी रेल लाइन को बड़ी रेल लाइन में तब्दील करने में ) वर्ष 2076 से 2099 तक का समय जायेगा 😂😂😂😂
भैया मैलानी जंक्शन से पलिया निघासन धौरहरा सिसैया होते हुए मिहींपुरवा तक या ब्रॉड गेज में तब्दील हो सकता है रेलवे चाहे तो मैलानी जंक्शन पर जो लखनऊ से ट्रेन आती हैं सवारी यात्री जो उधर से उतरते हैं बस में काफी भीड़ होती है यात्री परेशान होकर बेचारे खड़े-खड़े भीरा पलिया तक जाते हैं दोपहर में एक और ट्रेन होनी चाहिए तिकुनिया तक मीटर गेज के ट्रेन में शुद्ध समय न होने के कारण सवारी नहीं मिलती हैं
Sir par van vibhag to road projects ko bhi to noc nahi de raha hai. Shahjahanpur palia highway ko manjuri 2016 me mila tha par kam aaj tak chalu nahi ho paya because of forest department.
Is project ki feasibility report hi reject ho chooki ha . Jitna project ko karne mai cost ayegi utna Railway ko income nahi hogi . Forest area mai NOC ka bhi problem hoga . Ye project economically viable nahi ha . I think isi liya Railway na isa reject kar diya . Agar new route propose kiya jaye to land acquisition mai hi kaphi piasa spend karna padega . Itna asan nahi ha ye sab kaphi time legega . 10 years atleast .
Is route par logon bhid 2016 ke bad kam hui hai Kyon ki koi connectivity bachi hi nahi jisse logon ko buses private vehicle par nirbhar hona pad raha hai.
आपको पैसेंजर की कैलकुलेशन करनी है तब पलिया में खड़े हो जाइए और चंडीगढ़,दिल्ली,हरिद्वार देहरादून जाने वाली प्राइवेट बसों में आपको सीट भी मिलना मुश्किल हो जायेगा।। प्राइवेट बस यूनियन सासदों और विधायको को मोटी रकम देते है। कभी आपने सुना है किसी विधायक या सांसद को बड़ी लाइन के लिए बोलते हुए।।।
@@radhakrishna340 bhai mai jo bol raha hun vo pahle padh lo . Ek bus and ek train mai kaphi difference Hota ha . 25 se 30 bus mai jitna passenger Hota ha usse jyada ek train mai . Mera ye kahna ha ki iss project mai cost kaphi arahi thi due to forest area and kaphi NOCs bhi leni padegi . Pilibhit Mai Mala forest mai to 2 years lag Gaye NOC dena mai . Phir idhar kitna time lagega. Then Sharda , Ghaghara river bridge bhi kaphi bade ha , so overall cost kaphi jyada a rahi thi . Forest ka andar fencing, underpasses , animal bridges bana padta ha . Kai ecosensitive zones se hokar train nikalti ha . And if any new route is propose to negate forest then it will cost additional in land acquisition and so many times farmers and local people don't gave their land for construction.
Main manta hun ki land purchase karna itna asan nahi hoga aur kabhi hota bhi nahi hai aur jo aap profit ki bat kar rahe hain aisa to hai nahi ki agar ye route broad gouge ho jaye to keval passenger trains hi chalenge. border area hai aur sugar mill bhi idhar kai hain.
Bhai mai apni opinion de Raha hoo n ki aapko blame aapne jo kaha ekdum sahi kaha hai jab pahadon me rail project chalte hai tab to 3000 cr ke project chal rahe hai. Yaha to 900 cr ka project tha.
Sir @,Station & places (juhaib ahmad sir) क्या मैं आपकी यह वीडियो फेसबुक , व्हाट्सएप , इंस्टाग्राम , ट्विटर (X) , कू ऐप और बाकी सोशल मीडिया साइट्स पर शेयर कर सकता हूं, वैसे बहराइच की जनता बहराइच के व्यापारियों , नौकरी पेशा , स्टूडेंट्स , सरकारी कर्मचारी, महिलाओं की मांग जायज है कि बहराइच नानपारा मैलानी मीटर गेज रेल मार्ग को ब्रॉड गेज रेल मार्ग में बदल देना चाहिए
मैलानी पलिया निघासन धौरहरा ईसानगर ब्राडगेज लाइन जनहित में बहुत ही जरूरी है और इस लाइन से रेलवे का राजस्व भी बढ़ेगा और क्षेत्र का विकास भी होगा।
पलिया निघासन धौरहरा नानपारा बहराइच एवं दूसरा रुट बहराइच नानपारा ईसानगर लहरपुर लगुचा खीरी रूट....
बहुत सुंदर प्रस्ताव है।
करना चाहे तो सब हो जाए अधिकारी कर्मचारी करना नही चाहते है रही जंगल की बात तो अंडर पास बनाए जा सकते है
गोला गोकर्णनाथ रेलवे स्टेशन से हरदोई रेलवे स्टेशन तक नई रेल लाइन का सर्वे का कार्य होना चाहिए। + मैलानी शाहजहांपुर फर्रुखाबाद रेल लाइन का भी सर्वे होना चाहिए
पलिया तक तो होनी ही चाहिए।।
BAHRAICH se sitapur railway line se connect kar dena chahiye
अगर रेलवे चाहे तो मैलानी पलिया कलां नानपारा बहराइच तक बड़ी लाइन करना चाहे तो जहां तक जंगली क्षेत्र पडता उसक किनारे से करीब 8.10 फिट कि ऊंचाई से जाली लगादे जिससे जनवर ना तो रेलवे ट्रैक पार करगे ना तो कोई अडंगा लगेगा रेलगाड़ी अपनी स्पीड से चल सकती है अगर जंगल के अंदर वन विभाग बड़ी लाइन ना बीछाने दे तो आपका धन्यवाद
Bahraich ki news jaldi dijiye
Good update
Bahraich to jarwal उसका सर्विस शुरू हो गया है इसके अलावा कोई नई ट्रेन चलेगी
Itni Bat Pilibhit Junction Ki Bhi Kr Liya Kro Bhai Pilibhit Junction Se Rat Me Delhi Ke Liye Train Chalai Jae Vapsi Me Bhi Is Train Ko Raat Me Delhi Se Bhi Pilibhit Junction Ke Liye Rat Me Train Chke
Bhai palia nighasan hote hu.bhi broad gauge ho sakta hai sarve bhi hua tha..
☑️☑️☑️☑️☑️
मुझे तो लगता है कि भाजपा को वोट देकर गलत किया।
भैया मैलानी जंक्शन से पलिया निघासन धौरहरा सिसैया होते हुए मिहींपुरवा तक या ब्रॉड गेज में तब्दील हो सकता है रेलवे चाहे तो
मैलानी जंक्शन पर जो लखनऊ से ट्रेन आती हैं सवारी यात्री जो उधर से उतरते हैं बस में काफी भीड़ होती है यात्री परेशान होकर बेचारे खड़े-खड़े भीरा पलिया तक जाते हैं दोपहर में एक और ट्रेन होनी चाहिए तिकुनिया तक
मीटर गेज के ट्रेन में शुद्ध समय न होने के कारण सवारी नहीं मिलती हैं
Mailani se palia nighasan dhaurara sisaiya
Bahrni washing pit line ka update digiye
Bhai ko जुखाम हो गया है 😂😂
मुझे लगता है कि मैलानी जंक्शन से नानपारा जंक्शन तक आमान परिवर्तन कार्य होने में (यानी छोटी रेल लाइन को बड़ी रेल लाइन में तब्दील करने में ) वर्ष 2076 से 2099 तक का समय जायेगा 😂😂😂😂
Yrr जानवरों ko jine do, yah section Metre Gauge hi thik h, jise MG train se nhi jana wo apne vehicle se jaye
भैया vdo को सही से देखा पूरा देखोगे तभी समझ में आयेगा, जानवर तो पिछले कई सालों से जी रहे हैं और जियेंगे भी l
भैया मैलानी जंक्शन से पलिया निघासन धौरहरा सिसैया होते हुए मिहींपुरवा तक या ब्रॉड गेज में तब्दील हो सकता है रेलवे चाहे तो
मैलानी जंक्शन पर जो लखनऊ से ट्रेन आती हैं सवारी यात्री जो उधर से उतरते हैं बस में काफी भीड़ होती है यात्री परेशान होकर बेचारे खड़े-खड़े भीरा पलिया तक जाते हैं दोपहर में एक और ट्रेन होनी चाहिए तिकुनिया तक
मीटर गेज के ट्रेन में शुद्ध समय न होने के कारण सवारी नहीं मिलती हैं
Sir par van vibhag to road projects ko bhi to noc nahi de raha hai. Shahjahanpur palia highway ko manjuri 2016 me mila tha par kam aaj tak chalu nahi ho paya because of forest department.
You are right @@RamKumar-p7y8k
Map se Thora samjha o bhai
Is project ki feasibility report hi reject ho chooki ha . Jitna project ko karne mai cost ayegi utna Railway ko income nahi hogi . Forest area mai NOC ka bhi problem hoga . Ye project economically viable nahi ha . I think isi liya Railway na isa reject kar diya . Agar new route propose kiya jaye to land acquisition mai hi kaphi piasa spend karna padega . Itna asan nahi ha ye sab kaphi time legega . 10 years atleast .
Is route par logon bhid 2016 ke bad kam hui hai Kyon ki koi connectivity bachi hi nahi jisse logon ko buses private vehicle par nirbhar hona pad raha hai.
आपको पैसेंजर की कैलकुलेशन करनी है तब पलिया में खड़े हो जाइए और चंडीगढ़,दिल्ली,हरिद्वार देहरादून जाने वाली प्राइवेट बसों में आपको सीट भी मिलना मुश्किल हो जायेगा।।
प्राइवेट बस यूनियन सासदों और विधायको को मोटी रकम देते है।
कभी आपने सुना है किसी विधायक या सांसद को बड़ी लाइन के लिए बोलते हुए।।।
@@radhakrishna340 bhai mai jo bol raha hun vo pahle padh lo . Ek bus and ek train mai kaphi difference Hota ha . 25 se 30 bus mai jitna passenger Hota ha usse jyada ek train mai . Mera ye kahna ha ki iss project mai cost kaphi arahi thi due to forest area and kaphi NOCs bhi leni padegi . Pilibhit Mai Mala forest mai to 2 years lag Gaye NOC dena mai . Phir idhar kitna time lagega. Then Sharda , Ghaghara river bridge bhi kaphi bade ha , so overall cost kaphi jyada a rahi thi . Forest ka andar fencing, underpasses , animal bridges bana padta ha . Kai ecosensitive zones se hokar train nikalti ha . And if any new route is propose to negate forest then it will cost additional in land acquisition and so many times farmers and local people don't gave their land for construction.
Main manta hun ki land purchase karna itna asan nahi hoga aur kabhi hota bhi nahi hai aur jo aap profit ki bat kar rahe hain aisa to hai nahi ki agar ye route broad gouge ho jaye to keval passenger trains hi chalenge. border area hai aur sugar mill bhi idhar kai hain.
Bhai mai apni opinion de Raha hoo n ki aapko blame aapne jo kaha ekdum sahi kaha hai jab pahadon me rail project chalte hai tab to 3000 cr ke project chal rahe hai. Yaha to 900 cr ka project tha.
Sir @,Station & places (juhaib ahmad sir)
क्या मैं आपकी यह वीडियो फेसबुक , व्हाट्सएप , इंस्टाग्राम , ट्विटर (X) , कू ऐप और बाकी सोशल मीडिया साइट्स पर शेयर कर सकता हूं, वैसे बहराइच की जनता बहराइच के व्यापारियों , नौकरी पेशा , स्टूडेंट्स , सरकारी कर्मचारी, महिलाओं की मांग जायज है कि बहराइच नानपारा मैलानी मीटर गेज रेल मार्ग को ब्रॉड गेज रेल मार्ग में बदल देना चाहिए