Vishakha Nakshatra in Astrology - The Untold Truth!

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  • เผยแพร่เมื่อ 15 ก.ย. 2024
  • In this video, I am excited to delve deep into the fascinating world of Vishakha Nakshatra, where I will be sharing insightful secrets and valuable information about this particular lunar mansion. Join me as I explore the unique characteristics, traits, and significance of Vishakha Nakshatra in Vedic astrology, uncovering its hidden meanings and unraveling the mysteries that lie within. Whether you are a seasoned astrologer or simply curious about this celestial phenomenon, this video is sure to provide you with a wealth of knowledge and a greater understanding of Vishakha Nakshatra. Tune in to discover the secrets that this Nakshatra holds and how it may influence your life and destiny.

ความคิดเห็น • 7

  • @BeLoveUnconditional
    @BeLoveUnconditional 18 วันที่ผ่านมา +1

    Love your voice 😊

  • @anitamurkes9511
    @anitamurkes9511 ปีที่แล้ว +6

    How does this nakshatra work for women in relationships ? Since the symbol is a MALE tiger ?

  • @gypsyroseyoga3295
    @gypsyroseyoga3295 ปีที่แล้ว +2

    Very interesting thank you for that info. I have my planets of Pluto and Lilith in this nakshatra

  • @doctor206
    @doctor206 ปีที่แล้ว

    Jai Shree Ram🙏💐🌻🌹🏵🌺🌼🌸🌷🕉👑🌞🌙❤🟢🟡🔴⚪⚫🚩🏆🥇🏅💕🥁✌🔱जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
    जय कपीस तिहुँ लोक उजागर
    राम दूत अतुलित बल धामा
    अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ॥१॥
    महाबीर विक्रम बजरंगी
    कुमति निवार सुमति के संगी
    कंचन बरन बिराज सुबेसा
    कानन कुंडल कुँचित केसा ॥२॥
    हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजे
    काँधे मूँज जनेऊ साजे
    शंकर स्वयम केसरी नंदन
    तेज प्रताप महा जगवंदन ॥३॥
    विद्यावान गुनी अति चातुर
    राम काज करिबे को आतुर
    प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
    राम लखन सीता मनबसिया ॥४॥
    सूक्ष्म रूप धरि सियहि दिखावा
    बिकट रूप धरि लंक जरावा
    भीम रूप धरि असुर सँहारे
    रामचंद्र के काज सवाँरे ॥५॥
    लाय सजीवन लखन जियाए
    श्री रघुबीर हरषि उर लाए
    रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई
    तुम मम प्रिय भरत-हि सम भाई ॥६॥
    सहस बदन तुम्हरो जस गावै
    अस कहि श्रीपति कंठ लगावै
    सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा
    नारद सारद सहित अहीसा ॥७॥
    जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते
    कवि कोविद कहि सके कहाँ ते
    तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा
    राम मिलाय राज पद दीन्हा ॥८॥
    तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना
    लंकेश्वर भये सब जग जाना
    जुग सहस्त्र जोजन पर भानू
    लील्यो ताहि मधुर फ़ल जानू ॥९॥
    प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माही
    जलधि लाँघि गए अचरज नाही
    दुर्गम काज जगत के जेते
    सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ॥१०॥
    राम दुआरे तुम रखवारे
    होत न आज्ञा बिनु पैसारे
    सब सुख लहै तुम्हारी सरना
    तुम रक्षक काहू को डरना ॥११॥
    आपन तेज सम्हारो आपै
    तीनों लोक हाँक ते काँपै
    भूत पिशाच निकट नहि आवै
    महाबीर जब नाम सुनावै ॥१२॥
    नासै रोग हरे सब पीरा
    जपत निरंतर हनुमत बीरा
    संकट से हनुमान छुडावै
    मन क्रम वचन ध्यान जो लावै ॥१३॥
    सब पर राम तपस्वी राजा
    तिनके काज सकल तुम साजा
    और मनोरथ जो कोई लावै
    सोइ अमित जीवन फल पावै ॥१४॥
    चारों जुग परताप तुम्हारा
    है परसिद्ध जगत उजियारा
    साधु संत के तुम रखवारे
    असुर निकंदन राम दुलारे ॥१५॥
    अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता
    अस बर दीन जानकी माता
    राम रसायन तुम्हरे पासा
    सादर हे रघुपति के दासा ॥१६॥
    तुम्हरे भजन राम को पावै
    जनम जनम के दुख बिसरावै
    अंतकाल रघुवरपुर जाई
    जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई ॥१७॥
    और देवता चित्त ना धरई
    हनुमत सेई सर्व सुख करई
    संकट कटै मिटै सब पीरा
    जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥१८॥
    जै जै जै हनुमान गोसाई
    कृपा करहु गुरु देव की नाई
    जो सत बार पाठ कर कोई
    छूटहि बंदि महा सुख होई ॥१९॥
    जो यह पढ़े हनुमान चालीसा
    होय सिद्धि साखी गौरीसा
    तुलसीदास सदा हरि चेरा
    कीजै नाथ हृदय मँह डेरा ॥२०॥
    ।। दोहा ।।
    पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
    राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप॥

  • @user-gk2qf8tm2l
    @user-gk2qf8tm2l ปีที่แล้ว

    Hello Hello
    Such a good content 👏
    Thnk you so much 🙏

  • @rosesshine_official981
    @rosesshine_official981 ปีที่แล้ว +1

    Great video.

  • @djeshb1721
    @djeshb1721 ปีที่แล้ว

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