भाई साहब हम बार-बार बता रहे हैं कि सुप्रीम अब न्याय पालिका नहीं रहीं अब समबिधान कानून से नहीं बीजेपी सरकार को आदि काल तक बचा कर मानु विधान के हिसाब से निर्णय लें गे।
आने वाले चीफ जस्टिस से कोई भी सच्चा भारतीय किसी तरह के न्याय की अपेक्षा नहीं रखता है इसलिए अगर वो सत्ता के पक्ष में ही फैसला देते रहे तो भी देशवासियों को ज्यादा निराशा नहीं होगी चंद्र चूड़ से जैसी उम्मीद थी वो उस पर खरा नहीं उतरे निराशा तो इससे हुई है
भाई साहब हम बार-बार बता रहे हैं कि सुप्रीम अब न्याय पालिका नहीं रहीं अब समबिधान कानून से नहीं बीजेपी सरकार को आदि काल तक बचा कर मानु विधान के हिसाब से निर्णय लें गे।
न्यायाधीश चंद्रचूड़ भी जाते-जाते मोदीमय हो चुके हैं।यह भारत का दुर्भाग्य नहीं तो और क्या है?जस्टिस खन्ना भी मोदी में इशारे पर काम करेंगे।
किसी क्रिश्चियन को cji बनाना चाहिए ताकि धर्म से ऊपर उठ कर संविधान को जिन्दा रखने में भूमिका निभाए
आने वाले चीफ जस्टिस से कोई भी सच्चा भारतीय किसी तरह के न्याय की अपेक्षा नहीं रखता है इसलिए अगर वो सत्ता के पक्ष में ही फैसला देते रहे तो भी देशवासियों को ज्यादा निराशा नहीं होगी चंद्र चूड़ से जैसी उम्मीद थी वो उस पर खरा नहीं उतरे निराशा तो इससे हुई है
Why not to do away with judiciary system
At the end of the tenure of CJI Chandra chud sahab,put an end to the EVM & bring ballot paper
बोधधर्म के मानने वाले व्यक्ति को सीजेआई बनाओ, देखो कैसे सही होगा।
बोध धर्म की क्या पहचान,मानव मानव एक समान।
Notjing well hapen all well tay tay fis.
Justice khanna also will be zero. Country shall sufer badlly.
जनता का न्याय पालिका से विश्वास उठ गया है.
यहा न्याय नही मिळता यही सत्य है
ये bjp की रखेल बनी है