योगक्षेम की चिंता। आत्मवान बनो। श्रीमद्भगवत गीता। कक्षा १७। ०२/४५-४६। आचार्य योगेश वैदिक

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  • เผยแพร่เมื่อ 12 มี.ค. 2023
  • यहाँ आपको दर्शन उपनिषदों के साथ साथ वैदिक सिद्धान्तों की कर्मफल सिद्धांतों की जानकारी के साथ-साथ शंका समाधान प्राप्त होगा ।
    पौराणिक जगत की जो मान्यताएँ हैं उनमें कितना मिलावट है ? कितना इतिहास है? कितना विज्ञान है ? तथा कितना काल्पनिक व आध्यात्मिक वर्णन है ? इस संबंध में आपको प्रामाणिक व तर्कपूर्ण जानकारी मिलेगी ।
    हम वैदिक शिक्षा, संकृति व संस्कारों के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित हैं ।

ความคิดเห็น • 9

  • @amitharchandani5633
    @amitharchandani5633 ปีที่แล้ว +2

    🙏

  • @meenagupta5845
    @meenagupta5845 ปีที่แล้ว +1

    Sadar namaste acchrya ji 🙏 dhanyabad 🙏

  • @sushmasoni5639
    @sushmasoni5639 ปีที่แล้ว

    आचार्य जी सादर प्रणाम

  • @SudhaBharti-dy1xe
    @SudhaBharti-dy1xe ปีที่แล้ว

    नमस्ते आचार्य जी

  • @satyawativerma9952
    @satyawativerma9952 ปีที่แล้ว

    ओ३म्🌺🎍💐🌸🌼🌷
    आदरणीय आचार्य श्री जी को सादर नमस्ते जी🙏🙏
    मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं है अतः उपदेश सुनने से वंचित रही हूँ, अभी आगे भी स्थिति कुछ सोचनीय है!

  • @sun1popo
    @sun1popo ปีที่แล้ว

    आचार्य जी गीता खरीदनी है कहा से खरीद सकते हैं

  • @sunitanawandar800
    @sunitanawandar800 ปีที่แล้ว

    आचार्य जी नमस्ते
    गीता की सारी कक्षाएं नही मिली,22 तक ही सुन पाए। क्या इतनी ही प्रकाशित हुई कृपया जानकारी देवे।
    धन्यवाद

  • @AmitKumar-lc3ob
    @AmitKumar-lc3ob ปีที่แล้ว +1

    आचार्य जी 3महीने से आपको नहीं सुन पा रहा हूँ।