गुरुजी का उपदेश एकदम बरोबर.है । पहलै मनको साफ करना पडता है फिर गुरुकी सेवा ।फिर बिना कुछ करे शक्तिपात होता है ।उसके बाद हररोज क्रीया को दोहराओ ।बादमे जैसे आप भगवान के सखा बनेंगे आपके पारीवारीक भौतिक सुख नश्ट होजाऐंगे ।जैसे मा बाप पत्नी बच्चे उनका मरना समाजसे आपका बाहर होजाना । लक्ष्मी का खतम होना ।एक कपडे पर आजाना फिर भगवान मिलते है और फिर एकबार सिद्धी या आपको समाज मे स्थापित करती है ईसलीये गुरु के सिवा कुछ मत करो वो आपको उस चीज को नही देते तो आप उसके पात्र नही है तो गुरुसे पात्रता लानेका साधन पुछो नाम जप करनेसे आप पात्र हो सकते हो
सुग्रीव विभीषण को देने में वही कृपा वर्षा होती है बलि बाली का सबकुछ ले लेने में वही कृपा वर्षा होती है दैन्य हमारा करूणामय है कृपा हरि की महिमा मय है कातर तप कुंदन बन जाता फिर तो कृपा बरस ही जाता सबकुछ छीन लिया जीवन से केवल यह पहचान नहीं है लोक और परलोक बना दे भक्तों का भगवान वही है बस आसक्ति मिटाना होगा धन को धर्म लगाना होगा निर्धन को कर्म बढ़ाना होगा पर कल्याण सभी का होगा एक निवेदन
@@lawakumarpandey864 सही बात है पर अभी ईस कलीयुगमे जब भगवान ने कलीको ऐसे ऐसे स्थान दे दीये है की पुरी क्रुपा तभी होती है जब वह प्राणी सारे झमेलोमेसे छुट जाता है ईन्सानका गरीब होना दो वजहसे है पीछले करम,परपीडा कुद्रुष्टी,देवता प्रकोप या फिर देवता पुरी तरीकेसे प्रसन्न होना अगर पुरी तरीकेसे प्रसन्न है तो संचय करनेकी जरुरत नही पडती पुरी जींदगी तक
जिमि सुख संपति बिनहि बोलाए धरमशील पहि आइ सोहाए; महत्त्व धन का नहीं हमारे भाव का है। भगवान की कठोर परीक्षा अपवाद स्वरूप ही है।वह भी आशावाद और उदाहरण के लिए है कि हम आशा न छोड़ें।हर विधान को मंगलमय समझें। अन्यथा हम कलयुगी तो बहुत पहले मनोबल खो बैठेंगे। वैसे आपने अपूर्व निष्ठा की बात की है। सादर प्रणाम
श्री राम जय राम जय जय राम जय जगन्नाथ महाप्रभु की नारायण अखिल गुरु भगवान नमस्ते नमन महात्मा दास का साष्टांग दंडवत स्वीकार हो आदमी भावना पूर्वक हर हर महादेव ओम पार्वती पते हर हर महादेव । नहीं कछु दुर्लभ ज्ञान सुनाना आगम निगम पुरान बखाना ।।
श्री जगत गुरु शंकर आचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी के श्री चरण कमलो को नमन कर्ता हू शिव शिव कृपा करो धर्म की जया हो अधर्म का नाश हो प्राणियो में सद्भावना हो विश्व का कल्याण हो गौमाता की जय हो गौ हत्या बंद हो भारत अखंड हो हर हिंदू सेना हो हर हिंदू सनातनी हो पूज्यपद धर्म सम्राट श्री स्वामी करपात्रीजी महाराज की जया हो श्री मज्जागतगुरु शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर भगवान की जय हो नमः पार्वती पति हर हर महादेव
जगद्गुरु के श्रीचरणों में कोटिशः दंडवत्🙏 परम पूज्य गुरुदेव के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन🌹🌹🙏🙏 ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती जी महाराज क़ी जय हो जय जग्गन्नाथ महाप्रभु की
अतिउत्तम व्याख्या महराज जी , कोटिश:प्रणाम शक्ति सहज स्वाभाविक वांछित समरस हो जीवन तब आती है सद्विवेकमय सदा नियंत्रित धरती वह स्वर्ग बना देती है येन केन यत्नों अर्जित यदि विकृत मति हाथों पड़ जाती है वही शक्ति जग नरक बनाती जग में विप्लव ला देती है पात्र अनेकों जग नाटक है अहनिशि खेल चला करता है बल या शक्ति जरूरी जितनी वह प्रारब्ध दिया करता है साधन और यत्न के बल से हम यह और बढ़ा सकते हैं धनबल और बाहुबल को हम सौदे के बल पा सकते हैं आत्मा निष्ठा इच्छा का बल साधन से और बढ़ा सकते हैं देवेच्छा या गुरु कृपा से मनवांछित हम पा सकते हैं पर यह कृपा अहेतुक प्राय: करूणा वश ही मिल पाती है कहां प्रेम का सौदा होता देखा पात्र उमड़ आती है चित्त शुद्धि अनिवार्य यहां है श्रवण मनन निदिध्यासन कर लो योग क्रिया का ले आलंबन जितनी शक्ति चाहो भर लो
अत्यंत दुखद है की हमारे शंकराचार्य जी के Camera हैंडल करनेवाले व्यक्ति मूरखता का सबूत दे रहे हैं। और पीठ में कोई इस विषय पर ध्यान भी नहीं दे रहा। कृपया जगद्गुरु को सूचित करें। TH-cam टीम से निवेदन।
Satya wachan Mharaj ye sari vidayae sanchit Dharm karm aur kartavya dwara prashasat hote hai. Ab sad Guru bhout Kam rahega ye hai. Aur jo Gru Bina patrata Parke Bina ye vidaya Dey unki swayam ki Divya ta nashth ho jati hai. Braham dosh lagta hai. Ase Guru Dand ke Adhikari hote hai. Ve phir Ane Wale janmo mai Bramh rakhshas ban kar bhatakte hai.
Guru ji ko baram baar Pranam🙏 Let me contribute as well in Shaktipat from my experience..Lord Mahakaal Bhairava does the Shaktipat to his disciples. When it's going to happen..nobody knows that. It happens with his wish only and its a near-death experience. Somebody who has experienced Shaktipat, has experienced death simultaneously. You literally have to beg to Lord Mahakaal Bhairava to let you live a little longer on this earth to fulfill your karmic duties. How it feels: Something like you came very very closer to the Sun..the energy/prakash in front of you makes you just standstill. you can't move even a single inch voluntarily..similar to when someone experiences a very high voltage electric shock. The Prakash starts blessing you from tip of your toe, slowly moving upwards and you start feeling like you are just made of sand and that Prakash is making the sand particles fly everywhere and slowly that feeling goes from your toes to knees to abdomen and by the time, it reaches your heart..you start realizing that you are dying in that moment and your soul is coming out of you to converge in that Prakash and lastly by the time, it reaches you head, you just cannot tolerate it any longer and you have to beg him to let you live a little more for your karmic duties. After this, you realize the real essence of Shivoham🙏
Kundalini yog koyee khatarnak yog nahi hai please darate nahi jise manushya ka janm mila hai boh us ke shubh karmo ka phal hai aur boh sadhana kar sakta hai yadi ichchha shakti hai to khatra kuchh bhee nahi hai sab kuchh sahaj hee hota hai yesa mera apana anubhav hai dhanyavad uma Shanker baheri Bareilly u p
He is referring to naryan dutt shrimali jis sons not him. He was great yogi of siddhashram. He never did such deeds in his life. But unfortunately their sons are running business not any sadhna organisation or something like that they are only his son not any shishya or sadhak. One should not point out nikhleshwaranandji or narayan dutt shrimali ji
Shiv har shiv har shiv shiv hare hare. ..
गोवर्धन मठ पुरी तत्व ज्ञानी गुरु जी आपको कोटि-कोटि प्रणाम
पुज्य गुरुदेव भगवान के श्री चरणों में दंडवत प्रणाम 🙏🙏 ! जय जगन्नाथ प्रभु की !!
Dandwat Pranam Gurudev
Dhanyawad Gurudev.....
Ham shishyo ke Jivan Ko sahi Disha di aapne....
Har har Mahadev
Jai jagannath
गुरुदेव को नित्य नित्य प्रणाम है
Jagannath swami Nayan pathagami bhavatu me 🙏Bhagwan Shree Shankaracharyaji ko koti koti Pranam 🙏 🙏🙏 🙏
गुरुजी का उपदेश एकदम बरोबर.है । पहलै मनको साफ करना पडता है फिर गुरुकी सेवा ।फिर बिना कुछ करे शक्तिपात होता है ।उसके बाद हररोज क्रीया को दोहराओ ।बादमे जैसे आप भगवान के सखा बनेंगे आपके पारीवारीक भौतिक सुख नश्ट होजाऐंगे ।जैसे मा बाप पत्नी बच्चे उनका मरना समाजसे आपका बाहर होजाना । लक्ष्मी का खतम होना ।एक कपडे पर आजाना फिर भगवान मिलते है और फिर एकबार सिद्धी या आपको समाज मे स्थापित करती है ईसलीये गुरु के सिवा कुछ मत करो वो आपको उस चीज को नही देते तो आप उसके पात्र नही है तो गुरुसे पात्रता लानेका साधन पुछो नाम जप करनेसे आप पात्र हो सकते हो
सुग्रीव विभीषण को देने में
वही कृपा वर्षा होती है
बलि बाली का सबकुछ ले लेने में
वही कृपा वर्षा होती है
दैन्य हमारा करूणामय है
कृपा हरि की महिमा मय है
कातर तप कुंदन बन जाता
फिर तो कृपा बरस ही जाता
सबकुछ छीन लिया जीवन से
केवल यह पहचान नहीं है
लोक और परलोक बना दे
भक्तों का भगवान वही है
बस आसक्ति मिटाना होगा
धन को धर्म लगाना होगा
निर्धन को कर्म बढ़ाना होगा
पर कल्याण सभी का होगा
एक निवेदन
@@lawakumarpandey864 सही बात है पर अभी ईस कलीयुगमे जब भगवान ने कलीको ऐसे ऐसे स्थान दे दीये है की पुरी क्रुपा तभी होती है जब वह प्राणी सारे झमेलोमेसे छुट जाता है ईन्सानका गरीब होना दो वजहसे है पीछले करम,परपीडा कुद्रुष्टी,देवता प्रकोप या फिर देवता पुरी तरीकेसे प्रसन्न होना अगर पुरी तरीकेसे प्रसन्न है तो संचय करनेकी जरुरत नही पडती पुरी जींदगी तक
जिमि सुख संपति बिनहि बोलाए
धरमशील पहि आइ सोहाए;
महत्त्व धन का नहीं हमारे भाव का है। भगवान की कठोर परीक्षा अपवाद स्वरूप ही है।वह भी आशावाद और उदाहरण के लिए है कि हम आशा न छोड़ें।हर विधान को मंगलमय समझें। अन्यथा हम कलयुगी तो बहुत पहले
मनोबल खो बैठेंगे। वैसे आपने अपूर्व निष्ठा की बात की है। सादर प्रणाम
श्री राम जय राम जय जय राम जय जगन्नाथ महाप्रभु की नारायण अखिल गुरु भगवान नमस्ते नमन महात्मा दास का साष्टांग दंडवत स्वीकार हो आदमी भावना पूर्वक हर हर महादेव ओम पार्वती पते हर हर महादेव । नहीं कछु दुर्लभ ज्ञान सुनाना आगम निगम पुरान बखाना ।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 Pranam Guru Dev
जय श्री जगन्नाथ जी जय श्री गुरु जी प्रणाम डंडौत चरण वंदना जी प्रणाम राधे राधे कृष्णा कृष्णा जी
🕉🌹पूज्य गुरुवर के चरणों में शत शत नमन🌹🙏🙏
Gurudev ke charno me pranam
श्री जगत गुरु शंकर आचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी के श्री चरण कमलो को नमन कर्ता हू शिव शिव कृपा करो धर्म की जया हो अधर्म का नाश हो प्राणियो में सद्भावना हो विश्व का कल्याण हो गौमाता की जय हो गौ हत्या बंद हो भारत अखंड हो हर हिंदू सेना हो हर हिंदू सनातनी हो पूज्यपद धर्म सम्राट श्री स्वामी करपात्रीजी महाराज की जया हो श्री मज्जागतगुरु शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर भगवान की जय हो नमः पार्वती पति हर हर महादेव
भगवान की कृपा से गुरुदेव के अमृत वचनों का लाभ हमेशा मिलता रहे
जगद्गुरु के श्रीचरणों में कोटिशः दंडवत्🙏
परम पूज्य गुरुदेव के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन🌹🌹🙏🙏
ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती जी महाराज क़ी जय हो
जय जग्गन्नाथ महाप्रभु की
हे परम पुज्य स्वामी जी,
आपके चरणों में कोटि-कोटि-कोटि वन्दन हैं !!
आपकी सदा ही जय हों ।
🙏🙏 सीताराम सीताराम सीताराम 🙏🙏
Dandavat Pranaam Maharaj ji.
bahut badhiya uttar pradaan kiya aapne. Dil khush hogaya uttar ko praapt karke.Dhanyavaad. Jinhone prash kiya unka bhi dhanyavaad. Jaya Sree Krishna :)
Very good explanation.... Shankaracharya nishchalanand sarsvati maharaj ki Jay Ho...... Sanatan dharm ki Jay Ho..... Koti pranam 🙏🙏🙏🙏🙏
परम पूज्य गुरुदेव शंकराचार्य जी के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम हर हर महादेव जगन्नाथ भगवान की जय सनातन धर्म की जय
Sat sat koti pranam. Sadar pranam. Namh shivay.
जगद्गुरु के श्रीचरणों में कोटिशः दंडवत्🙏
🙏🙏🌹🌹Jagadguru Adi Shankaracharya Sadguru Swami Shri nishchalanand Saraswati Ji Maharaj Ke Shri Charanon Mein Koti Koti Pranam🌹🌹🙏🙏
Jai shree Ram ji Jai Guru Dev Ji Ko koti koti pranam ji 🙏🙏💐💐🌹🌹
wonderful talk....A great njani and yogi...
Satya Aum
Maharaji aap jese mahapuruso ki vajah sehi humari sanskriti tiki huvi he
अतिउत्तम व्याख्या महराज जी , कोटिश:प्रणाम
शक्ति सहज स्वाभाविक वांछित
समरस हो जीवन तब आती है
सद्विवेकमय सदा नियंत्रित
धरती वह स्वर्ग बना देती है
येन केन यत्नों अर्जित यदि
विकृत मति हाथों पड़ जाती है
वही शक्ति जग नरक बनाती
जग में विप्लव ला देती है
पात्र अनेकों जग नाटक है
अहनिशि खेल चला करता है
बल या शक्ति जरूरी जितनी
वह प्रारब्ध दिया करता है
साधन और यत्न के बल से
हम यह और बढ़ा सकते हैं
धनबल और बाहुबल को हम
सौदे के बल पा सकते हैं
आत्मा निष्ठा इच्छा का बल
साधन से और बढ़ा सकते हैं
देवेच्छा या गुरु कृपा से
मनवांछित हम पा सकते हैं
पर यह कृपा अहेतुक प्राय:
करूणा वश ही मिल पाती है
कहां प्रेम का सौदा होता
देखा पात्र उमड़ आती है
चित्त शुद्धि अनिवार्य यहां है
श्रवण मनन निदिध्यासन कर लो
योग क्रिया का ले आलंबन
जितनी शक्ति चाहो भर लो
Kahan Prem ka sauda hota Dekha Patra Umad aati hai... Harih Om...
@@pashupatinathtripathi6102 हरि ओम्
Satya vachan Guruji
Adbhut.
परम पूज्य शंकराचार्य जी के श्री चरणों में नमन
जगन्नाथ महाप्रभु की जय देवी सुभद्रा की जय बलभद्र भगवान की जय गुरुदेव के चरणों में सादर वंदन
excellent, Guru ji ko pranaam. This is true many young foreigners and Indian gone mentally ill by Kundalini and Shaktipath... Pranaam Guru ji.
गुरुदेव के चरणों में सादर प्रणाम
Har Har Mahadev 🙏 shree guru maharaj ji ki jai 🙏🌹 koti koti pernam🙏
कोटि-कोटि नमन।
जय जय गुरुदेव
ॐ नमः शिवाय। हर हर महादेव गुरुजी।
Jagat Guru Shankaracharya Ji ke charno mein Mahadev ke bhakt ka koti koti pranam 🚩🚩🚩🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
Namo Narayan
Hari Om
Om HAR HAR HAR MAHADEV
Guruji
हे महामनीषी नमन करते हैं आपके श्री चरणों में
Param pujay shankerachaya ji Maharaj ji ki Jay
Very good Guru.g
Excellent..guruji
बहुत सुंदर
So wonderfully explained
श्री राम जय राम जय जय राम जय जय श्री गुरुदेव जी
जयजगन्नाथ जयगुरूदेव🙏
जगद्गुरु शंकराचार्य भगवान की जय
परम पूज्य गुरुदेव जी महाराज की जय
Jay Jagannath, Om Namah Sivaya, Jay Jay Jay Jagat Guru Sankaracharya Swamy Nischalananda Saraswati Maharaj Ji Ki Jay, Har Har Mahadev
Jai Guru dev 🙏🚩
Aum namo narayan guru dev ji 👏
Greatest Video. ND Shrimali ki baat kar rhe hain Shankaracharya Prabhu.
Shankaracharya ji shashtra sammt baat kar rahe hain. Granthon ka bhi nam Liya hai, ND ji inse upar nahin hai, vo Tantric Guru hain
@@pushpendrakumarpareek2789 Bhai shiv shambhu tantric , mantrik , yantrik , yogi , abhori , bhakt hai
गुरुदेव तभी आप हमारे घर भी आइए
Guruji is a living encyclopaedia.
Jai Guru dev 🙏🙏
PRAM GYANI ,GURU CHARNO ME SEER .
जय जगन्नाथ प्रभु की
Jai Jagannath
🙏जय श्री जगन्नाथ 🙏 जय श्री पशुपतिनाथ
जय गुरुदेव
Pranam Gurudev
Jay guru dev
पुज्य संकराचार्य महाराज से अनुरोध है कि रस तन्त्र के वारे में कुछ वताए जिसके द्वारा समाज का कल्याण हो सकता
जय शिव शम्भू
Tabhi kehte hain Guru ji ki bhagwan nahi bhakti ko lakshya banao sab mil jaega,,yahi jiva aur brahm k yog ka maarg hai..Jai GuruDev 🙏
शंकराचार्य जी महा ज्ञानी )
Shiva avtar gurudev ko pranam
*रामेश्वर चंडक का जय श्री कृष्ण*
🚩🚩🚩🙏🙏🙏
सादर नमन
Pujya Guru dev ji Vam marg k bare me bataye badi kripa hogi
अत्यंत दुखद है की हमारे शंकराचार्य जी के Camera हैंडल करनेवाले व्यक्ति मूरखता का सबूत दे रहे हैं। और पीठ में कोई इस विषय पर ध्यान भी नहीं दे रहा। कृपया जगद्गुरु को सूचित करें। TH-cam टीम से निवेदन।
जय सीताराम
Har har mahadev kuch aisa sadhan marg bataie jo sadharan ho aur jivan dhanya ho
Jai gagannath mahaprabhu
Naam Japa kariye....Hare Krishna Hare Krishna Krishna Krishna hare hare, Hare Rama Hare Rama Rama Rama Hare Hare....
JAI SHREE RAM
JAI SHREE KRISHNA
HAR HAR MAHADEV
Satya wachan Mharaj ye sari vidayae sanchit Dharm karm aur kartavya dwara prashasat hote hai. Ab sad Guru bhout Kam rahega ye hai. Aur jo Gru Bina patrata Parke Bina ye vidaya Dey unki swayam ki Divya ta nashth ho jati hai. Braham dosh lagta hai. Ase Guru Dand ke Adhikari hote hai. Ve phir Ane Wale janmo mai Bramh rakhshas ban kar bhatakte hai.
Jay Gobardhan Pith Shankaracharya Mahabhag ki..
श्री राम. जय जगन्नाथ
Shankaracharya ji shashtra sammt baat kar rahe hain. Granthon ka bhi nam Liya hai, ND ji inse upar nahin hai, vo Tantric Guru hain
🚩
Guru ji ko baram baar Pranam🙏
Let me contribute as well in Shaktipat from my experience..Lord Mahakaal Bhairava does the Shaktipat to his disciples. When it's going to happen..nobody knows that. It happens with his wish only and its a near-death experience. Somebody who has experienced Shaktipat, has experienced death simultaneously. You literally have to beg to Lord Mahakaal Bhairava to let you live a little longer on this earth to fulfill your karmic duties.
How it feels:
Something like you came very very closer to the Sun..the energy/prakash in front of you makes you just standstill. you can't move even a single inch voluntarily..similar to when someone experiences a very high voltage electric shock. The Prakash starts blessing you from tip of your toe, slowly moving upwards and you start feeling like you are just made of sand and that Prakash is making the sand particles fly everywhere and slowly that feeling goes from your toes to knees to abdomen and by the time, it reaches your heart..you start realizing that you are dying in that moment and your soul is coming out of you to converge in that Prakash and lastly by the time, it reaches you head, you just cannot tolerate it any longer and you have to beg him to let you live a little more for your karmic duties. After this, you realize the real essence of Shivoham🙏
Outta shri, can we hear the pravachan on you tube during chaturmas ?
Pujaya bhagvadpad gurudev ki jai
Swamiji you don't want others should take the knowledge.Everyone can take this Diksha
R u mad shaktipath is something for more different than you think
you can take, but if you cannot manage the energy then people go insane.
🙏🌹🙏
Kundalini yog koyee khatarnak yog nahi hai please darate nahi jise manushya ka janm mila hai boh us ke shubh karmo ka phal hai aur boh sadhana kar sakta hai yadi ichchha shakti hai to khatra kuchh bhee nahi hai sab kuchh sahaj hee hota hai yesa mera apana anubhav hai dhanyavad uma Shanker baheri Bareilly u p
What is this "Raj Marg"? Can someone please guide me?
Bhaktiyog geeta ka.
🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌷🌷🌷
Shankaracharya Bhagwan ki jai
नमन गुरूदेव
L
He is referring to naryan dutt shrimali jis sons not him. He was great yogi of siddhashram. He never did such deeds in his life. But unfortunately their sons are running business not any sadhna organisation or something like that they are only his son not any shishya or sadhak. One should not point out nikhleshwaranandji or narayan dutt shrimali ji
Totha Tota logon ko pata nahin kyon infanto ki jarurat padati hai Khud bhi padh sakte hain Jay Granth
🙇🙏
Jay guru dev
🙏🙏🙏
🌹🙏🌹
🙏
Jay Gurudev