@@VaidicRastra इस समय वेदों को पढ़ने का अधिकार शुद्र की तो छोड़ो किसी ब्राम्हण को भी नहीं है इस संसार में कोई भी व्यक्ति वेदों को पढ़ने का अधिकारी नहीं है तो वेद के मार्ग पर चलने की तो दूर की बात रही
महर्षि दयानंद सरस्वती जी हमारे हिन्दुत्व के संवाहक और सर्वाधिक सनातन वैदिक धर्म संस्कृति के रक्षार्थ जो घरवापसी का अनूठा अभियान चलाया वैसा उदाहरण प्रस्तुत करने वाला कोई भी नही हुआ महर्षि दयानन्द सरस्वती जी के श्री चरणकमलों में हमारा कोटिशः नमन हर हर महादेव जयश्रीराम जय जय श्री ज्ञानवापी काशीविश्वनाथ की जय जय श्री कृष्ण जन्म भूमि की वन्दे मातरम्
@@PD130470 What about mahamanav Modi Auliya who had destroyed thousands of hindu temples all across India? What about Dayananda who attacked Murti pooja the very foundation of Hindu dharma with same zeal as an abrahmic fanatic do. Modi is the most brutal jihadi in Indian history who destroyed more hindu temples than even aurajeb Ghori Ghazanavi combined.
@@sujitkumarsaurava9207 मान्यवर बुद्धि का सही प्रयोग करो। आर्य समाज कोई , मत पंथ सम्प्रदाय नहीं है। यह एक संस्था का नाम है। रामायण गीता, महाभारत से लेकर किसी भी ग्रन्थ को पढ़ो। सब में आर्य शब्द ही मिलेगा। क्योंकि आर्य मतलब है। श्रेष्ठ। ऋषि दयानन्द जी ने वेदों की ओर लौटो यह कहकर लोगों को वेदों के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। बहुत सारे काम किए-- || संसार के महान पुरुषों में महर्षि दयानन्द की शान निराली है। अन्य महापुरुषों में किसी में एक गुण है तो किसी में दूसरा । जैसा कोई विद्वान् है तो वक्ता नही, कोई वक्ता है तो सत्य वादी नहीं। कोई सत्य वादी है तोनिर्भीक नही। कोई निर्भीक है तो सुधारक नही, कोई सुधारक है तो ब्रह्मचारी नही, कोई ब्रह्मचारी है तो तपस्वी नही। कोई तपस्वी है तो संयमी नही । कोई संयमी है तो योद्धा नही, कोई योद्धा है तो त्यागी नही, कोई त्यागी है तो सन्यासी नही। कोई सन्यासी है तो वेदज्ञ नही, कोई वेदज्ञ है तो दयालु नही । कोई दयालु है तो परोपकारी नही, कोई परोपकारी है तो याज्ञिक नही। कोई याज्ञिक है तो कर्मठ नही, कोई कर्मठ है तो राष्ट्रभक्त नही, कोई राष्ट्रभक्त है तो दुष्ट संहारक नहीं। कोई दुष्ट संहारक है तो दृढ़ता नही, और किसी में दृढ़ता है तो सत्य पर विश्वास नही। किसी को सत्यपर विश्वास है तो। किसी ने पाखंड को छेड़ा नही, किसी ने पाखंड को छेड़ा तो ईश्वर का भक्त नही। कोई ईश्वर भक्त है तो उन्हें ईश्वर की पहचान नही | ये सभी गुण अगर किसी एक में देखना हो तो सिर्फ महर्षि दयानंदजी में देखा जाना सम्भव है ||
परम पूज्य बाबा रामदेव जी को और राम भद्राचार्य जी को कोटि कोटि प्रमाण प्रातः स्मरणीय महर्षि दयानंद सरस्वती महान तेजस्वी महापुरुष के बताए मार्ग का हम सभी को अनुसरण करने की जरूरत है वर्तमान परिपेक्ष्य में 🌹🌹❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍💪
दोनों ही विद्वान आचार्यों को नमन है। स्वामी रामदेव जी को विशेष धन्यवाद हिन्दुओं को एकजुट करने के प्रयास के लिए। स्वामी जी आप लगे रहिए , आपका यह पुनीत कार्य जरूर एक दिन सुखद परिणाम लाएगा।
ओ३म् यह एक बेहतरीन साक्षात्कार संवाद था। जिस तरह से उन्होंने प्रश्नों को संभाला उसके लिए योग ऋषि स्वामी रामदेव जी को बहुत-बहुत धन्यवाद। स्वामी रामभद्राचार्य जी ने जिस तरह से विषय को स्पष्ट किया, हम उसकी भी सराहना करते हैं । मुझे यकीन है कि कुछ प्रमुख लोगों ने सभी हिंदुओं की एकता के लिए इसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की होगी इसलिए सभी लोगों को बहुत-बहुत धन्यवाद, महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती जी की जय मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र की जय हो योगीराज श्री कृष्ण की जय हो,महर्षि दयानंद की जय हो ,आर्य समाज अमर रहे वेद की ज्योति जलती रहे ओ३म् का झंडा ऊंचा रहे ओ३म् भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ओ३म् ओ३म् ओ३म्
Mere prabhu bagwan shree krishna ji ki jai ho sada jai ho Sabhi vashnav mahapurusho ke charno me koti koti pranam Satya sanatan dharm ki jai ho sada jai ho
Ramdev ji ne bahut hi विनम्रतापूर्वक rambhdracharya ji ke age arya samaj ke पक्ष को रखा और rambhadracharya ji ne bhi utni shalinta se dayanand ko apna Acharya sweekar kiya... dono manubhavo ka dhanyawad... is vartalap se hindu dharam ko jarur bal milega
आर्य समाज का विरोध करना महर्षि दयानंद से हुई भूल बताना तत्पश्चात आर्य समाज के द्वारा तेवर एवं उग्र रूप से रामभद्राचार्य का विरोध करना रामभद्राचार्य को कड़ा अनुभवहुआ। सभी आर्य समाज के विद्वानों का मैं धन्यवाद ज्ञापित करते हुए साधुवाद देता हूं ।परंतु इस कार्य को पूर्ण करने में स्वामी रामदेव जी का अपूर्व सहयोग भी प्रशंस नीय है। आर्य समाज के सभी लोगों की भावनाओं को स्वामी रामदेव जी ने बहुत हीकुशलता धैर्य और सम्मान के साथ रामभद्राचार्य के समक्ष प्रस्तुत करते हुए महर्षि दयानंद पर उठाई गई कीचड़ को साफ किया। और रामभद्राचार्य के मुख से महर्षि दयानंद की प्रशंसा करवाई। यह बात अलग है कि उनमें वार्ता करते हुए कुछ बातें सिद्धांत के विपरीत फिर भी कही गई परंतु हिंदुओं की एकता पर आकर के सभी एक मत हूं यह अच्छी बात है जैसे स्वामी श्रद्धानंद और पंडित मदन मोहन मालवीय दोनों ने मिलकर हिंदुत्व के लिए कार्य किया हमें ऐसा ही कार्य करना चाहिए वह समय हमारे सामने उपस्थित है
रामदेव जी महाराज सबके समक्ष विनम्रतापूर्वक संवाद हेतु सदैव तत्पर एवं समर्पित रहते हैं।वे सभी सनातनधर्मियों को एकसूत्र में पिरो सकते हैं। उन्हें आगे बढ़ाने हेतु सभी ने हर प्रकार से समर्थन देना चाहिए।
@@vikramsaini864 Mufti pooja is the very foundation of the Hindu dharma and Dayananda attacked it with same zeal as an abrahmic fanatic. Arya samaj is the 1st step towards dehinduisation of hindus and then convert them to abrahmic mlechchha cults.
परम पूज्य स्वामीजी महाराज जी ने स्पषटता से बात कही राष्ट्र हित मे है तथा जगत गुरु श्री राम भद्राचार्य महाराज जी के श्री चरणों में शत-शत नमन वंदन है। तथा पुरे संत समाज ने एक होकर नेक बनकर कार्य करना चाहिए क्योंकि विधर्मी तभी हारेंगे, पराजित होंगे। सनातन धर्मी एक हो जायें
जय सनातन जय भारत जय जय सभी सनातन धर्म के साकार व निराकार मत के आचार्यों की और अनुयायियों की स्वामी रामदेव व जगतगुरु रामभद्राचार्य जी के इस संवाद से मेरा हृदय अत्यंत प्रसन्न हुआ इस प्रसन्नता को शब्दों में बांधना मेरे लिए असंभव है 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
मान्यवर बुद्धि का सही प्रयोग करो। आर्य समाज कोई , मत पंथ सम्प्रदाय नहीं है। यह एक संस्था का नाम है। रामायण गीता, महाभारत से लेकर किसी भी ग्रन्थ को पढ़ो। सब में आर्य शब्द ही मिलेगा। क्योंकि आर्य मतलब है। श्रेष्ठ। ऋषि दयानन्द जी ने वेदों की ओर लौटो यह कहकर लोगों को वेदों के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। बहुत सारे काम किए-- || संसार के महान पुरुषों में महर्षि दयानन्द की शान निराली है। अन्य महापुरुषों में किसी में एक गुण है तो किसी में दूसरा । जैसा कोई विद्वान् है तो वक्ता नही, कोई वक्ता है तो सत्य वादी नहीं। कोई सत्य वादी है तोनिर्भीक नही। कोई निर्भीक है तो सुधारक नही, कोई सुधारक है तो ब्रह्मचारी नही, कोई ब्रह्मचारी है तो तपस्वी नही। कोई तपस्वी है तो संयमी नही । कोई संयमी है तो योद्धा नही, कोई योद्धा है तो त्यागी नही, कोई त्यागी है तो सन्यासी नही। कोई सन्यासी है तो वेदज्ञ नही, कोई वेदज्ञ है तो दयालु नही । कोई दयालु है तो परोपकारी नही, कोई परोपकारी है तो याज्ञिक नही। कोई याज्ञिक है तो कर्मठ नही, कोई कर्मठ है तो राष्ट्रभक्त नही, कोई राष्ट्रभक्त है तो दुष्ट संहारक नहीं। कोई दुष्ट संहारक है तो दृढ़ता नही, और किसी में दृढ़ता है तो सत्य पर विश्वास नही। किसी को सत्यपर विश्वास है तो। किसी ने पाखंड को छेड़ा नही, किसी ने पाखंड को छेड़ा तो ईश्वर का भक्त नही। कोई ईश्वर भक्त है तो उन्हें ईश्वर की पहचान नही | ये सभी गुण अगर किसी एक में देखना हो तो सिर्फ महर्षि दयानंदजी में देखा जाना सम्भव है ||
अगर आप में तार्किक बुद्धि और कड़वा सत्य स्वीकार करने की क्षमता है तो एक बार सत्यार्थ प्रकाश पढ़िए। रामभद्राचार्य जैसे धूर्त और पाखंडियों का पाखंड समझ आ जायेगा। इनके मुख से उनकी तारीफ सुनकर घोर आश्चर्य हो रहा है। दोनों के विचारों की तुलना आग और पानी से ही की जा सकती है। जिनका मेल असंभव है।
🕉️🚩🇮🇳🙏 सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय । ईश्वर और सभी देवी देवताओं ऋषियों गुरुजनों मुनियों संतों और वर्तमान महापुरूषों को मैं बारम्बार सादर प्रणाम करता हूं 🙏🙏🙏🙏🙏
क्रान्तिकारी योग ऋषि रामदेव को कोटिश: नमन वंदन अभिनन्दन , मध्यस्थता व संशय दूर करने के लिए , सनातन परम्परा के आध्यात्मिक गुरुओं को एक मंच पर आकर भारत ही नहीं वरन सम्पूर्ण विश्व के मानवता की रक्षा के लिए कार्य करना चाहिए, ..... मनुष्य कृत नहीं वरन ऋषि कृत ग्रन्थों व शास्त्रों को प्रमाण मानना चाहिए , उसी को अंगीकार करना चाहिए , यही उपाय है सनातनियों की तनी तनियों को दूर करने का .... और कोई मार्ग नहीं है . हमारे सभी ऋषि मुनियों की जय हो ..... ,🙏🙏🙏
मै देश के एक नागरिक के नाते आप दोनो महानुभव सनातनी महापुरुषों को प्रणाम करता हूं. और खूब खूब धन्यवाद देता हु. इस व्हिडिओ से हमे बहुत आनंद हुआ इसी एकता की हम सभी देशवासियों को जरूरत है 🙏🇮🇳🙏🕉️🕉️🕉️ आप एक हो गये तो सारा देश एक हो जायेगा
महर्षि दयानंद सरस्वती की सत्यार्थ प्रकाश पुस्तक पढ़ी है, जबरदस्त बेहतरीन बुक है, उन्होंने इस बुक में ईसाइयों मुस्लिमो बौद्ध जैन पुराणियो नास्तिको सभी से शास्त्रार्थ किया और जीता ,पूरी पुस्तक लिखी, किसी भी जटिल हिंदू को घेरने वाले प्रश्न के उत्तर दिए🙏👍👍
स्वामी जी जिस तरीके से इनसे चर्चा की सभी आर्य बंधुओ को इससे सीख लेना चाहिए । इनके उत्तर से क्षमा मांगने का भाव दिख रहा है । आर्य समाज कठोरता से अपनी बात रखते है इसलिए लोग रूष्ट हो जाते है । सही तरीके से बात रखने पर सभी को सत्यार्थ प्रकाश की मार्ग पर लाया जा सकता है
@@satishyadav7246 arya samaj .ko target karna bahut asan hai . Lekin koi bhakt muh nahi kholega .rambhadracharya ko konsi khujli thi jo aisa jhutha bayan diya tha .
रामभद्र जी, ऋषि-परम्परा के प्रतिनिधि ऋषि महर्षि देव दयानन्द की वेदार्थ में ऋषि-दृष्टि को तथा भगवान श्री राम एवं योगेश्वर श्री कृष्ण भगवान के प्रति ऋषि दयानन्द के आप्त वचनों का श्रवण कर क्षमा याचना करके अपनी उदारता व विनम्रता का परिचय दीजिए। स्मरण कीजिए--नमन्ति गुणिनो जनाः ,शुष्कवृक्षाश्च मूर्खाश्च न नमन्ति कदाचन।
क्षमा मांगने का नैतिक साहस विरलों में ही होता है। ये दोनों व्यक्ति एक दूसरे की प्रशंसा करते हुए डैमेज कंट्रोल का प्रयास कर रहे हैं। दोनों में राजनेताओं जैसी चालाकी विद्यमान है, बस वेश भिन्न है, वैसे भी दोनों को राजसंगति का चस्का है, 'सन्तन को क्या सीकरी से काम' का विलोम। सरलता और सज्जनता को शब्दाडम्बर की आवश्यकता नहीं होती, जिसके दोनों विशेषज्ञ और प्रयोक्ता हैं। -- डाॅ. रामवीर
स्वामी रामदेव जी एवं पूज्य श्री रामभद्राचार्य जी महाराज के द्वारा जो संवाद हिंदू एकता के बारे में हो रहा है वह सराहनीय है आप दोनों को मेरा कोटि कोटि प्रणाम
आदरणीय दोनो संतों को मेरा सादर नमन।आपका एक मंच पर उदय हुआ हर्ष का विषय है और संत श्री रामदेव जी ने तो एक कदम आगे आकर देश को जो स्वदेशी और आत्म निर्भर होने का पाठ पढ़ाया अपितु कर्मठता से करके भी दिखाया इसके लिए हम अपने को गौरवानुभूत मानते हैं उन्होंने ये कारनामा तब किया जबकि देश में प्रतिष्ठित कंपनियां पहले से ही जमी हुई है और गलत हटकंडे अपनाकर उनके व्यवसाय में बाधा पहुंचती हैं।
विनम्रता पूर्वक कहना चाहता हूं कि पूज्य रामभद्राचार्य जी सभी सनातन धर्म के गुरुओं को " सत्यार्थ प्रकाश " सहित अन्य सभी वैदिक ग्रंथों का अवश्य स्वाध्याय करना चाहिए ......🙏🙏🙏
@@navinchandra4032 Dayananda bhi mlechchha tha aur bhadra bhi mlechchha. Hinduon ko in mlechhon se kya lena dena. Daya was a british stooge and a crypto christian. Bhadra is a sanghi stooge and mlechha.
Swami rambhadracharya ko हर चीज़ का ज्ञान है. चारों वेद, 108 उपनिषद, दर्शन, मार्क्सवास, बुद्ध, चार्वाक कुरान, बाइबिल, jain dharm सभी का ज्ञान है। लेकिन बुद्धीमान अपनी प्रशंसा नहीं करता. वह चुप रहता है।
स्वामी जी गीता को अपनाये बिना धर्म की स्थापना नहीं हो सकती, स्वामी जी जी से आग्रह है गीता का उपदेश सभी सनातनियो तक पहुचाये, और सभी सनातनियो को अपनाने की प्रेरणा दे। यति महाराज, गाजियाबाद, इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं, आप सभी उनका साथ दे। हर हर महादेव।
सही कहा.. भाई आपने मेरे मन की बात कही है मैं भी अक्सर अपने मित्रों से कहता हूं जहां भी जाता हूं कि हमारे मंदिरों में हम पूजा पाठ करने के लिए जाते हैं तो पुजारी धार्मिक उपदेश नहीं देते और न ही वे कभी हिंदुओं को अपनी धार्मिक पुस्तक पढ़ने के लिए कहते हैं और खुद भी नहीं पढ़ते हैं जो सनातन धर्म के पतन का सबसे बड़ा कारण रहा है
पूज्य गुरुदेव श्रीराम भद्राचार्य जी महराज और स्वामी रामदेव जी महराज हमारे धर्म सम्राट है आप महान सन्त है आपकी वार्ता सुनकर बहुत ही अच्छा लगा है ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
ऊँ।पुरुषोत्तम का शास्त्रीय अर्थ है परब्रह्म। यहीं पर हमें विचार करना चाहिए। बहुत सुंदर वार्तालाप। गरिमामयी वार्तालाप। ये सुनने व समझने योग्य है। ऐसा ही होना चाहिए।नमन्। वंदन्।
Vashnav mahapurush sabhi jeev Aatma se Prem karte hai vo Maya se pare hote hain hirrday minder me Siya Ram hai unke Sabhi vashnav mahapurusho ke charno me koti koti pranam hai Satya sanatan dharm ki jai ho sada jai ho Bhram mad Nayak shree krishna ji ki jai ho sada jai ho
परम आदरणीय हमारे पूजनीय संत महात्माओं के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन साधुवाद सकल विश्व को ज्ञान की ज्योति और प्रभु के सभी अमृत पुत्र पुत्रियों को अर्थात प्रभु ने बिना भेद भाव के सभी मानव की समान उत्पति की के तत्व दृष्टा अधबुध ज्ञान दृष्टा पूज्य ऋषि देव दयानन्द गुरुकुल के सभी आचार्यों के श्री चरणों में नमन कोटि कोटि नमन
एक ने कही दूसरे ने मानी
दोनों ज्ञानी ज्ञानी
सभी लोग मिलकर केवल विधर्मियों से लड़े
आपस में नहीं
ओम् 🙏🏻
लिपापोती हुई है और कुछ नहीं। ऐसे बचेगा वैदिक धर्म😢 सीधे शब्दों में माफी मांगना चाहिए। और वेदों में रामायण दिखवाओ इनसे
वेदों को नहीं मानता वह विधर्मीही होता है
पौराणिक इक्वल अब्राह्मिक यही सत्य है
@@VaidicRastra इस समय वेदों को पढ़ने का अधिकार शुद्र की तो छोड़ो किसी ब्राम्हण को भी नहीं है इस संसार में कोई भी व्यक्ति वेदों को पढ़ने का अधिकारी नहीं है तो वेद के मार्ग पर चलने की तो दूर की बात रही
और हिंदुओं का कटनानिश्चित है क्योंकि आर्यसमाज सो गया है 😢
सत्य सनातन जी कम से कम पहले ओ३म् तो लिखना सीख लो
महर्षि दयानंद सरस्वती जी हमारे हिन्दुत्व के संवाहक और सर्वाधिक सनातन वैदिक धर्म संस्कृति के रक्षार्थ जो घरवापसी का अनूठा अभियान चलाया वैसा उदाहरण प्रस्तुत करने वाला कोई भी नही हुआ महर्षि दयानन्द सरस्वती जी के श्री चरणकमलों में हमारा कोटिशः नमन हर हर महादेव जयश्रीराम जय जय श्री ज्ञानवापी काशीविश्वनाथ की जय जय श्री कृष्ण जन्म भूमि की वन्दे मातरम्
Islam ko takkar keval wahi de rhey they baki sab pakhandi hi bas politics karte hi
स्वामी रामदेव जी व रामभद्राचार्य जी को
सनातन धर्म को एकजुट करने के प्रयास का धन्यवाद।
❤
Ye do no mlechchha hai apne abbu dayananda jaisa.
@@sujitkumarsaurava9207 मलेच्छ केवल पाकिस्तान में पाए जाते हैं जैसे हाफिज सईद, मसूद अजहर, जेड हामिद लाल टोपी बाला।
@@PD130470 What about mahamanav Modi Auliya who had destroyed thousands of hindu temples all across India? What about Dayananda who attacked Murti pooja the very foundation of Hindu dharma with same zeal as an abrahmic fanatic do. Modi is the most brutal jihadi in Indian history who destroyed more hindu temples than even aurajeb Ghori Ghazanavi combined.
@@sujitkumarsaurava9207 मान्यवर बुद्धि का सही प्रयोग करो। आर्य समाज कोई , मत पंथ सम्प्रदाय नहीं है। यह एक संस्था का नाम है।
रामायण गीता, महाभारत से लेकर किसी भी ग्रन्थ को पढ़ो। सब में आर्य शब्द ही मिलेगा। क्योंकि आर्य मतलब है। श्रेष्ठ।
ऋषि दयानन्द जी ने वेदों की ओर लौटो यह कहकर लोगों को वेदों के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।
बहुत सारे काम किए--
|| संसार के महान पुरुषों में महर्षि दयानन्द की शान निराली है।
अन्य महापुरुषों में किसी में एक गुण है तो किसी में दूसरा । जैसा कोई विद्वान् है तो वक्ता नही, कोई वक्ता है तो सत्य वादी नहीं। कोई सत्य वादी है तोनिर्भीक नही।
कोई निर्भीक है तो सुधारक नही, कोई सुधारक है तो
ब्रह्मचारी नही, कोई ब्रह्मचारी है तो तपस्वी नही। कोई तपस्वी है तो संयमी नही । कोई संयमी है तो योद्धा नही, कोई योद्धा है तो त्यागी नही, कोई त्यागी है तो सन्यासी नही। कोई सन्यासी है तो वेदज्ञ नही, कोई वेदज्ञ है तो दयालु नही । कोई दयालु है तो परोपकारी नही, कोई परोपकारी है तो याज्ञिक नही।
कोई याज्ञिक है तो कर्मठ नही, कोई कर्मठ है तो राष्ट्रभक्त नही, कोई राष्ट्रभक्त है तो दुष्ट संहारक नहीं। कोई दुष्ट संहारक है तो दृढ़ता नही, और किसी में दृढ़ता है तो सत्य पर विश्वास नही। किसी को सत्यपर विश्वास है तो। किसी ने पाखंड को छेड़ा नही, किसी ने पाखंड को छेड़ा तो ईश्वर का भक्त नही। कोई ईश्वर भक्त है तो उन्हें ईश्वर की पहचान नही | ये सभी गुण अगर किसी एक में देखना हो तो सिर्फ महर्षि दयानंदजी में देखा जाना सम्भव है ||
परम पूज्य बाबा रामदेव जी को और राम भद्राचार्य जी को कोटि कोटि प्रमाण
प्रातः स्मरणीय महर्षि दयानंद सरस्वती महान तेजस्वी महापुरुष के बताए मार्ग का हम सभी को अनुसरण करने की जरूरत है वर्तमान परिपेक्ष्य में 🌹🌹❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍💪
दोनों ही विद्वान आचार्यों को नमन है। स्वामी रामदेव जी को विशेष धन्यवाद हिन्दुओं को एकजुट करने के प्रयास के लिए। स्वामी जी आप लगे रहिए , आपका यह पुनीत कार्य जरूर एक दिन सुखद परिणाम लाएगा।
बहुत बेहतर संवाद हुआ दोनों गुरु को प्रणाम जय भवानी
दोनों पूज्य महाराजों के श्री चरणों में सादर - साष्टाङ्ग - प्रणाम !
सनातन धर्म के गुरुजनों से प्रार्थना है इसी तरह का परस्पर संवाद सार्वजनिक मंचों पर करते रहें!!🙏
ओ३म्
यह एक बेहतरीन साक्षात्कार संवाद था।
जिस तरह से उन्होंने प्रश्नों को संभाला उसके लिए योग ऋषि स्वामी रामदेव जी को बहुत-बहुत धन्यवाद। स्वामी रामभद्राचार्य जी ने जिस तरह से विषय को स्पष्ट किया, हम उसकी भी सराहना करते हैं । मुझे यकीन है कि कुछ प्रमुख लोगों ने सभी हिंदुओं की एकता के लिए इसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की होगी इसलिए सभी लोगों को बहुत-बहुत धन्यवाद, महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती जी की जय
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र की जय हो योगीराज श्री कृष्ण की जय हो,महर्षि दयानंद की जय हो ,आर्य समाज अमर रहे वेद की ज्योति जलती रहे ओ३म् का झंडा ऊंचा रहे ओ३म् भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ओ३म् ओ३म् ओ३म्
Mere prabhu bagwan shree krishna ji ki jai ho sada jai ho
Sabhi vashnav mahapurusho ke charno me koti koti pranam
Satya sanatan dharm ki jai ho sada jai ho
साथ में पुराणों की भी ज्योति जलती रहे 🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
महर्षि दयानंद सरस्वती जी बताए मार्ग चलना हर आर्यों का कर्तव्य है ओम ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
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Ramdev ji ne bahut hi विनम्रतापूर्वक rambhdracharya ji ke age arya samaj ke पक्ष को रखा और rambhadracharya ji ne bhi utni shalinta se dayanand ko apna Acharya sweekar kiya... dono manubhavo ka dhanyawad... is vartalap se hindu dharam ko jarur bal milega
आर्य समाज का विरोध करना महर्षि दयानंद से हुई भूल बताना तत्पश्चात आर्य समाज के द्वारा तेवर एवं उग्र रूप से रामभद्राचार्य का विरोध करना रामभद्राचार्य को कड़ा अनुभवहुआ।
सभी आर्य समाज के विद्वानों का मैं धन्यवाद ज्ञापित करते हुए साधुवाद देता हूं ।परंतु इस कार्य को पूर्ण करने में स्वामी रामदेव जी का अपूर्व सहयोग भी प्रशंस नीय है।
आर्य समाज के सभी लोगों की भावनाओं को स्वामी रामदेव जी ने बहुत हीकुशलता धैर्य और सम्मान के साथ रामभद्राचार्य के समक्ष प्रस्तुत करते हुए महर्षि दयानंद पर उठाई गई कीचड़ को साफ किया।
और रामभद्राचार्य के मुख से महर्षि दयानंद की प्रशंसा करवाई। यह बात अलग है कि उनमें वार्ता करते हुए कुछ बातें सिद्धांत के विपरीत फिर भी कही गई परंतु हिंदुओं की एकता पर आकर के सभी एक मत हूं यह अच्छी बात है
जैसे स्वामी श्रद्धानंद और पंडित मदन मोहन मालवीय दोनों ने मिलकर हिंदुत्व के लिए कार्य किया हमें ऐसा ही कार्य करना चाहिए वह समय हमारे सामने उपस्थित है
सब घरम गुरु ओ को शनातन घरम की सरण मे आना चाहिए जेसे रजवादे देश के लिए ऐकहुएऐ
रामदेव जी महाराज सबके समक्ष विनम्रतापूर्वक संवाद हेतु सदैव तत्पर एवं समर्पित रहते हैं।वे सभी सनातनधर्मियों को एकसूत्र में पिरो सकते हैं। उन्हें आगे बढ़ाने हेतु सभी ने हर प्रकार से समर्थन देना चाहिए।
कर्णवंतो विश्वआर्यम महृषि देव दयानन्द जी की जय 🙏🙏🙏ॐ
दयानंद सरस्वती जी की प्रज्ञा श्रेष्ठ है।वेद प्रमाण है।स्वामी दयानंद सरस्वती को सादर प्रणाम है।एकमत होना सभी हिंदुओ का कर्तव्य है।
thanks ❤🙏
स्वामी रामदेव जी महाराज को श्रद्धा से नमन करता हूं। उनका साथ और आशीर्वाद सदा हम आर्यों को मिलता रहे । ईश्वर से प्रार्थना है।
ओउम्
Ramdeo arya namaji hai. Dayananda was a christian planted by britishers to destroy Hindu dharma. Dayananda was a mlechha to the core.
@@sujitkumarsaurava9207 स्वामी दयानंद ऐसा कौन सा काम किया था जिस हिंदू धर्म डिस्ट्रॉय हो गया
@@vikramsaini864 Mufti pooja is the very foundation of the Hindu dharma and Dayananda attacked it with same zeal as an abrahmic fanatic. Arya samaj is the 1st step towards dehinduisation of hindus and then convert them to abrahmic mlechchha cults.
Moorti pooja
जय हो। आज थोड़ा मन हर्षित हैं आनंद मैं है। इस से अधर्मियो को मन में भय पुरजागृत हो गया होगा।
परम पूज्य स्वामीजी महाराज जी ने स्पषटता से बात कही राष्ट्र हित मे है तथा जगत गुरु श्री राम भद्राचार्य महाराज जी के श्री चरणों में शत-शत नमन वंदन है। तथा पुरे संत समाज ने एक होकर नेक बनकर कार्य करना चाहिए क्योंकि विधर्मी तभी हारेंगे, पराजित होंगे। सनातन धर्मी एक हो जायें
करता यादव लोग अपने को सनातनी कहेंगे
रामदेव जी और रामभद्र आचार्य जी को सादर राम राम....
जय सनातन जय भारत जय जय सभी सनातन धर्म के साकार व निराकार मत के आचार्यों की और अनुयायियों की स्वामी रामदेव व जगतगुरु रामभद्राचार्य जी के इस संवाद से मेरा हृदय अत्यंत प्रसन्न हुआ इस प्रसन्नता को शब्दों में बांधना मेरे लिए असंभव है 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
💐💐🪷🪷ओ३म् 🪷🪷💐💐
सादर नमस्ते जी
सबके साथ यथायोग्य प्रीतिपूर्वक वर्तनना चाहिए।
महर्षि दयानंद सरस्वती,स्वामी रामभद्राचार्य और बाबा रामदेव मेरा बिचार से तिनों उत्तम अतिउत्तम सर्वोत्तम सम्मान योग्य ब्यक्तित्व निःसंदेह ।
मान्यवर बुद्धि का सही प्रयोग करो। आर्य समाज कोई , मत पंथ सम्प्रदाय नहीं है। यह एक संस्था का नाम है।
रामायण गीता, महाभारत से लेकर किसी भी ग्रन्थ को पढ़ो। सब में आर्य शब्द ही मिलेगा। क्योंकि आर्य मतलब है। श्रेष्ठ।
ऋषि दयानन्द जी ने वेदों की ओर लौटो यह कहकर लोगों को वेदों के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।
बहुत सारे काम किए--
|| संसार के महान पुरुषों में महर्षि दयानन्द की शान निराली है।
अन्य महापुरुषों में किसी में एक गुण है तो किसी में दूसरा । जैसा कोई विद्वान् है तो वक्ता नही, कोई वक्ता है तो सत्य वादी नहीं। कोई सत्य वादी है तोनिर्भीक नही।
कोई निर्भीक है तो सुधारक नही, कोई सुधारक है तो
ब्रह्मचारी नही, कोई ब्रह्मचारी है तो तपस्वी नही। कोई तपस्वी है तो संयमी नही । कोई संयमी है तो योद्धा नही, कोई योद्धा है तो त्यागी नही, कोई त्यागी है तो सन्यासी नही। कोई सन्यासी है तो वेदज्ञ नही, कोई वेदज्ञ है तो दयालु नही । कोई दयालु है तो परोपकारी नही, कोई परोपकारी है तो याज्ञिक नही।
कोई याज्ञिक है तो कर्मठ नही, कोई कर्मठ है तो राष्ट्रभक्त नही, कोई राष्ट्रभक्त है तो दुष्ट संहारक नहीं। कोई दुष्ट संहारक है तो दृढ़ता नही, और किसी में दृढ़ता है तो सत्य पर विश्वास नही। किसी को सत्यपर विश्वास है तो। किसी ने पाखंड को छेड़ा नही, किसी ने पाखंड को छेड़ा तो ईश्वर का भक्त नही। कोई ईश्वर भक्त है तो उन्हें ईश्वर की पहचान नही | ये सभी गुण अगर किसी एक में देखना हो तो सिर्फ महर्षि दयानंदजी में देखा जाना सम्भव है ||
@@YT_6jhbvc सही बात है ।स्वामी दयानंद सरस्वती सवसे उपर। मेरा बिचार से और दोनों निजी स्थान पर सही है ।गलत बताना मेरे ज्ञान से बाहार ।
अगर आप में तार्किक बुद्धि और कड़वा सत्य स्वीकार करने की क्षमता है तो एक बार सत्यार्थ प्रकाश पढ़िए। रामभद्राचार्य जैसे धूर्त और पाखंडियों का पाखंड समझ आ जायेगा। इनके मुख से उनकी तारीफ सुनकर घोर आश्चर्य हो रहा है। दोनों के विचारों की तुलना आग और पानी से ही की जा सकती है। जिनका मेल असंभव है।
🕉️🚩🇮🇳🙏 सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय । ईश्वर और सभी देवी देवताओं ऋषियों गुरुजनों मुनियों संतों और वर्तमान महापुरूषों को मैं बारम्बार सादर प्रणाम करता हूं 🙏🙏🙏🙏🙏
सत्य के ग्रहण करने और असत्य को छोड़ने में सदा उद्यत रहना चाहिए । "सत्यमेव जयते"🚩🚩🚩🚩🚩
सही समय पर सही संवाद।दोनों महानुभावों को कोटिशः 🙏🙏
शालीनता पूर्वक संबाद सराहनीय लगा। जय हो।
🚩 *जयश्रीराम*
🇮🇳 *जयश्रीकृष्ण*
🕉️ *हर हर महादेव*
सत्य के ग्रहण करने और असत्य को छोड़ने में सदा उद्यत रहना चाहिए
दोनों गुरु को नमन, बिन सहकार नहीं उद्धार, सभी हिन्दू एक हो, सनातन की जय हो
सादर चरण स्पर्श गुरूदेव 🙏🙏🙏धन्य है हम गुरूदेव 🙏🙏🙏सत्यमेव जयते।जय जय जय श्री राधेकृष्ण 🙏🙏🙏
Jai shree radhey krishna ji Hari bol ❤
Satya sanatan dharm ki jai ho sada jai ho
क्रान्तिकारी योग ऋषि रामदेव को कोटिश: नमन वंदन अभिनन्दन , मध्यस्थता व संशय दूर करने के लिए , सनातन परम्परा के आध्यात्मिक गुरुओं को एक मंच पर आकर भारत ही नहीं वरन सम्पूर्ण विश्व के मानवता की रक्षा के लिए कार्य करना चाहिए, ..... मनुष्य कृत नहीं वरन ऋषि कृत ग्रन्थों व शास्त्रों को प्रमाण मानना चाहिए , उसी को अंगीकार करना चाहिए , यही उपाय है सनातनियों की तनी तनियों को दूर करने का .... और कोई मार्ग नहीं है .
हमारे सभी ऋषि मुनियों की जय हो ..... ,🙏🙏🙏
जगतगुरू महर्षि दयानंद स्वामी जी की जय ।सनातन धर्म के विकास के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद स्वामी जी।
मै देश के एक नागरिक के नाते आप दोनो महानुभव सनातनी महापुरुषों को प्रणाम करता हूं. और खूब खूब धन्यवाद देता हु. इस व्हिडिओ से हमे बहुत आनंद हुआ इसी एकता की हम सभी देशवासियों को जरूरत है 🙏🇮🇳🙏🕉️🕉️🕉️ आप एक हो गये तो सारा देश एक हो जायेगा
शुभ शालीनता पूर्ण संवाद। दोनों संतों का बहुत बहुत आभार।
ओउम्🎉🎉🎉🎉🎉 प्रणाम् 🙏🙏🙏🙏🙏 स्वामी जी 🌹🌹🌹🌹🌹 हम आपकी शरण में है पूज्यनीय युगपुरुष देव दयानंद जी सरस्वती . का उपकार सनातन वैदिक हिन्दओं के ऊपर है
पूज्य महर्षि राम भद्राचाय॔ को स्वामी रामदेव कोटि कोटि प्रणाम है। संवाद के लिए अनेक धन्यवाद। ❤❤❤👌👌👌🕉🕉🕉🚩🚩🚩
रामभद्राचार्य जी ने भूल तो की है
और उन्हें इसका एहसास भी हुआ है
ऋषि देव दयानंद सरस्वती जी महाराज की जय हो
अब ये गाना छोड़ ना चाहिए
तुम नमाजियों को कब अपनी भूल का एहसास होगा
महर्षि दयानंद सरस्वती की सत्यार्थ प्रकाश पुस्तक पढ़ी है, जबरदस्त बेहतरीन बुक है, उन्होंने इस बुक में ईसाइयों मुस्लिमो बौद्ध जैन पुराणियो नास्तिको सभी से शास्त्रार्थ किया और जीता ,पूरी पुस्तक लिखी, किसी भी जटिल हिंदू को घेरने वाले प्रश्न के उत्तर दिए🙏👍👍
आप यह गलत कह रहे हैं वो कहीं नही जीते उन्होंने अपनी जिद नही छोडी
स्वामी जी जिस तरीके से इनसे चर्चा की सभी आर्य बंधुओ को इससे सीख लेना चाहिए ।
इनके उत्तर से क्षमा मांगने का भाव दिख रहा है ।
आर्य समाज कठोरता से अपनी बात रखते है इसलिए लोग रूष्ट हो जाते है ।
सही तरीके से बात रखने पर सभी को सत्यार्थ प्रकाश की मार्ग पर लाया जा सकता है
बिल्कुल सही कहा आपने बंधु
Arya samaj mane sampurn Satya Jai sanatan dharm ki
महराजजी आपने बहूत अच्छा पहल किया है 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Rishi Dayanand ki Jai
क्या सही बात कही हैं आपने
ओं का झंडा ऊँचा रहे
आर्य समाज अमर रहे
महर्षि दयानंद सरस्वती जी
अमर रहे
🙏🏻💐🔥🔥💐🙏🏻
अमर रहें ❤
ॐ का झंडा ऊंचा रहेगा,
महर्षि दयानंद सरस्वती जी
अमर रहेंगे ।
लेकिन आज के आर्य समाज का पता नही
@@satishyadav7246 kyun ?
@@satishyadav7246 arya samaj .ko target karna bahut asan hai .
Lekin koi bhakt muh nahi kholega .rambhadracharya ko konsi khujli thi jo aisa jhutha bayan diya tha .
@@satishyadav7246आप आर्य बने और वेदों का ज्ञान प्रसार करे और दुर्गुणों को दूर करे🙏
नमो राघवाय❤
जय श्रीसीताराम हनुमान जी❤
बहुत ही सुंदर चर्चा
रामभद्र जी, ऋषि-परम्परा के प्रतिनिधि ऋषि महर्षि देव दयानन्द की वेदार्थ में ऋषि-दृष्टि को तथा भगवान श्री राम एवं योगेश्वर श्री कृष्ण भगवान के प्रति ऋषि दयानन्द के आप्त वचनों का श्रवण कर क्षमा याचना करके अपनी उदारता व विनम्रता का परिचय दीजिए। स्मरण कीजिए--नमन्ति गुणिनो जनाः ,शुष्कवृक्षाश्च मूर्खाश्च न नमन्ति कदाचन।
क्षमा मांगने का नैतिक साहस विरलों में ही होता है। ये दोनों व्यक्ति एक दूसरे की प्रशंसा करते हुए डैमेज कंट्रोल का प्रयास कर रहे हैं। दोनों में राजनेताओं जैसी चालाकी विद्यमान है, बस वेश भिन्न है, वैसे भी दोनों को राजसंगति का चस्का है, 'सन्तन को क्या सीकरी से काम' का विलोम। सरलता और सज्जनता को शब्दाडम्बर की आवश्यकता नहीं होती, जिसके दोनों विशेषज्ञ और प्रयोक्ता हैं।
-- डाॅ. रामवीर
स्वामी रामदेव जी एवं पूज्य श्री रामभद्राचार्य जी महाराज के द्वारा जो संवाद हिंदू एकता के बारे में हो रहा है वह सराहनीय है आप दोनों को मेरा कोटि कोटि प्रणाम
हमें बहुत अच्छा लगा आप दोनों संतों का विचार सुनकर की बहुत अच्छा लगा
जगद्गुरु महर्षि दयानंद की जय जय हिंद वंदे मातरम जय आर्य जय आर्यावर्त आओ चलें वेदों की ओर
Namaste 🙏
दो महा ज्ञानी गुरुओं ने मिलकर देश के हिंदुत्व को संभाला दाना गुरुओं की जय हो सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय हो आर्य समाज बढ़ता रहे ओउ्म का झंडा ऊंचा रहे❤
बाबा रामदेव जी को शत - शत नमन है।
परस्पर सभी हिन्दू भाई मिल कर एकता बना कर प्रत्येक का सम्मान करते रहें।
बाबा रामदेव जी का हार्दिक धन्यवाद है।❤🎉
Sanatan daram ki jay ho
आप दोनो महान विभूति को सादर दंडवत सभी संत समाज के आगे आनेपर देधमे नया सबेरा आयेगा
जय श्री राधे गोविन्द ❤❤
कोटि कोटि धन्यवाद गुरु जी।
आदरणीय दोनो संतों को मेरा सादर नमन।आपका एक मंच पर उदय हुआ हर्ष का विषय है और संत श्री रामदेव जी ने तो एक कदम आगे आकर देश को जो स्वदेशी और आत्म निर्भर होने का पाठ पढ़ाया अपितु कर्मठता से करके भी दिखाया इसके लिए हम अपने को गौरवानुभूत मानते हैं उन्होंने ये कारनामा तब किया जबकि देश में प्रतिष्ठित कंपनियां पहले से ही जमी हुई है और गलत हटकंडे अपनाकर उनके व्यवसाय में बाधा पहुंचती हैं।
महर्षि दयानंद जी की जय हो,आर्य समाज अमर रहे
विनम्रता पूर्वक कहना चाहता हूं कि पूज्य रामभद्राचार्य जी सभी सनातन धर्म के गुरुओं को " सत्यार्थ प्रकाश " सहित अन्य सभी वैदिक ग्रंथों का अवश्य स्वाध्याय करना चाहिए ......🙏🙏🙏
@@navinchandra4032 Dayananda bhi mlechchha tha aur bhadra bhi mlechchha. Hinduon ko in mlechhon se kya lena dena. Daya was a british stooge and a crypto christian. Bhadra is a sanghi stooge and mlechha.
Swami rambhadracharya ko हर चीज़ का ज्ञान है. चारों वेद, 108 उपनिषद, दर्शन, मार्क्सवास, बुद्ध, चार्वाक कुरान, बाइबिल, jain dharm सभी का ज्ञान है। लेकिन बुद्धीमान अपनी प्रशंसा नहीं करता. वह चुप रहता है।
@@dsrathore3407 Kaun sa gyan hai bhadra ke pas. Pakhandi dhurt hai wo. Arth ka anarth karata hai. Hanuman chalisha mein galati dhundhta hai.
गुरुदेव भगवान की जय सीताराम नमो राघवाय🚩🌹🙏
दो महान संतों का संवाद बहुत अच्छा लगा
ज्ञान की ज्योति जलती रहे
आर्य समाज अमर रहे 🚩🚩🚩🙏🙏🙏
जय हो गुरु महात्माओं आपकी आपकी एक ही कोशिश हो सनातन धर्म में एकता आपस में मन-मुटाव ही हमें एकता से दुरी रखा रहा है
योग गुरू बाबा रामदेव एवं रामभदराचारय को सादर प्रणाम।
जय जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण हर हर महादेव
आर्य समाज जिंदाबाद, महर्षि दयानंद सरस्वती को नमन।
स्वामी जी गीता को अपनाये बिना धर्म की स्थापना नहीं हो सकती, स्वामी जी जी से आग्रह है गीता का उपदेश सभी सनातनियो तक पहुचाये, और सभी सनातनियो को अपनाने की प्रेरणा दे। यति महाराज, गाजियाबाद, इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं, आप सभी उनका साथ दे। हर हर महादेव।
सही कहा.. भाई आपने मेरे मन की बात कही है मैं भी अक्सर अपने मित्रों से कहता हूं जहां भी जाता हूं कि हमारे मंदिरों में हम पूजा पाठ करने के लिए जाते हैं तो पुजारी धार्मिक उपदेश नहीं देते और न ही वे कभी हिंदुओं को अपनी धार्मिक पुस्तक पढ़ने के लिए कहते हैं और खुद भी नहीं पढ़ते हैं जो सनातन धर्म के पतन का सबसे बड़ा कारण रहा है
Jai ho 🙏🏻 jai ho 🙏🏻
बहुत सुंदर संवाद काश ऐसे सभी धर्म गुरु एक साथ एक मंच से बर्तालाभ कर हम बिखरे हिन्दू भाई को एकजुट करने की कृपा करें।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आप दोनो महानुभावो संतो को मेरा सादर प्रणाम 🙏🙏🙏🙏 जय श्री राम जय श्री कृष्णा 🚩🚩🚩🙏🙏🙏🕉️🕉️
स्वामी जी द्वारा अद्वैतीय कार्य
इससे आपसी मतभेद कम होंगे और हमारा प्रयास और सरल और सहज़ होगा 👍🙏
साधुओं संत के चरणों में कोटि कोटि नमन करता हुं।
🙏🙏🙏 प्रणाम गुरुवर आप दोनों गुरुवर जी के श्री चरणों में 🙏🙏🙏
दोनों गुरु को सादर नमस्ते बहुत सुंदर बाते कही गई की संगठन में सब की भलाई है
गुरू महाराज जी को मेरा दंडवत प्रणाम है ❤❤
सादर नमस्ते गुरूजी महानु भाबको 🙏🙏🙏❤️❤️🌹🌹🌺🌺🌺🥀🥀🥀👍
श्री श्री रामभद्राचार्य जी करोड़ों प्रणाम करता हूं कि उनके वाणी से अमृतमय रस निकाल रहे हैं
मैं तो एक खरब प्रणाम करता हु 🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
सभी धर्माचार्यों को एक होकर सभी सनातनी को संगठित करना चाहिए.🙏🙏🙏
पूज्य गुरुदेव श्रीराम भद्राचार्य जी महराज और स्वामी रामदेव जी महराज हमारे धर्म सम्राट है आप महान सन्त है आपकी वार्ता सुनकर बहुत ही अच्छा लगा है ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Bht sundar aur saarthak samvaad . Aaj samajha ki Swami Ram Devek vidvaan aur prakhar vaktaa hain . I am very very happy .
Every Hindu must hear it .
आज स्वामी रामभद्राचार्य जी ने कम से कम स्वामी दयानंद जी का नाम सम्मान पूर्वक तो लिया।
ईश्वर इनका भला करें।
हिंदुओं में एकता हो🚩
धन्य स्वामी रामदेव जी आपने पहल करके स्थिति व सम्मान दोनों को ही सहजरूप में सम्भाला है । अत्यन्त प्रशंसनीय हैं ।
बहुत ही सुंदर अति प्रंशीसिय ये विडियो हिन्दू धर्म के लिए बहुत ही लाभदायक होगा
ऊँ।पुरुषोत्तम का शास्त्रीय अर्थ है परब्रह्म।
यहीं पर हमें विचार करना चाहिए।
बहुत सुंदर वार्तालाप। गरिमामयी वार्तालाप। ये सुनने व समझने योग्य है। ऐसा ही होना चाहिए।नमन्। वंदन्।
આર્ય સમાજ ટંકારા તરફથી ખૂબ ખૂબ આભાર બંને મહાનુભાવો નો
Ariya samaj Amar rahe Suwami Dayanad sarswati ki jai
Maharishi Dayanand Ji ke charanon mein koti koti pranam
श्रषि दयानंद सरस्वती जी ने आर्य समाज से एक सभ्य मानव समाज का निर्माण किया है और उसी को आगे बढ़ाना है।
उससे पहले तो भारतीय जंगली थे असभ्य थे क्या ?
दयानंद ने मुहँजोरी ,बहसबाजी कर असभ्य व्यवहार करना सिखाया । अन्य संप्रदायो का उपहास व अपशब्द कहना सिखाया ।
@@sumantdogra3278 bilkul sahi kaha aapne 🙏🏻
आदरणीय दोनो गुरुवर्यजी को सादर प्रणाम. बहुतही अच्छा संवाद हुआ , यह संवाद हमेशा चलते रहना चाहिए, ताक सनातन धर्म को बल मिले. ओम.
Om namaste Swami ji 👍🙏🚩
अभी भी कह रहे हैं थोड़ा सा अन्तर है उनका दृष्टीकोण ही अलग था जय हो दयानंद जी की जय आर्य समाज अमर रहे 🙏🙏🇮🇳🚩🙏🙏
Ramdev ji arya samaj ko age bariya
गुरू महाराज जी को मेरा साष्टांग प्रणाम है
Yog guru baba Ramdev ko pranam Arya Samaj Amar Rahe mahrshi Dev dayanand Amar❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Tu tho yadav h 😂
@@Ur_physics_teacheryadav h tabhi sanatan dhrm hn😅
To yadav hai to kya hua, hindu hai, jatiwadi na failao
दोनों साधु-संतों को नमन
परिस्थितियों के अनुसार समझदारी में ही भलाई है
रामभद्राचार्य झुक तो गए हमें प्रसन्नता है
Vashnav mahapurush sabhi jeev Aatma se Prem karte hai vo Maya se pare hote hain hirrday minder me Siya Ram hai unke
Sabhi vashnav mahapurusho ke charno me koti koti pranam hai
Satya sanatan dharm ki jai ho sada jai ho
Bhram mad Nayak shree krishna ji ki jai ho sada jai ho
जय हो भारत माता के सच्चे संत, महात्माओं ❤ कोटि कोटि नमन।
जय आर्य जय आर्यावर्त
राम देव जी प्रसन्न अति उत्तम है, किर्पया ईश्वर की किर्पा आगे बड़ते रहीयेधन्य बाद
Hindu dharm nahi sirf satya sanatan vedic dharm hai .from Nepal 🇳🇵
परम आदरणीय हमारे पूजनीय संत महात्माओं के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन साधुवाद सकल विश्व को ज्ञान की ज्योति और प्रभु के सभी अमृत पुत्र पुत्रियों को अर्थात प्रभु ने बिना भेद भाव के सभी मानव की समान उत्पति की के तत्व दृष्टा अधबुध ज्ञान दृष्टा पूज्य ऋषि देव दयानन्द गुरुकुल के सभी आचार्यों के श्री चरणों में नमन कोटि कोटि नमन
Maharishi Dayanand Saraswati ki Jay
आप दोनो विद्वत जनो को मेरा इस संगम की अनुभूति के लिए हार्दिक नमन।
कोटि कोटि नमन गुरुदेव❤❤
👏
चरण स्पर्श
👍💝👌बहुत सुन्दर बात- चित|
महर्षि दयानंद सरस्वती जी की जय