Sant Rampal Ji's 2010 Satsang | 09 to 11 July 2010 HD | Episode - 01 | SATLOK ASHRAM
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- เผยแพร่เมื่อ 21 ก.ย. 2024
- Sant Rampal Ji's 2010 Satsang | 09 to 11 July 2010 HD | Episode - 01 | SATLOK ASHRAM
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Bandi chhod jagatguru tatvdarshi sant Rampal ji maharaj ki Jay ho
बन्दीछोड़ संत रामपाल जी महाराज की जय 🙇🙇
जब तक जन्म-मरण है, तब तक जीव को सुख नहीं हो सकता।
सुखी होने के लिए परमात्मा की भक्ति ही विकल्प है ।
संत रामपाल जी महाराज
कबीर ऐसा निर्मल ज्ञान है,,निर्मल करे शरीर,,और ज्ञान मंडलिक है,,चकवे ज्ञान कबीर...
सर्वश्रेष्ठ ज्ञान 💚👍
Great spiritual leader
सतगुरु रामपाल जी महाराज वेंदो और शास्त्रो से प्रामाणित ज्ञान देते हैं जो कि विश्व भर में कोई भी नहीं देते हैं l
Kabir is real god
Sat Saheb ji
Great gyaan ❤️
Beautiful gyan
Sat saheb ji 🙏
Real spiritual knowledge
Original gyan
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌷🌷🌷🙏🏼🌹🌹🌹🌹🙏🏼🙏🏼
बहुत ही सुंदर अद्भुत निर्मल अनमोल ज्ञान कबीर ज्ञान।
Parmeshwar Kabir saheb ji ki jai ho
Dya krna data hm par
इस समय वर्तमान में पूर्ण परमात्मा धरती पे मौजूद है।संत रामपाल जी महाराज जी के चोले में। उनसे नाम उपदेश लेने से सभी टेंसन छूमंतर हो जाती हैं।
Nice satsang
Anmol vachan
जिंदा जोगी जगत् गुरु,मालिक मुरशद पीर।
दहूँ दीन झगड़ा मंड्या पाया नहीं शरीर।।
तत्वदर्शी संत का तत्वज्ञान सभी धर्मों के पवित्र शास्त्रों में से
कबीर, सात द्वीप नौ खण्ड में, गुरु से बड़ा ना कोय।
करता करे ना कर सकै, गुरु करे सो होय।।
तीन ताप का कष्ट तथा पाप कर्म से उत्पन्न कर्म लेख केवल संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई गई सतभक्ति से ही समाप्त हो सकते हैं। वही सच्चे सतगुरु हैं। उनसे दीक्षा लें।
भक्ति पदारथ तब मिलै, तब गुरु होय सहाय |
प्रेम प्रीति की भक्ति जो, पूरण भाग मिलाय ||
अनन्त कोटि ब्रह्मण्ड का, एक रती नहीं भार।
सतगुरु पुरुष कबीर हैं, कुल के सिरजन हार।।
झूठे सुख को सुख कहे मान रहा मन्मोद l
ये सकल चबीना काल का कुछ मुख में कुछ गोद ll
संत रामपाल जी ही पूरे विश्व में सच्ची भक्ति बताते हैं l इन से उपदेश ले कर अपनी जीवन सफल बनाऐ l
कबीर परमेश्वर ने मगहर में शरीर छोड़ने से पहले राजा बिरसिंह बघेल तथा बिजली खां पठान से कहां कि एक चद्दर नीचे बिछाओ और एक मेरे ऊपर। फिर कुछ देर बाद आकाशवाणी हुई कि,
उठा लो पर्दा, इसमें नहीं है मुर्दा।
जब चद्दर उठाकर देखा तो वहां कबीर परमेश्वर का शव नहीं मिला, वहां सुगंधित फूलों का ढेर मिला। जिसे हिंदू मुसलमानों ने आधे आधे बांटकर वही पर 100-100 फुट की दूरी पर एक एक यादगार बनाई,जो आज़ भी विद्यमान है।
सतगुरु जो चाहे सो करदे , भरम फिरयो मत कोई । सेहू धड़ पे शीश चढ़ाया , पीछे करी रसोई।।
सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है।
- ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
কবীর পরমাত্মা-ই সকলের রক্ষক।
পূর্ণ পরমাত্মা-ই সমর্থ যিনি অকাল মৃত্যুকে আটকাতে পারেন। রক্ষা করার প্রকৃত সামর্থ্য কেবল পূর্ণ পরমাত্মার রাখেন।
कबीर परमात्मा ही सबके रक्षक हैं।
पूर्ण परमात्मा समर्थ हैं जो अकाल मृत्यु को भी टाल सकते हैं। रक्षा करने का असली सामर्थ्य सिर्फ पूर्ण परमात्मा ही रखता है।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज के चरणो में कोटि 2 दंडवत प्रणाम
আমার গুরুদেব আমার ভগবান
আমার গুরুদেব আমার ভগবান
संत रामपाल जी महाराज जी ने ही बताया कि,
यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32 में प्रमाण है कि
"कविरंघारि: असि, बम्भारी: असि स्वज्योति ऋतधामा असि" अर्थात कबीर परमेश्वर ही पापों का शत्रु यानि सर्व पापों से मुक्त करवाकर, सर्व बंधनों से छुड़वाता है। वह स्वप्रकाशित, सशरीर है और सतलोक में रहता है। वही पाप विनाशक है।
Really true spiritual knowledge 🙏💯 amazing knowledge with evidence in our Vedas 💯 by only Saint rampal ji says us ...no one other Saint tell us about this 🙏🙏
सोई गुरु पूरा कहावै,जो दो अक्षर का भेद बतावे।एक लखावै एक छुडावै तो प्राणी निज घर को पावे।।
बंदी छोड़ दयाल जी ,तुम तक हमारी दौड़ ।जैसे काग जहाज का सूझत और ना ठौर।।
परमात्मा कहते हैं कि जैसे जहाज पर बैठे हुए पक्षी को चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई देता है दूर-दूर तक कोई उसे ठिकाना नहीं मिलता बैठने का और खाने का और फिर थक हार कर वापस आकर जहाज पर आकर बैठ जाता है,उसी उसी प्रकार जब परमात्मा का ज्ञान हो जाता है तो एक भक्त परमात्मा के ज्ञान के बिना नहीं रह सकता। बड़े जलाशय मिलने के बाद छोटे जलाशय में जैसे श्रद्धा रह जाती है या आस्था रह जाती है उसी प्रकार पूर्ण परमात्मा से परिचित होने के उपरांत ब्रह्मा ,विष्णु ,महेश में छोटे जलाशय जितनी आस्था रह जाएगी।।
Jail se bahar kab aa rahe ho mahatma ji
Sat saheb ji 🙏
🙏🙏🌹 सतगुरु मिले तो इच्छा मेटे पद, मिल पद समाना हो। चल हंसा उस लोक पठाऊं, जहां आदि अमर अस्थाना हो।।
सतगुरु पुरुष कबीर हैं, चारों युग प्रवान।
झूठे गुरुवा मर गए, हो गय भूत मसान।।
संत रामपाल जी महाराज ने सर्वप्रथम प्रमाण सहित बताया कि सच्चिदानंद घन ब्रह्म अर्थात पूर्ण परमात्मा को पाने का तीन मंत्र का जाप है। जिसका प्रमाण श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 17 श्लोक 23 (ॐ, तत, सत), सामवेद मंत्र संख्या 822 और कुरान शरीफ सूरत शूरा 42 आयत 1 (ऐन् सीन् काफ) जोकि सांकेतिक हैं। जिसे तत्वदर्शी संत/बाख़बर ही बता सकता है।
वह तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
Amazing satsang
Sat saheb ji