शिव पुराण कथा
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- เผยแพร่เมื่อ 10 ก.พ. 2025
- शिव पुराण हिन्दू धर्म के अठारह महापुराणों में से एक है, जिसमें भगवान शिव की महिमा, उनकी लीलाएँ, पूजा विधि, उनके विभिन्न अवतार, और उनके परिवार का विस्तार से वर्णन किया गया है। यह पुराण भगवान शिव को समर्पित है और इसमें धर्म, आध्यात्मिकता, योग, और भक्ति की गहन चर्चा की गई है। शिव पुराण, भगवान शिव के गुणों, उनकी शक्तियों और उनके प्रति भक्ति के महत्त्व को स्थापित करता है। इसमें विभिन्न कहानियों और उपाख्यानों के माध्यम से भक्ति, तपस्या, और मोक्ष प्राप्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी जाती है।
शिव पुराण का महत्त्व:
शिव पुराण को पढ़ने और सुनने का विशेष महत्व है। यह पुराण भक्तों के लिए मार्गदर्शक है, जो उन्हें धर्म, मोक्ष, और शिव की आराधना की राह पर प्रेरित करता है। शिव पुराण की कथा सुनने और पढ़ने से भगवान शिव की अनुकम्पा प्राप्त होती है, जीवन में आने वाली कठिनाइयाँ दूर होती हैं और अंततः मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह पुराण न केवल शिव की स्तुति और उपासना के तरीके बताता है, बल्कि उनके अद्वितीय स्वरूप और उनकी महिमा का भी वर्णन करता है।