पितरों की कृपा से ही पुत्र, पुत्रियां होती हैं अपने वंश और गोत्र में सिर्फ एक योग्य पुत्र या पुत्री ही अपने पितरों को तृप्त करते है, क्योंकि वंश की वृद्धि पुत्र करते हैं, गोत्र की वृद्धि पुत्रीयाॅ करती है | पूर्वजों की कृपा से ही हम सब प्रसन्न में रहते हैं | पितरों के तृप्त रहने पर सुख समृद्धि परिवार में रहती है | पितृ चरण कमलेभ्यो नमः
गुरुदेव के चरणो में प्रणाम 🙏गुरुदेव कृपया मार्गदर्शन करने की कृपा करे साश्त्र के अनुसार की सोडषमातृका और सप्तघृत मातृका का पूजन करना हो तो नान्दीश्राद्ध करना आवश्यक हे क्या
महाराज जी जय श्री सीताराम एक प्रश्न मेरे मन में है यदि आपके पास उसका उत्तर हो तो कृपया मुझे बताएं नांदी श्राद्ध में दक्षिणा के रूप में आंवला मुनक्का जो एवं अदरक आदि क्यों चढ़ाया जाता है इन वस्तुओं की वहां क्या आवश्यकता है कृपया अवश्य बताएं
Ji Namastubhyam नांदी श्राद्ध में दक्षिणा के रूप में आंवला मुनक्का जो एवं अदरक आदि जो चढ़ाया जाता है पहले हम उसके आशय को आप को समझाते हैं | पूर्व समय में जब लोग लंबी यात्रा पर जाया करते थे तो अपने साथ खाद्य योग्य ऐसी वस्तुएं साथ रखते थे जो कि खराब ना हो जैसे आंवला मुनक्का जो इत्यादि इसी आशय से हम लोग भी पितरों को आंवला मुनक्का आदि दक्षिणा स्वरूप नांदी श्राद्ध में देते हैं ताकि वह अपनी पितृ लोक की यात्रा में उसको आहार स्वरूप में ग्रहण करें एवं यदि उनको आहार ग्रहण करने में अजीर्ण (अपच) हो जाता है तो वह अदरक का सेवन करें | आशा करते हैं आपको अपने प्रश्नों का उत्तर प्राप्त हो गया होगा ।।
When your parents are alive you shall have to offer pinda to grandfather , great grand father and great great grandfather. Like that , grandmother, great grand mother and great great grand mother . Also pinda to maternal side, Matamaha,pramatamaha and Briddha pramatamah . If the names of farthermost generations are known to you , some priests are seen giving advice to offer homage to them also as “Urdha pinda”.
जयमाँ भुवनेश्वरी त्वं शरणम् ❤❤❤
❤जय ❤पित्री ❤देव ❤।
Guruji bahut hi mast video baniye hai
Bahut badhiya
पितरों की कृपा से ही पुत्र, पुत्रियां होती हैं अपने वंश और गोत्र में सिर्फ एक योग्य पुत्र या पुत्री ही अपने पितरों को तृप्त करते है, क्योंकि वंश की वृद्धि पुत्र करते हैं, गोत्र की वृद्धि पुत्रीयाॅ करती है | पूर्वजों की कृपा से ही हम सब प्रसन्न में रहते हैं |
पितरों के तृप्त रहने पर सुख समृद्धि परिवार में रहती है |
पितृ चरण कमलेभ्यो नमः
Lekin practical matlab vidhi karte ya karate hue video banaye request
Nic guru ji ati sundar
bahut badiya guru ji
Mahadev
Ati sunder gyan
अद्भुत
Very nice voice
Bhut sunder
नांदी श्राद्ध में पित्रो का नाम नही लेते हे क्या गुरुजी
गुरुदेव के चरणो में प्रणाम 🙏गुरुदेव कृपया मार्गदर्शन करने की कृपा करे साश्त्र के अनुसार की सोडषमातृका और सप्तघृत मातृका का पूजन करना हो तो नान्दीश्राद्ध करना आवश्यक हे क्या
Man bhawan🤗
नौ प्रकार के पितरों का नाम आपने जो बताया है उनके नाम कृपया लिखकर बताया जाए बड़ी कृपा होगी
हर हर महादेव🙏
yea dsy7s77ss7sas7s7s7s7s7a7
Jinke mata pita jivit ho unko kaise karna hai kitne aasan dena hai
महाराज जी जय श्री सीताराम एक प्रश्न मेरे मन में है यदि आपके पास उसका उत्तर हो तो कृपया मुझे बताएं नांदी श्राद्ध में दक्षिणा के रूप में आंवला मुनक्का जो एवं अदरक आदि क्यों चढ़ाया जाता है इन वस्तुओं की वहां क्या आवश्यकता है कृपया अवश्य बताएं
Ji Namastubhyam
नांदी श्राद्ध में दक्षिणा के रूप में आंवला मुनक्का जो एवं अदरक आदि जो चढ़ाया जाता है पहले हम उसके आशय को आप को समझाते हैं |
पूर्व समय में जब लोग लंबी यात्रा पर जाया करते थे तो अपने साथ खाद्य योग्य ऐसी वस्तुएं साथ रखते थे जो कि खराब ना हो जैसे आंवला मुनक्का जो इत्यादि इसी आशय से हम लोग भी पितरों को आंवला मुनक्का आदि दक्षिणा स्वरूप नांदी श्राद्ध में देते हैं ताकि वह अपनी पितृ लोक की यात्रा में उसको आहार स्वरूप में ग्रहण करें एवं यदि उनको आहार ग्रहण करने में अजीर्ण (अपच) हो जाता है तो वह अदरक का सेवन करें |
आशा करते हैं आपको अपने प्रश्नों का उत्तर प्राप्त हो गया होगा ।।
hamare pitaji ka asamay dehant hogaya hai... to kya hamare upnayan sanskar m hamari mata nandi shraddha
kar skti hai kya?
मूर्ख लोग है जो इतनी अच्छी जानकारी को unlike कर रहे हो
Nandi shrart karne ke liye kharcha Kitna Aata Hai
Contact details dwara sampark karein
Kirpya apana no. dene ki kripa kare.....
8765091443
Team India daan karna jaruri hai kya kyoki kuch vidvan esme teen pinddaan bhi karwate hai, please reply
Nice
Shastri ji Jab Kisi Yajaman ki Puja paath karte hain jaise Satyanarayan Vrat Katha yah Koi Hawa na Chhota usmein Nandi shradh kar sakte hain unke Liye
aashan dub ya kush ka guru g
नांदीश्राद्ध मे आसन दान के रूप में दुर्वा या पुष्प चढ़ाना चाहिए।।
कुश नही।।
श्राद्ध में रोली का प्रयोग नहीं करते
शास्त्री जी क्या मै आपसे पहले कभी मिल चुका हु
कृपया बताये अवनेजन पात्र क्या होता है ... और अगर माता पिता जीवित हो.... तब भी नान्दीमुख श्राद्ध करना चाहिए ?
महाराज जी आप अब पुण्याहवाचन की विधि डालें
Ji playlist me punyahvachan ke video vistar rup me uplabdh me.
Sar Aashirwad mantron ka uchcharan nahin karna hai
Karna hai
क्या माता पिता के जीवित रहते हुए भी यह नांदी श्राद्ध कराया जा सकता है
When your parents are alive you shall have to offer pinda to grandfather , great grand father and great great grandfather. Like that , grandmother, great grand mother and great great grand mother . Also pinda to maternal side, Matamaha,pramatamaha and Briddha pramatamah .
If the names of farthermost generations are known to you , some priests are seen giving advice to offer homage to them also as “Urdha pinda”.
Guruji kya yah upnyansanskar me kraya ja skta hai?
Ji
Aapka number mil sakta hai??
hume ye karwana hai
8765091443
App ka number dijiaa
8765091443
Bahut badhiya