अम्बेडकर 3 चुनाव लड़े और तीनों हार गए थे। जब अम्बेडकर संविधान सभा के लिए निर्वाचित नही हो सके थे तो 1948 मे कांग्रेस ने अपने सदस्य कृष्ण सिंहा का इस्तीफा दिलवाकर एक सीट खाली करवाई और उस पर अम्बेडकर का निर्वाचन कराया, उसके बाद भी जब 1952 में लोकसभा चुनाव हार गए तब भी कांग्रेस ने उन्हें बॉम्बे प्रांत से राज्यसभा में भेजा। और क्या-क्या कर लेती कांग्रेस? जो कर सकती थी सब कुछ किया।
भंडारा लोकसभा उपचुनाव मे हिंदू महासभा ने अम्बेडकर के खिलाफ हिंदू संत सवामी प्रबोधनंद को उतारा था ताकि अम्बेडकर को जाति और धर्म के नाम पर घेरा जा सके क्योंकि उन्होंने 1950 में हिंदू धर्म छोड़ दिया था और इस चुनाव में अम्बेडकर हिंदू महासभा के बाद तीसरे नम्बर पर रहे थे।
अम्बेडकर 3 चुनाव लड़े और तीनों हार गए थे। जब अम्बेडकर संविधान सभा के लिए निर्वाचित नही हो सके थे तो 1948 मे कांग्रेस ने अपने सदस्य कृष्ण सिंहा का इस्तीफा दिलवाकर एक सीट खाली करवाई और उस पर अम्बेडकर का निर्वाचन कराया, उसके बाद भी जब 1952 में लोकसभा चुनाव हार गए तब भी कांग्रेस ने उन्हें बॉम्बे प्रांत से राज्यसभा में भेजा। और क्या-क्या कर लेती कांग्रेस? जो कर सकती थी सब कुछ किया।
भंडारा लोकसभा उपचुनाव मे हिंदू महासभा ने अम्बेडकर के खिलाफ हिंदू संत सवामी प्रबोधनंद को उतारा था ताकि अम्बेडकर को जाति और धर्म के नाम पर घेरा जा सके क्योंकि उन्होंने 1950 में हिंदू धर्म छोड़ दिया था और इस चुनाव में अम्बेडकर हिंदू महासभा के बाद तीसरे नम्बर पर रहे थे।
गोदी मीडिया को काम दिया है आज पर सवाल नहीं
पढ़ाई लिखाई किया करो सिफारिश पर नौकरी करने का यही हाल है बाबा साहब कभी भी कांग्रेस पार्टी में नहीं गए थे।
आप इतनी भी सत्ता की सप्लूसी मत करो मेरे दोस्त संविधान रहेगा आप भी बोल पाओगे में भी लिख पाउगा भीम लाल सलाम जोहार धर्मपुरवि राजकुमार का
Bhieem rao Ambetkar... Ek Achcha..... Mahan nayak tha... Election's harna Alag bat hai....
34 bhi ab goli media ho gya h