पद्मभूषण, ज्ञानपीठ पुरस्कार और साहित्य अकादमी पुरस्कारों से सम्मानित, प्रकृति के सुकुमार कवि, एवं हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक, आधुनिक हिन्दी साहित्य को नया रूप प्रदान करने वाले, प्रकृति चित्रण को आकर्षक रूप से वर्णन करने वाले व्यक्तित्व के धनी सुमित्रानंदन पंत की जन्म जयंती पर शत शत नमन.... जीना अपने ही में एक महान् कर्म है, जीने का हो सदुपयोग यह मनुज धर्म है। अपने ही में रहना एक प्रबुद्ध कला है, जग के हित रहने में सबका सहज भला है। जग का प्यार मिले जन्मों के पुण्य चाहिए, जग जीवन को प्रेम सिन्धु में डूब थाहिए। ज्ञानी बनकर मत नीरस उपदेश दीजिए, लोक कर्म भव सत्य प्रथम सत्कर्म कीजिए।
हां लेकिन पता नहीं क्यों बहुत सारी जगह उत्तरप्रदेश लिखा होता है । जबकि पंत जी का जन्म तो उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के कौसानी गांव के कुमाऊं प्रदेश में हुआ था।
पद्मभूषण, ज्ञानपीठ पुरस्कार और साहित्य अकादमी पुरस्कारों से सम्मानित, प्रकृति के सुकुमार कवि, एवं हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक, आधुनिक हिन्दी साहित्य को नया रूप प्रदान करने वाले, प्रकृति चित्रण को आकर्षक रूप से वर्णन करने वाले व्यक्तित्व के धनी सुमित्रानंदन पंत की जन्म जयंती पर शत शत नमन....
जीना अपने ही में
एक महान् कर्म है,
जीने का हो सदुपयोग
यह मनुज धर्म है।
अपने ही में रहना
एक प्रबुद्ध कला है,
जग के हित रहने में
सबका सहज भला है।
जग का प्यार मिले
जन्मों के पुण्य चाहिए,
जग जीवन को
प्रेम सिन्धु में डूब थाहिए।
ज्ञानी बनकर
मत नीरस उपदेश दीजिए,
लोक कर्म भव सत्य
प्रथम सत्कर्म कीजिए।
प्रकृति के सुकुमार कवि को शत शत नमन और श्रद्धांजलि 🙏🙏🙏
Very very nice information Thanx
Great poet ever born
जब बाहरी विज्ञान आंतरिक ज्ञान से समन्वित हो जाता है तो मानवता का निर्माण होता है।
इलाहाबाद के हिंदू हॉस्टल में रहते थे
Niiiccceee
♥♥🍁♥♥
Its uttrakhand not uttrpradesh.
Its uttrakhand not uttrpradesh.
हां लेकिन पता नहीं क्यों बहुत सारी जगह उत्तरप्रदेश लिखा होता है ।
जबकि पंत जी का जन्म तो उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के कौसानी गांव के कुमाऊं प्रदेश में हुआ था।