Rajiv Gandhi death के बाद Sonia Amitabh पर क्यों भड़की थीं, Saurabh के सामने खुलासा! | Kitabwala
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- เผยแพร่เมื่อ 1 ธ.ค. 2024
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At the lallantop special segment 'Kitabwala', The latest author who has arrived in the scene is senior journalist, and former politician Santosh Bhartiya with his book-V.P. Singh, Chandrashekhar, Sonia Gandhi Aur Main. In the session, Santosh Bhartiya and The Lallantop editor Saurabh Dwivedi held an interaction on his book and its insights. Watch this Full interview on a must-read book.
Title: V.P. Singh, Chandrashekhar, Sonia Gandhi aur Main
Author: Santosh Bhartiya
Publisher: Warrior's Victory publishing House
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Produced By: The Lallantop
Edited By: Ashutosh Bhardwaj
सौरभ जी पूरा एपीसोड देखा देख करके यह बड़ा दुख हुआ कि मेरे नेता गण को केवल अपनी कुर्सी की चिंता हर समय थी,
विश्वनाथ प्रताप सिंह का जो कुर्सी का बयान अपने इस्तीफे पे लिखा गया है गलत नही है। देश के लिए किसी नेता ने काम किया ही नहीं, सभी को केवल जनता के लिए या अपने लिए काम करना था, देश गया तेल लगाने।
कुर्सी के करीब कैसे रहा जाय सभी नेताओं का यही प्रयास था।
संतोष भारतीय जी आप इतने गर्व से बताते हैं कि 1 कातिल की जमानत (सैयद मोदी हत्याकांड) में हो जाती है और इसको आप बताने में एक गर्व का विषय महसूस करते है यही हमारे देश की प्रमुख समस्या है। तुलसीदास जी का दोहा है "समरथ को नही दोष गोसाईं"
कैसे प्रजातन्त्र सफल होगा, कैसे लोगो का विस्वास व्यस्था में पैदा होगा।
यह सभी चीजें बंद होनी चाहिए और इनका महिमामंडन बन्द होना चाहिए।
सौरभ द्विवेदी जी आप वास्तव में एक ऐसे पत्रकार हैं जो तेज़ तर्रार और सौम्यता की मिश्रित विधा के साथ साक्षात्कार करते हुए उस पुस्तक और लेखक को बहुत ही सुन्दर रूप से परिलक्षित करते हैं, यही विशेषता किसी- किसी विरले पत्रकार में ही मिल सकती है
Q
"सार्वजनिक जीवन में ऐसे बहुत से संयोग हुए हैं।" क्या कमेंट मारा है, आपने।
वाह.... मज़ा आ गया।
सौरभ आज साक्षात्कार मे बहोत थोडा sarcastic लगे.....
पूरे वार्तालाप में मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू करने वाले वी पी सिंह के फैसले के बारे में कोई चर्चा नहीं जिसमें कई नौजवानों की जान चली गई।
True
Right
सौरभ जीआप और भारती जी की बार्ता सुन बहुत कुछ सुनी अनसुनी बातें ताजा हुई।
बहुत अच्छा लगा।
Bahut Sundar Santosh Bharti ji
Aap jaise patrkar ab kaha
Jai ho
Wat a great man , Santosh Bhartiji !! 👏🏼 👏🏼It’s a pleasure to listen to him ..cud listen for few more hours …one of the best videos on here Saurabh ….Excellent work 👍🏼
33:33…ambani..,amitab …,sonia..,jaya….,
41:41…kansi ram…VP SINGH..
Thank you bhai
Thanx..Bhai. 🙏🏻
Pranab Mukherjee was known as 'Only Vimal Mukherjee': we remember.
This guy is telling truth.
Was it true that Pranabji did many a political favours to Dhirubhai Ambani?
ये संतोष जी पूरे समय वीपी सिंह के समर्थन में पत्रकारिता करते रहें, स्वयं को निष्पक्ष बोलते अवश्य है....पर नजरिया एकतरफा है! पूरा टाइम अपने को ईमानदार साबित करने का असफल प्रयास कर रहे है!
आज समझ आया कि देश को कमंडल की राजनीति में ढकेल, देश बदहाली की ओर पहुंचाने में प्रमुख श्रेय इन्हीं भारती जैसे पत्रकार थे।वाह भारती जी गजब पत्रकारिता की---
किताब का नाम नहीं पढ़ा क्या ?
VP Singh was a great politician.only time was not on his side.
@@kprasadk105 तो मंडल का वर्चस्व रहने देते तब ठीक रहता।।
😂
यह जानकर हरानी हुयी कि----
1.पत्रकारिता इतनी सच्चाई के साथ भी की जाती थी।
2.पुराने जमाने के नेता अपने मुल्यों को महत्त्व देते थे।
3.विचारों में भिन्नता होते हुए, अलग-अलग दलों में रहते हुए भी एक-दूसरे के मित्र होते थे।
कार्यक्रम अच्छा लगा।
आप दोनों का साधुवाद।
Saurbh wa mein halke se maza liya is pattalkaar ke “aap bahut baar sanyog se sahi jagah hote hain…”
तब और अब नेताओं के चरित्रों में बहुत बड़ा अंतर है । तब के नेता प्रतिद्वंद्वी या विरोधी नेता होने के साथ-साथ मानवीय मूल्यों का भी पतन नहीं होने देते थे 👏👏👏 शानदार साक्षात्कार ।
बेहतरीन पुराने और नये का समीकरण !किताबवाला मुझे बहुत हीं प्रभावित किया ! बेहतरीन विश्लेषण !हर प्रश्नों का वेवाकी से जबाव !सभी राजनीतिज्ञों के गुण और अवगुण जो आज के दौर के राजनीतिज्ञों में दुर्लभ है !निष्कर्षत: यही कहा जाना चाहिए !*****शुभ अपराह्न जी !*****
घर में बोले डोकरा,बाहर बोले छोकरां। धारा प्रवाह सवाल और सटीक जवाब कूटनीतिक खुलासे!पूर्णिमा से अमावस्या तक के नव राजनीतिक धावकों को प्रेरणाप्रद रहेंगे जी..निसंदेह हर धुरंधर यह किताब पढ़ेगा ही
भाई अब आप कृपया "मोहम्मद " किताब के लेखक श्री वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के साथ इस प्रोग्राम को रक्खें ताकि पूरा हिंदुस्तान आपका यह प्रोग्राम देखे ।
बिलकुल सही कहा आपने
इन तिलों में तेल नहीं है
Bhai iss book me kya hai kis topic par hai je book
Saurabh ji
आप बोहत ही कमाल की चीज हे पेट से कोई गुपत बात निकलने का स्टाइल गजब का हे
God bless ु
जय हिन्द
कोई गुप्त बात नहीं निकाल पाए. बोलने वाला बहुत रोक रोक कर सम्भाल कर बोले. जो बोलना था वो ही बोले. ये सब prachar है
Jai Hind ! I would love to read this book ! The backend story of politicians ! Interesting and informative !
संतोष जी तब एक बालक हुआ करते थे लगभग लगभग आज से ६५ वर्ष पूर्व संभवतः छे या सात वर्ष की वय में .भारतीय वेश भूषा और भारतीय संस्कारो से लबालब मसलन सर पर शिखा बड़ों के चरण स्पर्श भूमि पर आसन ग्रहण कर सात्विक भोजन ग्रहण करना .अपने पिता श्री , श्री भैरव सिंह जी चाचा श्री रूप सिंह जी जो क्रमशह भोजन में शर्करा के स्थान पर गुड़ और बिना नमक भोजन ग्रहण करते थे .आपका परिवार एक अत्यंत ओजस्वी एवं सुसंस्कृत परिवार रहा है. आपके ताऊ श्री श्री अयोध्या सिंह जी उच्च कोटि के शिक्षाविद रहे हैं जिन्हो ने उच्च कोटि के शिक्षा संस्थानों का साँचालन किया.
I think he is more politician than journalist.
Llll
"किताबवाला" में, संतोष भारतीय जी की वार्ता, सौरभ जी के साथ की लगातार सुना, अच्छा लगा ! ये लोग दिल खोल कर बातें करते हैं, इस से सुनने में आनंद आता है, और वास्तविकता से अवगत होने का मौका मिलता है ।
आप दोनों को इस के लिए, हृदय से धन्यवाद।
रवीन्द्र प्रताप
kuch second toh mujhe laga ki Raghuveer Yadav (Pradhan jee) koi character mein interview derahe hein
एक आदर्श पत्रकारिता के लिए संतोष भारती जी को कोटि कोटि प्रणाम।
Very interesting information given by Santosh ji & sourabh ji 🙏
Nice
सौरभ जी जी यो ही सरस्वती आप के जिह्वा पर रहे कभी मुलाकात होगी तो अहो भाग्य समझूंगा। धन्यवाद
nice watching from Hong Kong . I am from Nepal. love you Saurabh
Saurabh ji, nisandeh aapki patrakarita ka koi jabab nahi hai. Kitani shalinata se aak saamane vaale ke muh se sun lete hai. GAJAB. Achche aur ujjaval bhavishya ki shubhkamnaye.
सन्तोष भारतीय देश के ऐसे अनोखे पत्रकार है
जिनका इस या उस दुनिया से कम परन्तु नकारात्मक सोच रखने वाली लाभार्थियों की 'चौथी दुनिया ' से ज्यादा वास्ता रहा है। इनकी घनिष्ठ मंडली भी इसी सोंच व तौर तरीकों पर बनती बिगड़ती रही है। अतः इनको और इनकी किताब आदि को गम्भीरता से लेने की नही होनी चाहिए।
जो दो नावों पर सवार हो वो डूबता है कहावत इन पर सही लागू होती है इन जैसे के कारण निडर पत्रकारिता की ICON रविवार मैगजीन बंद हुई
सुप्रसिद्ध पत्रकार स्व .एस .पी .सिंह जी की स्मृतियों को शत् शत् नमन ।सौरभ जी उस दौर के पत्रकारो ने अपनी अस्मिताओं को गहराई से रेखांकित भी किया है संतोष भारतीय जी आज भी अस्मिताओं वाले पत्रकार हैं । अच्छी बातचीत है धन्यवाद अभिनंदन
Santoshji transparent and clean hearted people like you are no more in news. Now all news is sold for big money.
Saurabhji, My name is Mahesh Maharshi, I appreciate your Patrakarita, I am your big Fan.
इस किताब वाला को समझाने के लिए आपको 10-12 Political kisse का प्रोग्राम लगेगा द्विवेदी जी।
All said and done with due respect ,Santosh ji is glaring example of nexus between politician and journalist. Although interesting anecdotes for reader...
very very true.
Himmat ki to daad Deni hogi saurabh bhaiya ki...keep it up ❤️🙏...phle mai aapka virodhi tha bhaiya but dheere dheere aapki patrakarita ka fan ho gaya hu ..
मो अदीब साहब को उनके बेवाक बातचीत के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ।
Interesting revelations
Tjum padane k liye itna samaý or tumhari yadasht b gajab ki hai tumhari knowlrdge bgajab ki hai MAY God bless u
Aap Shri Guljari lal Nanda ji jo apni imandari ke liye jane jate hain desh k pradanmantri thode samay k liye Railway minister pad se resign kayon kiya is par prakash kabhi dalenge jo aaj ki rajniti ke prerna srot hain
Log in logon ke bare mein bahut kam jante hain aapki patrakari ke aaine main aise longo ke pratibimb dikhaye jana jaroori hain
बहुत खूब...
Insightful interview...
Aap ne sahi bola Saurabh ji jitna batate hain utna hi chhupaya hai
Sourabh sir ko namaste
हरी के जन ऐसे मोहनदास गांधी कहते थें. आज गुन्हा हो गया? वा भाई वा..
How can a single person have so much of knowledge????? not only in politis but in any field, i have never seen such an amazing person like saurabh ji
answer for your HOW is .....Long Experience in journalism and a good research team for the show
Very interesting conversation .Thanx Sirji for this with Santosh Bhartiji.
बहुत बढ़िया।राजनीति का पुराना दौर,पैतरेबाजी फिर जीवंत हो गयी।संतोष भारती जी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।
चंद्रभान गुप्ता जो कभी यू पी के चीफ मिनिस्ट्र थे ,
इसमें कोई दोराय नहीं होसकती के उनका जवाब नहीं था
भारत के इतिहास में।
शकील अजीम।
VP Singh se beiman politician hua nahi hai aaj tak , unki Gandhi and JP se comparison karana extremely objectionable hai
Exactly.. Mandal commission ke waje se jo hua vo sab jaante hein. Chandrasekhar ko PM banne se vanchit kiya 1989 me..
भाई साहब के सारी बातों का सार है की अगर किसी ने पलट कर इनको जवाब नही दिया इसका मतलब वो गलत मैं सही
तो ठीक बात है अगर सीधे व्यक्तिगत प्रहार कर रहा है तो करो अपोज और नहीं कर रहा तो सही है फिर
likhte chaliye......achcha satyaasatya ka darshan mila...🥰
Brilliant...one of your best
सौरभ जी तुसी ग्रेट हो कहा कहां से क्या क्या चीज़ ले आते है लेकिन प्रमाण के साथ होती है आप इस लाइन में बहुत आगे बढ़ चुके हैं हम पत्रकारीता का आपके रूप में अच्छा भविष्य देख रहे हैं ऐसे ही रहना। वरना वर्तमान में कुछ ग़लत भी देखा है जो बयान नहीं किया जा सकता है
KITABWALLAH is my favorite program. The presentation is excellent . The program has depth. Saurabh is really good..
Fantastic Saurabh enjoyed throughly
बहुत बढ़िया सौरभ भाई। संतोष जी को एक एपिसोड फिर बुलाएं। 🙏
Santoshji ke hindi prem ko naman,Saurabhji ko bahut shubhkamnayen.Jai Bharat,Vande Matram.
Bahut talented , intellectual jounalist people like you
Lajavab interview
ज्ञान वर्धक कार्यक्रम।सौरभ जी धन्यवाद।दक्षिण,पूर्व,बंगाल,ओडिसा,बिहार,मध्य भारत,महाराष्ट्र,,गुजरात आदि के नेताओं पर भी ऐसे कार्यक्रम करें तो समग्रता से राजनीतिक चरित्र का ज्ञान वर्धन हो।
Good discussion.
WAW , it was great feast to listen santosh bharti about political kisse , very interesting............. , thanks saurabh .
Dear Sourbh Ji I read India today magzine literally I am disappointed with you. India today make his credibility last 30 Years bt now India today loosing his credibility.
Now what India Today did??😂😂
Bro, India Today lost its credibility since 2014. I have been a religious reader of the magazine since many years. I have been collecting old copies of it and have huge collection from its very first copy of 1975 December.
The editorial I have been reading was marvelous. But sadly Aroon Purie is no longer the revolutionary journalist he was years ago. He remains just a corporate boss, thats all. My biggest disappointment with him is surely for his home channel Aaj Tak. Just sold journalism
सौरभ जी: आप ऐसी छोटी-छोटी बातें और लेखको कों सही समय, सही दिशा में "टोंच" लगाते हैं?
बहुत खूब।
Very informative Thank u sourabhji.
Great 👍 congratulations
शानदार Thanks both of you
Kitab Bala you are the great.
महत्वाकांक्षाओं का संघर्ष मानव मूल्यों का हनन ही है।
Video ke liye thanks.
सौरव जी शांतनु गुप्ता को भी बुलाइए ना कभी 🙏🙏🙏
The monk who transformed Uttar Pradesh
2019 से इंडिया टुडे पढ़ना छोड़ दिया था मैंने।सौरभ जी के संपादक बनने के बाद एक अंक लिया और यह दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि सौरभ जी ने कुछ खास डिलीवर नहीं कर पाए। धोखा हो गया मेरे साथ सौरभ जी के चक्कर में 50 रुपये जाया हो गए।
Oh! Saurabh Dwivedi is Editor for India Today?
@@neeluswar 😀
Very interesting program
लल्लन टॉप के सौरभ द्विवेदी जी के किताबवाला कार्यक्रम के लिए बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं।
संतोष जी ने कहा कि किसी के इंट्रेस्ट के खिलाफ न जाना।ये क्या सही होगा।
Muze nhi lagta ki apse jyada bhi polite koi reporter ho sakta h .
You are so great and experienced journalists
Santosh bhartiya sir ka bhi koi sani nhi.
Bezod, wonderful journalists and politicians.
L baphla extremely difficult for a new one day you can get you out of the day is the only thing you have to do with it to you by my friend is the only thing you have to do din me
Very good collection
Nice discussion
Very nice personality Santosh ji
Very nice program.Achha laga.
V P Singh jinhone Desh ko Mandal aur Kamandal ke Gart me jhok diya.
Good discussion sourabh ji
Buhut Badiya interview. Got to know so may things.
Saurabh Ji ….Mazaa aa gaya ye interview dekh kar… 80-90s ki politics ke kisse bahut interesting hain.
80 - 90 political turbulence ka period tha.
Great job Saurabh ji. Your this interview has also exposed Santosh Bharti that he is a kind of Darbari journalist...
मैं सुनील कुमार, तीसरा श्री लालू प्रसाद यादव, जो अपने संसदीय क्षेत्र छपरा के लगभग सभी कार्यकर्त्ताओं का नाम जानते हैं।
संतोष साहब दिनमान की अपनी शान और स्पष्टवादिता को आप भूल रहे हैं..
Saurabh ji kamal ki memory hai aapki.. kuch toe baat hai sir aap mein👏👏
15:23 moment hai, "kyuki us samay aap IIMC me , sir us samay mai class 1 me tha". Kitabe is kadar padho ki tum apne gyaan se apni umar se bhi purane lago.
Chandrashekhar ji - real socialist
Atal ji. - real nationalist
V.p singh. - real mandal masiha
Kanshi Ram. - Bhajun Nayak
Rajiv Gandhi. - Modern technology
N. Rao& Manmoha - economic liberalism
Kitne bade log the 56 Inch ka dil tha inka. Virodh bhi samman se krte the..
Very interesting!
श्री द्विवेदी जी आपके द्वारा समाचारों के प्रस्तुति का तरीका बहुत ही सुन्दर
Was very interesting video. Biggest secret of break up between Soniya gandhi and Bachchan was so trivial on part of so called Great Actor. Thanks
विकास दिव्यकिर्ति सर् के इंटरव्यू के बगैर लल्लनटॉप अधूरा है।
Thanks!
I like KITABBALA all episode of crime enquire. Thanks
अमिताभ बच्चन, अमिताभ बच्चन सिर्फ अपनी फिल्मों की वजह से न की गांधी परिवार की वजह से। गांधी परिवार के नजदीक तो मणिशंकर अय्यर भी थे।
Excellent.
Informative
सुन्दर प्रस्तुति, ललनटाप 👍👍🙏🙏
जो अपने चाचा-चाची, घर-परिवार, गांव-नगर, जन्मभूमि से गद्दारी कर सकता है वह दोस्त-मित्र और अन्य से क्यों नहीं? ये पैसे वाले पर्दे पर अच्छे दिखते हैं वर्ना ना ईमान-धर्म और ना दयाभाव या चरित्रवान होते हैं।
very interesting informative episode Thanks Sourabh sir ji & Santosh Bharti ji 🙏🏻
Yet again, Saurabh ji u have conducted an amazing interview, executed so professionally. The guest shared interesting inside stories of the political establishment of the era gone by in his book. The art of giving the guest the opportunity to speak, while u listen & ask just enough, is a True Aspect of A seasoned Interviewer - Always look fwd to your clips. Thank you much, for keeping your viewers attention intact, throughout the episodes, that you personally conduct. You lead the show Lalantop, on a level, that sets you apart from the rest Saurabh ji. God Bless👍🌻🙏❗
P
Yes, I too agree your opinion where Santosh Bhartiya has really proved how the media should report to the public. I think all the media reporters should listen to this interview carefully and apply in their profession as media reporter. I feel that the public who use their voting power to elect Member of Parliament they should make sure that his elected member is a true honest and hard worker in his Job as a MP to serve his constituency because its his job to serve his public and not to make money. Her in his book he has clearly stated that any reported they should be honest and report the stories to public a truth and honest report without adding any untruth about the report. I salute Saurabh to present this interview. 💖👍🏼👌💐🙏
Yes very true what you say Pawan ji...I too follow lallan top for these reasons
4th
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