मनकामेश्वर महादेव मंदिर लखनऊ | महाशिवरात्रि दर्शन | Most Famous Mankameshwar Temple Lucknow
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 1 มี.ค. 2024
- Mankameshwar mandir lucknow
क्या आप लखनपुर नामक जगह से परिचित हैं ?क्या हुआ ? कुछ समझ नहीं आ रहा ? या कुछ याद नहीं आ रहा है ? तो चलिए आज हम आपको लखनपुर का दूसरा प्रचलित नाम बताते हैं। लखनऊ , जी हाँ लखनऊ नाम से तो हर कोई परिचित ही होगा। नवाबों का शहर कहलाने वाले लखनऊ प्राचीन काल में कोसल राज्य का हिस्सा था। जो भगवान राम की ही विरासत थी। और जिसे उन्होंने अपने छोटे भाई भाई लक्ष्मण को समर्पित कर दिया था। जिस कारण इसे लक्ष्मणावती, लक्ष्मणपुर या लखनपुर के नाम से भी जाना जाता था। जिसे बाद में बदल कर लखनऊ कर दिया गया। बता दें कि यहां से रामजन्म भूमि अयोध्या भी मात्र 80 किमीo दूरी पर ही स्थित है।
लक्ष्मण जी जुड़ा है मंदिर का इतिहास
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक मंदिर में शिवलिंग की आराधना लक्ष्मण जी ने की थी। मंदिर के पुजारियों के अनुसार माता सीता को वनवास छोड़ने के बाद लखनपुर के राजा लक्ष्मण ने यहीं रुककर भगवान शिव की अराधना की थी, जिससे उनके मन को अपार शांति मिली थी। उसके बाद कालांतर में मनकामेश्वर मंदिर की स्थापना की गई थी।
बता दें कि सावन मास के मौके पर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिलती है। यहां पर सुबह व शाम होने वाली अलौकिक आरती का विशेष महत्व माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यहां जो आरती में शामिल होकर मन में जो भी कामना की जाती है वो अवश्य पूरी होती है। इस मंदिर में भोलेनाथ का फूल, बेलपत्र और गंगा जल से मनभावक अभिषेक किया जाता है। मंदिर में सुबह और शाम को होने वाली भव्य आरती में काफी संख्या में भक्त मौजूद होते हैं। मनकामेश्वर मंदिर के फर्श पर लगे चांदी के सिक्के इस पवित्र जगह को और अलौकिकता और सुंदरता प्रदान करते हैं।
यहाँ आने वाले सभी भक्त अपने अंदर एक दिव्यशक्ति और चिर आनंद के साथ आंतरिक शांति का अनुभव करते हैं। भक्त यहाँ भोले बाबा से अपनी मनोकामना लेकर आते हैं। विवाह और संतानप्राप्ति की मनोकामना के साथ महादेव का बेलपत्र, गंगाजल और दूध आदि से श्रद्धापूर्वक अभिषेक करते हैं। इस जगह की अलौकिक सुंदरता को शब्दों में बयान कर पाना मुश्किल है। इसकी अनभूति के लिए आप स्वयं यहाँ आएं।
दौरान है। शिवरात्रि और श्रावण सोमवार (श्रावण माह) इस मंदिर के मुख्य त्योहार हैं। इस दौरान श्रद्धालु भगवान मनकामेश्वर की पूजा-अर्चना करने के लिए 4-5 घंटे तक खड़े रहते हैं।
मनकामेश्वर मंदिर कैसे पहुंचे?
लखनऊ में मनकामेश्वर मंदिर तक पहुंचना अपेक्षाकृत आसान है, क्योंकि यह शहर के केंद्र में स्थित है। आपके परिवहन के तरीके के आधार पर, मंदिर तक पहुंचने के विभिन्न रास्ते यहां दिए गए हैं:
सड़क मार्ग से: लखनऊ सड़कों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, और आप शहर में कहीं से भी टैक्सी, ऑटो-रिक्शा या साइकिल-रिक्शा लेकर मनकामेश्वर मंदिर तक पहुँच सकते हैं। यदि आप नेविगेशन ऐप का उपयोग कर रहे हैं, तो बस अपने गंतव्य के रूप में "मनकामेश्वर मंदिर" टाइप करें, और यह आपको मंदिर के स्थान के बारे में मार्गदर्शन करेगा।
ट्रेन से: यदि आप ट्रेन से आ रहे हैंतो आप लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन (चारबाग) या लखनऊ सिटी रेलवे स्टेशन से मनकामेश्वर मंदिर तक टैक्सी या ऑटो-रिक्शा ले सकते हैंदोनों रेलवे स्टेशन भारत भर के विभिन्न शहरों से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं।
हवाई मार्ग द्वारा: लखनऊ में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (एलकेओ) है, जो भारत और विदेशों के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। हवाई अड्डे से, आप मंदिर तक पहुंचने के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या सवारी-सेवा का उपयोग कर सकते हैं।
सार्वजनिक परिवहन द्वारा: लखनऊ में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ( यूपीएसआरटीसी) और निजी ऑपरेटरों द्वारा संचालित सार्वजनिक बसों का एक नेटवर्क भी है। लोगों द्वारा यात्रा किए जाने वाले कुछ लोकप्रिय बस मार्ग हैं
दोस्तों आज महाशिवरात्रि से पहले भोलेनाथ जी मंदिर के दिव्य दर्शन कैसे लगे लाइक और कॉमेंट ज़रूर कर के बताये
अगर चैनेल आप नये है तो चैनल को SUBUSCRIBE ज़रूर कर ले
धन्यवाद दोस्तों जल्दी मिलते है हरिद्वार ऋषिकेश के तीर्थ स्थलों के साथ
Question Enquiries:-
1) Hanumant Dham Temple Lucknow
2) Shri Shri Radharaman Bihari Ji Temple Iskcon Temple
3) Hanumat Setu Lucknow
4) Sheelta Mata Mandir Lucknow
5) Bhootnath Temple Lucknow
जय माँ गंगे, हर हर गंगे
हर हर महादेव
Bhai best
Dhanywad ji🙏🏻
Voice very nice
Dhanywad bhai 🚩🙏🏻Apka
Har har mahadev 🙏🙏🙏
Har Har Mahadev🙏🏻🚩